पटना में कास्मेटिक गाईनीकोलॉजिस्ट का इंटरनेशनल कांफ्रेंस का हुआ आयोजन, देश-विदेश के विशेषज्ञों का हुआ जुटान
पटना - इंडियन एसोसियेशन आफ कास्मेटिक गाईनीकालाजी व पटना आब्सटेट्रिक्स एंड गाईनीलाजिकल सोसाइटी के सौजन्य से रविवार को एक निजी होटलमें इंटरनेशनल कांफ्रेंस इंडियन रिजेनेरेटिव एंड एस्थेटिक गाइनोकोलाजी 2024 आयोजन किया गया अवसर पर सचिव डॉमिनी आनंद ने कहा कि बिहार की महिलाओं को भी अब प्रसव बाद जटिलता और सौंदर्य समाधान का लाभ मिलेगा।
कॉस्मेटिक रीजनरेटिव और एस्थेटिक गायनोकोलॉजी में क्रांतिकारी प्रगति पर केंद्रित सम्मेलन में आयोजन सचिव डॉमिनी आनंद ने कहा कि प्रसव बाद की जटिलता , मूत्र मार्ग में संक्रमण, रजोनिवृति जैसी परेशानी झेल रहे ,बिहार की महिलाओं को भी इसका लाभ मिलेगा।
ख्यातिप्राप्त चिकित्सक का यहां शामिल होना इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। मूत्र असंयम और प्रसव के बाद की जटिलताओं जैसे संक्रमण, योनि में ढीलापन और सूखापन सहित विभिन्न मुद्दों के लिए गैर इनवेसिव उपचारों पर बात की गई। इसके अतिरिक्त, यह रजोनिवृत्ति के पूर्व व बाद के चरणों के दौरान महिलाओं में प्रचलित क्रोनिक मूत्र पथ संक्रमण के उपचार के संबंध में भी बात की गई। ये स्थितियाँ, जो आमतौर पर महिलाओं को प्रभावित करती हैं, उनके जीवन की गुणवत्ता, आत्मविश्वास और कामुकता पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती हैं। आईआरएजी कांग्रेस द्वारा आयोजित सम्मेलन का उद्देश्य इन चुनौतियों से सटीक तरीके से निपटने के लिए ज्ञान के आदान-प्रदान और नवीन दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है। यह इन दुर्बल परिस्थितियों से पीड़ित विभिन्न आयु वर्ग की महिलाओं के लिए गेम-चेंजर साबित होने का वादा करता है।
उन्होंने बताया कि देश विदेश के करीब 150 कास्मेटिक गाईनीकोलॉजिस्ट पटना में पहली बार आयोजित हो रहे इंटरनेशनल कांफ्रेस के बाद कार्यशाला का आयोजन सन हास्पिटल में किया जाएगा।
इस कांफ्रेस में इंटरनेशनल फैकल्टी डॉसिवेल उस्टनल, डॉबाहारेह अरबाबी, थाईलैंड की डॉ नॉपवारी चान्त्वांग, अमेरिका के डॉ एम सलमान प्लास्टिक सर्जन अपने ज्ञान व अनुभव साझा किया। साथ ही डॉग रिमा श्रीवास्तव, डॉप्रवीण अग्रवाल, डॉविद्या पंचोलिया, डॉनितेश प्रजापति भी इस कार्यक्रम में मौजूद थीं।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ प्रो शांति राय, गेस्ट आफ आनर डॉप्रमिला मोदी व डॉसुषमा पांडेय व आयोजन की अध्यक्षता डॉगरिमा श्रीवास्तव ने किया। कांफ्रेंस के उद्देश्य के संबंध में डॉमिनी आनंद ने बताया कि कास्मेटिक गाईनीकाॅलाॅजी का पूरी दुनिया में विस्तार हो रहा है और इसका लाभ बिहार की महिलाओं को भी मिले। योनि कायाकल्प, लैबियोप्लास्टी और अन्य काॅस्मेटिक चिंताओं के लिए सर्जिकल और गैर सर्जिकल प्रक्रियाओं में नवीनतम शोध और तकनीकों को साझा करने के लिए यह कांफ्रेंस आयोजित की गयी।
पटना से मनीष प्रसाद
May 26 2024, 11:58