भाजपा से केंद्रीय सरना समिति नाराज,लगाया जल जंगल जमीन लूटने का आरोप,कहा आपस में लड़ाकर राज्य करना चाहती है यह पार्टी
रांची: देश के चुनावी माहौल में आदिवासी संगठन भाजपा से आक्रोशित नजर आ रहे हैं। झारखंड में केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने भाजपा पर कई तरह के आरोप लगाए हैं। अजय तिर्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के झारखंड दौरे पर कहा कि झारखंड में आदिवासियों की कई समस्याएं हैं, जिनकी मांग सालों से आदिवासी करते रहे हैं। लेकिन भाजपा हम आदिवासियों की समस्याओं का हल नही निकाल पाई है जिससे बीजेपी से लोग आहत हैं।
उन्होंने छत्तीसगढ़ का उदाहरण देते हुए कहा कि भाजपा जंगल को बेचकर उद्योगपतियों के हाथो बेचना चाहती है। इससे उनकी मानसा साफ है कि वह हम आदिवासियों का पलायन करना चाहती है। इसे आदिवासी समाज बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी। आरक्षण के मुद्दे पर भी उन्होंने कहा कि बीजेपी आरक्षण देना नहीं चाहती है, और जो मिला है उसे भी समाप्त कर देना चाहती है। हमारा सरना धर्म कोड जो वर्षों से लंबित है बीजेपी नहीं चाहती है कि आदिवासियों को सरना धर्म कोड मिले। इसके साथ ही अजय तिर्की ने एक बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि अगर भाजपा इस बार सत्ता में आती है तो कहीं ना कहीं संविधान पर भी इसका खतरा नजर आ रहा है।
अजय तिर्की ने आगे कहा कि मनीपुर में जिस तरह आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया, मध्य प्रदेश पेशाब कांड, झारखंड एक आदिवासी मुख्यमंत्री को जेल में डाल देना जैसे मामले को झारखंड के आदिवासी नहीं भूल सकेंगे। आदिवासी इस बार उनके बहकावे में नहीं आने वाले हैं। लोकतंत्र के इस पर्व में इस बार झारखंड से भाजपा एक भी सीट पर नहीं जीत पाएगी।
May 05 2024, 19:42