बेगूसराय में एक ही परिवार के 4 लोगों के जिंदा जलाने के मामले का हुआ खुलासा, बेटी के साथ अफेयर से नाराज लड़की के घरवालो ने घटना को दिया था अंजाम
बेगूसराय : जिले में 22 जुलाई की रात एक ही परिवार को जिंदा जलाने का मामला सामने आया था। पुलिस की जांच में स्पष्ट हुआ है कि युवक का एक लड़की के साथ अफेयर चल रहा था, जिसका लड़की के परिवार वाले विरोध करते थे। युवक ने लड़की के परिवारवालों की बात नहीं मानी तो उसे उसके परिवार के साथ जिंदा जला दिया गया। इस घटना में युवक के पिता की मौत हो गई। वहीं, युवक, उसकी मां और बहन अस्पताल में भर्ती हैं
घटना की शिकार युवक की मां ने बताया कि घटना से कुछ दिन पहले मेरे बेटे को आरोपियों ने कहा था- मार देंगे, काट देंगे, जला देंगे। पुलिस ने युवक की प्रेमिका के पिता और भाई को साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
मृतक मोहम्मद साबिर (55) कोलकाता में फल की दुकान चलाता था। जबकि, साबिर की पत्नी, बेटा और एक बेटी के साथ बलिया थाना क्षेत्र के एक गांव में रहती थी। साबिर बकरीद के मौके पर अपने परिवार के पास पहुंचे थे। 22 जुलाई की रात आरोपियों ने चारों पर हमला कर दिया था।
पुलिस ने बताया कि लड़की के पिता और भाई को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई। आग लगाने वालों की पहचान की जा चुकी है। इनकी गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी की जा रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मोहम्मद साबिर के बेटे मोहम्मद अरमान (25) का प्रेम संबंध घर से करीब 100 मीटर दूर छोटे मियां के बेटे साबिर की 15 साल की बेटी से करीब एक साल से चल रहा था। दोनों में खूब बातें होती थी, जहां-तहां मिलते भी थे। अरमान अभी ग्रेजुएशन पार्ट-2 में है। वह उर्दू में फाजिल डिग्री हासिल कर चुका है। 11 मार्च से 9 अप्रैल तक स्थानीय मस्जिद में कुरान सुनाने के लिए रहा था। इसी दौरान उसके प्रेम संबंध की जानकारी सभी लोगों को हुई थी।
9वीं में पढ़ने वाली प्रेमिका जब स्कूल जाती थी तो रास्ते में भी दोनों की मुलाकात होती थी। रात में फोन पर खूब बातें होती थी। लेकिन, अरमान घर पर रहता था तो उसे बात करने में कुछ परेशानी होने लगी। रमजान के दौरान अरमान ने घर के बदले मस्जिद में ही रहना शुरू कर दिया। मस्जिद में रहता था तो फोन पर बात करने से कोई रोकने-टोकने वाला नहीं था। पर इसी बीच अरमान के प्रेम-प्रसंग की जानकारी उसकी प्रेमिका के पिता और भाई को हो गई। वो इससे काफी आक्रोशित हो गए। अपनी बेटी को रोक-टोक करने के साथ ही उन्होंने अरमान को भी बात नहीं करने की धमकी दी थी।
कहा था कि सुधर जाओ नहीं तो इसका अंजाम बहुत बुरा होगा। अरमान के पिता को भी इसकी जानकारी दी गई थी। अरमान अपनी हर गतिविधि की जानकारी अपनी प्रेमिका को देता था। 21 जुलाई को जब वह किसी काम से बेगूसराय शहर आया था तो इसकी भी जानकारी उसने प्रेमिका को दे दी थी। शहर से लौटने के बाद रात में करीब 11 बजे उसने अपनी प्रेमिका को फोन किया और सुबह 4 बजे तक दोनों में खूब लंबी बातें हुईं। इसकी भनक जब लड़की के पिता मोहम्मद साबिर और भाई तनवीर को लग गई तो दोनों ने क्विक एक्शन लेने का निर्णय लिया और अपने रिश्तेदार को 22 जुलाई की रात में हमला करने के लिए तैयार कर लिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, रात में जब गांव के सभी लोग सो गए तो करीब 1:15 बजे प्रेमिका के पिता द्वारा भेजे गए रिश्तेदार गैलन में पेट्रोल लेकर अरमान के घर पहुंचे। उस वक्त एक बेड पर पिता-बेटे और दूसरे पर मां-बेटी सोई हुई थी। आरोपियों ने पिता-बेटे की चौकी पर पेट्रोल छिड़का और मशाल से आग लगा दी। इसी बीच पिता की नींद खुल गई और उन्होंने एक बदमाश को पकड़ कर शोर मचाना शुरू कर दिया। पर वो किसी तरह भाग निकला। लेकिन, उसकी हवाई चप्पल मौके पर ही छूट गई। इधर, आग पूरे घर में लग गई। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने साबिर, उसकी पत्नी और बेटा-बेटी को अस्पताल पहुंचाया। जहां इलाज के दौरान 23 जुलाई की दोपहर साबिर की मौत हो गई।
इधर, डीएसपी नेहा कुमारी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जांच शुरू किया। एसपी मनीष घटनास्थल पर पहुंचे तो प्रेम प्रसंग का एंगल सामने आया। इसके बाद डॉग स्क्वायड को बुलाया गया तो खोजी कुत्ता अरमान की प्रेमिका के घर पहुंचा और चौकी पर जाकर बैठ गया। इसके बाद मामला परत दर परत खुलता चला गया। मौके से अरमान की प्रेमिका को पुलिस ने पहले उठाया, उसके बाद उसके पिता और भाई को थाने ले गई। कड़ाई से पूछताछ में घटनाक्रम का खुलासा हो गया। इसके बाद पुलिस ने लड़की को छोड़ दिया। जबकि, उसके पिता मोहम्मद साबिर और उसके भाई तनवीर को जेल भेज दिया। अब घटना को अंजाम देने वालों की तलाश हो रही है। पुलिस इस घटना को लेकर कई स्तर पर जांच कर ही रही है।
इधर, जख्मी अरमान की मां मोमिना खातून ने बताया कि मेरा लड़का जवान था, आरोपी की बेटी भी जवान थी। दोनों बात करते थे। अगर गलती की तो पंचायत बैठाना चाहिए था, केस कर देते, कोर्ट मैरिज करवा देते। दो-तीन महीना पहले मेरे बेटे अरमान को कहा था- मार देंगे, काट देंगे, जला देंगे। मैंने बेटे को समझा दिया था। उसे दो महीना घर से बाहर निकलने नहीं दिया। सोई अवस्था में दोनों बाप-बेटा को जला दिया। आग लगने के बाद बेटा जलती हुई हालात में घर से भाग कर मस्जिद के बगल में लगे पानी में जाकर लोटने लगा। हमारे शौहर घर में ही जलते हुए चिल्ला रहे थे। आरोपी लकड़ी में कपड़ा लपेट (मशाल) कर लाए थे, लाइटर और गैलन में पेट्रोल लेकर पहुंचे थे। आग लगाने के लिए जो आए थे, उनमें से एक काफी मोटा-तगड़ा और लंबा था।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Aug 10 2024, 18:51