बहराइच में सोमवार की रात एक बार फिर भेड़िये ने फिर बच्ची पर बोला हमला, जान बचाने को भेड़िये से भिड़ी दादी, दोनों गंभीर रूप से घायल
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लखनऊ/बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद में आदमखोर भेड़ियों का आतंक थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। सोमवार की रात एक बार फिर से खूंखार भेड़िये ने बच्चे को निवाला बनाने की लिए हमला किया। भेड़िये ने दादी के साथ घर के बरामदे में सो रही पांच वर्षीय मासूम के गले पर हमला कर ले जाने का प्रयास किया। इस बीच चीख सुनकर दादी उठी और शोर मचाते हुए भेड़िये से भिड़ गई। आदमखोर भेड़िये ने दादी पर झपट्टा मारकर लहुलूहान कर दिया और भाग निकला। इस बीच परिवार और ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई और लाठी—डंडों और टार्च की रोशनी में भेड़िये की खोजबीन करते रहें।
करीब 35 गांवों में इन दिनों आदमखोर भेड़ियों का आतंक
दरअसल बहराइच के करीब 35 गांवों में इन दिनों आदमखोर भेड़ियों के आतंक के साये में हैं। यहां घूम—घूम कर आदमखोर भेड़ियों इंसानों पर हमला कर रहे। इन हमलों में उनका खास शिकार बच्चे हैं। इसी क्रम में आदमखोर भेड़ियों के बीती रात महसी गांव के गिरधपुर में पांच वर्षीय बच्ची अफसाना पर उस वक्त हमला किया जब वह घर के बरामदे में दादी के साथ सो रही थी। भेड़िये ने हमला कर उसका गला दबाया। इस दौरान चीख सुनते ही दादी जाख गई और भेड़ियों से नातिन को बचाने के लिए उससे भिड़ गई।
बच्ची ओर दादी दोनों गंभीर रूप से घायल
भेड़ियों ने उन्हें भी दबोचते हुए हमला कर दिया। इस बीच गांव में रतजगा कर रहे परिजन और ग्रामीण लाठी—डंडे लेकर दौड़ पड़े, लेकिन तब तक भेड़िया वहां से भाग निकला। परिजनों ने लहुलूहान बच्ची अफसाना को आनन-फानन इलाज के लिए सीएचसी महसी के लेकर पहुंचे और डॉक्टरों ने उसका उपचार किया। इधर बुजुर्ग दादी को भी प्राथमिक इलाज कराते हुए ग्रामीण गांव में भेड़िये की तलाश में जुट गए।जिलाधिकारी माेनिका रानी ने बताया कि वन विभाग की टीमें भेड़िये काे पकड़ने में लगी हुई हैं। कई जगहाें पर जाल लगाए गए हैं, वहीं कांबिंग करते हुए पकड़ने के प्रयास जारी हैं।
रातभर जाग कर जान की परिवार की सुरक्षा कर रहे ग्रामीण
आदमखोर भेड़ियों के लगातार हमलों से गांवों में बढ़ी दहशत है। खासकर बच्चों की जान को लेकर परिजन काफी घबराए हुए हैं। बच्चों और परिवार की सुरक्षा के लिए ग्रामीण रात भर जगकर काट रहे हैं। लेकिन आदमखोर भेड़ियों का इलाके में लगातार आतंक फैला हुआ है।
मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद वन विभाग ने झोंकी ताकत
आमदखोर भेड़ियों के आतंक को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार नजरें बनाए हुए हैं। उन्होंने अधिकारियों के प्रति नाराजगी जाहिर की है और पूरी ताकत के साथ जनता की सुरक्षा को लेकर जंगली जीवों के हमले से बचाने के निर्देश दिए हैं। सीएम की नाराजगी के बाद वन विभाग ने मंगलवार को पूरी ताकत झोंकी दी है आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए। वन विभाग द्वारा लखनऊ से बड़े अफसरों ने बहराइच पहुंचकर ऑपरेशन भेड़िये की कमान संभाल ली है।
वहीं आस-पास जिले के डीएफओ समेत कई वन अधिकारी बहराइच भेजे गये हैं। भेड़िये को पकड़ने में गोंडा, श्रावस्ती, बाराबंकी, अयोध्या, रायबरेली के अधिकारी पहुंचे हैं। इलाके में ड्रोन व कैमरों से निगरानी करते हुए भेड़िये की लोकेशन देखी जा रही है। इसके साथ ही ऑपरेशन भेड़िये को पकड़ने के लिए कर्मचारियों की संख्या बढ़ाते हुए कांबिंग शुरू कर दी गई है। वन विभाग के अधिकारियों को कहना है कि जल्द ही भेड़ियों के आंतक से जनपद को मुक्त करा दिया जाएगा। हालांकि वन विभाग द्वारा चार भेड़ियों को पूर्व में ही पकड़ा जा चुका है।
आदमखोर भेड़िये अब तक नौ बच्चों सहित 10 की ले चुके हैं जान
बहराइच में अगस्त माह की शुरूआत में भेड़ियों के एक झुंड आ गया है। इस झुंड में शामिल भेड़िये इतनी खूंखार है कि लगातार इंसानों पर हमले कर रहे हैं। इस दौरान हमलों में अब तक 10 लोगों की जान जा चुकी हैं। इनमें नौ बच्चे शामिल हैं। वहीं 45 से अधिक लोग घायल हुए हैं।


इस मौके पर के आर पी अनवर अली ने साप्ताहिक और मासिक शिक्षण योजना तथा संदर्शिका आधारित शिक्षण की बारीकियों पर प्रकाश डाला।ए आर पी सुरेश कुमार ने नवीन पाठ्य-पुस्तकों की विशेषताओं एवं उनके प्रयोग के बारे में जानकारी दी। प्रशिक्षण में पुष्पेन्द्र मौर्य, संदीप कुमार ने कक्षा शिक्षण में प्रिंटरिच सामग्री को उपयोग करने के बारे में जानकारी दी। लेखाकार पंकज वर्मा, सौरभ शुक्ला तथा पवन मित्तल ने तकनीकी सपोर्ट प्रदान किया।
नबाब और किशोरी की बुआ को जेल भेजे जाने के बाद पुलिस ने नीली यादव पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया था। अपनी गिरफ्तारी की खबर फैले ही नीलू यादव फरार हो गया था। नीलू के फरार होने के बाद एसपी अमित कुमार आनंद के निर्देशन में पुलिस की 7 टीमें नीलू की तलाश में कटरी से लेकर कई इलाकों में लगातार दविश दे रहीं थीं। वहीं पुलिस ने नीलू की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था। विगत दिनों एटीएफ को भी नीलू की तलाश में लगाया गया था। लेकिन इससे पहले कि पुलिस नीलू की तलाश करती, पुलिस को चकमा देते हुये नीलू यादव ने मंगलवार को कन्नौज कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
कन्नौज दुष्कर्म कांड के आरोपी नवाब सिंह यादव के भाई नीलू यादव के कोर्ट में सरेंडर के बाद नीलू के वकील राकेश तिवारी ने मीडिया को बताया कि नीलू पर पुलिस द्वारा लगाये गये आरोप गलत और मनगडंत हैं। अगर पुलिस ने नीलू पर 25 हजार रुपये के इनाम वास्तव में घोषित किया है, तो वो इनाम कोर्ट अथवा हमको दिया जाय। क्यों कि नीलू को कोर्ट में मेरे द्वारा पेश किया गया है। कन्नौज हाई प्रोफाइल मामला है।


Sep 03 2024, 15:39
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