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छोटे से गांव से निकल कर एक साधारण सा युवक बना झारखंड में राजनितिक दलों के लिए चुनौती,देखना है अगले विधानसभा चुनाव में क्या होता है उसका जलवा...?


झारखंड डेस्क

झारखंड के धनबाद जिला के एक छोटे से गांव से निकल कर एक युवक बाहर आता है।भाषा,खातियान के आधार पर स्थानीय पहचान और हक हकुक की बात करने के लिए लोगों के बीच खड़ा होता है।गांव के लोग जुटते ,फिर अगल बगल, और अब पूरे झारखंड के युवा उसके पीछे हो जाते।अब वह युवक

छोटे-बड़े गांव-कस्बों में अपनी गाड़ी (जीप) के बोनट पर खड़े होकर भाषण देता है। उस युवा नेता को सुनने के लिए लोग दूर-दूर से पहुंच रहे हैं। ‘युवा टाइगर’ के रूप में चर्चित इस छात्र नेता के भाषण में सिर्फ स्थानीय मुद्दे, युवाओं को रोजगार, भाषा और अपने हक-अधिकार की बात होती हैं। 

जींस और टी-शर्ट पहने इस नेता की बातें भी स्थानीय भाषा में इस तरह से सीधी-सरल होती है कि उन्हें सुनने आए ग्रामीणों पर बड़ा इसका प्रभाव पड़ता है। रांची, बोकारो, गिरिडीह, हजारीबाग, रामगढ़ और धनबाद जिले में गांव-गांव घूम कर अपने संगठन को मजबूत बनाने वाले इस शख्स ‘जयराम महतो’ पर बीजेपी-कांग्रेस समेत अन्य दलों के बड़े नेताओं की भी नजर है। 

जयराम महतो खुद स्वीकार करते हैं, कांग्रेस-बीजेपी और अन्य पार्टियां उन्हें आगामी चुनाव में मनचाही सीट देने का ऑफर दे रही हैं। लेकिन उन्होंने जनता के मुद्दों को प्रभावी तरीके से उठाने के लिए झारखंड भाषा खतियानी संघर्ष समिति नामक संगठन बनाया है। उसने लोकसभा चुनाव में झारखंड के आठ लोकसभा सीट पर कैंडिडेट उतारा, खुद साढ़े तीन लाख से ज्यादा वोट लाकर बड़ी पार्टी को चुनौती दी है।हर सीट पर तीसरे स्थान पर रहा, धनबाद, रांची,में भी उसका प्रदर्शन शानदार रहा और अब अगले विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दल का स्वरूप देने की तैयारी में वह जूट गया।जिसके कारण झारखंड में राष्ट्रीय पार्टी सहित स्थानीय राजनितिक दल की हवा गुम है। उसने लोकसभा चुनाव में कुछ विधानसभा चुनाव में इतना अच्छा प्रदर्शन किया है कि यह तो तय हो गया।कुछ विधान सभा चुनाव जीत कर यह युवा राजनितिक सफर की शुरुआत करने में सफल रहेगा।

रांची से लेकर दिल्ली तक उठाएगा जयराम आवाज

जयराम महतो का कहना है कि झारखंड निर्माण की कल्पना को पूरा करने के लिए युवाओं की राजनीति में भागीदारी बहुत जरूरी है। युवाओं को सक्रिय रूप से आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य अलग होने के 23 साल बीत जाने के बाद भी राज्य की स्थिति नहीं बदली। आज भी राज्य के लोग बुनियादी ज़रूरतों के लिए जद्दोजहद करते नज़र आ जाएंगे। अगर स्थिति को बदलना है तो अपनी आवाज को राजधानी रांची और दिल्ली सदन तक पहुंचाना होगा। बदलाव के लिए सड़क से उठाकर युवाओं को सदन भेजने की तैयारी करनी होगी। जयराम महतो यह भी कहते है कि जब तक परिवारवाद का सिलसिला चलता रहेगा, झारखंड निर्माण के उद्देश्यों को पूरा नहीं किया जा सकता। हमें नीति और नियत दोनों बदलनी होगी और थोपी हुई राजनीति को हटाना होगा और अपना भविष्य खुद चुनना होगा।

उसके राजनीति का मुद्दा होगा स्थानीय युवाओं को रोजगार और भाषा

जयराम महतो कहते हैं कि झारखंड में बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियां है, छोटे-बड़े कई उद्योग है, लेकिन मुंबई-गुजरात और दिल्ली में सबसे ज्यादा मजदूर झारखंड के ही हैं। राज्य के युवा बेरोजगार बैठे हैं। बाहरी लोगों को नौकरियां मिल रही हैं। झारखंड के युवा रोजगार की तलाश में पलायन पर मजबूर हैं। इस व्यवस्था को बदलने के लिए आंदोलन में युवाओं को आगे आना होगा। वे झारखंड की क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने और स्थानीय-क्षेत्रीय भाषाओं को जानने वाले लोगों को ही तृतीय-चतुर्थ वर्ग की सरकारी नौकरियां देने के लिए लंबे समय से आवाज बुलंद कर रहे हैं।

आगामी विधानसभा मे उसका क्या होगा जलवा..?

जयराम महतो का 8 लोकसभा सीट पर जो वोट का स्थिति रहा, और कुछ विधानसभा सीटों पर जिस तरह मत प्रतिशत रहा उस हिसाव से विधानसभा चुनाव् में उसका जलवा दिखेगा।अब आने वाल समय तय करेगा कि वह किस विचारधारा का समर्थक होता है या किस दल के साथ जाता है उसके हिसाब से उसके राजनितिक भविष्य का सफर तय होगा।

लगातार जीत के बाद भी मोदी 3.0 कैबिनेट में निशिकांत दुबे को नही मिली जगह,बाजी मार गये संजय सेठ,जानिए क्यों..?


 झारखंड डेस्क

 झारखंड से दो-दो मंत्रियों ने मोदी 3.0 कैबिनेट में अपनी जगह बनायी है। कोडरमा से सांसद अन्नपूर्णा देवी जहां कैबिनेट मंत्री बनी है, तो वहीं रांची से सांसद चुने गये संजय सेठ को राज्य मंत्री बनाया गया है। संजय सेठ का नाम थोड़ा चौकाने वाला रहा है। पहले अटकलें थी कि निशिकांत दुबे को मोदी 3.0 में मौका मिल सकता है, लेकिन जातिगत समीकरण में निशिकांत पर संजय सेठ भारी पड़ गये। लिहाजा लगातार जीत के बावजूद निशिकांत दुबे को कैबिनेट से बाहर रहना पड़ गया।

जहां तक अन्नपूर्णा देवी का सवाल है तो वो पहले से ही मोदी कैबिनेट की मजबूत दावेदार रही थी। वो पहले भी अन्नपूर्णा देवी मोदी कैबिनेट की हिस्सा रही थी। इस बार कोडरमा सीट से दोबारा जीतने के बाद उन्हें मोदी कैबिनेट में मौका मिला है। वहीं संजय सेठ को अनुभव का फायदा मिला है। 

इसी साल झारखंड में विधानसभा चुनाव भी होना है, लिहाजा झारखंड के समीकरणों को ध्यान में रखकर कैबिनेट में प्रतिनिधित्व दिया गया है।

कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी और रांची सांसद संजय सेठ दोनों सांसद दूसरी बार सांसद चुने गए हैं। अन्नपूर्णा देवी यादव समाज से आती है। चुनाव में ओबीसी वर्ग को लुभाने के लिए भाजपा ने अन्नपूर्णा देवी के चेहरे को मौका दिया है। सांसद संजय सेठ के जरिए वैश्य समुदाय, जनजातीय समाज और अन्य को साधने की तैयारी है।

2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले वह आरजेडी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई थीं। राजद में रहने के दौरान उन्हें लालू प्रसाद यादव की करीबी नेताओं में से एक माना जाता था।

बीजेपी में उन्हें संगठन और सरकार दोनों में बड़ी जिम्मेदारियां सौंपी गई। 2019 में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्हें पहले झारखंड प्रदेश का उपाध्यक्ष बनाया गया था। बाद में बीजेपी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और हरियाणा का सह प्रभारी भी बनाया गया था। वह झारखंड और बिहार से चार बार विधायक भी रह चुकी हैं।

मौसम विभाग ने 11 जून तक के लिए हीटवेव का अलर्ट किया जारी ,15 के बाद मिल सकती है थोड़ी राहत,जानिए मौसम का हाल..!


झारखंड डेस्क

झारखंड में गरमी अभी और झुलसाने वाली है। मौसम विभाग ने 11 जून तक के लिए हीटवेव का अलर्ट जारी किया है। हालांकि इस दौरान बादलों की लुकाछिपी भी जारी है। कुछ इलाकों में गरमी के बावजूद बीच-बीच में बूंदाबांदी होगी। वहीं आकाशीय बिजली का भी कहर देखने को मिलेगा। 

ज्यादातर जगहों में तापमान 40 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। जबकि न्यूनतम तापमान 28 डिग्री के आसपास होगा।

मौसम विभाग के मुताबिक झारखंड के उत्तर, पश्चिम, मध्य औऱ निकवटर्ती उत्तर- पूर्वी भागों में लू चलेगी। हालांकि बाकी हिस्सों में 11 जून तक मध्य और दक्षिणी भाग में गर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्जे के बारिश की संभावना है। राज्य के कई हिस्सों में आसमान में हल्के बादल नजर आ सकते हैं, लेकिन इससे किसी बड़े राहत की उम्मीद नहीं है।

मौसम विभाग की मानें तो झारखंड के पलामू, चतरा, कोडरमा, गढ़वा, गिरिडीह, देवघर , गोड्डा के इलाके शामिल है। जबकि पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम के साथ- साथ सिमडेगा, गुमला और खूंटी के इलाकों में आसमान में बादल छाये रहेंगे।

हालांकि 12 जून तक सबसे ज्यादा गर्म इलाकों में गढ़वा, पलामू , चतरा और लातेहार का इलाका शामिल है। 12 जून तक राज्य के दूसरे हिस्सों में मौसम बदल सकता है। राज्य में जिन इलाकों में आज बारिश की संभावना है, उनमें लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम शामिल है। हालांकि मौसम विभाग ने 15 जून के बाद राहत की बात कही है।

15 जून के बाद मानसून का असर दिखने लगेगा। प्रदेश के कई हिस्सों में अगले सप्ताह से प्री मानसून की आहट दिखायी देने लगेगी। गरज चमक के साथ बारिश भी होगी। मौसम विभाग के मुताबिक इस बार झारखंड में तय समय के पहले ही मानसून पहुंचेगा। मानसून को लेकर अच्छी खबर ये भी है कि पिछली बार से ज्यादा इस बार बारिश होगी।

भटिंडा फाल में डूबने से किशोर की मौत, साथ आए तीन साथी हो गए फरार


धनबाद : पर्यटन स्थल भटिंडा फाल मुनीडीह में रविवार को स्नान कर रहे चार नाबालिग लड़कों में से एक निखिल सिंह की डूबने से मौत हो गई। 

इधर उसके डूबने के बाद उसके तीनों साथी डर से उसके कपड़े लेकर भाग गए। तीनाें में से किसी ने भी मृतक छात्र के परिजनों को घटना की जानकारी नही दी।इधर सूचना पाकर स्थानीय गोताखोरों ने निखिल को फाल से बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। 

सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में ले लिया। लेकिन, मृतक की पहचान नहीं हो सकी। इसके बाद पुलिस ने पार्किंग स्टैंड से उस स्कूटी का नंबर पता लगाया जिससे चारों नाबालिग दोस्त यहां पहुंचे थे।इसके बाद यह पता चला कि मृतक किशोर सरायढेला कोआपरेटिव कालोनी के महेंद्र सिंह का पुत्र निखिल सिंह था। यह भी पता चला कि चारों नाबालिग दोस्त एक स्कूटी से सरायढेला से भटिंडा फाल पहुंचे थे। चारों में से किसी के घर वालों को उनके भटिंडा जाने की जानकारी नहीं थी।

चाईबासा के टोंटो थाना क्षेत्र में पुलिस ने किया नक्सली कैंप को ध्वस्त, बड़ी मात्रा में हथियार बरामद

झारखंड डेस्क

पूरे झारखंड में नक्सलियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के दौरान पश्चिमी सिंहभूम पुलिस को रविवार को बड़ी सफलता मिली है। अभियान के दौरान पुलिस को चाईबासा के टोंटो थाना क्षेत्र के रेंगड़ाहातू व तुम्बाहाका के बीच सेकरपी के जंगल में नक्सली कैंप मिला। पुलिस ने कैंप को ध्वस्त कर बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किया।

बताते चलें कि, प्रतिबंधित भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के विरुद्ध विगत 10.10.2023 से जिला पुलिस, झारखंड जागुवार, कोबरा बटालियन व सीआरपीएफ द्बारा कोल्हान के जंगलों में अभियान चलाया जा रहा है। 

भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, चमन, कांडे, अजय महतो, सागेन अंगारिया, अश्विन अपने दस्ता के सदस्यों के साथ सक्रिय हैं।

माओवादियों के विध्वंसक कार्य को रोकने के लिए उनके खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसमें पुलिस बल को अब तक कई सफलताएं मिल चुकी हैं। इतनी बड़ी मात्रा में हथियार व सामान बरामद होना पुलिस की बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है।

नक्सलियों के कैंप से पुलिस ने 7.62 एम एम जी -1, 7.62 एमएमएल एम जी बट बैरल -2, .303 बोर रायफल -1, 7.62 एमएमएसएल आर-1, 2 इंच मोर्टार -1, रिवाल्वर -1, 0.22 देसी रायफल, बोल्ट एक्शन बैरल काकिंग हैंड्स-1, देसी रायफल-1, देसी डबल बैरल रायफल-1, 303 बोर रायफल बट-1, 9 एम एम पिस्टल -1, कारतूस -435, देसी पिस्टल मैगजीन -2, मैंगजीन पाउच -1, मोबाइल फोन -9, नक्सल साहित्य -5, एवं अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद हुए हैं। इस अभियान की सफलता का श्रेय चाईबासा पुलिस, झारखंड जागुवार व सीआरपीएफ बटालियन के जवानों को जाता है।

पांच फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर ठगी करने वाले साइबर अपराधी गिरफ्तार


रांची : CID ​​की साइबर क्राइम ब्रांच ने रेड मारकर रांची और पश्चिम बंगाल में फर्जी CBI अधिकारी बनकर लोगों से ठगी करने वाले पांच साइबर अपराधियों को दबोच लिया।

गिरफ्तार साइबर अपराधियों ने 28 लाख रुपये की ठगी की थी। CID ​​की साइबर क्राइम ब्रांच के मुताबिक इस गिरोह का सरगना योगेश अग्रवाल है जो रांची के स्थानीय पते और लोगों की जानकारी टेलीग्राम के जरिए हांगकांग में बैठे अपने साथियों को मुहैया कराकर विदेशी सर्वर के जरिए ठगी करवाता था।

मुख्य सरगना योगेश अग्रवाल रांची और गुड़गांव जैसे अलग-अलग शहरों में अलग-अलग नामों से फर्जी कंपनियां खोलकर लोगों से उनमें निवेश करवाता था।

CID ने जारी प्रेस रिलीज में बताया गया कि साइबर अपराधियों ने खुद को CBI दिल्ली का सीनियर अधिकारी बताकर रांची निवासी मनीष प्रकाश को कॉल किया।

इस दौरान साइबर अपराधियों ने मनीष कुमार से कहा कि उनके खिलाफ अवैध Advertising Harassment का केस किया गया है।

अगर आप CBI में आकर मामले का निपटारा नहीं करते हैं, तो 90 दिनों के अंदर आपके पूरे परिवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा।

फर्जी सीबीआई अधिकारियों ने मनीष प्रकाश से यह भी कहा कि अगर वह कुछ पैसे बैंक में निवेश कर दें तो आरोप लगाने वाले व्यक्ति को भी मैनेज किया जा सकता है।

इस दौरान साइबर अपराधियों ने मनीष प्रकाश को ऐसे सबूत और फर्जी दस्तावेज दिखाए कि मनीष को पूरी तरह से यकीन हो गया कि वह किसी और की वजह से बड़े घोटाले में फंस गए हैं।

धीरे-धीरे साइबर अपराधियों द्वारा बताए गए अलग-अलग खातों में 28 लाख रुपये जमा हो गए। कुछ दिनों के बाद जब पीड़ित को साइबर अपराधियों के बारे में पता चला तो उसने साइबर थाने में जाकर मामला दर्ज कराया।

विदेशी सर्वर के माध्यम से ठगी की मिली जानकारी

मामला दर्ज होने के बाद जब CID ​​की Cyber ​​Crime Branch ने साइबर अपराधियों की तलाश शुरू की तो पता चला कि रांची और पश्चिम बंगाल से विभिन्न विदेशी सर्वर के जरिए ठगी की जा रही है।

तकनीकी सूचना टीम के सहयोग से CID ​​की Cyber ​​Crime Branch की टीम ने रांची के विशाल शर्मा, आशीष कुमार, अंकित अग्रवाल, योगेश अग्रवाल और पश्चिम बंगाल के विशाल शर्मा को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से हांगकांग, इंडोनेशिया और अमेरिका की करेंसी भी बरामद हुई है।

गुमला पुलिस ने 5 लाख के इनामी नक्सली रवि गंझू को गिरफ्तार किया,पुलिस की मानी जा रही है बड़ी उपलब्धि


गुमला:गुप्त सूचना के आधार की गुमला जिले के जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्र में छापेमारी कर पुलिस ने

भाकपा माओवादी संगठन के 10 लाख के इनामी माओवादी जोनल कमांडर रवि गंझू को गिरफ्तार कर लिया है।

एसपी कार्यालय की ओर से गिरफ्तारी की पुष्टि की गई है। पुलिस थोड़ी देर में एसपी प्रेसवार्ता कर मामले का खुलासा करेंगे।

छापेमारी के दौरान अन्य माओवादी भागने में सफल

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार गिरफ्तार माओवादी के पास से कोई हथियार बरामद नहीं किया गया है। बताया जाता है कि माओवादी रवि गंझू चतरा टंडवा क्षेत्र में सक्रिय था और शुक्रवार को अपने दस्ते के साथ क्षेत्र में पहुंचा था । इस दौरान पुलिस को गुप्त सूचना मिल गई। जिसके आधार पर पुलिस ने घेराबंदी शुरु कर दी और रवि गंझू को धर दबोचा। हालांकि इस दौरान दस्ता में शामिल अन्य माओवादी भागने में सफल रहे।

 पिछले वर्ष माओवादियों के खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। जिसमें पांच लाख रुपये का इनामी माओवादी कमांडर लाजिम अंसारी और जोनल कमांडर बुधेस्वर उरांव को मार गिराया गया था। उसके बाद गुमला में माओवादी बैकफुट पर आ गए थे। हालांकि रविंद्र गंजू का दास्ता क्षेत्र में सक्रिय होकर बीच-बीच में छिटपुट घटनाओं को अंजाम दे रहा था। इस कारण रवि गंझू की गिरफ्तारी गुमला पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है।

 गिरफ्तार माओवादी से पूछताछ में अहम जानकारी मिलने की संभावना है। जिसके आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।

सी एम चम्पाई सोरेन नें जेल में जाकर हेमंत सोरेन से की मुलाक़ात, जाना हाल चाल, कई मुद्दों पर की बात भी


शनिवार को होटवार जेल में जाकर पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 

से चंपाई सोरेन सहित पार्टी के अन्य नेताओं ने भी मुलाकात कर आगे की चुनावी रणनीति पर चर्चा की।

सूत्रों के अनुसार, झामुमो नेताओं ने लोकसभा चुनाव के नतीजों 

के साथ-साथ साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर पार्टी की रणनीति पर चर्चा की।

JMM के एक नेता ने बताया कि लोकसभा चुनाव के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं की हेमंत सोरेन के साथ यह पहली मुलाकात है।

मुलाकात करने वालों में चंपाई सोरेन, रवींद्र नाथ महतो कल्पना सोरेन, सांसद जोबा मांझी और विजय हांसदा शामिल थे।

हेमंत सोरेन के साथ जेल में मुलाकात को लेकर भाजपा ने चंपाई सोरेन पर जोरदार हमला बोला। झारखंड भाजपा के प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने कहा कि चंपाई सरकार मुख्यमंत्री सचिवालय से नहीं, बल्कि जेल सचिवालय से चल रही है।

झारखंड विधानसभा में भाजपा विधायक दल के नेता अमर कुमार बाउरी ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो संवैधानिक पद पर हैं।

विभिन्न मामलों पर पूर्व मुख्यमंत्री से सलाह लेना उस पद की गरिमा के खिलाफ है। विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने कहा- मैं उनका (हेमंत सोरेन) हालचाल जानने के लिए वहां गये थे।

रांची पुलिस ने आईपीएल और टी-20 वर्ल्ड कप के मैचों, टीमों और खिलाड़ियों पर चला रहे सट्टेबाज गिरोह का किया पर्दाफाश


रांची : रांची पुलिस ने आईपीएल और टी-20 वर्ल्ड कप के मैचों, टीमों और खिलाड़ियों पर बड़े पैमाने पर अवैध तरीके से ऑनलाइन सट्टेबाजी का नेटवर्क चला रहे गैंग का पर्दाफाश किया है. रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि गैंग के आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. गैंग के लोगों ने रांची के बरियातू थाना क्षेत्र के ईशा अपार्टमेंट और जय जगन्नाथ अपार्टमेंट में किराए पर फ्लैट ले रखा था. आरोपी यहां से ही सट्टेबाजी का संचालन कर रहे थे.

पुलिस ने सबसे पहले मोरहाबादी मैदान के पास रजिस्ट्री ऑफिस के नजदीक एक युवक दीपक टंडन को एक अवैध पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया. उसके पास से 13 एटीएम कार्ड बरामद हुए. उससे पूछताछ के बाद इस पूरे नेटवर्क का खुलासा हुआ. इसके बाद एक-एक करके सात अन्य युवक गिरफ्तार किए गए.

 इनके पास से नगद रुपए के अलावा विभिन्न बैंकों के कुल 114 एटीएम कार्ड, 12 बैंक पासबुक, एक स्वैपिंग मशीन, विभिन्न बैंकों के दर्जनों चेक, कलर प्रिंटिंग मशीन, कई आधार कार्ड, 26 मोबाइल, 12 सिम कार्ड समेत कार, दो टू व्हीलर वाहन, ज्वेलरी सहित कई सामान बरामद किए गए हैं.

झारखंड के प्राइमरी स्कूलों में 33000 शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया जल्द होगी शुरू

मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के निर्देश के अनुसार झारखंड के प्राइमरी स्कूलों के लिए 33000 शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया इसी महीने शुरू हो जाएगी।

इस बहाली के बाद आदिवासी बहुल राज्य के प्राथमिक स्कूलों में जनजातीय और स्थानीय भाषा में पढ़ाई शुरू कराई जाएगी।

घंटी आधारित रखे जाएंगे शिक्षक

बता दें कि राज्य में 34,847 प्राथमिक विद्यालय हैं। सभी विद्यालयों में जनजातीय और स्थानीय भाषा की पढ़ाई के लिए घंटी आधारित शिक्षक रखे जाएंगे। प्रति घंटी करीब 200 रुपये का भुगतान किया जाएगा।

मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन दिल्ली में आयोजित ‘I.N.D.I.A.’ गठबंधन की बैठक से गुरुवार को रांची लौटेंगे। इसके बाद वे अपने आवास पर नहीं, बल्कि सीधे प्रोजेक्ट भवन पहुंचेंगे और सरकार के कार्यों को पर लेकर आएंगे।

सूत्रों के अनुसार, कई नई योजनाओं को चंपाई सरकार अगले तीन से चार माह में धरातल पर उतारेगी। राज्य की भाषा और संस्कृति को संरक्षित करने पर राज्य सरकार का जोर है।

अंतिम चरण में सर्वे जनजातीय और स्थानीय भाषा में पढ़ाई के लिए किस जिले के प्राथमिक स्कूलों में कितने और किस भाषा के शिक्षकों की जरूरत पड़ेगी, इसके लिए पिछले दो महीने से स्कूली शिक्षा विभाग की ओर से सर्वे कराया जा रहा है।

किस प्राथमिक विद्यालय में कितने शिक्षकों की जरूरत होगी, इसकी जानकारी और आकलन के आधार पर आगे कदम उठाए जाएंगे।

सहायक आचार्य की नियुक्ति परीक्षा इसी माह

गौरतलब है कि 26,001 सहायक आचार्यों के लिए परीक्षा इसी महीने होगी। इस पद के लिए अब तक सिर्फ हिंदी विषय की परीक्षा आयोजित की गई है। शेष विषयों की परीक्षाएं लोकसभा चुनाव को लेकर स्थगित कर दी गई थी।

JSSC इसके लिए संशोधित तिथि जारी करेगा। सहायक आचार्य के लिए 27-29 अप्रैल तक पारा शिक्षकों ने हिंदी की परीक्षा दी थी। गैर पारा शिक्षक अभ्यर्थियों ने दो-तीन मई को परीक्षा दी थी।