सहस्त्र धारा स्नान के बाद भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा के साथ गए एकांतवास में, 14 दिनों के बाद श्रद्धालुओं को देंगे दर्शन
रांची : आज 22 जून को प्रसिद्ध जगन्नाथपुर मंदिर में नेम-निष्ठा से सहस्त्रधारा स्नान अनुष्ठान भगवान जगन्नाथ भाई बलभद्र बहन सुभद्रा को कराया गया। भगवान को 108 कलश में रखे वनौषधि और सुगंधित जल से स्नान कराया गया। इसके बाद श्रद्धालुओं ने भी भगवान को स्नान कराया। 3 बजे श्रृंगार-पूजन कर 108 दीपों से आरती उतारी गई।
इसके बाद विग्रहों का स्पर्श दर्शन कर मंगल कामनाएं की गई और फिर विग्रहों को पुजारी गर्भ गृह में ले गए।
14 दिनो के अज्ञातवास के बाद आषाढ़ शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा छह जुलाई को जगन्नाथ स्वामी गर्भगृह से बाहर आएंगे। उसके बाद भगवान का नेत्रदान किया जायेगा। साथ ही भगवान सर्वदर्शन शुलभ हो जायेंगे। वही सात जुलाई को रथ यात्रा निकाली जायेगी और जगन्नाथ स्वामी अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ रथ पर सवार होकर मौसी के घर जाएंगे। इस बीच यहां मेला का आयोजन किया जाता है।
यह रथ यात्रा मेला नौ दिनों तक गुलजार रहेगा। भक्त भक्ति आनंद के साथ मेले का भी लुफ्त उठायेंगे। तरह-तरह के झूले, नाटक-नवटंकी वालों के साथ खाने-पीने का स्टॉल सब को लुभायेगा।
9 दिन मौसी के घर गुजारने के बाद भगवान अपने घर वापस चले आते हैं इसलिए को सहज दर्शन देते है।
Jun 22 2024, 18:53