बेटे ने पिता, सौतेली मां और भाई-बहन का किया था मर्डर, पुलिस ने किया गिरफ्तार
बेगूसराय : जिले में चार लोगों की हत्या का कातिल पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है। संजीवन महतो के बड़े बेटे (नाबालिग) ने ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया था। आरोपी, संजीवन महतो की पहली पत्नी का बेटा है। 10 अगस्त की रात हुई इस वारदात में संजीवन महतो (40), उसकी दूसरी पत्नी संजीता देवी (33) और बेटी सपना कुमारी (10) की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं, इस घटना में जख्मी 7 साल के बेटे ने मंगलवार को पीएमसीएच में दम तोड़ दिया। आरोपी, पिता और सौतेली मां के दुर्व्यवहार से दुखी था और इस वजह से उसने निर्मम तरीके से पिता और अपनी सतौली मां, भाई-बहन की हत्या कर डाली। बांस और चाकू से सभी के सिर पर वार किया था। खून के छींटे उसके कपड़े पर पड़े थे। इसलिए हत्या के बाद नहाया, फिर सो गया।
एसपी मनीष ने बताया कि 'रसीदपुर पंचायत के चिरंजीवीपुर चक्का गांव में नाबालिग आरोपी ने चाकू और बांस से सभी के सिर पर हमला कर दिया था। हत्या इस तरह से की गई थी कि पति, पत्नी और बेटी की मौके पर मौत हो गई। वहीं, बेटा भी जख्मी हालत में वहीं पड़ा रहा। लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया। फिर उसे पीएमसीएच में रेफर कर दिया गया, जहां मंगलवार को उसने भी दम तोड़ दिया।
एसपी मनीष के अनुसार, 'आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि एक साल का था तो मां छोड़ कर भाग गई थी। पिता संजीवन महतो ने दूसरी शादी कर ली। जब हम 7वीं क्लास में पढ़ रहे थे, तभी पिता ने खाना-पीना और खर्चा देना बंद कर दिया। तब से हम चाचा-चाची और दादा-दादी के साथ रह रहे थे।
छोटी-छोटी बातों पर सौतेली मां, पिता से पिटवाती थी। घटना से तीन दिन पहले भी पिता ने बुरी तरह से पीटा था। पिता और सौतेली मां के दुर्व्यवहार से काफी परेशान था। आरोपी के अनुसार, उसने इस हत्याकांड को अकेले ही अंजाम दिया।
इधर, पुलिस ने इस हत्याकांड के खुलासे के लिए मृतक के घर के पास एक स्पाई लगाया। यहां से पुलिस ने आरोपी की चाची को उठाया और पूछताछ शुरू की। इसके बाद मामला परत-दर-परत खुलता चला गया। पुलिस ने आरोपी को पकड़ा और कड़ाई से पूछताछ की। इसके बाद उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि 'घटना की रात 12 बजे सभी के सो जाने के बाद अपने घर से निकले। इसके करीब एक घंटे के बाद छत के रास्ते से संजीवन महतो के घर में गया और पूरे परिवार पर हमला कर दिया। इस दौरान उसके कपड़े पर खून लग गया। कपड़े और हत्या में शामिल सभी सामान उसने बलान नदी के गड्ढे में छिपा दिया और स्नान कर फिर से घर में सो गया।
एसपी ने बताया कि 'हत्या के आरोपी को बाल कल्याण समिति (CWC) को सुपुर्द किया जा रहा है। इसी ने तीनों को मुखाग्नि दी थी। इसलिए अगर परिजन लिखित रूप में देंगे तो किशोर न्यायालय के आदेश पर पुलिस अभिरक्षा में श्राद्ध कर्म के लिए गांव भेजा जाएगा।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Aug 14 2024, 19:57