तीन महीने बाद हटा आचार संहिता , लोकसभा चुनावों के ऐलान के बाद हुआ था लागू
लोकसभा चुनावी प्रक्रिया खत्म होने के साथ ही गुरुवार शाम को भारतीय चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार , चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। उन्होंने जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 73 के तहत आयोग द्वारा जारी अधिसूचना की एक कॉपी राष्ट्रपति को सौंपी। इसमें 18वीं लोकसभा के आम चुनावों के बाद चुने गए सभी 543 लोकसभा सदस्यों के नाम अंकित हैं। इसी के बाद आयोग द्वारा देश भर में 16 मार्च से लगी आदर्श आचार संहिता को भी 06 जून की शाम से तुरंत प्रभाव से हटा लिया गया। इसके लिए आयोग ने आदेश की कॉपी राष्ट्रपति भवन के कैबिनेट सेक्रेटरी , सभी 36 राज्यों के मुख्य सचिव और मुख्य चुनाव अधिकारी को भेजी है। आयोग ने बताया कि आम चुनाव कराने की वजह से देश भर में लगी आदर्श आचार संहिता को हटा लिया गया है। इनमें वह राज्य भी शामिल हैं , जहां-जहां विधानसभा चुनाव भी हुए थे। हालांकि कर्नाटक , महाराष्ट्र और तेलंगाना के उन निर्वाचन क्षेत्रों में आचार संहिता अभी लागू रहेगी जहां द्विवार्षिक और उप चुनाव होना है।
भारत निर्वाचन आयोग ने बताया कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और दोनों चुनाव आयुक्तों ने गुरुवार अपराह्न 04:30 बजे राष्ट्रपति से मुलाकात की। इसके बाद तीनों वरीय अधिकारी और आयोग के अन्य ऑफिसर राजघाट पहुंचे। जहां दुनिया के इस सबसे बड़ी चुनावी प्रक्रिया के अच्छे से संपन्न होने पर आयोग ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन किया। आयोग के मुताबिक राष्ट्रपति ने निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराने के लिए आयोग के साथ-साथ इस पूरी प्रक्रिया में लगे तमाम कर्मचारियों और अधिकारियों को बधाई दी है। सात चरणों में हुए आम चुनाव 2024 में कुल 65.79 फीसदी मतदान हुआ जो 2019 के मुकाबले एक फीसदी से कुछ अधिक कम है।
Jun 07 2024, 13:43