एचआईवी एड्स से बचाव एवं नियंत्रण हेतु जिले में 12 अगस्त से 12 अक्टूबर तक चलेगा जागरूकता अभियान
एचआईवी एड्स से बचाव एवं नियंत्रण हेतु जिले में 12 अगस्त से 12 अक्टूबर तक चलेगा जागरूकता अभियान -कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा बैठक का हुआ आयोजन -विभिन्न विभागों और सहयोगी संस्थाओं के सहयोग से लोगों को किया जाएगा एचआईवी एड्स के प्रति जागरूक : प्रभारी सिविल सर्जन -सभी प्रखंड में जागरूकता के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का होगा आयोजन -यौन संचारी रोग के उपचार के लिए जिले में उपलब्ध है सुविधा -एचआईवी पॉजिटिव मरीजों को एआरटी सेंटर से मिलता है नियंत्रण की आवश्यक दवा -"एड्स का ज्ञान, बचाए लोगों की जान" है कार्यक्रम का उद्देश्य पूर्णिया, 16 अगस्त आमलोगों को एचआईवी एड्स के प्रति जागरूक करते हुए एचआइवी एड्स संक्रमित लोगों को अस्पताल से नियमित जांच एवं उपचार व्यवस्था का लाभ उठाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के सभी प्रखंडों में 12 अगस्त से 12 अक्टूबर तक जागरूकता अभियान (इंटेसिफाइड कैंपेन) का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान विभिन्न कार्यक्रमों के द्वारा लोगों को एचआईवी एड्स से बचाव एवं नियंत्रण के लिए अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं के प्रति जागरूक किया जाएगा।
जिले में कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रभारी सिविल सर्जन डॉ आर पी मंडल की अध्यक्षता में सिविल सर्जन कार्यालय में सभी विभागों के साथ बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान सभी विभागों को इसमें आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराते हुए लोगों को एचआईवी एड्स के प्रति जागरूक करने की जानकारी दी गई। "एड्स का ज्ञान, बचाए लोगों की जान" कार्यक्रम का उद्देश्य रखा गया है।
बैठक में प्रभारी सिविल सर्जन डॉ आर पी मंडल के साथ जिला संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ कृष्ण मोहन दास, जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवनाथ रजक, डीएमएनई आलोक कुमार, डीपीएस राजेश शर्मा, डीभीडीएस रवि नंदन सिंह, डीआईएस एचआईवी बी एन प्रसाद, यूनिसेफ जिला प्रबंधक राज कुमार, विहान स्वास्थ्य जिला प्रतिनिधि मुकुल चौधरी, एचआईवी आहान फील्ड अधिकारी गौतम कुमार, एसटीएस जिला प्रबंधक संतन कुमार सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित रहे। विभिन्न विभागों और सहयोगी संस्थाओं के सहयोग से लोगों को किया जाएगा एचआईवी एड्स के प्रति जागरूक : प्रभारी सिविल सर्जन प्रभारी सिविल सर्जन डॉ आर पी मंडल ने बताया कि एचआईवी एड्स से बचाव एवं नियंत्रण के लिए युवाओं और आमजनों को जागरूक होने की जरूरत है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 12 अगस्त से 12 अक्टूबर तक जिले के सभी प्रखंडों में इंटेसिफाइड कैंपेन (जागरूकता अभियान) का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एचआईवी एवं एड्स के बारे में लोगों को जागरूक करते हुए एचआईवी संचरण के बारे में लोगों को जागरूक करते हुए इससे जुड़ी जोखिमों के प्रति जानकारी उपलब्ध कराना, अस्पताल से कंडोम, एसटीआई सेवाओं के संबंध में जानकारी देना तथा एचआईवी एड्स के रोकथाम एवं नियंत्रण के प्रति लोगों को जागरूक करना है। इससे जिले में एचआईवी संक्रमित एवं प्रभावित व्यक्तियों के साथ हो रहे भेदभाव को कम किया जा सके और उनके जीवन में गुणवत्तापूर्वक सुधार लाई जा सके। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ साथ शिक्षा विभाग, जीविका ग्रामीण विकास विभाग, पंचायती राज विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, नेहरू युवा केन्द्र संगठन, राष्ट्रीय सेवा योजना विभाग, एनसीसी विभाग, जिला स्वास्थ्य समिति, रेड रिबन क्लब, एचएलएफपीपीटी जेल विभाग, यूनिसेफ, पिरामल, डब्लूएचओ, यूएनएफपीए, पीएफआई, पीएसआई, पीसीआई, सी3, इनजेंडर हेल्थ बिहार, बीएनपी प्लस, दोस्ताना सफर, विहान, अहाना आदि संस्थाओं द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर क्षेत्र के युवाओं और आमजनों को एचआईवी एड्स से सुरक्षा एवं नियंत्रण के प्रति जागरूक किया जाएगा जिससे कि लोगों द्वारा विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाते हुए एचआईवी एड्स से सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा सके। सभी प्रखंड में जागरूकता के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का होगा आयोजन : जिला संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ कृष्ण मोहन दास ने बताया कि एचआईवी एड्स से सुरक्षा एवं नियंत्रण के लिए 12 अगस्त से 12 अक्टूबर तक जिले के सभी प्रखंडों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को इसकी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए शुक्रवार को विभिन्न विभागों के साथ जिला स्तरीय कार्यकारी समूह की बैठक का आयोजन किया गया। इसके बाद विभिन्न विभागों द्वारा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में अलग अलग कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों को एचआईवी एड्स से सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाएगा।
इसमें ग्रामीण स्तरीय बैठक, टीकाकरण स्थल पर एचआईवी एड्स से सुरक्षा के लिए प्रचार प्रसार, स्कूल में जागरूकता कार्यक्रम, आयुष्मान आरोग्य मंदिर के माध्यम से उपस्थित लोगों में जागरूकता, समुदाय में जागरूकता रैली, विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय में जागरूकता सत्र का संचालन, रेड रिबन,राष्ट्रीय सेवा योजना, नेहरू युवा केन्द्र संगठन, एनसीसी के सदस्यों द्वारा नुक्कड़ नाटक का आयोजन, जीविका द्वारा सेल्फ हेल्प ग्रुप के सदस्यों के बीच एचआईवी एड्स तथा यौन रोग के संबंध में परिचर्चा का आयोजन, नेटवर्क सदस्यों द्वारा सामाजिक सुरक्षा योजना के संबंध में जानकारी देना, जेल में जागरूकता कार्यक्रम का संचालन एवं विहान द्वारा संक्रमित व्यक्ति के लिए उपलब्ध सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इससे ज्यादा से ज्यादा लोगों द्वारा एचआईवी एड्स से सुरक्षा के प्रति जागरूक होने के साथ साथ संक्रमित व्यक्ति द्वारा सरकार द्वारा संचालित सुविधाओं का लाभ उठाया जा सकेगा। यौन संचारी रोग के उपचार के लिए जिले में उपलब्ध है सुविधा : डीआईएस एचआईवी बी एन प्रसाद ने बताया कि यौन संचारी रोग के उपचार के लिए पूर्णिया जिला के राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (जीएमसीएच) के ओपीडी रूम नंबर 15 में जांच एवं उपचार के लिए सभी व्यवस्था उपलब्ध है। अस्पताल में जांच कराने पर लोगों को लक्षण के आधार पर किट 01 से 07 की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इसके अनुसार उपलब्ध मरीजों की भीडीआरएल (शिफ्लिस) टेस्टिंग होता है। उसमें पॉजिटिव पाए जाने पर मरीजों का पूर्णतापूर्वक इलाज सुविधा उपलब्ध कराई जाती है जिससे संबंधित व्यक्ति एचआईवी पॉजिटिव होने से पहले सुरक्षित हो सकते हैं। एचआईवी पॉजिटिव मरीजों को एआरटी सेंटर से मिलता है नियंत्रण की आवश्यक दवा : डीपीएस राजेश शर्मा ने बताया कि एचआईवी संक्रमित व्यक्ति को सुरक्षा एवं नियंत्रण के लिए जीएमसीएच कैम्पस में संचालित एआरटी सेंटर से जांच एवं उपचार व्यवस्था उपलब्ध कराई जाती है। जांच के बाद मरीजों को एआरटी सेंटर से आवश्यक दवाई उपलब्ध कराई जाती है जिसके नियमित इस्तेमाल करने पर संबंधित व्यक्ति एचआईवी एड्स को नियंत्रित रख सकते हैं। वर्तमान में एआरटी सेंटर से 01 हजार 399 एचआईवी पॉजिटिव मरीजों को नियमित रूप से दवा उपलब्ध कराई जा रही है। अन्य लोग इस बीमारी का शिकार नहीं हो सकें इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जाएगा ताकि लोगों को एचआइवी एड्स के नियंत्रण एवं सुरक्षा के प्रति जागरूक करते हुए संक्रमित व्यक्ति को आवश्यक सुविधा का लाभ उपलब्ध कराई जा सके।
Aug 21 2024, 17:39