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झारखंड हाई कोर्ट के कार्यकारी न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद 20 जुलाई से मुख्य न्यायाधीश का पदभार सम्भालेंगे

झा. डेस्क 

झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस विद्युत रंजन सारंगी की सेवानिवृत्ति के उपरांत जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद 20 जुलाई से झारखंड हाई कोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस के रूप में कार्यभार सम्भालेंगे। 

दरअसल, हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस विद्युत रंजन षाडंगी 20 जुलाई को रिटायर हो रहे हैं। चीफ जस्टिस बीआर सारंगी का 19 जुलाई को अंतिम कार्य दिवस है। इस सम्बन्ध में भारत सरकार के मिनिस्ट्री आफ लॉ एंड जस्टिस की ओर से गुरुवार को अधिसूचना जारी कर दी गयी है। 

चीफ जस्टिस के सेवानिवृत्ति के बाद जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद को चीफ जस्टिस कार्यालय की जिम्मेदारी सौंपी गयी है।झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस विद्युत रंजन षाड़ंंगी को 19 जुलाई को हाई कोर्ट परिसर में औपचारिक विदाई दी जायेगी।

सुजीत नारायण प्रसाद का जन्म 20 जून 1967 को हुआ था। उन्होंने एमए करने के बाद एलएलबी की पढ़ाई की। उन्होंने हाई कोर्ट के एडिशनल जज के रूप में साल 2014 में शपथ ली थी। इसके बाद उनका स्थानांतरण ओडिशा हाई कोर्ट में कर दिया गया। इसके बाद 22 नवम्बर 2018 को फिर से झारखंड हाई कोर्ट के जज के रूप में शपथ ली। वह ओडिशा हाई कोर्ट के ज्यूडिशियल एकेडमी के सदस्य भी रह चुके हैं।

ईडी ने 1392 करोड़ रुपये के बैंक घोटाला मामले में आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र, सहित देश भर के 15 ठिकानों पर मारा छापा

जमशेदपुर।प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने गुरुवार को 1392 करोड़ रुपये के बैंक घोटाला मामले में आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र, गुरुग्राम, महेंद्रगढ़, बहादुरगढ़ समेत देश भर में एक साथ 15 ठिकानों पर छापा मारा है।

बैंक घोटाले में यह छापेमारी महेंद्रगढ़ के विधायक रावदान सिंह, उनके परिवार और अन्य लोगों के खिलाफ की जा रही है। इस बैंक धोखाधड़ी की जांच का जिम्मा ईडी के साथ-साथ सीबीआई को भी सौंपा गया है।

बता दें कि, विधायक रावदान सिंह और उनके परिवार से जुड़ी मेसर्स अलॉयड स्ट्रिप्स लिमिटेड नामक कंपनी के माध्यम से 1392 करोड़ रुपये का लोन लिया गया था, जिसे कभी वापस नहीं लौटाया गया।

बताते चलें कि, सीबीआई ने इस मामले में कंपनी और उसके प्रमोटर्स मोहिंदर अग्रवाल और गौरव अग्रवाल समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था। बाद में ईडी ने इस मामले में अलग से प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट यानी पीएमएलए के तहत एफआइआर दर्ज कर जांच शुरू की थी।

आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में चावला मोड़ के पास स्थित हाइको इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के तीन ठिकानों पर ईडी द्वारा गुरुवार की सुबह से ही छापेमारी की जा रही है। रांची नंबर की चार एसयूवी गाड़ियां सुबह के वक्त कंपनी में दाखिल हुईं। ईडी के अधिकारियों के साथ काफी संख्या में पुलिस बल भी था।

ईडी के अधिकारी व पुलिसकर्मियों के कंपनी में प्रवेश के बाद मुख्य मार्ग को बंद कर दिया गया। कंपनी के बारे में मिली जानकारी के मुताबिक यह पहले टाटा मोटर्स के पार्ट्स बनाती थी। बाद में पीवीसी पाइप व इन दिनों यूपीसी के क्षेत्र में बड़ा काम कर रही है। कंपनी के चार मालिक हैं। इस मामले में कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है।

झारखण्ड में विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू,भाजपा ने अपने खिलाडी महारथी को मैदान में उतरा तो इण्डिया गठबंधन अपने घटक दल को बढ़ाने में लगा


झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी शुरू हो गयी है चुनाव नवंबर-दिसंबर में होने की संभावना है. इस बार मुकाबला एनडीए बनाम इंडिया गठबंधन के बीच होगा। 

महासमर में दोनों ही गठबंधन के नेताओं ने अपनी-अपनी आस्तीनें चढ़ा ली हैं। भाजपा-एनडीए ने केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा को चुनावी अखाड़े में उतार दिया है तो दूसरी ओर इंडिया गठबंधन अपना परिवार और बड़ा करने में जुटा है।

 इतना तय माना जा रहा है कि इंडिया गठबंधन में पिछली बार से सीट शेयरिंग फार्मूला अलग होगा। 

कुनबा बढ़ाने की तैयारी में इंडिया ब्लॉक, इस बार सीट शेयरिंग फॉर्मूले को लेकर प्लान बनाना शुरू कर दिया है.

झामुमो, कांग्रेस, राजद, वामदल के साथ-साथ कुछ और छोटे राजनीतिक दलों के साथ साझेदारी की योजना है। जाहिर तौर पर कुनबा बड़ा होगा तो हिस्सेदारी को लेकर भी बातें होंगी। इंडिया गठबंधन के बीच सीट शेयरिंग के फार्मूले पर विमर्श जारी है। यह तय माना जा रहा है कि सीट शेयरिंग के फार्मूला में थोड़ा बदलाव और 12 से 14 सीटों के बीच अदला-बदली संभव है। ऐसे में 2019 की सीट शेयरिंग का फार्मूला 2024 के चुनाव में अलग होगा। सीट शेयरिंग के फार्मूला में बदलाव और सीटों में अदला-बदली की बातों से इंडिया गठबंधन के बड़े नेता इनकार नहीं कर रहे हैं। 

उनका कहना है कि पांच वर्षों में कई चीजें बदली हैं। ऐसे में बदलाव से इनकार नहीं किया जा सकता। 

सीट को लेकर बातें गठबंधन के शीर्ष नेतृत्व के बीच बैठकों में तय की जाएंगी। इंडिया गठबंधन की ओर से कहा जा रहा है कि हर हाल में एकजुट होकर चुनावी लड़ाई लड़ी जाएगी। सूत्रों के अनुसार राज्य की करीब एक दर्जन सीटें ऐसी हैं, जहां 2019 के सीट शेयरिंग फॉर्मूला से उलट 2024 में नया फार्मूला दिखेगा। 

झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने भी सीट शेयरिंग के नए फार्मूले की बात से इनकार नहीं किया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि राजनीति में कुछ भी नामुमकिन नहीं है। शीर्ष नेतृत्व के स्तर से सीटों तय की जाती हैं।

इन सीटों पर अदला बदली है मुमकिन

सूत्रों के अनुसार जगन्नाथपुर, तोरपा, कोलेबिरा, कांके, रामगढ़, मांडू, बगोदर, भवनाथपुर, राजधनवार, जमुआ, निरसा, सिंदरी, बरकह्वा, पोड़ैयाहाट विधानसभा क्षेत्र में सीटों की अदला-बदली देखी जा सकती है। इसके अलावा कुछ अन्य सीटों की अदला-बदली को लेकर भी इंडिया गठबंधन में शामिल दलों में विमर्श हो रहा है। 

कांग्रेस पिछली बार 31 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, इस बार कांग्रेस 33 सीट पर दावेदारी कर रही है। तो दूसरी ओर इंडिया गठबंधन का राज्य में नेतृत्व कर रहा झामुमो बहुमत का आंकड़ा 41 या इससे अधिक सीटों पर अपना प्रत्याशी उतारेगा। बहुत जल्द मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य में अपना चुनावी अभियान शुरू करने जा रहे हैं। यात्रा का नाम तय किया जा रहा है।

झारखंड में मानसून पड़ी सुस्त, अगले दो दिनों तक सता सकती है गर्मी

झारखंड में मानसून के सुस्त पड़ने से अगले दो दिन गर्मी सता सकती है। मौसम साफ रहने और तीखी धूप गर्मी का एहसास करा सकती है। नम हवा के साथ धूप की तपिश उमस भी बढ़ाएगी। 

खासकर राज्य के उत्तरी भाग में इसका ज्यादा असर देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग के अनुसार 21 से आसमान में बादल छाएंगे और 22 जुलाई से रांची समेत पूरे राज्य में झमाझम बारिश होगी।

मौसम विभाग के अनुसार राज्य के विभिन्न हिस्सों के अधिकतम तापमान दो से चार डिग्री तक बढ़ गया है। वहीं, न्यूनतम तापमान भी सामान्य से एक डिग्री ऊपर चल रहा है।

 गुरुवार को रांची का अधिकतम तापमान 31.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह पिछले 24 घंटों की तुलना में करीब दो डिग्री अधिक है। न्यूनतम तापमान 24.0 डिग्री सामान्य से करीब एक डिग्री अधिक रहा। वहीं, गुरुवार को मेदिनीनगर का अधिकतम 31.1 डिग्री रहा जो कि सामान्य से चार डिग्री अधिक रहा। 

जमशेदपुर का अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री रहा। यह सामान्य से दो डिग्री अधिक है। अन्य जिलों के अधिकतम तापमान में भी एक से दो डिग्री अधिक है। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग से लेकर उत्तर पश्चिमी तक बना निम्न दबाव के व्यापक होने की संभावना है। अगले दो से तीन दिन में यह ओडिशा के तटवर्ती इलाकों को पार कर झारखंड से गुजर सकता है। इससे राज्य में अच्छी बारिश होने की संभावना बन रही हैं।

 झारखंड में मानसून के सुस्त पड़ने से अगले दो दिन गर्मी सता सकती है। मौसम साफ रहने और तीखी धूप गर्मी का एहसास करा सकती है। नम हवा के साथ धूप की तपिश उमस भी बढ़ाएगी। खासकर राज्य के उत्तरी भाग में इसका ज्यादा असर देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग के अनुसार 21 से आसमान में बादल छाएंगे और 22 जुलाई से रांची समेत पूरे राज्य में झमाझम बारिश होगी।

मौसम विभाग के अनुसार राज्य के विभिन्न हिस्सों के अधिकतम तापमान दो से चार डिग्री तक बढ़ गया है। वहीं, न्यूनतम तापमान भी सामान्य से एक डिग्री ऊपर चल रहा है। गुरुवार को रांची का अधिकतम तापमान 31.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह पिछले 24 घंटों की तुलना में करीब दो डिग्री अधिक है। न्यूनतम तापमान 24.0 डिग्री सामान्य से करीब एक डिग्री अधिक रहा। वहीं, गुरुवार को मेदिनीनगर का अधिकतम 31.1 डिग्री रहा जो कि सामान्य से चार डिग्री अधिक रहा। 

जमशेदपुर का अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री रहा। यह सामान्य से दो डिग्री अधिक है। अन्य जिलों के अधिकतम तापमान में भी एक से दो डिग्री अधिक है। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग से लेकर उत्तर पश्चिमी तक बना निम्न दबाव के व्यापक होने की संभावना है। अगले दो से तीन दिन में यह ओडिशा के तटवर्ती इलाकों को पार कर झारखंड से गुजर सकता है। इससे राज्य में अच्छी बारिश होने की संभावना बन रही हैं।

आसमान की ओर टकटकी लगाए बैठे हैं किसान

आषाढ़ माह में भी अब तक हुई कम बारिश ने चंदवा में किसानों की चिंता बढ़ा दी है। बारिश की आस लगाए किसान आसमान की ओर टकटकी लगाए हैं। रोजाना काले घनघोर बादल आसमान पर मंडरा तो रहे हैं पर बारिश नहीं हो रही है। लगता है इस वर्ष भी बारिश दगा देगी। किसानों के सिर पर चिंता की लकीरें साफ झलक रही है।

इस वर्ष आंकड़ों पर गौर करें तो अप्रैल माह में एक भी बारिश दर्ज नहीं किया गया। मई माह भी पूरी तरह सुखा रहा। जून माह में महज 46 एमएम बारिश दर्ज किया गया, वहीं जुलाई माह में अब तक महज 130 एमएम बारिश दर्ज किया गया है यह पिछले साल की अपेक्षा भी काफी खराब है। समय पर मानसून आने के बाद इस वर्ष लगा कि मानसून की स्थिति बेहतर होगी पर मानसून भी दगा दे गया है।

धनबाद में कोयला चोरों का आतंक सातवें आसमान पर, सीआईएसएफ टीम पर किया हमला

कई राउंड हवाई फायरिंग कर भी जान बचाकर भागे जवान 

धनबाद : धनबाद में कोयला चोरों का आतंक सिर चढ़कर बोल रहा है. इस बार कोयला चोरों ने सीआईएसएफ टीम पर हमला करते हुए उनपर पथराव कर दिया. ये पूरा मामला बीसीसीएल लोदना एरिया 10 का है.

धनबाद कोयलांचल के बीसीसीएल लोदना एरिया 10 के कुजामा कोलियरी के देवप्रभा आउटसोर्सिंग में फायरिंग हुई है. यहां पर बाइक से बोरे में भरकर कोयला ले जा रहे लोगों को रोकना सीआईएसएफ टीम को महंगा पड़ गया. कोयला ले जा रहे बाइक को सीआईएसएफ टीम के द्वारा रोके जाने के बाद सैकड़ों की संख्या में महिलाएं पहुंच गयीं.

धनबाद में सीआईएसएफ टीम पर कोयला चोरों का हमला।

इन महिलाओं ने सीआईएसएफ टीम को चारों ओर से घेर लिया. इसी बीच महिलाओं ने उनपर पत्थरबाजी शुरू कर दी.

 महिलाओं के बीच घिरी सीआईएसएफ की टीम अपनी जान बचाने के लिए उनको कई राउंड हवाई फायरिंग करनी पड़ी. फायरिंग करने के बाद सीआईएसएफ की टीम जान बचाकर भागी. इसी बीच स्थानीय थाना की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई.

सीआईएसएफ कमांडेंट भूपेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया कि गुरुवार को डिप्टी कमांडेंट विवेक चौधरी के साथ क्षेत्र का भ्रमण कर रहे थे. माइंस के अंदर कोयला चोरी कर ले जाते देख सीआईएसएफ के अधिकारी और जवान मौके से कोयला चोरों को भगाने लगे. इस दौरान बाइक से ले जा रहे दो कोयला चोर को सीआईएसएफ की टीम ने पकड़ लिया.

 जिसके बाद पास के बालूगद्दा से सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष पंहुच गए और सीआईएसएफ के जवानों को चारों ओर से घेर लिया और पत्थरबाजी करने लगे.

सीआईएसएफ की टीम ने अपने आप को बचाने के लिए 8 राउंड हवाई फायरिंग की. इस पत्थरबाजी में 8 सीआईएसएफ जवान को चोट आई है. जिसमें दो जवान गंभीर रूप से घायल हुए हैं. इस घटना में कई महिलाएं भी घायल हुई हैं. घटना को लेकर सीआईएसएफ की ओर से घनुवाडीह थाना में लिखित शिकायत की जा रही है.

झारखंड के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने कहा वोटों के लालच में झारखंड की अस्मिता के साथ किया जा रहा है खिलवाड़*

झा. डेस्क झारखंड के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने झारखंड के हटिया विधानसभा क्षेत्र में एक सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज का दिन नेताओं के स्वागत का नहीं, बल्कि कार्यकर्ताओं के सम्मान का दिन है। भाजपा के कार्यकर्ता नींव के पत्थर हैं। कार्यकर्ताओं से ही पार्टी को मजबूती मिलती है। आनेवाले विधानसभा चुनाव में बेईमानों की सरकार को उखाड़ कर फेंकना है और झारखंड को बचाना है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता बहनों और भाइयों, लोकसभा चुनाव की इस विजय के बाद झारखंड के विधानसभा चुनाव में महाविजय का संकल्प लेना है। संकल्प विजय का नहीं, महाविजय का और यह जरूरी है। जरूरी इसलिए है कि झारखंड को बचाना है। जनता को तबाही से बचाना है। विजय इसलिए भी जरूरी है कि सरकार में विदेशी घुसपैठिये अवैध घुसपैठ कर रहे हैं और यह सरकार यदि दोबारा आ गयी, तो यह मान लेना कि यहां के मूलनिवासी अल्पसंख्यक हो जायेंगे। सोरेन सरकार में योजनाबद्ध तरीके से मूलनिवासियों को अल्पसंख्यक बनाये जाने का खेल चल रहा है। हम वोटों के लालच में झारखंड की अस्मिता के साथ खिलवाड़ नहीं होने दे सकते हैं। खतरा सामने खड़ा है। बचाना है झारखंड को…बचाना है हमारी संस्कृति को…बचाना है हमारे जीवन मूल्यों को…बचाना है हमारी परम्पराओं को और इसलिए झारखंड में अब कोई सरकार आयेगी, तो वह केवल भाजपा की सरकार आयेगी। *अपराध पर सरकार का नहीं है कंट्रोल* चौहान ने हेमन्त सोरेन सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सोरेन सरकार ने झारखंड में भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा कर दी है। प्रदेश में भ्रष्टाचार की नित्य नयी परिभाषा गढ़ी जा रही है। राज्य में घोटालों और भ्रष्टाचार से जनता त्राहिमाम कर रही है। उन्होंने कहा कि झारखंड में अपराध भी चरम सीमा पर है। उन्होंने एनसीआरबी के आंकड़ों का उल्लेख करते हुए कहा कि पिछले साढ़े चार साल में 7 हजार 812 हत्याएं हुईं। इनकी सरकार में 7 हजार 115 बलात्कार हुए। शिवराज ने कहा कि झारखंड की धरती पर 06 हजार 937 अपरहरण हुए। दंगे 08 हजार 592 हुए। लूट 02 हजार 721 हुईं। डकैती 485 हुई और संज्ञेय अपराध 02 लाख 73 हजार 261 हुए। रुबिका जैसी बिटिया के टुकड़े टुकड़े करके और एक नहीं 50… 50 टुकड़े कर फेंकने का काम इस सरकार में अपराधी करते हैं। इस सरकार को शर्म आनी चाहिए, जो बहनों और बेटियों की इज्जत नहीं बचा सकती। उनका अपमान करती है। इतना ही नहीं, इस सरकार में घुसपैठिये जनजाति बेटियों से शादी कर जमीनें हड़प कर हकदार भी बन रहे हैं और उनके नाम से चुनाव तक लड़ रहे हैं। *सरकार के सभी बादे हुए झूठे साबित* शिवराज ने कहा कि चुनाव से पहले गठबंधन सरकार ने जनता से सैकड़ों वादे किये थे, लेकिन मिला कुछ नहीं। पांच लाख नौकरियां देने का वादा था, लेकिन नौकरियां केवल होर्डिंग्स में ही मिलीं। पांच हजार रुपये स्नातक और सात हजार रुपये स्नातकोत्तर को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा था। लेकिन, ना नौकरी मिली और ना ही बेरोजगारी भत्ता मिला। गरीब बहनों को दो हजार रुपये घर खर्च देने का वादा था, लेकिन पांच सालों में उन्हें भी घर खर्च नहीं मिला। उन्होंने कहा कि महिलाओं को बिना गारंटी केवल आधार कार्ड पर 50 हजार रुपये का लोन देने का वादा था। लेकिन, आज तक किसी भी बहन को लोन नहीं मिल सका। किसानों से किसान बैंक खोलने का वादा किया था, लेकिन कहीं भी किसान बैंक नहीं खुला। उल्टा इन्होंने तो झारखंड की जनता से छीना है। जब झारखंड में भाजपा की सरकार थी, तो पांच एकड़ तक के किसानों को पांच हजार रुपये प्रति एकड़ दिया जाता था। लेकिन सोरेन सरकार ने सत्ता में आते ही किसानों से यह राशि छीन ली। भाजपा सरकार में 50 लाख तक की सम्पत्ति बहन-बेटी के नाम पर खरीदी जायेगी, तो केवल एक रुपये में रजिस्ट्री हो जायेगी। इन्होंने बहनों से यह भी छीन लिया। इस सरकार ने दिया नहीं, बल्कि सब कुछ छीन लिया।
रांची के बुंडू स्थित सूर्य मंदिर के पास एक ऐसा कुंड जिस में नहाने से आप का हो जायेगा चर्म रोग दूर


झारखंड डेस्क
रांची: वैसे तो झारखण्ड अपने प्राकृतिक सौन्दर्य और पठार पहाड़, झरना एवं खनिज पदार्थों के कारण पुरे देश के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. दूसरी ओर यहाँ कई आध्यत्मिक केंद्र भी है जो आज लोगों के लिए अपने खास गुण और महत्व के लिए विसमय का केंद्र बना हुआ है.

यहां कई सारे तालाब या फिर कुंड के बारे में सुना होगा. आज हम आपको एक ऐसे सूर्य कुंड के बारे में बताने वाले हैं. जहां पर संत महात्मा एक समय डुबकी लगाया करते थे. वहीं, बगल में बैठकर साधना किया करते थे. यह कोई साधारण कुंड नहीं है.बल्कि, सूर्य भगवान की कृपा से बनाया गया है. यहां आज भी लोगों की गहरी आस्था है.

यह कुंड स्थित रांची के बुंडू में सूर्य मंदिर के ठीक बगल में है. सूर्य मंदिर के ठीक पीछे आपको एक बड़ा कुंड देखने को मिलेगा. यहां के पुजारी मोहित मुखर्जी बताते हैं कि यह कोई साधारण कुंड नहीं है. यहां पर बड़े-बड़े संत महात्मा तपस्या कर चुके हैं. कहा जाता है कि सूर्य भगवान के आशीर्वाद से एक महात्मा ने कुंड का निर्माण करवाया था.

*कभी वाल्मीकि जैसे संत की भी रही तपस्यास्थली*

पुजारी मोहित मुखर्जी बताते है कि यहां पर वाल्मीकि संत जैसे महान तपस्वी तपस्या कर चुके हैं. आज भी यहां कई संत के दर्शन हो जाएंगे. वह सार्वजनिक तौर पर बाहर नहीं निकलते है. यह अपने दिनचर्या का काम इसी कुंड के पानी से करते हैं. इसलिए आम लोगों की भी काफी श्रद्धा है. वह यहां पर स्नान करने आते हैं. इसके अलावा इस कुंड में नहाने से चर्म रोग भी ठीक होती है. अगर किसी को कोई गंभीर बीमारी है तो यहां पर स्नान करने से ठीक होती है. हालांकि, आपको यहां पर स्नान करने के बाद फिर सूर्य भगवान की आराधना करनी होगी. ऐसा करने से लंबे समय से चली आ रही बीमारी भी ठीक हो जाएगी. इसलिए यहां पर श्रद्धालु सिर्फ स्थान करने भी आते हैं.

श्रद्धालाओं के लिए लगी रहती है यहां भीड़

यहां स्नान करने की दूर-दूर से लोग आते हैं. खासकर गुमला से आई पूजा देवी बताती है कि किसी ने इस कुंड के बारे में बताया था. आज यहां पर स्थान करने आई हूं. हमारे गांव में ऐसे कई लोग है जो यहां पर स्नान कर चुके हैं. उनकी कई सारी बीमारी ठीक हुई है. यही सुनकर मैं यहां आई हूं. यहां पर आकर काफी शांति का अनुभव भी हो रहा है.
झारखण्ड में एक ऐसा स्थान जहाँ कांवरियों के लिए रहती है निशुल्क व्यबस्था,यहां पिछले 10 वर्षो से दी जा रही यह सेवा

झा. डेस्क
सावन  पवित्र माह और शिव भक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है.इस वर्ष सावन माह की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पूरे सावन भगवान शिव धरती पर वास करते हैं. इस दौरान शिवलिंग पर जलाभिषेक कर एवं विभिन्न प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान आयोजित कर लोग भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने में जुटे रहते हैं. जिससे उनकी मनोकामना पूरी होती है.

झारखंड के देवघर में स्थित बाबा बैजनाथ धाम सावन में विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले का आयोजन किया जाता है. यहां देश-विदेश से लोग शिवलिंग पर जलाभिषेक करने पहुंचते हैं.

*शिव भक्तों के लिए झुमरी तिलैया के बाईपास शिव वाटिका में कि गयी निशुल्क व्यबस्था*

सावन में कोडरमा के रास्ते देवघर जाने वाले शिव भक्तों के लिए झुमरी तिलैया के बाईपास रोड स्थित शिव वाटिका बाबा निवास में खास व्यवस्था की जा रही है. लोकल 18 से विशेष बातचीत में शिव वाटिका के संचालक सुजीत लोहानी ने बताया कि शिव भक्त कांवरियों के लिए यहां नि:शुल्क चाय, पानी, भोजन, विश्राम की व्यवस्था रहेगी. पिछले 10 वर्षों से लगातार शिव वाटिका परिवार के द्वारा कांवरियों की इस प्रकार से सेवा की जा रही है. उन्होंने बताया कि पूरे सावन शिव वाटिका में विभिन्न देवी देवताओं का दरबार भी सजाया जाता है. जहां प्रत्येक शाम भजनों की प्रस्तुति स्थानीय एवं बाहरी कलाकार देते हैं. भजनों पर झूमते हुए कांवरियां अपनी यात्रा की थकान को दूर करते हैं.

*कांवरियों की परेशानी को देखते हुए शुरू की सेवा*

उन्होंने बताया कि 21 वर्षों तक उन्होंने कांवर यात्रा कर देवघर में स्थित बाबा बैद्यनाथ शिवलिंग पर जलाभिषेक किया है. इस दौरान रास्ते में कांवरियों को होने वाले परेशानियों को देखते हुए उन्होंने कोडरमा में इस प्रकार की व्यवस्था शुरू की है. उन्होंने बताया कि सावन के मौके पर शिव वाटिका के बाहर एवं शहर के चौक चौराहों पर शिव वाटिका के सेवक देवघर जाने वाले शिव भक्तों का इंतजार करते हैं और उन्हें पूरे सम्मानपूर्वक शिव वाटिका लाकर उनकी सेवा करते हैं. उन्होंने बताया कि पिछले कई वर्षों से यहां नेपाल, गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार समेत देश के अलग-अलग हिस्से से कांवरिया यहां रुकते आ रहे हैं.
आज रांची आएंगे परमहंस संत शिरोमणी डाॅ.स्वामी सदानंद महाराज

झारखण्ड डेस्क
संत शिरोमणी श्री श्री 1008 स्वामी सदानंद महाराज का आगमन 18 जुलाई गुरुवार को रांची में हो रहा है। स्वामी सदानंद महाराज रायगढ़ से सड़क मार्ग द्वारा 4 बजे पुंदाग पहुंचेंगे।

शाम 4:30 बजे से मंगल राधिका सदानंद सेवाधाम दिव्यांग आश्रम में स्थापित सद्गुरु कृपा अपना घर आश्रम स्थित (सत्य-प्रेम सभागार) में गुरु पूर्णिमा महोत्सव का भव्य कार्यक्रम प्रभु जी के साथ गुरु महाराज के सानिध्य में होगा।   

4:30 बजे से 6:30 बजे तक गुरू महाराज अपने शिष्यों को गुरू पूर्णिमा की बधाई देंगे। कार्यक्रम की शुरुआत में उनके शिष्यो के द्वारा गुरू महाराज का चंदन–वंदन माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की जाएगी। कार्यक्रम के समापन पर गुरू महाराज के द्वारा सभी श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया जाएगा। उसके पश्चात संत शिरोमणी श्री श्री 108 स्वामी सदानंद महाराज 7 बजे रेल मार्ग से पटना के लिए प्रस्थान करेंगे।
जमशेदपुर के संजय टुडू की डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘मैन मेलोडी एंड डॉल्स’ को मिली इंटरनेशनल एथनोग्राफिक फिल्म फेस्टिवल”में इंट्री

झारखंड डेस्क

झारखंड के जमशेदपुर में रहने वाले युवा फिल्म निर्माता संजय टुडू की डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘मैन मेलोडी एंड डॉल्स’ को “आईलिंडेन डेज 2024 इंटरनेशनल एथनोग्राफिक फिल्म फेस्टिवल” में इंट्री मिली है. 

यह फिल्म फेस्टिवल 19 से 26 जुलाई तक मैसेडोनिया गणराज्य के बिटोला शहर में होगा. ‘मैन मेलोडी एंड डॉल्स’ का स्क्रीनिंग 25 जुलाई को होगी. फिल्म ‘मैन, मेलोडी एंड डॉल्स’ संताल समुदाय की प्राचीन कठपुतली कला पर आधारित है, जिसमें पश्चिम बंगाल के उत्तर दीनाजपुर जिले के रायगंज निवासी डोमन मुर्मू के जीवन संघर्ष को दिखाया गया है. डोमन मुर्मू एक कठपुतली कला के कलाकार हैं, जिनका जीवन कठिनाइयों से भरा हुआ है, लेकिन उन्होंने अपनी कला के प्रति अटूट समर्पण दिखाया है. संजय टुडू ने इस फिल्म के माध्यम से मुर्मू की अद्वितीय प्रतिभा और उनके कला के प्रति समर्पण को दर्शाया है.

 संजय टुडू का कहना है कि यह डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने का उद्देश्य संताल समुदाय की इस प्राचीन कला को पुनर्जीवित करना और उसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाना है. मुर्मू की कहानी न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह दर्शाती है कि कैसे किसी व्यक्ति का समर्पण और दृढ़ संकल्प किसी भी कठिनाई को पार कर सकता है. ‘मैन मेलोडी एंड डॉल्स’ का चयन एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो संजय टुडू के मेहनत और उनके दृष्टिकोण को प्रमाणित करता है.

 इस फेस्टिवल में फिल्म की स्क्रीनिंग से निश्चित रूप से संताल समुदाय की कठपुतली कला को वैश्विक पहचान मिलेगी और डोमन मुर्मू जैसे कलाकारों के संघर्ष और समर्पण को सराहना मिलेगी

फीचर फिल्म अश्वत्थामा” का भी एडिटिंग किया था

जमशेदपुर के आदिवासी युवा फिल्म निर्माता संजय टुडू ने पुणे में फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीच्यूट से फिल्म संपादन में डिप्लोमा प्राप्त करके अपनी फिल्म निर्माण यात्रा शुरू की. अपने संपादन कौशल का उपयोग करते हुए संजय टुडू सिनेमा इंडस्ट्री में एक अलग छाप छोड़ीहै. संजय ने पुष्पेंद्र सिंह के साथ फीचर फिल्म “अश्वत्थामा” का एडिटिंग किया था. जिसका प्रीमियर 2017 में बुसान अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में हुआ. फिल्म “अश्वत्थामा” ने उसे राष्ट्रीय फलक पर अलग पहचान दिलाया. वहीं संजय द्वारा संपादित लघु फिल्म ‘डेज़ ऑफ ऑटम’ ने 2016 में केरल के अंतर्राष्ट्रीय वृत्तचित्र और लघु फिल्म महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीता था.

रंगमहल’ में सहायक निर्देशक के रूप में किया काम

संजय टुडू प्रतिभा प्रांतिक बसु की ‘रंगमहल’ में सहायक निर्देशक के रूप में भी उभरी. जिसे 2019 में बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में प्रदर्शित किया गया था. संजय कुमार टुडू की संपादन कला राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न प्रशंसित लघु फिल्मों और वृत्तचित्रों में चमकती रही है. 2019 में फर्स्ट कट फिल्म फेस्टिवल में उनके असाधारण योगदान को स्वीकार किया गया. जहां उन्हें ‘दमोरनर्सएले’ के लिए सर्वश्रेष्ठ एडिटर (वृत्तचित्र) के रूप में सम्मानित किया गया. संजय टुडू मूलरूप से चांडिल क्षेत्र के तेरेडीह (चांडिल डैम के पास) गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने अपनी स्नातक की पढ़ाई मास कम्युनिकेशन में झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय, रांची से से की है. जबकि फिल्म संपादन में पीजी डिप्लोमा की पढ़ाई फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीच्यूट, पुणे से वर्ष 2018 में की है.

चांडिल विस्थापितों पर भी बना रहे फिल्म

संजय टुडू चांडिल डैम विस्थापितों की कहानी पर आधारित एक संताली फिल्म बनाने जा रहे हैं. जल्द ही इसकी शूटिंग होगी. फिल्म नाम संताली में तीसेमरूवाड़ा गाते रखा गया है. वहीं इसका अंग्रेजी में व्हेनविल यू रिटर्न रखा गया है.