भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया को बड़ा झटका, सैंपल देने से इंकार करने पर नेशनल एंट्री डोपिंग एजेंसी (NADA) ने अस्थाई तौर पर किया निलंबित
भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया को बड़ा झटका लगा है. पूनिया को नेशनल एंट्री डोपिंग एजेंसी (NADA) ने अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया है. पूनिया ने मार्च में सोनीपत में आयोजित नेशनल ट्रायल्स के दौरान डोप सैम्पल नहीं दिया था, जिसके चलते उनपर यह कार्रवाई की गई हैं. सूत्र ने बताया कि बजरंग ने सोनीपत में आयोजित ट्रायल्स के दौरान अपने यूरीन का सैम्पल देने से इनकार कर दिया था. जब तक बजरंग का निलंबन नहीं हटाया जाता तब तक वह किसी भी टूर्नामेंट या ट्रायल्स में भाग नहीं ले पाएंगे.
बता दें कि 10 मार्च को NADA ने बजरंग पूनिया से अपना सैम्पल देने को कहा था, लेकिन इस स्टार रेसलर ने ने ऐसा नहीं किया. इसलिए NADA ने वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (WADA) को इस बारे में सूचित किया. इसके बाद WADA ने NADA को सुझाव दिया कि वह बजरंग से नोटिस जारी करके यह जवाब मांगे कि उन्होंने टेस्ट से इनकार क्यों किया. ऐसे में NADA ने 23 अप्रैल को बजरंग पूनिया को नोटिस जारी कर 7 मई तक जवाब देने को कहा है. जब बजरंग NADA को जवाब देंगे, तब जाकर सुनवाई की तारीख तय की जाएगी.
बजरंग पूनिया को पेरिस ओलंपिक क्वालिफायर्स के लिए आयोजित नेशनल सेलेक्शन ट्रायल्स में हार झेलनी पड़ी थी. टोक्यो ओलंपिक (2020) के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट बजरंग पूनिया को पहलवान रोहित कुमार ने 65 किलोग्राम फ्रीस्टाइल भारवर्ग के सेमीफाइनल में हरा दिया था. ऐसे में उनके पेरिस ओलंपिक 2024 में भाग लेने की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा था.
बजरंग पूनिया ने इस पूरे मामले लेकर कहा, 'मैंने कभी भी नाडा अधिकारियों को सैम्पल देने से इनकार नहीं किया. मैंने उनसे अनुरोध किया कि वे मुझे जवाब दें कि उन्होंने पहले मेरा सैम्पल लेने के लिए जो एक्सपायरी किट लाई थी, उस पर उन्होंने क्या कदम उठाए या क्या कार्रवाई की. उसका जवाब दे दीजिए और फिर मेरा डोप टेस्ट ले लीजिए. मेरे वकील विदुष सिंघनिया इस पत्र का जवाब समय अनुसार देंगे.'
बजरंग पूनिया भारतीय कुश्ती महांसघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने और धरने पर बैठने वाले पहलवानों में शामिल थे. बजरंग पूनिया ने पिछले दिनों यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) को पत्र लिखकर WFI के खिलाफ एक्शन लेने की गुजारिश की थी. हालांकि इसके कुछ दिनों बाद ही UWW ने डब्ल्यूएफआई पर लगा बैन हटा दिया था.
बजरंग पूनिया ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन करते हुए भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता था. तब पुरुषों की फ्रीस्टाइल 65 किलो भारवर्ग के फाइनल में बजरंग पूनिया ने कनाडा के एल. मैकलीन को 9-2 मात दी थी. बजरंग पूनिया का यह कॉमनवेल्थ गेम्स में लगातार दूसरा गोल्ड एवं ओवरऑल तीसरा मेडल था. हालांकि उसके बाद बजरंग पूनिया कुछ खास नहीं कर पाए हैं. हांगझोऊ एशियन गेम्स में भी बजरंग पूनिया को निराशा हाथ लगी थी.
May 05 2024, 13:23