चिराग पासवान का बड़ा बयान : अपने पिता का कसम खा कर कहता हूं, जबतक मैं जिंदा हूं तबतक संविधान जिंदा रहेगा
पटना : विपक्ष द्वारा बार-बार देश का संविधान खतरे में है पर लोजपा (आर) सुप्रीमो चिराग पासवान ने पलटवार करते हुए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि मैं अपने दिवंगत पिता की कसम खाकर कहता हूं कि जबतक मैं जिन्दा हूं तबतक संविधान जिन्दा रहेगा।
चिराग ने राजद पर तंज कसते हुए कहा कि लाठी में तेल पिलवाना भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना। विभिन्न तरह के षड्यंत्र में शामिल होना और इस तरह की राजनीति यह कर रहे है। जिस तरह से तुष्टिकरण की भावना के साथ देश के सारे संसाधनों पर एक धर्म विशेष अधिकार बताना यह वह सच है जिसकी वजह से आज तक बिहार कभी विकसित राज नहीं बन सका।
कहा कि आज प्रधानमंत्री पर उंगली उठा रहे हैं। 10 साल तक आपकी सरकार थी आप ही के परिवार के दो-दो मुख्यमंत्री थे। अगर ऐसे समय् राज्य का विकास किया होता तो यह आज बिहार के हालात नहीं होतीय़ प्रधानमंत्री की योजना गरीब कल्याण की जितनी योजना है। उसमें मुझे बता दीजिए कि कहाँ जाति विशेष की बात हो रही है। धर्म की बात हो रही है। यह वह लोग है। जिनके डर से जाते थे जो गर्व से बोलते हैं कि हम माय समीकरण वाले लोग हैं क्या है यह सांप्रदायिकता नहीं है। ऐसे में जो लोग खुद इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ हमारे प्रधानमंत्री आज की तारीख में उनकी योजनाएं उठा कर देख लीजिए प्रधानमंत्री आवास योजना हो या 85 करोड लोगों को मुफ्त में राशन मिल रहा है। इन तमाम योजनाओं में कहीं पर भेदभाव नहीं किया जा रहा है। कहीं यह तो नहीं देखा गया कि यह हिंदू का घर यह मुसलमान का घर है। सारी योजनाओं को इक्वल डिस्ट्रीब्यूशन किया जा रहा है पर दिक्कत यह है कि हार के डर से अब यह महागठबंधन् वाले लोग बौखलाने लगे हैं। जिस तरीके से आपत्तिजनक भाषण का इस्तेमाल जिस तरह के आरोप प्रत्यारोप की राजनीति यह करते हैं सकारात्मक राजनीति करने के लिए उनके पास कुछ नहीं है। हम लोग अपने मुद्दे गिना रहे हैं बताएं राजद के लोग आपके अपने मुद्दे क्या है। आप भी महागठबंधन के लोग बताएं कि आपने इतने सालों में 55 सालों तक कांग्रेस आपने कांग्रेस सरकारों का नेतृत्व किया अपने देश के लिए क्या किया कांग्रेस ने राजस बताएं कि 15 साल में हमने उज्ज्वला योजना बनाया आयुष्मान और शौचालय बनाया आपके अपने उपलब्धि क्या है।
यह बताएं आरक्षण को क्या हो गया। कहां और किसने आरक्षण को खत्म किया। इस तरह के संविधान जिस संविधान के तहत मेरे प्रधानमंत्री तीन-तीन बार गुजरात के मुख्यमंत्री रहे। जिस संविधान की वजह से आज वह तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं क्यों उसे संविधान को मिटाएगा या खतरे में डालने का। मेरे पिता हमेशा पहरेदार की तरह रहे और हर सरकार में रहे उसे समय पहले अनुसूचित जनजाति एक्ट को लेकर जिस तरह से माननीय न्यायालय के द्वारा उसको कमजोर करने के प्रावधान बना दिए गए थे उसके सॉल्यूशन की बात है उसे समय भी मेरे नेता ने बैठकर हम लोगों ने डटकर सरकार के सामने खड़े रहे सरकार को उसको पुनः उसी स्थिति में वापस उसे कानून को लागू करवाना पर दो दिनों का लोकसभा राज्यसभा हम लोगों ने इस समय डिस्कशन कराया था।
उन्होंने कहा कि आज जो लोग बोलते हैं कि संविधान लोकतंत्र खतरा में है। मैं बोलता हूं मैं और मेरे नेता और मेरे पिता आदरणीय रामविलास पासवान जी के संघर्षों की कसम खा कर यह बोलता हूं कि जब तक चिराग पासवान जिंदा है या संविधान को कोई खतरा नहीं हो ना आरक्षण को कोई खतरा होगा। हर मंच से हमारे प्रधानमंत्री इस बात को कह चुके हैं हर मंच से हमारे गृह मंत्री इस बात को कह चुके हैं इसके बाद डरने की राजनीति महागठबंधन करता है कभी लाठी का डर दिखाकर कभी ऐसी बातों का भ्रम फैला कर क्यों क्योंकि उनके पास कोई मुद्दे बचे हुए नहीं है।
पटना से मनीष प्रसाद
May 03 2024, 21:25