संथाल विद्रोह के महानायक सिद्धो कान्हू चांद भैरव, फुलो झानो को दी गई श्रद्धांजलि
सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में रविवार को हुल दिवस के अवसर पर संथाल विद्रोह के महानायक सिद्धो कान्हू चांद भैरव, फुलो झानो की याद में चांडिल अनुमंडल के चांडिल गोलचक्कर,चौका फुलो झानो टुईडूंगरी चौका,ईचागढ स्थित गौरांग कोचा ब्लाॅक मोड़, नीमडीह के सिंदुरपुर में हूल दिवस धुमधाम से मनाया गया।इस दौरान विभिन्न सामाजिक संगठन,छात्र संगठनों, आदिवासी संगठनों के अलावे राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने संथाल हूल के नायक शहीद सिद्धो-कान्हू, चांद-भैरव, फूलो-झानो की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
चौका में ओल चिकी आसड़ा व आदिवासी समाज की ओर से झांकी निकाली गई।एवं विभिन्न तरह की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।वहीं गौरांगकोचा में स्थित सिद्धो-कान्हू, की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने ग्रामीण इलाकों से भी ग्राम प्रधान, नायके,गड़ेत पहुंचे थे।आदिवासी महिलाओं ने पारंपरिक रीति- रिवाज से सिद्धो-कान्हू, चांद-भैरव की प्रतिमा की पूजा-अर्चना की।
गौरांगकोचा में संताली सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।हुल दिवस पर जिप सदस्य सविता मार्डी,ज्योति लाल मांझी,झामुमो नेता सुखराम हेम्ब्रम चारूचांद किस्कु,गुरूचरण किस्कु,बुद्धेश्वर मार्डी,दिलीप किस्कु,श्यामल मार्डी,टीसीएस के शिव शंकर कांडेयाग,डोमन बास्के,प्रकाश मार्डी,शक्तिपदो हांसदा,सिलू सारना टुडू,भदरू सिंह मुंडा,आदि ने संथाल हुल के महानायकों की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया।
ग्रामीण इलाकों में आम से खास लोगों के अलावे राजनीतिक, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी सिद्धो-कान्हू और चांद-भैरव फुलो झानो की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।
Jun 30 2024, 19:52