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नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे का दावा, कहा- निगम ने डस्टबिन के लिए ठेका एजेंसी को किया 50 लाख का भुगतान और महापौर को खबर तक नहीं

रायपुर- कचरे को आसानी से अलग किया जा सके इसके लिए शहरवासियों को गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग डस्टबिन में स्टोर करने के लिए कहा जाता है. जिससे कचरों के रीसाइक्लिंग का प्रोसेस आसान हो सके. इसके लिए राजधानी के घरों में ग्रीन और ब्लू कलर की डस्टबीन दी गई थी, लेकिन ये सिस्टम फेल हो गया, क्योंकि निगम बाल्टियों को हर घर नहीं पहुंचा सका. इस बीच नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने बड़ा डस्टबिन की खरीद में गड़बडी का दावा करते हुए महापौर ढेबर पर सवाल खड़े किए है.

दरअसल, नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने दावा किया है कि डस्टबीनों के लिए नगर निगम से 75 लाख रुपए की स्वीकृति हुई थी, जिसमें से 50 लाख रुपयों का भुगतान 1 साल पहले ही हो चुका है. लेकिन 50 लाख का डस्टबिन कहा है इसकी जानकारी किसी को नहीं है. मौजूदा अधिकारियों का कहना है कि डस्टबिन कुछ वार्डों में बांटे जा चुके है, लेकिन किसी भी वार्ड में क्या न नेता प्रतिपक्ष न ही महापौर के वार्ड में डस्टबीन का वितरण हुआ है.

महापौर को 50 लाख के भुगतान की खबर नहीं

नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने आरोप लगाते हुए कहा कि महापौर को इस बात की जानकारी नहीं थी कि 50 लाख डस्टबीन के लिए भुगतान किया जा चुका है. जब महापौर से ये सवाल किया गया तो उन्होंने इसकी जानकारी नहीं होने की बात कही और कहा कि कल तक इसकी जानकारी इकट्ठा करके बताया जाएगा.

नगर निगम की बैठक में होगी चर्चा – महापौर ढेबर

इस मामले पर महापौर एजाज़ ढेबर का कहना है कि टेंडर ख़रीदा जा चुका है लेकिन एमईसी की मीटिंग में मेरे द्वारा ये कहा गया की 2 लाख 40 हज़ार आइडेंटिफाइड घर है जिसके लिए डस्टबीन ख़रीदे जाने चाहिए. महापौर का कहना है कि आधे घरों में बांटने से बेहतर शहर के हर घर में एक साथ डस्टबिन का वितरण होना चाहिए. महापौर ढेबर ने इस मामले पर कल नगर निगम की बैठक में चर्चा करने की बात कही है, लेकिन 50 लाख के टेंडर से आए डस्बिन कहां है इस पर कोई जवाब नहीं दिया गया.

BJP पार्षद दल ने महापौर ढेबर से की मुलाकात: नेता प्रतिपक्ष मीनल का आरोप, कहा- अमृत मिशन के तहत पानी की आपूर्ति करने में विफल रहा निगम,

रायपुर- गर्मी के मौसम की शुरुआत के साथ ही रायपुर के कई मोहल्लों में पानी की आपूर्ति की समस्या से लोगो को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस जल संकट से निपटने की तैयारियों को लेकर आज प्रभावित वार्डों के भाजपा पार्षद रायपुर नगर निगम के महापौर एजाज ढेबर से मुलाक़ात करने पहुंचे. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने कहा कि अभी भीषण गर्मी की शुरुआत नहीं हुई भी है, इसके बावजूद शहर के अनेक वार्डों में पानी की आपूर्ति ठीक तरह से नहीं हो पा रही है. जिसके चलते आम जनता के साथ-साथ वार्डों के पार्षद भी हताश और परेशान है.

नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने तंज कसते हुए कहा कि महापौर ये दावा कर रहे है कि लगभग 42 वार्डों में अमृत मिशन का काम हो चुका है, लेकिन अमृत मिशन के कार्यों की वास्तविकता कुछ और ही है. उन्होंने दावे के साथ कहा कि अमृत मिशन योजना के तहत पाइपलाइन्स बिछाई गई है, जिससे पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है. इसके गवाह खुद विभिन्न वार्डों के पार्षद है. मीनल ने कहा कि पिछली गर्मी में भी नगर निगम पानी की आपूर्ति में विफल रही थी.

महापौर ने स्वीकारी जल समस्या की बात

महापौर एजाज़ ढेबर ने इस बात को स्वीकार किया है कि कुछ वार्डों में पानी की समस्या है. उन्होंने बताया कुछ वार्डों की ओर से अमृत मिशन के तहत की जा रही जल आपूर्ति में दिक्कत की लिखित शिकायतें आयी है.

महापौर एजाज़ ढेबर ने कही कि नगर निगम 60-70 टैंकरों के साथ पूरी सक्षमता के साथ पानी की पूर्ति हर आवश्यकता अनुसार वार्डों में कर रहा है. महापौर ढेबर ने बताया अभी तक 42 वार्डों में अमृत मिशन का काम हुआ है. इससे पहले जब भी बैठक ली गई सभी जनप्रतिनिधी सब अच्छा होने का ही दावा करते आए है, लेकिन मौजूदा हालत में समस्याओं को लेकर कल आयुक्त, जोन कमिश्नर, जल का काम देखने वाले अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ के साथ बैठक होगी और जो बातें सामने आयेंगी उस पर चर्चा कर समाधान निकाले जाएंगे.

बैंक के कैशियर ने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर किया बीमा क्लेम, लोन के 1 लाख 50 हजार भी किये गबन

सक्ती- छत्तीसगढ़ के सक्ती में बंधन बैंक के कैशियर ने एक जीवित महिला का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बना कर बीमा कंपनी में क्लेम कर डाला और खाताधारक द्वारा जमा किए पैसे डेढ़ लाख रुपए को गबन कर लिया। बैंक प्रबंधन से शिकायत के बाद भी कोई सामाधान नहीं निकलने पर पति ने पुलिस में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।

दरअसल, सक्ती निवासी पुरषोत्तम देवांगन ने बंधन बैंक से दो साल पहले दो लाख का लोन लिया था, जिसकी 8 से 9 किस्त उसके द्वारा पटा दी गई थी। इसके बाद पैसे की व्यवस्था होने पर उसने बची हुई राशि करीब डेढ़ लाख रुपए एकमुस्त जमा कर लोन खाता को बंद करने के लिए बैंक में जमा की थी। जिसे तत्कालीन बैंक कैशियर कमलेश सिंह ने बैंक में जमा ना करके अपने पास रख लिया।

कुछ महीनों बाद जब दोबारा पुरषोत्तम देवांगन को लोन की जरूरत पड़ी, तो वह बंधन बैंक गया तब उसे जानकारी मिली कि बैंक रिकॉर्ड में उसकी पत्नी (लोन अकाउंट में सहआवेदक) की मृत्यु हो चुकी है। जिसके बाद पुरुषोत्तम ने दस्तावेजों की जांच कराई, तो पता चला कि बैंक कैशियर कमलेश और कुछ कर्मचारियों ने मिलकर उनकी पत्नी का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर बीमा कंपनी से क्लेम कर पुरषोत्तम देवांगन के लोन अकाउंट को बंद कर दिया है। इतना ही नहीं उसके द्वारा जमा की गई एक मुस्त राशि 1 लाख 42 हजार 550 रुपए को बैंक के कैशियर ने गबन कर लिया है।

फर्जीवाड़े की जानकारी मिलते ही खाताधारक ने इसकी शिकायत कई बार बैंक प्रबंधन से की। लेकिन बैंक प्रबंधन द्वारा उसे महीनों चक्कर कटवाते रहे। कई महीनों उनके साथ हुई धोखाधड़ी को नहीं सुधारा गया, तब थक हार कर खाताधारक ने इसकी शिकायत पुलिस से की है। वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि जल्द ही इसमें संबंधित बैंक कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।

कलेक्टर के निर्देश पर अब “आयाम- ऊंची उड़ान का“ आयोजन जून माह के तृतीय सप्ताह में, देश के ख्यातिलब्ध संस्थाओं के प्रमुख भी देंगे गाइडेंस

रायपुर-    कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह के निर्देश पर आगामी जून माह में आयोजित हो रहे यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा को देखते हुए 18 मई को प्रस्तावित मार्गदर्शी कार्यक्रम “आयाम – ऊंची उड़ान का“ के आयोजन की तिथि आगे बढ़ा दी गई है। परीक्षा में सम्मिलित हो रहे युवाओं व उनके पालकों ने आज रायपुर जिला कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह से मुलाकात कर प्रारंभिक परीक्षा उपरांत ही कार्यशाला आयोजित करने का अनुरोध किया था। कलेक्टर डॉ. सिंह ने कहा है कि अब यह कार्यशाला यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा के बाद जून के तृतीय सप्ताह में संभावित है। कलेक्टर के निर्देश पर इस कार्यशाला में देश के प्रतिष्ठित विषय विशेषज्ञों को भी आमंत्रित करने की योजना तैयार की जा रही है। कार्यशाला में सम्मिलित होने के इच्छुक प्रतिभागियों व पालकों से कहा गया है कि कार्यशाला में प्रवेश हेतु निःशुल्क पंजीयन की प्रक्रिया जारी है, अतः https://forms.gle/V6cba2iHgkCSruRo8 लिंक पर जाकर पंजीयन अवश्य करा लें।

रायपुर जिला प्रशासन द्वारा युवाओं को मार्गदर्शन प्रदान करने आयोजित होने वाली इस कार्यशाला में 2011 से 2024 बैच के आईएएस, आईपीएस, आईएफएस व अन्य संवर्ग के अधिकारियों से संवाद का अवसर मिलेगा। कलेक्टर डॉ. सिंह से मुलाकात में युवाओं ने देश के प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रमुखों, उनके विषय विशेषज्ञों, मार्गदर्शकों को भी इस कार्यशाला में आमंत्रित कर उनके भी व्याख्यान का अनुरोध किया, जिससे कि रायपुर में ऐसे विषय विशेषज्ञों को सुनने व विद्यार्थियों को अपनी तैयारियों को दिशा देने का अवसर मिल सकें। कलेक्टर डॉ. सिंह ने विद्यार्थियों को यह भी आश्वस्त किया है कि कार्यशाला में उनके सुझाएं विषय विशेषज्ञों को भी उनकी उपलब्धता के आधार पर आमंत्रित कर उनके सत्र आयोजित किए जाएंगे। इस कार्यशाला में “मेधा सम्मान“ का भी आयोजन होगा, जिसमें हाई स्कूल व हायर सेकेंडरी में प्रावीण्यता प्राप्त विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा।

मार्गदर्शी कार्यक्रम “आयाम – ऊंची उड़ान का“ आयोजन अब 18 मई को नहीं होगा, किन्तु आगामी तिथि को होने वाले आयोजन हेतु युवाओं व पालकों के निःशुल्क रजिस्ट्रेशन जारी रहेंगे। इच्छुक प्रतिभागी एवं पालक https://forms.gle/V6cba2iHgkCSruRo8 पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते है। रजिस्ट्रेशन के अनुक्रम व संख्या के आधार पर बैठक व्यवस्था व कार्यशाला स्थल का चयन किया जाएगा। बिना रजिस्ट्रेशन किसी भी युवा या उनके पालकों को कार्यशाला में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।

रेलवे टिकट दलाल गिरफ्तार, चॉइस सेंटर की आड़ में चला रहा था अवैध कारोबार, कंप्यूटर, लैपटॉप समेत अन्य सामान जब्त

कोरबा-   रेलवे आरपीएफ पुलिस ने टिकट दलाली के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है. आरोपी से 9 रिजर्वेशन टिकट, 4 चालू टिकट और 5 पुराना टिकट जब्त किया गया है. इसके अलावा कंप्यूटर लैपटॉप और मॉनिटर भी जब्त किया गया है. रेल पुलिस के अनुसार आरोपी कोरबा के दर्री जमनीपाली निवासी आशिफ शेख यूनिक ऑनलाइन और चॉइस सेंटर नामक दुकान चला रहा था. इसने दुकान के बाहर बोर्ड लगा रखा है, जिसमें तमाम सुविधाओं के साथ रेलवे रिजर्वेशन करने का भी उल्लेख है. आरोपी पर्सनल यूजर आईडी के जरिए टिकट बनाया करता था. उसके विरुद्ध धारा 143 के तहत कार्रवाई की गई है.

बताया जा रहा है कि रेलवे आरपीएफ पुलिस को लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि दर्री जलगांव चौक के पास यूनिक ऑनलाइन और चॉइस सेंटर चलता है, जहां रेलवे टिकट की दलाली की जाती है. पर्सनल यूजर आईडी के जरिए टिकट तैयार कर लोगों को अधिक दाम पर भेजता है. आरपीएफ थाना प्रभारी सतीश कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंची, जहां जांच कार्रवाई शुरू की. इस दौरान पर्सनल आईडी से टिकट बनाना पाया गया, उसके पास से नौ टिकट बरामद किया गया. कंप्यूटर, लैपटॉप समेत अन्य सामान को जब्त कर आगे की कार्रवाई की गई.

बताया जा रहा है कि यूनिक ऑनलाइन और चॉइस सेंटर में सीएसईबी एनटीपीसी टेंडर फॉर्म भरा जाता है. इसके अलावा जीएसटी ई फिलिंग रेलवे रजिस्ट्रेशन आधार कार्ड अपडेट बिजली बिल ड्राइविंग लाइसेंस वाहन बीमा के अलावा, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र जाति और निवास प्रमाण पत्र का काम किया जाता है, जिसका बोर्ड बाहर लगा हुआ था.

मजदूरों के टॉपर्स बच्चों के लिए अच्छी खबर, सरकार से मिलेंगे 2- 2 लाख रुपये

रायपुर- पिछले दिनों प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा मंडल ने बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे जारी किये थे। इस सत्र में परिणामों में काफी सुधार देखा गया और छात्रों को पछाड़ते हुए छात्राओं में टॉपर्स लिस्ट में बाजी मार ली।

10वीं कक्षा में परिणाम में जहाँ जशपुर की रहें वाली सिमरन शबा ने 99.50 प्रतिशत अंक हासिल कर प्रदेश भर में टॉप किया था तो वही 12वीं में महासमुंद की महक अग्रवाल ने 97.40 फ़ीसदी आंका प्राप्त कर शीर्ष स्थान हासिल किया था। इसके साथ ही दोनों ही सूचियों में ज्यादातर छात्राओं के नाम थे।

वही इस सूची में 10 छात्र-छात्राएं ऐसे भी थी जिनके पालक श्रमिक हैं। ऐसे में अब उन छात्र-छात्राओं का प्रदेश सरकार की तरफ से सम्मान किया जाएगा। प्रदेश के श्रम एवं उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने ऐसे सभी टॉपर्स से फोन पर बात की, उन्हें बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने बताया कि उनके विभाग के द्वारा सभी 10 टॉपर्स को प्रोत्साहन स्वरुप दो-दो लाख रुपये का चेक प्रदान किया जाएगा। यह चेक उन्हें आचार संहिता के हटते ही दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि इस राशि में एक लाख रुपये उनके आगे कि पढ़ाई के लिए होगा जबकि शेष एक लाख दो पहिया वाहन के लिए दिया जाएगा।

उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन ने सार्वजनिक उपक्रमों को लिखा पत्र, कहा- कितने बाहरी और कितने स्थानीय को दिया रोजगार, 7 दिन के भीतर मांगी जनकारी

रायपुर-   लवाणिज्य, उद्योग और श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने कोरबा जिले के सभी सार्वजनिक उपक्रमों सहित निजी प्रतिष्ठान को पत्र लिखकर बाहरी और स्थानीय श्रमिकों की जानकारी 7 दिवस के भीतर तलब की है. एसईसीएल के कोरबा, गेवरा, दीपका मुख्य महाप्रबंधक, बालको, एनटीपीसी, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के महाप्रबंधक और मुख्य कार्यपालन अधिकारी को मंत्री देवांगन ने पत्र लिखा है.

मंत्री लखन लाल देवांगन ने पत्र के माध्यम से कहा है कि स्थानीय बेरोजगारों के माध्यम से आए दिन शिकायतें आ रही है की स्थानीय बेरोजगारों की बजाय बाहरी लोगों की भर्ती की जा रही है. जबकि स्थानीय लोगों को 70 फीसदी लेना है और बाहरी लोगों को 30 फीसदी लेना है. वर्तमान में सार्वजनिक उपक्रमों में नियोजित कई ठेका कंपनियों द्वारा स्थानीय बेरोजगारों की उपेक्षा की जा रही है. जो की अनुचित है. मंत्री देवांगन ने सभी उपकर्मों से 7 दिन के भीतर स्थानीय और बाहरी श्रमिको की जानकारी मांगी है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और राज्य सरकार की मंशा भी स्थानीय लोगों को काम पर रखने की है.

डाटा से स्थिति होगी स्पष्ट, बेरोजगारों को मिलेगा काम

पिछले कई वर्षों से सार्वजनिक उपक्रमों में नियोजित निजी कंपनियों में कितने श्रमिक काम कर रहे हैं, श्रमिक स्थानीय हैं या फिर बाहरी हैं, इसकी जानकारी नहीं होने की वजह से स्थानीय लोगों को रोजगार दिलाने की दिशा में ठोस पहल नहीं हो पाती थी. निजी ठेका कंपनियों द्वारा मनमानी की जाती थी, अब श्रमिकों की वास्तिवक जानकारी सामने आने के बाद बेहतर प्रयास संभव हो सकेगा. उद्योग मंत्री देवांगन स्थानीय बेरोजगारों के लिए लगातार सार्थक प्रयास कर रहे हैं.

महादेव सट्टा एप: डिप्टी सीएम अरुण साव बोले- पूर्ववर्ती सरकार के संरक्षण में फला-फूला अवैध कारोबार, हम इसको लेकर हैं गंभीर

रायपुर-  महादेव सट्टा एप मामले में एक युवा कारोबारी ने सुसाइड कर लिया है. इस मामले पर डिप्टी सीएम साव का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि महादेव एप के मामले में लगातार जांच हो रही है. विषय यही थे कि पूर्ववर्ती सरकार के संरक्षण में ये अवैध कारोबार फला-फूला. लोग इस चक्र में पड़कर आर्थिक, शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान हुए. सरकार इसको लेकर गंभीर हैं. इसके साथ ही उन्होंने अन्य मुद्दों पर भी बयान दिया है.

देश के 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए 96 सीटों पर मतदान जारी है. मतदान पर डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि आज देश में चौथे कारण के लिए मतदान हो रहा है. मतदान में स्पष्ट रूप से उत्साह दिख रहा है. जो मतदाताओं का उत्साह और रुझान है वो प्रो इनकमबैंसी का रुझान है. लोग नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए अपने घरों से निकल रहे हैं.

भूपेश बघेल के रायबरेली दौरे पर डिप्टी सीएम साव ने कहा कि कांग्रेस एक परिवार की पार्टी है. कांग्रेस इतनी सीटों पर चुनाव लड़ रही है. लेकिन कांग्रेसी केवल रायबरेली जा रहे हैं. रायबरेली की जनता सवाल पूछ रही कि सांसद निधि का पैसा सोनिया गांधी ने किधर लगाया ? कई ऐसे घटनाएं हुए किसी के दुखों को बांटने के लिए नहीं गए. जो परिवार के दुख में खड़े नहीं हुए आज उनसे जनता पूछ रही हैं कि अब तक वे कहा थे?

ओडिशा में हुई छग की तारीफ पर डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि लगातार देश में कांग्रेस के नेताओं ने छत्तीसगढ़ के मॉडल को प्रस्तुत किया. लेकिन इससे जनता लाभान्वित नहीं हुई. जनता त्रस्त और परेशान थी. इसलिए कांग्रेस यहां से बेदखल हुई. आज चर्चा साय सरकार के कामों की हो रही है.

छत्तीसगढ़ की 11 सीटों पर भाजपा की जीत का दावा पूरा होने पर कांग्रेसी क्या करेंगे? इस पर डिप्टी सीएम साव ने कहा, उन्हें सोचना पड़ेगा कि आखिर कहां जाये? जनता ने ग्यारह की ग्यारह सीट भाजपा की झोली में डालने का मन बना लिया है. कांग्रेस के प्रत्याशियों को तय करना है वो कहा जाएंगे ? कांग्रेस ने देश के लोगों की भावनाओं से विपरीत केवल एक परिवार के हित के लिए काम किया. ऐसी पार्टी समाप्त होनी ही थी. लोकतंत्र में मजबूत विपक्ष होना चाहिए, लेकिन कांग्रेस समाप्ति की ओर है.

महादेव सट्टा ऐप के झांसे में फंसकर कारोबारी ने की आत्महत्या, जान से मारने की मिल रही थी धमकियां, जानिए सुसाइड नोट पर क्या लिखा…

रायपुर- छत्तीसगढ़ की राजधानी के शंकर नगर सेक्टर-2 में एक कारोबारी ने महादेव ऑनलाइन सट्टा के जाल में फंसकर आत्महत्या कर ली। कारोबारी ने मरने से पहले सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उसने अपने खुदखुशी करने का कारण महादेव सट्टा के लिए दिए गए उधार पैसे वापिस मांगने पर जान की धमकी मिलना बताया है। इस मामले में सिविल लाइन थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है।

बता दें, संदीप ने 4 दिन पहले इस मामले में जहर का सेवन कर लिया था, जिसके बाद परिजनों ने उसे गंभीर हालत में उपचार के लिए निजी अस्पताल में दाखिल किया था। लेकिन उपचार के दौरान संदीप की रविवार तड़के मौत हो गई। अब मृतक के भाई ने उसके सुसाइड नोट के साथ पुलिस में नितिश गुप्ता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। 

जानिए क्या लिखा सुसाइड नोट में

संदीप ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि, नितिश गुप्ता ने उससे महादेव सट्टा ऐप में पैसे लगाने के लिए डेढ़ गुना पैसे वापिस देने का लालच देकर 10 लाख रुपये उधार लिए थे, जिसे 1 साल बाद वापिस मांगने पर उसे लगातार जान से मारने की धमकी मिलने लगी। इससे परेशान होकर संदीप ने खुदखुशी कर ली। 

झूठे केस में फंसा कर भेजा था जेल

वहीं मृतक (संदीप बग्गा) के भाई प्रदीप ने आरोप लगाया है कि, पिछले वर्ष उनके भाई की पत्नी ने खुदकुशी कर ली थी। इसके बाद नितिश ने उन्हें तथा उनके भाई के खिलाफ थाने में आत्महत्या करने के लिए प्रेरित करने झूठी शिकायत दर्ज कराकर जेल भिजवाया था। कोर्ट ने इस केस में मार्च में उनके पक्ष में फैसला सुनाते हुए उन्हें बरी कर दिया। प्रदीप के मुताबिक झूठी शिकायत की वजह से वे दोनों भाई जेल भी गए। प्रदीप के मुताबिक झूठी शिकायत तथा जेल जाने की वजह से उनका भाई बूरी तरह से टूट गया।

मृतक के भाई ने एक और गंभीर आरोप लगाया है कि, उनकी भाभी की मौत के बाद नितिश ने उनकी भाभी के दो बैंक अकाउंट से फर्जी दस्तावेज तैयार कर अलग-अलग किश्तों में 2 लाख 18 हजार रुपए निकाले थे, जिसकी मृतक के भाई प्रदीप ने आजाद चौक के साथ खम्हारडीह थाना तथा एसएसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराने की जानकारी दी। प्रदीप ने आरोप लगाया है कि शिकायत दर्ज कराने के बाद भी पुलिस ने इसकी जांच नहीं की।

संदीप के आत्महत्या के बाद इस मामले में पुलिस ने मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने की बात कही। वहीं संदीप के आत्महत्या करने के बाद से आरोपी फरार है।

नक्सलवाद का खात्मा हमर लक्ष्य, आदिवासियों से बड़ा कोई हिंदू नहीं : विष्णु देव साय

रायपुर-    “जनता की मर्जी ही मोदी जी की मर्जी है।” कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक जनता की पहली पसंद “मोदी” हैं। इससे इंडी गठबंधन सहित समूचा विपक्ष बौखलाया हुआ है। क्योंकि मोदी की लोकप्रियता के सामने उनकी दाल नहीं गल रही है। इसलिए अब उम्र का नया शिगूफा ले आए।

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे जी 81 वर्ष की उम्र में भी कांग्रेस को जीवित में करने लगे हैं। कांग्रेस और उनकी सहयोगी पार्टियों को पहले उन पर रहम करना चाहिए।

मोदी जी की पूरे भारत में जन स्वीकार्यता से विपक्षियों का बिलबिलाना लाज़मी है। वैसे यह अकाट्य सत्य है कि – “आएगा तो मोदी ही “, विपक्षी अपना घर संभालें।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा पीएम मोदी के उम्र पर की गई टिप्पणी पर एक साक्षात्कार में बोल रहे थे।

नक्सलियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई के सवाल पर साय ने कहा कि जबसे हमारी सरकार छत्तीसगढ़ में बनी है, तब से ही हम नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ रहे हैं। अभी तक 104 नक्सली मारे जा चुके हैं। कुछ दिन पहले नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली, जिसमें कांकेर में एक दिन में 29 नक्सली मारे गए, बीजापुर में दस, अबुझमाड़ में दस अभी दो दिन पहले शुक्रवार को ही बारह नक्सलियों मुठभेड़ में मारे गए। फोर्स ने इन चार मुठभेड़ में ही 61 नक्सलियों को जान से हाथ धोना पड़ा। इससे पहले इतनी संख्या में कभी नक्सली नहीं मारे गए, जिनमें 20-20 लाख के इनामी नक्सली भी थे। ये हमारे लिए एक बहुत बड़ी सफलता थी। सुरक्षाबलों ने बहुत साहस के साथ ये काम किया, मैं आपके माध्यम से उनके इस जज्बे की तारीफ करता हूं, जो मजबूती के साथ नक्सलवाद से लड़ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन सरकार का भी छत्तीसगढ़ को बहुत फायदा मिला है। गृहमंत्री जी भी अगले एक-दो वर्षों में छत्तीसगढ़ से पूरी तरह नक्सलवाद खतम करना चाहते हैं। पर दुर्भाग्य है कि कांग्रेस और खास कर पूर्व मुख्यमंत्री इन मुठभेड़ों को फर्जी बता रहे है, जबकि नक्सली खुद लिस्ट जारी कर मुठभेड़ और नक्सली मौतो को स्वीकार किया है। कांग्रेस की ऐसी आदत ही रही है। इन लोगों ने मोदी के पाकिस्तान पर सर्जिकल और एयर स्ट्राइक पर भी सवाल खड़े किए थे। ये सब करके ये सेना और सुरक्षाबल के मनोबल घटाने का काम कर रहे हैं, जो उचित नही है।

सीएम साय ने आदिवासियों को असली हिंदू बताते हुए कहा कि सभी ट्राइबल के त्यौहार भी सनातनी ही होते हैं। दिपावली भी बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। जिसमें 2 दिन दीए जलाते हैं, एक दिन कच्चे दीए और दूसरे दिन पक्के दिये। तीसरे दिन अन्नकूट होता है, जिसमें सुबह मवेशियों को नहलाकर उनके सींगो में तेल लगाना, उनको माला पहनाना साथ ही भोजन पकाकर खिलाते है एवं पूजा करते हैं। पौष पूर्णिमा का त्योहार भी आता है जब खेती बाड़ी से भी फ्री हो जाते हैं। इस दिन बाहर पिकनिक मनाते हैं और अगले दिन घर में अच्छे व्यंजन बनाकर खाते हैं। होली का भी त्यौहार बड़े आनंद के साथ मनाते हैं, लगभग सभी त्योहार ट्राइबल में भी मनाए जाते हैं।

राजनीतिक गतिविधियों से इतर पारिवारिक छुट्टियों और घूमने फिरने जाने के संबंध में सवाल पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम कभी खाली रहे ही नहीं। पिताजी के देहांत के बाद 10 वर्ष के उम्र से ही हमारा बचपन संघर्षों में बीता। खेलना-कूदना हमारे सौभाग्य में नहीं था। जिम्मेदारियां ज्यादा थी पर पौष पूर्णिमा जिसमें बाहर पिकनिक मनाने जाने की परंपरा है तो हम गांव के बाहर एक नदी गुजरती है जहां परिवार के साथ जाते और वहीं एक समय का खाना पकाते और खाते थे। फिर राजनीति में आने के बाद हमारा अधिकांश समय सामाजिक कार्यक्रमों एवं लोगों के बीच में ही गुजरा है।

खुद की राजनैतिक व्यस्तता के बीच परिवार को संभालने में पत्नी की भूमिका के सवाल पर साय ने कहा कि मेरा ससुराल गांव से 20 किमी दूर ही है और यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे बहुत अच्छी धर्म पत्नी मिली है। जिन्होंने बिना शिकायत किए हुए हर समय सहयोग किया है और आज जब हम मुख्यमंत्री बनने के बाद ज्यादा व्यस्त हो गए तो पूरा क्षेत्र आज वो ही संभाल रही हैं। सभी कार्यक्रमों में लोग उन्हें आमंत्रित करते है, उनको सुनते हैं वो अच्छी वक्ता भी हैं। पूजा-पाठ में उनकी बहुत रुचि है। गीता, रामायण जैसें ग्रंथ उन्होंने पढ़ा हुआ है।

अपने राजनीतिक सफर के बारे में बताते हुए विष्णु देव साय ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था, क्योंकि मैं जब 10 साल का था तब पिता जी का साया हमारे सर से उठ गया था। घर में बड़े भाई होने के नाते अपनी पढाई के साथ-साथ छोटे भाई बहनों को पढ़ाने की जिम्मेदारी एवं मां-दादी का ख्याल रखना और खेती बाड़ी करना था। जब हमारी पढ़ाई कंप्लीट हुई, उस समय पंचायत चुनाव का समय भी था। गांव वालों के कहने पर हमने पंच का चुनाव लड़ा और पांच वर्ष तक पंच रहे। अगला चुनाव जब आया तो पूरे पंचायत वालों ने कहा कि आप सरपंच बनना चाहोगे तो हम आपको निर्विरोध सरपंच बना देंगे। लोगों से आग्रह करके हमने 13 में से 12 वार्ड में निर्विरोध पंच बनाया और एक वार्ड में चुनाव हुआ तो भी हमारा ही प्रत्याशी जीता।

उन्होंने बताया कि 6 महीने सरपंच रहने के बाद जब विधानसभा चुनाव हुए तो भारतीय जनता पार्टी ने तपकरा विधानसभा से हमें प्रत्याशी बनाया, और वो चुनाव भी हम एक प्रकार से निर्विरोध जीते। 320 विधानसभा सीटों में हमारी विधानसभा ही ऐसी थी जहां कांग्रेस प्रत्याशी को तकनीकी कारणवश उनका चुनाव चिन्ह अलॉट नहीं हो पाया, जिससे साइकल छाप पर उन्होंने चुनाव लड़ा और आगे उनकी जमानत जब्त हो गई, जिसका कहीं न कहीं फायदा मुझे मिला और हमने 15000 वोटों से जीत कर एक रिकॉर्ड बनाया।

इसके बाद फिर भाजपा ने हमेशा मुझे आगे बढ़ाया। अविभाजित मध्यप्रदेश में 2 बार विधायक रहा और 1999 में भारतीय जनता पार्टी ने रायगढ़ से मुझे सांसद प्रत्याशी बनाया और फिर 4 बार लगातार एवं 20 साल सांसद रहा, इसी दौरान पार्टी ने मुझे 3 बार प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व भी दिया। मोदी के पहले कार्यकाल में मुझे केंद्रीय राज्यमंत्री के रूप में भी कार्य करने का मौका मिला।

चुनाव के बाद सरकार की प्राथमिकता के सवाल पर सीएम साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता से जो वादा करके हम सरकार में आए हैं, जो मोदी की गारंटी हैं, उनको लागू करना एवं छत्तीसगढ़ की जनता के विश्वास पर खरा उतरना ही हमारी प्राथमिकता है। चुनाव से पहले 3 महीने की सरकार में हमने अनेक सौगातें छत्तीसगढ़ की जनता को देने का काम किया है। जिसमें 18 लाख प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृत, 3100 रुपया क्विंटल धान खरीदी, महतारी वंदन के तहत हर महीने 1000₹ महिलाओं के खाते में भेजना। इसके अलावा भी बहुत से काम मोदी के गारंटी के तहत हुए हैं।

साय ने कहा कि मोदी की गारंटी के तहत सीमित समय में हमने जनता के हित में बहुत से कदम उठाए है पर अभी बहुत कुछ करना बाकी है। मोदी की हर गारंटी को हमारी सरकार पूरा करेगी इसमें किसी को संदेह नहीं होना चाहिए।