अमेरिकी वैज्ञानिकों का दावा- 2014 में पृथ्वी से टकराया था एलियन ऑब्जेक्ट, इससे एलियन मिलने की संभावना बढ़ी
डेस्क : दुनिया भर के वैज्ञानिकों का मानना है कि पृथ्वी के अलावा भी ब्रह्मांड में कहीं और जीवन हो सकता है। वैसे तो आज तक इसका कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला है, लेकिन अमेरिकी वैज्ञानिकों ने हाल ही में चौंकाने वाला दावा किया है। उनका कहना है कि 2014 में पृथ्वी से जो उल्कापिंड टकराया था, वो हमारे सौरमंडल का नहीं था।
अमेरिकी स्पेस एजेंसी यूएस स्पेस कमांड (USSC) ने पिछले हफ्ते ही एक ट्वीट में यह जानकारी दी है। हावर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक आमिर सिराज और अब्राहम लोएब का दावा है कि जनवरी 2014 में धरती से टकराने वाला उल्कापिंड किसी दूसरे सौरमंडल से आया था। उन्हें इस बात पर 99.999% विश्वास है। USSC के मुताबिक, ये पत्थर सच में एक इंटरस्टेलर ऑब्जेक्ट ही था।
2.1 लाख किमी की रफ्तार से टकराया था पत्थर
पृथ्वी से टकराने वाले उल्कापिंड का साइज 1.5 फीट था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह पत्थर 1,30,000 मील प्रति घंटे या 2,10,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धरती से टकराया था। हमारे ग्रह में प्रवेश करते समय इसे पापुआ न्यू गिनी देश के आसमान में टूटते तारे के समान चमकता हुआ देखा गया था। माना जाता है कि यह पत्थर ध्वस्त होकर प्रशांत महासागर में जा गिरा था। यदि इसके टुकड़े मिल जाते हैं तो वैज्ञानिक इसकी उत्पत्ति के बारे में और बेहतर रिसर्च कर पाएंगे।
पहले भी पाया जा चुका है एलियन ऑब्जेक्ट
अब तक ओउमुआमुआ नाम के ऑब्जेक्ट के ही एलियन होने की पुष्टि हुई है। यह सितंबर 2017 में सूर्य के पास से गुजरा था। पृथ्वी से इसकी दूरी 21 मिलियन मील या 33 मिलियन किलोमीटर थी। ये एक पत्थर था या एलियंस की टेक्नोलॉजी का हिस्सा, वैज्ञानिकों को इस बात का कोई अंदाजा नहीं है।
हर एक दशक में पृथ्वी से टकराते हैं एलियन ऑब्जेक्ट
रिसर्चर्स सिराज और लोएब का कहना है कि लगभग हर 10 साल में पृथ्वी से एलियन ऑब्जेक्ट टकराते हैं। इसका मतलब, धरती के अब तक के जीवन में उससे 450 मिलियन एलियन पत्थर टकरा चुके हैं। वैज्ञानिकों का तो यह भी मानना है कि इन पत्थरों में हमें एलियंस के जीवन से जुड़े सबूत मिल सकते हैं।
Jun 01 2024, 16:21