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केजरीवाल की रिहाई पर पाकिस्‍तानी हुआ खुश, फवाद चौधरी ने बताया पीएम मोदी की एक और हार

भारत की राजनीति में पाकिस्तान की दिलचस्पी बढ़ती जा रही है। पहले राहुल गांधी की तारीफ की गई और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रिहाई पर खुशी जाहिर की गई है। दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल से अंतरिम जमानत मिल गई है। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने ये आदेश दिया। जिसके बाद आप में ही नहीं पूरे विपक्ष में खुशी की लहर है।केजरीवाल की रिहाई की खुशी भारत के विपक्षी नेताओं को ही नहीं बल्कि पाकिस्तान को भी बहुत हो रही है। पाकिस्तान के पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने केजरीवाल की रिहाई पर खुशी जताई है और प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि नरमपंथी भारत के लिए यह एक अच्छी खबर है। फवाद चौधरी ने एक्स पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि 'मोदी जी एक और लड़ाई हार गए। केजरीवाल रिहा हो गए हैं और ये नरमपंथी भारत के लिए एक अच्छी खबर है।' इसके साथ ही चौधरी ने अरविंद केजरीवाल की रिहाई से जुड़ी कई पोस्ट को शेयर भी किया है। ये पहली बार नहीं है जब चौधरी फवाद हुसैन ने भारत में चुनाव के दौरान होने वाली घटनाओं पर टिप्पणी की है। इसी महीने की शुरुआत में उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तारीफ की थी।राहुल गांधी की तारीफ करते हुए पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के नेता ने कहा कि राहुल गांधी अपने परदादा जवाहरलाल की तरह ही समाजवादी हैं, विभाजन के 75 साल बाद भी भारत और पाक की समस्याएं एक जैसी हैं। फवाद चौधरी के इस बयान को लेकर भाजपा ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। भाजपा नेताओं ने सवाल उठाया कि कांग्रेस यह बताए कि उनकी पार्टी और पाकिस्तान के बीच क्या संबंध है। बता दें कि अरविंद केजरीवाल को दिल्ली शराब नीति घोटाले में शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई। इसके बाद देर शाम तक केजरीवाल जेल से बाहर आ गए। सुप्रीम कोर्ट ने 50 दिनों के बाद केजरीवाल को अंतरिम जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया और कोर्ट के आदेश के तहत केजरीवाल को 2 जून को जेल में वापस आने का आदेश दिया है। हालांकि कोर्ट ने केजरीवाल को जमानत देते हुए कई शर्तें भी लगाई हैं, जिनके तहत केजरीवाल दिल्ली सचिवालय स्थित सीएम कार्यालय नहीं जा सकते।
चौथे चरण के लिए आज थम जाएगा चुनाव प्रचार का “शोर”, 10 राज्‍यों की 96 सीटों पर 13 मई को मतदान*
#loksabha_election_2024_campaign_stops_for_fourth_phase
लोकसभा चुनाव में चौथे चरण के मतदान वाले क्षेत्रों में प्रचार का शोरगुल आज शाम छह बजे थम जाएगा।चौथे चरण में उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्‍य प्रदेश समेत 10 राज्‍यों की 96 सीटों पर सोमवार यानी 13 मई को चुनाव होना है। चौथे चरण में आंध्र प्रदेश की 25, उत्तर प्रदेश की 13, तेलंगाना की 17, महाराष्ट्र की 11, मध्‍यप्रदेश की आठ, पश्चिम बंगाल की आठ, बिहार की पांच, झारखंड की चार, ओडिशा की चार और जम्मू-कश्‍मीर की एक सीट पर चुनाव होना है। 1- उत्तर प्रदेश- शाहजहांपुर, फेरी, दौरा, सीतापुर, हरदोई, मिसरिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर और बहराइच। 2- मध्‍यप्रदेश- देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगोन और खंडवा। 3- आंध्र प्रदेश- अराकू, श्रीकाकुलम, विजयनगर, विशाखापट्टनम, अनकापल्ली, काकीनाडा, अमलापुरम, राजमुंदरी, नरसापुरम, एलुरु, मछलीपट्टनम, विजयवाड़ा, गुंटूर, नरसारावपेट, बापटला, ओंगोल, नंद्याल, कुरनूल, अनंतपुर, हिंदूपुर, कडप्पा, नेल्लोर, तिरूपति, राजमपेट और चित्तूर। 4- महाराष्ट्र- नंदुरबार, जलगांव, रावेर, जालना, औरंगाबाद, मावल, पुणे, शिरूर, अहमदनगर, शिरडी और बीड। 5- बिहार- दरभंगा, उजियारपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय और मुंगेर। 6- ओडिशा- कालाहांडी, नबरंगपुर, बेरहामपुर और कोरापुट। 7- जम्मू कश्मीर- श्रीनगर। 8- झारखंड- सिंहभूम, खूंटी, लोहरदगा और पलामू। 9- तेलंगाना- आदिलाबाद, पेद्दापल्ली, करीमनगर, निजामाबाद, हैदराबाद, मेडक, मल्काजगीरी, सिकंदराबाद, हैदराबाद, चेवेल्ला, महबूबनगर, नगरकुरनूल, नलगोंडा, भोंगीर, वारंगल, महबुबाबाद और खम्मम। 10- पश्चिम बंगाल- बहरामपुर, कृष्णानगर, राणाघाट, बर्धमान पुरबा, बर्धमान - दुर्गापुर, आसनसोल, बोलपुर और बीरभूम।
चौथे चरण के लिए आज थम जाएगा चुनाव प्रचार का “शोर”, 10 राज्‍यों की 96 सीटों पर 13 मई को मतदान

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लोकसभा चुनाव में चौथे चरण के मतदान वाले क्षेत्रों में प्रचार का शोरगुल आज शाम छह बजे थम जाएगा।चौथे चरण में उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्‍य प्रदेश समेत 10 राज्‍यों की 96 सीटों पर सोमवार यानी 13 मई को चुनाव होना है। 

चौथे चरण में आंध्र प्रदेश की 25, उत्तर प्रदेश की 13, तेलंगाना की 17, महाराष्ट्र की 11, मध्‍यप्रदेश की आठ, पश्चिम बंगाल की आठ, बिहार की पांच, झारखंड की चार, ओडिशा की चार और जम्मू-कश्‍मीर की एक सीट पर चुनाव होना है।

1- उत्तर प्रदेश- शाहजहांपुर, फेरी, दौरा, सीतापुर, हरदोई, मिसरिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर और बहराइच।

2- मध्‍यप्रदेश- देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगोन और खंडवा।

3- आंध्र प्रदेश- अराकू, श्रीकाकुलम, विजयनगर, विशाखापट्टनम, अनकापल्ली, काकीनाडा, अमलापुरम, राजमुंदरी, नरसापुरम, एलुरु, मछलीपट्टनम, विजयवाड़ा, गुंटूर, नरसारावपेट, बापटला, ओंगोल, नंद्याल, कुरनूल, अनंतपुर, हिंदूपुर, कडप्पा, नेल्लोर, तिरूपति, राजमपेट और चित्तूर।

4- महाराष्ट्र- नंदुरबार, जलगांव, रावेर, जालना, औरंगाबाद, मावल, पुणे, शिरूर, अहमदनगर, शिरडी और बीड।

5- बिहार- दरभंगा, उजियारपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय और मुंगेर।

6- ओडिशा- कालाहांडी, नबरंगपुर, बेरहामपुर और कोरापुट।

7- जम्मू कश्मीर- श्रीनगर।

8- झारखंड- सिंहभूम, खूंटी, लोहरदगा और पलामू।

9- तेलंगाना- आदिलाबाद, पेद्दापल्ली, करीमनगर, निजामाबाद, हैदराबाद, मेडक, मल्काजगीरी, सिकंदराबाद, हैदराबाद, चेवेल्ला, महबूबनगर, नगरकुरनूल, नलगोंडा, भोंगीर, वारंगल, महबुबाबाद और खम्मम।

10- पश्चिम बंगाल- बहरामपुर, कृष्णानगर, राणाघाट, बर्धमान पुरबा, बर्धमान - दुर्गापुर, आसनसोल, बोलपुर और बीरभूम।

बृजभूषण सिंह को बड़ा झटका, महिला पहलवान यौन उत्पीड़न मामले में आरोप तय
#brij_bhushan_sharan_singh_delhi_rouse_avenue_frame_charges
महिला पहलवानों से कथित यौन शोषण के मामले में कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को राउज एवेन्यू कोर्ट से बडा झटका लगा है। कोर्ट ने बृजभूषण के खिलाफ आरोप तय करने का आदेश दिया है। बृजभूषण के सेक्रेटरी विनोद तोमर के खिलाफ भी आरोप तय करने का आदेश कोर्ट ने दिया।कैसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धारा 354, 506 समेत अन्य धाराओं में आरोप तय किए गए हैं। यौन शोषण के आरोपों के मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने जून 2023 में बृजभूषण के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। दिल्ली राउज एवेन्यू कोर्ट ने शुक्रवार को पांच महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न मामले में भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न, पीछा करने, महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाने और आपराधिक धमकी देने के आरोप तय किए। अदालत ने कहा कि आरोपी के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए पर्याप्त साक्ष्य हैं। अदालत ने सह-अभियुक्त विनोद तोमर के खिलाफ आईपीसी की धारा 506 के तहत आपराधिक धमकी के अपराध के लिए भी आरोप तय किए हैं। विनोद तोमर डब्ल्यूएफआई के पूर्व सहायक सचिव हैं। राउज एवेन्यू कोर्ट की अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट प्रियंका राजपूत ने आदेश पारित किया है। बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ छह पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे।उनकी शिकायतों के आधार पर पुलिस ने सांसद के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की थी।शिकायतकर्ताओं ने पहले सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है और जांच सही रास्ते पर है। बृजभूषण सिंह पर एक नाबालिग पहलवान ने भी आरोप लगाए थे। हालांकि, बाद में उसने अपनी शिकायत वापस ले ली और दिल्ली पुलिस ने उस मामले में यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो अधिनियम) के तहत क्लोजर रिपोर्ट दायर की। राउज एवेन्‍यू कोर्ट द्वारा आरोप तय किए जाने के बाद अब इस मामले में ट्रायल शुरू होगा। सबसे पहले जांच एजेंसी यानी दिल्‍ली पुलिस आरोपी बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जिन तीन धाराओं में आरोप तय किए गए हैं, उसे साबित करने के लिए अपने सबूत पेश करेगी। बचाव पक्ष की तरफ से पेश सबूतों पर जिरह की जाएगी. इसके बाद बृजभूषण अपने बचाव में सबूत पेश करेंगे, जिससे दिल्‍ली पुलिस के वकील की तरफ से सवाल-जवाब किए जाएंगे। ट्रायल पूरा होने के बाद कोर्ट दोष साबित होने के संबंध में अपना फैसला सुनाएगी।
निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लगाई फटकार, कहा-वोटर्स को गुमराह कर रहे, डेटा में देरी पर उठाए थे सवाल*
# election_commission_castigated_congress_president_mallikarjun_kharge
निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव में बाधा डालने के लिए कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को फटकार लगाई। चुनाव आयोग ने वोटिंग के संशोधित आंकड़ों में कथित हेरफेर करने के कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर आपत्ति जताई है। आयोग ने उनके बयानों को चुनाव संचालन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर आक्रामकता करार दिया। दरअसल, मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया था कि मतदान प्रतिशत के आंकड़े जारी करने में अत्यधिक देरी की गई और उस डेटा में विसंगतियां पाई गई। उन्होंने कहा था कि चुनावों की स्वतंत्र और निष्पक्ष प्रकृति पर ये गंभीर संदेह पैदा कर रही है। चुनाव आयोग ने कहा कि जारी चुनावों के बीच मतदान के आंकड़ों को लेकर लगाए जा रहे निराधार आरोप भ्रम पैदा करने, गुमराह करने और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने में बाधा डालने के लिए हैं। इस तरह के बयानों का मतदाताओं की भागीदारी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और राज्यों में चुनाव मशीनरी का मनोबल गिरा सकता है। आयोग ने स्पष्ट किया कि मतदान के आंकड़े जारी करने की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार है। आयोग ने कहा कि खड़गे के बयान न केवल निराधार हैं, बल्कि चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर सवाल उठाकर लोकतंत्र को कमजोर करने का प्रयास भी हैं। चुनाव आयोग ने अपने बयान में मतदान के आंकड़े देने में किसी भी देरी से इनकार किया। इलेक्शन कमीशन ने कहा कि एनेलेसिस के बाद जारी होने वाला मतदान आंकड़ा हमेशा से अनुमानित आंकड़ों से ज्यादा रहता आया है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद से आयोग यह आंकडा उपलब्ध करवाने के लिए फैक्चुअल मैट्रिक्स भी उपलब्ध करवाता रहा है। कमीशन ने कहा कि इतनी सब ऐहतियात होने के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष लोगों को भ्रमित करने के लिए एक पक्षपातपूर्ण कहानी को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। बता दें कि आयोग का यह बयान खरगे की ओर से इंडी गठबंधन के नेताओं को लिखे गए उस पत्र के संदर्भ में आया है, जिसमें उन्होंने देरी से वोटिंग के आंकड़े जारी करने पर धांधली की आशंका जताई थी। पत्र में खरगे ने विपक्षी गठबंधन के नेताओं से अपील की थी कि वे ऐसी धांधलियों के खिलाफ आवाज उठाएं। खरगे ने लिखा 'हमारा एकमात्र उद्देश्य संविधान की रक्षा और लोकतंत्र की संस्कृति की रक्षा करना है'।
साउथ फिल्मों के सुपरस्टार चिरंजीवी और बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री वैजयंती माला पद्म विभूषण से सम्मानित, यह देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान

साउथ फिल्मों के सुपरस्टार चिरंजीवी और बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा वैजयंती माला को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। नई दिल्ली में पद्म पुरस्कार दिए गए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वैजयंती माला और चिरंजीवी को सिनेमा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए पद्म विभूषण से नवाजा। यह देश का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है। मशहूर डांसर पद्मा सुब्रमण्यम को भी पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। इस मौके पर वैजयंती माला बेहद खुश थी। 90 साल की उम्र में पद्म विभूषण से सम्मानित होकर वह गर्व महसूस कर रही थी। वैजयंती माला ने पद्म विभूषण सम्मान पाने पर कहा कि साल 1969 में मुझे पद्म श्री मिला था और अब पद्म विभूषण मिला है। मैं बहुत खुश और आभारी हूं। यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। वैजयंती माला ने आगे कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के प्रति अभारी , जिन्होंने मेरी कला और नृत्य के साथ-साथ फिल्मों को भी मान्यता दी है। मैं यह पुरस्कार पाकर खुश और विनम्र हूं।

 वैजयंती माला एक मशहूर क्लासिकल डांसर भी रही हैं। उन्होंने इस साल मार्च में रामलला की राग सेवा में अयोध्या पहुंचकर डांस किया था। 90 साल की उम्र में उन्होंने अपने जबरदस्त क्लासिक डांस से सबका मन मोह लिया था। वैजयंती माला 50 और 60 के दशक की जानी-मानी एक्ट्रेस रही हैं। उन्होंने 16 साल की उम्र में एक तमिल फिल्म से एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। उन्हें 'देवदास', 'मधुमति', 'नया दौर' और 'साधना' जैसी फिल्मों के लिए याद किया जाता है। वैजयंती माला ने साल 1970 में फिल्म 'गंवार' करने के बाद एक्टिंग से रिटायरमेंट ले लिया था।

वहीं चिरंजीवी की बात करें तो उनका असली नाम कोनिडेला शिव शंकर वर प्रसाद राव है। लेकिन फिल्मों में आने के बाद वह मेगास्टार चिरंजीवी के नाम से मशहूर हो गए। चिरंजीवी ने अपने अब तक के करियर में 150 से भी ज्यादा फिल्में की और कई रिकॉर्ड बनाए। साल 2006 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया और अब पद्म विभूषण से नवाजा गया। चिरंजीवी पहले ऐसे साउथ एक्टर हैं जो 1987 में हुए ऑस्कर समारोह में शामिल हुए थे।

चीन की गोद में बैठे मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने अब उसे ही दिया झटका, ड्रैगन के जासूसी जहाज को रोका, नहीं दी अनुमति

चीन की गोद में बैठे मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने उसे ही झटका दे दिया. मालदीव ने चीन के जासूसी जहाज को रोक दिया है, उसे अनुमति नहीं दी गई है. इसे हिंद महासागर की सुरक्षा के हिसाब से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने कहा कि उनकी सरकार ने मालदीव के जल क्षेत्र में चीनी जहाज को अनुमति नहीं दी है. मालदीव के विदेश मंत्री का यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब चीन का जासूसी जहाह जियांग यांग होंग-3 फिर से मालदीव पहुंचा है. यह बीते दो महीने में दूसरी बार है, जब चीन का जासूसी जहाज मालदीव गया है. वहीं, इससे पहले मालदीव ने भारतीय लोगों को पर्यटन के लिए मालदीव आने का आग्रह किया था। 

भारत के दौरे पर आए मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने कहा था कि हिंद महासागर की शांति और सुरक्षा भारत, मालदीव, श्रीलंका और हमारे पड़ोस के बाकी देशों के लिए महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा, हम साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे. हम एक शांतिपूर्ण देश के रूप में उन जहाजों का स्वागत करते हैं, जो शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए आते हैं, लेकिन वे मालदीव के जल क्षेत्र में अनुसंधान के लिए नहीं आए, हमने मालदीव के जल क्षेत्र में अनुसंधान के लिए चीनी जहाज को अनुमति नहीं दी है. मूसा जमीर ने कहा कि मालदीव के जल क्षेत्र में रिसर्च करने वाले जहाजों का स्वागत नहीं है.

दूसरी बार गया चीन का जहाज

दरअसल, इंडिया आउट का नारा देने वाले राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू चीन के काफी करीब पहुंच गए थे. चीन के हस्तक्षेप के बाद मालदीव और भारत के रिश्ते और खराब हो गए थे. भारत से तनातनी के बीच 27 अप्रैल को चीनी रिसर्च जहाज जियांग यांग होंग 3 मालदीव के जलक्षेत्र में लौटा था. मालदीव में मुइज्जू की सरकार बनने के बाद यह दूसरी बार हुआ. इससे पहले रक्षा मंत्री घासन मौमून ने पिछले महीने मालदीव की संसद को बताया था कि चीनी जहाज मालदीव के जल क्षेत्र के अंदर और उसके निकट जाने के बावजूद कोई शोध नहीं करेगा. अब इसे मंजूरी नहीं देने की खबरें आ रही हैं.

जेल से चुनाव लड़ेंगे खालिस्तान समर्थक अमृतपाल, नहीं मिली पैरोल

#khalistani_amritpal_singh_will_file_nomination_from_jail

असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तानी समर्थक और 'वारिस पंजाब दे' संगठन का मुखिया अमृतपाल सिंह पंजाब से लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटा है। अमृतपाल सिंह पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने जा रहा है। अमृतपाल सिंह ने लोकसभा चुनाव में नामांकन दाखिल करने के लिए हाईकोर्ट का रूख किया था। कोर्ट ने अमृतपाल की याचिका को खारिज कर दिया। वह अब जेल से रहकर ही नॉमिनेशन भरेगा।

अमृतपाल सिंह ने अपना नामांकन दाखिल करने के लिए पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट का रूख किया और नामांकन दाखिल करने के लिए 7 दिनों की अस्थायी रिहाई की मांग की थी।अब इस पर कोर्ट का फैसला आ गया है जिसने अमृतपाल सिंह की याचिका को खारिज कर दिया है।इस मामले पर पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में जस्टिस विनोद एस भारद्वाज सुनवाई करते हुए याचिका को खारिज कर दिया।

पंजाब सरकार व चुनाव आयोग ने कट्टरपंथी सिख अमृतपाल सिंह को लोकसभा चुनाव में नामांकन दायर करने के लिए सभी सुविधा उपलब्ध करवा दी है। पंजाब सरकार ने कोर्ट को बताया कि डिब्रूगढ़ जेल के सुपरिंटेंडेंट जेल में ही अमृतपाल सिंह के नॉमिनेशन की सभी प्रक्रिया पूरी करेंगे व सोमवार को अमृतपाल सिंह के नामांकन का काम पूरा हो जाएगा।

अमृतपाल सिंह के अधिवक्ता राजदेव सिंह खालसा ने उससे चुनाव लड़ने की मांग की थी। वकील ने दावा किया था अमृतपाल ने ने पंथ के हित में उसका ये अनुरोध स्वीकार कर लिया था। बता दें कि अमृतपाल सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगा। बता दें कि अमृतपाल सिंह ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का प्रमुख है। अमृतपाल सिंह को पिछले साल अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था।र उसके खिलाफ सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाया गया था। अमृतपाल सिंह अपने नौ सहयोगियों के साथ फिलहाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है।

सुप्रीम कोर्ट से केजरीवाल को बड़ी राहत, एक जून तक के लिए मिली अंतरिम जमानत

#delhi_chief_minister_arvind_kejriwal_granted_bail 

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। शीर्ष अदालत ने चुनाव प्रचार के लिए केजरीवाल को 1 जून तक के लिए अंतरिम जमानत दे दी है। केजरीवाल को 2 जून को फिर से सरेंडर करना होगा। अंतरिम जमानत के दौरान केजरीवाल चुनाव प्रचार भी कर पाएंगे। जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की पीठ ने पिछली सुनवाई में अंतरिम जमानत पर फैसला सुरक्षित रख लिया था। केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि केजरीवाल आज ही किसी भी समय जेल से बाहर आ सकते हैं।

हाल ही में ईडी ने केजरीवाल की जमानत अर्जी का विरोध करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर किया था। इसमें केंद्रीय एजेंसी ने कहा था कि चुनाव में प्रचार करने का अधिकार न तो मौलिक अधिकार है और न ही संवैधानिक। यहां तक कि यह कानूनी अधिकार भी नहीं है। उपरोक्त तथ्यात्मक और कानूनी दलीलों के मद्देनजर अंतरिम जमानत के आग्रह को खारिज कर दिया जाना चाहिए क्योंकि यह कानून के स्थापित सिद्धांतों के विपरीत होगा जो संविधान की मूल विशेषता है। केवल राजनीतिक चुनाव प्रचार के लिए अंतरिम जमानत देना समानता के नियम के खिलाफ होगा और भेदभावपूर्ण होगा 

वहीं, ईडी के हलफनामे पर केजरीवाल की लीगल टीम ने कड़ी आपत्ति जताई थी। हालांकि ईडी की सभी दलीलों को दरकिनार करते हुए अदालत ने केजरीवाल को अंतरिम जमानत दे दी। सीएम केजरीवाल की बेल पर आज दोपहर 2 बजे के बाद सुनवाई हुई। सुनवाई को जल्द खत्म कर कोर्ट ने केजरीवाल को बड़ी राहत दी। उन्हें 1 जून तक ही जेल से बाहर रहने की इजाजत होगी। हालांकि वह इस दौरान लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार कर सकते हैं। इसपर कोई पाबंदी नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि हम केजरीवाल को 1 जून तक के लिए अंतरिम जमानत दे रहे हैं।

अब वह जेल से बाहर आ जाएंगे, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि उनकी रिहाई कब तक संभव है। दरअसल अरविंद केजरीवाल को लोवर कोर्ट ने जेल भेजा है। जबकि उन्हें जमानत सुप्रीम कोर्ट से मिली है। नियमानुसार ऐसे में सुप्रीम कोर्ट का आदेश पहले लोवर कोर्ट भेजा जाता है और यहां से जेल में परवाना भेजा जाता है। हालांकि अरविंद केजरीवाल के वकील ऋषिकेश कुमार के आग्रह पर सुप्रीम कोर्ट ने लोवर कोर्ट के बजाय सीधे तिहाड़ जेल प्रशासन को निर्देशित किया है।

इससे पहले, पीठ में शामिल न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता ने संकेत दिया कि वह मौजूदा आम चुनावों के मद्देनजर आप नेता को अंतरिम जमानत देने पर विचार कर सकती है। उन्होंने कहा कि यह असाधारण स्थिति है और सीएम केजरीवाल कोई आदतन अपराधी नहीं हैं। संघीय जांच एजेंसी ने अंतरिम राहत का विरोध करते हुए कहा कि इससे गलत मिसाल कायम होगी। केजरीवाल ने दिल्ली उच्च न्यायालय के 10 अप्रैल के फैसले के खिलाफ शीर्ष अदालत का रुख किया है।

बता दें कि दिल्ली के कथित शराब घोटाले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को ईडी ने अरेस्ट किया था। 22 मार्च को उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया और ईडी ने 11 दिन कस्टडी रिमांड में रखने और जरूरी पूछताछ करने के बाद उन्हें एक अप्रैल को तिहाड़ जेल भेज दिया था। तब से दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल में थे और वहीं से दिल्ली की सरकार चला रहे थे। हालांकि, लोकसभा चुनावों के दौरान आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से पार्टी का चुनाव अभियान काफी प्रभावित हो रहा था।

रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होगा भारत, अगले वित्तीय वर्ष से गोला-बारूद का आयात बंद कर देगी भारतीय सेना*
#army_says_no_to_ammunition_import_from_next_financial_year हाल के सालों में भारत ने आर्थिक क्षेत्र में काफी तरक्की कर ली है। कुल साल पहले तक भारत दुनियाभर में हथियारों का सबसे बड़ा आयात देश हुआ करता था। हालांकि अब, देश रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होता जा रहा है। इसी क्रम में सेना अगले वित्त वर्ष से गोला-बारूद का आयात पूरी तरह बंद करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि घरेलू उद्योगों ने सभी मांगों को पूरा करने के लिए अपनी क्षमता बढ़ा ली है। सेना के एक अधिकारी के मुताबिक भारतीय सेना साल 2025 से विदेशों से हथियार नहीं खरीदेगा। भारतीय सेना के अतिरिक्त महानिदेशक (खरीद), मेजर जनरल वीके शर्मा ने कहा कि हालांकि सेना ने पहले अपनी वार्षिक गोला-बारूद की जरूरतों को पूरा करने के लिए आयात पर महत्वपूर्ण जोर दिया था, लेकिन अब उसे 175 प्रकार के गोला-बारूद में से लगभग 150 के लिए घरेलू आपूर्तिकर्ता मिल गए हैं। यह उपयोगकर्ता है। मेजर जनरल शर्मा ने पीएचडी चैंबर द्वारा गोला-बारूद उत्पादन पर आयोजित एक सेमिनार के दौरान कहा, "अगले वित्तीय वर्ष में, हम गोला-बारूद का कोई आयात नहीं करेंगे, सिवाय उन मामलों के जहां घरेलू उत्पादन को आर्थिक रूप से व्यवहार्य बनाने के लिए आवश्यक मात्रा बहुत कम है।" वाणिज्य एवं उद्योग विभाग (पीएचडीसीसीआई)। सेना के अधिकारी ने कहा कि निगेटिव लिस्ट के जरिए गोला-बारूद के आयात पर धीरे-धीरे अंकुश लगाया जाएगा। इसके साथ ही अब विदेशी आपूर्तिकर्ताओं से केवल 5 से 10 फीसदी आवश्यकताएं पूरी की जा रही हैं। ऑर्डनेंस फैक्ट्री के अलावा, पिछले कुछ वर्षों में कई प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों भी इस क्षेत्र में प्रवेश कर चुकी हैं। इन्हें अब निगमीकृत किया गया है। इनके जरिए देश के विभिन्न हिस्सों में नए गोला-बारूद के प्लांट आ रहे हैं। थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल मनोज पांडे भी इसे लेकर बयान दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना हथियारों के खरीदार से विकास और उत्पादन में भारतीय उद्योग की भागीदार बन रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर हथियार आपूर्तिकर्ता तैयार करने के लिए राष्ट्रीय चैंपियन की अवधारणा को अपनाया गया है। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय रक्षा उद्योग अनुसंधान और उन्नत उत्पादन तकनीकों में निवेश कर रहा है। सेना वर्तमान में गोला-बारूद पर प्रति वर्ष 6,000 से 8,000 करोड़ रुपये खर्च करती है, जो अब सभी भारतीय निर्माताओं से आएगा।नकारात्मक आयात सूची या सकारात्मक स्वदेशीकरण सूची के क्रमिक कार्यान्वयन के परिणामस्वरूप, विदेशी निर्माता वर्तमान में सेना की गोला-बारूद आवश्यकताओं का केवल 5-10% ही आपूर्ति करते हैं। सकारात्मक स्वदेशीकरण सूचियाँ भारतीय रक्षा मंत्रालय (एमओडी) द्वारा जारी की गई वस्तुओं की सूची हैं जिन्हें भारत घरेलू स्तर पर बनाने की क्षमता रखता है और आयात नहीं किया जाएगा। हाल ही में निगमित आयुध कारखानों के अलावा, हाल के वर्षों में कई निजी क्षेत्र के उद्यमों द्वारा नए गोला-बारूद संयंत्रों की स्थापना के कारण घरेलू विनिर्माण की क्षमता में वृद्धि हुई है। एशिया का सबसे बड़ा गोला-बारूद कॉम्प्लेक्स दो महीने पहले, फरवरी 2024 में, अदानी द्वारा कानपुर में खोला गया था। सुरक्षा बलों के लिए साइट पर हजारों रॉकेट, मिसाइल, छोटे और बड़े-कैलिबर गोला-बारूद और तोपखाने के राउंड का उत्पादन किया जाएगा। इसके अलावा, टाटा सरकारी स्वामित्व वाली हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के अलावा भारत में पहला निजी विमान निर्माता बन गया, जब उसने एयरबस सी-295 परिवहन विमान को असेंबल करना शुरू किया। इसका उद्देश्य 2025-26 तक सभी गोला-बारूद आयात को बंद करना है।