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बड़ी खबर : पटना कमिश्नर समेत कई आईएएस अधिकारियों का स्थानांतरण, सामान्य् प्रशासन विभाग ने जारी की अधिसूचना

डेस्क : बिहार में एकबार फिर आईएएस अधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है। पटना कमिश्नर समेत 4 आईएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने तबादले से जुड़ी अधिसूचना जारी कर दी है। 

सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से जारी अधिसूचना के मुताबिक, पटना के कमिश्नर कुमार रवि को सीएम सचिवालय भेज दिया गया है। कुमार रवि को अगले आदेश तक मुख्यमंत्री सचिवालय में तैनात किया गया है। जबकि पंकज पाल को बिजली विभाग का जिम्मा सौंपा गया है।

भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2001 बैच के आईएएस अधिकारी मयंक वरवड़े को मगध प्रमंडल के आय़ुक्त के पद से तबादला करते हुए सरकार ने पटना प्रमंडल का आयुक्त बनाया है। इनकी जगह गया के डीएम त्यागराजन एसएम को मगध प्रमंडल के आयुक्त का प्रभार सौंपा गया है। 

वहीं सरकार ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2002 बैच के आईएएस अधिकारी और ग्रामीण विकास विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल को ऊर्जा विभाग और बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। इससे पहले आईएएस अधिकारी संजीव हंस के पास ऊर्जा विभाग का अतिरिक्त प्रभार था लेकिन उनके ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद सरकार ने पिछले दिनों बिजली विभाग के अतिरिक्त प्रभार से उन्हें मुक्त कर दिया था और उन्हें वापस सामान्य प्रशासन विभाग में बुला लिया था।

एक ही परिवार के तीन सदस्यों के नृशंस हत्या से दहला बेगूसराय, घटना को देखकर रो पड़ा पूरा गांव

डेस्क : बिहार के बेगूसराय जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जिले के बछवाड़ा थाना क्षेत्र के रसीदपुर गांव में अपराधियों ने धारदार व नुकीले हथियार से सोये अवस्था में पति-पत्नी व दस वर्षीय पुत्री की नृशंस हत्या कर दी है। वही इस हमले में सात वर्षीय पुत्र गंभीर रूप से घायल है। जिसे इलाज के लिए पटना रेफर किया गया है। 

घटना के संबंध में बताया गया है कि सभी घर के भीतर एक कमरे में सोए थे। शनिवार की सुबह 700 बजे तक जब सजीवन के घर का दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसियों ने आवाज देकर उन्हें जगाने का प्रयास किया किंतु अंदर से कोई जवाब नहीं आया। इस पर घर के पीछे बांस की टाट हटाकर जब घर के भीतर प्रवेश किया तो एक ही कमरे में फर्श पर बिछे बिस्तर पर पति-पत्नी व चौकी पर दोनों बच्चों को खून से लथपथ देखा। देखते ही देखते लोगों की भीड़ जुट गई। सात वर्षीय अंशु की सांसें चलती देख, लोगों ने उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया। 

मृतकों में रसीदपुर चक्का वार्ड संख्या-12 निवासी सुखदेव सिंह उर्फ नागो के 45 वर्षीय पुत्र सजीवन सिंह व उसकी पत्नी संगीता देवी एवं 10 वर्षीया पुत्री सपना कुमारी शामिल हैं। मृतकों के सिर कूचे जाने व नुकीले हथियार घोंपने के जख्म थे। घायल पुत्र अंशु कुमार को ग्रामीणों ने उपचार के लिए बेगूसराय सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां से उसे पटना रेफर कर दिया गया। सुखदेव सिंह दिहाड़ी मजदूरी के साथ खेतीबाड़ी करते थे।

इधर, सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ एसपी मनीष कुमार पहुंचे और जांच-पड़ताल की।

घटनास्थल पर परिजनों के चीत्कार से माहौल गमगीन बना था। ग्रामीणों ने बताया कि इस घटना में कातिल ने सजीवन के पूरे परिवार का ही संहार कर दिया है। शनिवार की दोपहर करीब 12:00 बजे एक साथ पति-पत्नी व उनकी मासूम बच्ची का शव कमरे से बाहर निकाल कर एंबुलेंस में रखा गया। एक साथ तीनों का शव उनके घर से बाहर निकलते ही पूरा गांव रो पड़ा। सजीवन के वृद्ध माता-पिता व मृतका संगीता देवी के मायके से पहुंची उसकी मां व अन्य परिजनों के करुण विलाप से लोगों की आंखों से बरबस ही आंसू टपक रहे थे।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी का बड़ा बयान : अल्पसंख्यक समुदाय का साथ रहा, तो 2025 में गठबंधन की बनेगी सरकार

डेस्क : बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने दावा किया है कि अगर बिहार में अल्पसंख्यक समुदाय का साथ रहा, तो 2025 में गठबंधन की सरकार बनेगी। वहीं उन्होंने सबसे बड़ी बात जो कही है वह यह है कि अगर नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने रहे, तो राजद को आगामी चुनाव में चार गुना सीटें मिलेंगी। नीतीश कुमार सामने रहेंगे, तो इससे आरजेडी मजबूत होगी।

दरअसल बीते शनिवार को तेजस्वी यादव राजद प्रदेश कार्यालय के कर्पूरी सभागार में आयोजित अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान अल्पसंख्यकों से आह्वान करते हुए कहा कि आप साथ दें, आपकी भागीदार मैं तय करूंगा। अल्पसंख्यकों का उचित साथ मिलेगा, तो सूबे में सरकार जरूर बनेगी। 

उन्होंने दावा किया कि सबसे पहले लालू प्रसाद ने बिहार में अल्पसंख्यक मंत्रालय बनाया। इसके बाद यह मंत्रालय देश में बना। सीएम बनते ही लालू प्रसाद ने देश में कमंडल के खिलाफ मंडल शुरू किया था। लालकृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार करके माहौल को ठीक किया था। वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ आरजेडी सांसदों ने संसद में मजबूती से लड़ाई लड़ी। पहली बार भाजपा ने किसी बिल को जेपीसी (ज्वाइंट पार्लियामेंटरी कमेटी) में भेजा है।

चंद घंटो के बारिश में राजधानी पटना हुआ पानी-पानी, बिहार के इन जिलों में आज भी भारी बारिश का अलर्ट

डेस्क : बीते शनिवार की शाम और देर रात हुई तेज बारिश से राजधानी पटना पानी-पानी हो गया। इसी बीच आज रविवार को मौसम विभाग की ओर से प्रदेश के कैमूर और रोहतास में भारी बारिश का औरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं बक्सर, बांका और भागलपुर में एक दो जगहों पर भारी बारिश का येलो अलर्ट है।

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बीते शनिवार को औरंगाबाद , किशनगंज, नवादा, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, बक्सर, शेखपुरा, गया, पटना, सहरसा और नालंदा में झमाझम बारिश हुई।

इधर बीते शनिवार को हुई चंद घटों की बारिश से पटना शहर के कई इलाके में पानी जमा हो गया। बाकरगंज, हथुआ मार्केट खेतान मार्केट खजांची रोड जीएम रोड, कंकड़बाग हनुमान नगर पटना जंक्शन गोलंबर फ्रेजर रोड कदम कुआं पीर मोहानी मलाही पकड़ी जैसे इलाके में जलजमाव है।

पहले से सैदपुर से पहाड़ी के बीच कई इलाकों में पानी लगा हुआ है । महावीर कॉलोनी में तो एक बार फिर नारकीय स्थिति हो गई है। स्थानीय लोगों ने हाल ही में नगर निगम के अधिकारियों को ज्ञापन दिया था जिसमें कहा गया था कि हल्की बारिश होने पर भी जल जमाव की स्थिति हो जा रही है। शनिवार को इस इलाके में ऐसा ही नजारा था। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि भरी बरसात हुई तो इस बार लोगों के घरों में पानी घुस जाएगा।इधर निगम की टीम भी काफी सक्रिय हो गई। सभी क्षेत्रों में निगम की क्यूआरटी टीम जल निकासी में जुट गई।

पटना के गंगा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी जारी, दियारा के कई इलाकों में पहुंचा पानी

डेस्क : बिहार की राजधानी पटना में गंगा नदी उफान पर है। हालांकि राहत की बात यह है कि पटना के श्रीपालपुर में जहां पुनपुन नदी का जलस्तर स्थिर हो गया है। बीते शनिवार को पटना के गांधी घाट पर गंगा नदी का पानी खतरे के निशान से 76 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। दीघा घाट पर जलस्तर लाल निशान से 15 सेमी ऊपर पहुंच गया है।

गंगा का जलस्तर बढ़ने से बिंद टोली में कभी भी पानी प्रवेश कर सकता है। जेपी गंगा पथ के उत्तर में बने सर्विस लेन के करीब पानी पहुंच गया है। वहीं दीघा क्षेत्र के लिए गंगा बेसिन में बन रहा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण का कार्य पहले ही बंद कर दिया गया है। इधर गंगा घाटों की लगभग सभी सीढ़ियां डूब चुकी हैं। रिवर फ्रंट पथ पर भी कई जगह गंगा का पानी पहुंच गया है। हालांकि अभी भी गंगा का जलस्तर शहर की ऊंचाई से करीब 3.25 मीटर नीचे है। गंगा सुरक्षा बांध फिलहाल सुरक्षित है। प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि ने गंगा के जलस्तर पर नजर रखने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है।

वहीं पटना के दियारा क्षेत्र में शनिवार को भी पानी का बढ़ना जारी रहा। खेतों में लगी सब्जी की फसलें डूब गई। जलस्तर बढ़ने से पुराना पानापुर घाट से हेतनपुर जाने वाले रास्ता डूब गया है। नदी के किनारे होने से हेतनपुर, कासिमचक पंचायत में पानी का फैलाव ज्यादा है। मानस में उत्तरी इलाके में पानी खेत खलिहानों होते हुए बाजार तक आने लगा है। दानापुर प्रखंड के पुरानी पानापुर, कासिमचक, हेतनपुर, गंगहारा, मानस पतलापुरऔर सोनपुर की अकिलपुर पंचायत के गांवों के लोगों की परेशानी बढ़ गई है। दियारा में पानी फैल जाने और गांवों तक नाव नहीं जाने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है।

इधर वख्तियारपुर के चिरैया दियारा में गंगा के जलस्तर में वृद्धि हो रही है। वहीं,कटाव से आसपास के कई घरों में दरार आ गई है। वार्ड संख्या पांच और नौ ज्यादा प्रभावित है। गंगा के के किनारे स्थित घरों में रहने वाले अधिकतर परिवार घर खाली कर दूसरी जगह चले गए हैं। कटाव की चपेट में आने से कुछ कच्चे मकान गंगा में विलीन हो गए है। पूर्व विधायक रणविजय सिंह उर्फ लल्लू मुखिया ने जायजा लिया। उन्होंने पीड़ितों के लिए मदद की गुहार लगाई। जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता दिलीप कुमार ने बताया कि विभागीय स्तर से कार्य किया जा रहा है। गंगा में उफान से बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है।

दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद पटना में बढ़ी सख्ती, 138 सेंटर्स पर लगेगा ताला, 339 की जांच बाकी

डेस्क: जानकारी के अनुसार, पटना जिले में पिछले कुछ दिनों में रजिस्ट्रेशन के लिए 936 आवेदन आए हैं और कुल 413 आवेदन पर रजिस्ट्रेशन हो चुका है. इन सभी आवेदनों में से 523 की जब जांच हुई तो 138 संस्थान अयोग्य पाए गए. पटना डीएम ने 339 लंबित आवेदनों की जल्द जांच करने का भी आदेश दिया है. पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने जांच के दौरान पाया कि ये कोचिंग संस्थान सरकार के तय मानकों को पूरा नहीं करते हैं. इसके बाद इन्हें बंद करने का आदेश जारी कर दिया.

अनुमंडल पदाधिकारियों को यह जांच करने का भी निर्देश दिया गया है कि रजिस्ट्रेशन के लिए अयोग्य पाए गए इन 138 कोचिंग संस्थानों का अवैध ढ़ंग से संचालन तो नहीं हो रहा है. अगर अवैध ढ़ंग से संचालन हो रहा हो तो अनुमंडल पदाधिकारियों को विधि-सम्मत कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया. जिला प्रशासन द्वारा कोचिंग की जांच करने के लिए 7 टीम बनाई गई है जिसमें छह अनुमंडल स्तरीय और एक जिलास्तरीय टीम शामिल है.

तय मानकों के अनुसार, कोई भी कोचिंग संस्थान बिना वेलिड रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट न तो स्थापित किया जाएगा और न चलाया जाएगा. किसी भी कोचिंग संस्था का क्षेत्रफल प्रति छात्र न्यूनतम 1 वर्ग मीटर होना जरूरी है. कोचिंग संस्थान में एंट्री-एग्जिट पर किसी तरह की रोक नहीं होनी चाहिए और बिल्डिंग बायलॉज का अनुपालन सुनिश्चित होना चाहिए. इसके अलावा कोचिंग संस्थानों में फायर सिक्योरिटी के मानकों का अनुपालन भी सुनिश्चित होना चाहिए. कोचिंग सेंटर्स संचालकों को इन मानकों को पूरा करने के लिए तीन मौके दिए जाएंगे, अगर तीसरी बार में भी मानकों का पालन नहीं किया गया तो उनका रजिस्ट्रेशन भी रद्द होगा. बता दें कि डीएम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को 339 लंबित आवेदनों की जांच जल्द पूरी करने और रजिस्ट्रेशन समिति की बैठक बुलाने को कहा है.  

27 जुलाई को ओल्ड राजेंद्र नगर में स्थित RAU's कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश के बाद पानी भरने की वजह से तीन यूपीएससी एस्पिरेंट्स की मौत हो गई थी. दो छात्राएं और एक छात्र- चार घंटे से अधिक समय तक बेसमेंट के अंदर फंसे रहे, जब तक उनको रेस्क्यू किया जाता, तीनों की मौत हो चुकी थी. फिलहाल इस घटना की जांच CBI को कर रही है.

पटना में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ा, मंडराया बाढ़ का खतरा, तीन स्थानों पर जल स्तर लाल निशान के पार

डेस्क: पटना में गंगा नदी रौद्र रूप में आ गई है। पटना में तीन स्थानों पर नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। गांधी घाट के बाद अब दीघा घाट और हाथीदह में पानी में तेजी से वृद्धि हुई है। हालांकि गांधी घाट पर जलस्तर स्थिर है।

गंगा सोन बाढ़ सुरक्षा प्रमंडल की रिपोर्ट के अनुसार गांधी घाट पर 66, दीघा घाट पर तीन और हाथीदह में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 35 सेंटीमीटर ऊपर है। पुनपुन और सोन नदी में भी उफान है हालांकि उसका पानी फिलहाल स्थिर है।

गंगा के अलावा पुनपुन और सोन नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। श्रीपालपुर में शाम तक पुनपुन खतरे के निशान को पार कर गई। पुनपुन बाढ़ नियंत्रण के जेई राहुल कुमार ने बताया कि शुक्रवार की शाम चार बजे तक श्रीपालपुर मे पुनपुन नदी के जलस्तर खतरे के निशान से एक सेमी ऊपर है।

मनेर दियारा के निचले इलाके छिहत्तर और महावीर टोला को जोड़ने वाली सड़क जलमग्न हो गई है। दानापुर के दियारा इलाके में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है। अभी से ही लोग सुरक्षित स्थान की तलाश में जुट गए हैं।

गांधी घाट पर जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। शुक्रवार सुबह यहां पानी खतरे के निशान से 36 सेंटीमीटर ऊपर था। इसी तरह दीघा घाट पर 24 घंटे में पानी 40 सेंटीमीटर से ज्यादा बढ़ गया है। जेपी गंगा पथ के अंडरपास वाला रास्ता भी जलमग्न हो गया है। इनके बीच से ही लोग जरूरी कामकाज के लिए आवागमन कर रहे हैं। दियारा क्षेत्रों में कई जगह जलभराव हो गया है। लोग अब पलायन की स्थिति में हैं। बड़ी संख्या में पशुपालकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। ये सोनपुर और दानापुर की ओर ठिकाना तलाश रहे हैं।

जिला प्रशासन ने लोगों को आपदा से बचाने की मुकम्मल तैयारी की है। नाव मालिकों के साथ करार किया जा चुका है। 128 राहत शिविर और 126 शरण स्थल की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा बचाव एवं खोज के लिए 148 दलों को तैयार रखा गया है।

एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ की टीम की प्रतिनियुक्ति भी की जा चुकी है। मानव एवं पशु दवा की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गई है। 56 प्रकार की दवाएं, ओआरएस, एंटी रेबीज और सांप काटने की दवा भी उपलब्ध है। गंगा किनारे सुरक्षा के इंतजाम नहीं: उफनाई गंगा का प्रवाह काफी तेज है।

गंगा के किनारे बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। रिवर फ्रंट के अलावा अन्य घाटों पर बड़ों के अलावा बच्चे भी खूब मस्ती कर रहे हैं। दीघा घाट पर शुक्रवार को स्कूल ड्रेस में कई बच्चे पानी में उछल-कूद करते दिखे, लेकिन यहां उन्हें रोकने-टोकने वाला कोई नहीं था।

जलभराव वाले स्थानों पर कई गड्ढे भी हैं, यदि कोई बच्चा इसकी चपेट में आ गया तो अनहोनी से इंकार नहीं किया जा सकता। वहां लोगों का कहना था कि प्रशासन की ओर से इन जगहों की निगरानी बहुत जरूरी है।

बिहार के इस प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी के वीसी पर चला राज भवन का डंडा : पावर सीज, शो-कॉज नोटिस जारी

डेस्क :  बिहार के प्रसिद्ध पाटलीपुत्रा यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर पर राज भवन का डंडा चला है। इनके ऊपर आरोप यह है कि इन्होंने प्रिंसिपल बहाली में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की है। इसके बाद अब इस मामले में शो कॉज नोटिस भेजा गया है। इतना ही नहीं राजभवन के तरफ से इन्हें किसी भी  नीतिगत मामलों में निर्णय नहीं लेने का आदेश दिया गया है।

दरअसल, विधानसभा मानसून सत्र के दौरान सदन में यह मामला उठाया गया था कि पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी के अंदर संचालित कई कॉलेज में  प्रिंसिपल बहाली में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है। इसके बाद अब वीसी डॉक्टर आरके सिंह को यह नोटिस  जारी किया गया है। इसको लेकर सदन में  भाजपा विधायक अरुण कुमार सिन्हा ने सवाल पूछा था। आरोप लगाया जा रहा है कि कुलपति ने सीनियर प्रोफेसर को दरकिनार करते हुए जूनियर को प्रभारी प्राचार्य बना दिया है।

बताते चलें कि भाजपा विधायक ने यद्यपि यह मामला 23 जुलाई को सदन में उठाया था लेकिन, पिछले 1 साल से कुलपति डॉक्टर आरके सिंह पर आरोप लगाए जा रहे हैं। इस संबंध में राज भवन को और शिक्षा विभाग को सीनेट मेंबर अजय यादव पत्र भेज कर कार्रवाई करने की मांग की थी। उन्होंने यूनिवर्सिटी के सीनेट सिंडिकेट में भी यह मामला राज्यपाल के रहते हुए उठाया था।

अरुण सिन्हा ने सवाल उठाया था कि पटना हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना कई गई। पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉक्टर आरके सिंह ने एसडीएम कॉलेज पुनपुन रामकृष्ण द्वारका कॉलेज और बी कॉलेज में सीनियर टीचर के रहते हुए जूनियर को प्रिंसिपल का चार्ज दे दिया। यह भी आरोप लगाया गया था कि बीडी कॉलेज के चार शिक्षक बगैर प्रिंसिपल रहे सिटी अलाउंस कैसे ले रहे हैं ?

इसके बाद यह मामला शिक्षा विभाग को भेजा गया था जहां से हायर एजुकेशन का केस देखते हुए गवर्नर सेक्रेटेरिएट को रेफर कर दिया गया। अब  राज्यपाल के विचारण के बाद नोटिस जारी किया गया है। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर के प्रधान सचिव ने इस मामले में वीसी को पत्र भेजकर 15 दिनों के भीतर कुलपति से जवाब मांगा है। इसके साथ ही सभी पावर वापस ले लिए हैं।
पटना में गंगा के जलस्तर में हो रही वृद्धि का जायजा लेने पहुंचे सीएम नीतीश कुमार, अधिकारियों को दिए पूरी तैयारी रखने का निर्देश

डेस्क : राजधानी पटना में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बीते गुरुवार को गांधी घाट पर गंगा अपने तल से साढ़े आठ मीटर ऊपर और खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी। गांधी घाट पर गंगा नदी का जलस्तर सुबह में छह बजे 48.70 मीटर मापा गया है। जबकि खतरे का निशान स्तर 48.60 है। शाम में जलस्तर और बढ़ गया। सैर करने की जगह यानी रिवर फ्रंट पर पानी पहुंच गया है। गंगा में बढ़ते इस जलस्तर से पटना में बाढ़ की संभावना बढ़ गई है।

इधर संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हालात का जायजा लिया और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए हैं। गंगा के बढ़ते जलस्तर की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मरीन ड्राइव पहुंचे और ताजा हालात की जानकारी ली। बाढ़ के खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह समेत अन्य अधिकारियों को एहतियात बरतने को कहा है और जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री अटल पथ होते हुये जेपी गंगा पथ पहुंचे और कंगन घाट तक गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया।

मुख्यमंत्री ने इस दौरान जेपी गंगा पथ के कंगन घाट, काली घाट, गांधी घाट एवं कृष्णा घाट पर रूककर गंगा नदी के आसपास के इलाकों की स्थिति को देखा और अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली। अशोक राजपथ को जेपी गंगा पथ से मिलानेवाले कृष्णा घाट पर निर्माणाधीन पहुंच पथ की भी सीएम ने जानकारी ली और तेजी से निर्माण पूर्ण करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि गंगा नदी के किनारे वाले क्षेत्रों में बढ़ते जलस्तर को ध्यान में रखते हुये पूरी तरह अलर्ट रहें और सारी तैयारी पूर्ण रखें।

मौके पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त-सह-जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद, जिलाधिकारी चन्द्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा सहित अन्य वरीय अधिकारी मौजूद थे।
हैवानियत की सारी हदों को किया पार : 13 वर्षीय बच्ची को 4 बदमाशों ने हवश का बनाया शिकार

डेस्क :  बिहार के दरभंगा जिले से हैवानियत की सारी हदों को पार कर देने वाली घटना सामने आई है। जिले के बड़गांव थाना क्षेत्र के एक गांव में 13 वर्षीया किशोरी के साथ चार बदमाशों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। घटना गत छह अगस्त की बतायी जा रही है।

इस घटना में किशोरी बुरी तरह जख्मी हो गयी। पहले उसे स्थानीय पीएचसी ले जाया गया। वहां से उसे बेहतर इलाज के लिए डीएमसीएच रेफर कर दिया गया।

बड़गांव थाने के दारोगा मिथिलेश कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पीड़िता घास काटने गई थी। वहीं पर चार बदमाश उसे घसीटकर सुनसान बगीचे में ले गये। वहां सभी ने उसके साथ दुष्कर्म किया। उन्होंने कहा कि इस मामले में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।

उधर, जख्मी किशोरी के माता-पिता ने बताया कि आरोपित काफी रसूखदार हैं। वे हम लोगों पर लड़की का बयान बदलवाने के लिए लगातार दबाव बना रहे हैं। वे लोग अंजाम भुगतने की धमकी भी दे रहे हैं। वहीं, गांव के लोग इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं। कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है।