अंचल कार्यालय गम्हरिया का उपायुक्त नें किया निरीक्षण
विभिन्न संधारण पंजी का जांच कर लंबित म्यूटेशन का जाँचोपरान्त निष्पादन सुनिश्चित करने के दिए निर्देश
सरायकेला : उपायुक्त श्री रविशंकर शुक्ला के द्वारा आज अंचल कार्यालय गम्हरिया का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण क्रम में उपायुक्त के द्वारा अंचल कार्यालय सम्बन्धित विभिन्न पंजी, म्यूटेशन एवं जति-आय प्रमाण पत्र से संबंधित लंबित मामलों, कार्यालय कर्मियों की उपस्थिति आदि की जानकारी लेते हुए लंबित म्यूटेशन को निश्चित समयावधि में पूर्ण करने, तथा जी एम लैंड के म्यूटेशन लंबित मामलों का स्थल निरीक्षण करते हुए निष्पादन सुनिश्चित करने के निर्देश दिया गया।
उपायुक्त नें कहा कि जाति-आय से संबंधित प्राप्त आवेदनों को बिना किसी ठोस कारण के रिजेक्ट ना करें सभी आवेदनों का निर्धारित समय पर निष्पादन हो यह सुनिश्चित करें। उपायुक्त ने कहा कि सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत चयनित लाभुकों को योजनाओं का लाभ प्रदान करें, साथ ही विभिन्न माध्यम से प्राप्त शिकायतों पर यथोचित कार्रवाई करते हुए निष्पदित करें।


 
						
 
 











 
 
  
  
  
  
   
  सरायकेला :  जिला के ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र के चार प्रखण्ड के ग्रामीण हाथी की आतंक से भयभीत है और दहशत में जीने पर मजबूर  हैं । जिसको देखते हुए सुखराम हेंब्रम द्वारा उड़िया पंचायत के ग्रामीणों के बीच टॉर्च लाइट बड़ा और फटाके दिया गया ।  वन विभाग की ओर से हाथी को भागने की समुचित व्यवस्था आज विफलता देखा गया । हाथी प्रभावित क्षेत्र के ग्राम  वासी हाथी के दहशत में जीने पर विवश हैं।
सरायकेला :  जिला के ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र के चार प्रखण्ड के ग्रामीण हाथी की आतंक से भयभीत है और दहशत में जीने पर मजबूर  हैं । जिसको देखते हुए सुखराम हेंब्रम द्वारा उड़िया पंचायत के ग्रामीणों के बीच टॉर्च लाइट बड़ा और फटाके दिया गया ।  वन विभाग की ओर से हाथी को भागने की समुचित व्यवस्था आज विफलता देखा गया । हाथी प्रभावित क्षेत्र के ग्राम  वासी हाथी के दहशत में जीने पर विवश हैं।
   सुखराम हेम्ब्रम ने कहा कि  फॉरेस्ट विभाग का लापरवाही के  कारण  हमारे ग्रामीणों को घर से बेघर होना पड़ रहा है ओर हमे जान भी गवाना पड़ रहा है। दलमा सेंचुरी को हर साल सरकार  द्वारा लाखों ,करोड़ों फण्ड देती है, हाथियों को दलमा सेंचुरी के अंदर रखने के लिए। लेकिन हाथी आज जंगल मे ना रहकर गांव की ओर जाने में विबश हो गई है । इसका कारण है कि दलमा सेंचुरी में हाथियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं कि जा रही हैं ओर सरकार की सारे फण्ड का बन्दर बांट करके हज़म किया जा रहा है।
सुखराम हेम्ब्रम ने कहा कि  फॉरेस्ट विभाग का लापरवाही के  कारण  हमारे ग्रामीणों को घर से बेघर होना पड़ रहा है ओर हमे जान भी गवाना पड़ रहा है। दलमा सेंचुरी को हर साल सरकार  द्वारा लाखों ,करोड़ों फण्ड देती है, हाथियों को दलमा सेंचुरी के अंदर रखने के लिए। लेकिन हाथी आज जंगल मे ना रहकर गांव की ओर जाने में विबश हो गई है । इसका कारण है कि दलमा सेंचुरी में हाथियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं कि जा रही हैं ओर सरकार की सारे फण्ड का बन्दर बांट करके हज़म किया जा रहा है।
  
Jul 20 2024, 20:50
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