झारखंड में जातीय सर्वेक्षण का रास्ता साफ, जातीय सर्वेक्षण को लेकर कांग्रेस ने सरकार के प्रति आभार जताया
रांची: झारखंड में जातीय सर्वेक्षण का रास्ता साफ हो गया है। 19 जून को झारखंड की कैबिनेट से मुहर लग गई है। यह जातीय सर्वेक्षण का कार्य राज्य में कार्मिक विभाग करेगा। हालांकि जातीय सर्वेक्षण कब शुरू होगा ये तय होना अभी बाकी है।
कैबिनेट से पास हुए इस जातीय सर्वेक्षण को लेकर कांग्रेस ने सरकार के प्रति आभार जताया। कांग्रेस के विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि इस जातीय सर्वेक्षण के बाद राज्य के दलित, पिछड़े अल्पसंख्यक और मूलवासी के विकास में भागीदार बनेगा। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि देश के साथ राज्य में एक बड़े हिस्से को उनके अधिकार से वंचित रखा है। लेकिन अब इस सर्वेक्षण के बाद राज्य की जनता को वह अधिकार मिल जाएगा। प्रदीप यादव ने यह भी कहा कि देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है अगर वह दलित पिछड़ों अल्पसंख्यक का विकास चाहती है तो देश में जातीय जनगणना अवश्य कराएं।
झारखंड राज्य सरकार ने जाति सर्वेक्षण के काम को संवेदनशील मानते हुए इसे सजगता से पूरा करने का फैसला लिया इसकी जिम्मेदारी कार्मिक और प्रशासनिक सुधार विभाग को सौंप दी गई है। झारखंड कार्यपालिका नियमावली में भी इसको लेकर जरूरी बातों को शामिल किया जा रहा है। सरकार की ओर से यह बताया गया है कि सभी लोगों को समानता का हक मिलना चाहिए, इसको आधार मानते हुए यह सर्वेक्षण किया जाएगा।
Jun 20 2024, 19:59