यूनीफाइड पेंशन स्कीम का मोदी सरकार ने किया ऐलान,जाने योजना की 10 बड़ी बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शनिवार को एकीकृत पेंशन योजना (यूनीफाइड पेंशन स्कीम) को मंजूरी दे दी. इस स्कीम का उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों के लिए सुनिश्चित पेंशन, सुनिश्चित पारिवारिक पेंशन और सुनिश्चित न्यूनतम पेंशन प्रदान करना है. लोकसभा चुनाव के बाद सरकारी कर्मचारियों के लिए घोषित योजनाओं में केंद्र सरकार की यह योजना बहुत ही बड़ी मानी जा रही है. इस योजना के माध्यम से केंद्र सरकार केंद्रीय कर्मचारियों को ने केवल लुभाने की कोशिश की है, बल्कि केंद्र सरकारी कर्मचारियों की लंबे समय से चली आ रही मांगें पूरी की है.
आइए जानते हैं कि केंद्र सरकार की ओर से घोषित यूनीफाइड पेंशन स्कीम की दस बड़ी बातें क्या हैं? जिन्हें केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट की बैठक के बाद ऐलान किया है.
1,केंद्र सरकार की कैबिनेट में मंजूर की गई यूनीफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) 1 अप्रैल, 2025 से प्रभावी होगी. यूपीएस के तहत, सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के लिए वेतन का 50 प्रतिशत पेंशन के रूप में सुनिश्चित किया है.
2,नई योजना के अनुसार, सरकारी कर्मचारी 25 साल की न्यूनतम योग्यता सेवा के लिए सेवानिवृत्ति से पहले पिछले 12 महीनों में ली गई औसत मूल वेतन का 50 प्रतिशत पेंशन के रूप में पाने के पात्र होंगे. यूपीए योजना के तहतसुनिश्चित पारिवारिक पेंशन के लिए, कर्मचारी की पेंशन का 60 प्रतिशत उसके निधन से तुरंत पहले निकाला जा सकता है.
3,इस योजना के तहत सुनिश्चित न्यूनतम पेंशन के मामले में, सरकारी कर्मचारी न्यूनतम 10 वर्षों की सेवा के बाद सेवानिवृत्ति पर 10,000 रुपये प्रति माह प्राप्त करने के पात्र होंगे. एकीकृत पेंशन योजना की शुरूआत नई पेंशन योजना (एनपीएस) में बदलाव के लिए सरकारी कर्मचारियों की व्यापक मांगों के मद्देनजर की गई है.
4,एनपीएस, जिसे 2000 के दशक की शुरुआत में लागू किया गया था, की गारंटीकृत पेंशन राशि प्रदान नहीं करने के लिए आलोचना की गई थी, जिससे कई कर्मचारी सेवानिवृत्ति के बाद अपनी वित्तीय सुरक्षा के बारे में अनिश्चित हो गए थे.
5,कर्मचारियों की ओर से नई पेंशन योजनाओं में कुछ बदलाव की मांग की थी. इसके मद्देनजर मोदी ने कैबिनेट सचिव टीवी सोमनाथन की अध्यक्षता में एक समिति का भी गठन किया गया था.
6,अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस समिति ने विभिन्न संगठनों और लगभग सभी राज्यों के साथ 100 से अधिक बैठकें कीं. उसके बाद इस योजना को मंजूरी दी गयी.
7,वैष्णव ने बताया कि यूपीएस पांच प्रमुख स्तंभों पर बनाया गया है. पहला और सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ सुनिश्चित पेंशन है, जो सेवानिवृत्ति के बाद की गारंटीकृत आय के लिए सरकारी कर्मचारियों की प्राथमिक मांग को सीधे संबोधित करता है. अन्य स्तंभ, जिनमें सुनिश्चित पारिवारिक पेंशन और सुनिश्चित न्यूनतम पेंशन शामिल हैं, योजना द्वारा प्रदान की गई वित्तीय सुरक्षा को और बढ़ाते हैं.
8,नई योजना के तहत, सेवानिवृत्त लोगों को सेवानिवृत्ति से पहले सेवा के अंतिम 12 महीनों से उनके औसत मूल वेतन का 50% पेंशन मिलेगी. यह लाभ उन लोगों के लिए बनाया गया है जिन्होंने न्यूनतम 25 वर्ष की सेवा पूरी कर ली है. 25 वर्ष से कम लेकिन 10 वर्ष से अधिक की सेवा वाले कर्मचारियों के लिए, पेंशन सेवा की लंबाई के अनुपात में होगी.
9,किसी कर्मचारी की मृत्यु की स्थिति में, उनके परिवार को पेंशन मिलेगी जो उस पेंशन का 60 फीसदी होगी जो कर्मचारी को उनकी मृत्यु से ठीक पहले मिल रही थी. यह प्रावधान कर्मचारी के आश्रितों के लिए वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करता है.
10,यह योजना प्रति माह 10,000 रुपए की न्यूनतम पेंशन की गारंटी भी देती है, बशर्ते कर्मचारी ने कम से कम 10 वर्षों तक सेवा की हो. यह उपाय कम वेतनमान वाले कर्मचारियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जो उन्हें सेवानिवृत्ति के बाद मुद्रास्फीति और वित्तीय अनिश्चितताओं में हैं.
Aug 24 2024, 21:34