आईएचएम राँची द्वारा रांची में पहली बार होटल कैपिटल रेसीडेंसी में सिल्क रुट कुकिंग का आयोजन
राँची: इंस्टिट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट (आईएचएम) रांची के सहयोग से होटल कैपिटल रेजीडेंसी, राँची में रेशम मार्ग पाककला यानी की 'sillk route cooking' एक फूड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। शुभंकर छौवा विषय आधारित यह पाक यात्रा दिनांक 01अप्रैल 2024 से 28 अप्रैल 2024 तक होटल कैपिटल रेजीडेंसी में आयोजित की जाएगी। जहां अनोखे व्यंजनों का स्वाद चक सकते हैं।
झारखंड के हृदयस्थल में एक करिश्माई चरित्र तथा राज्य का जीवंत 'छौवा' जो स्थानीय पाक शुभंकर सभी भोजन प्रेमियों, खोजकर्ताओं और साहसी लोगों के बहुत ही सहज चरित्र का प्रतिनिधित्व करता है। आईएचएम के आचार्य भूपेश ने बताया कि रेशम का आकर्षण रेशम मार्ग की प्रारंभिक प्रेरक शक्ति थी, जिसने मोतियों और रत्नों, मसालों, कालीनों, कांच, दवाओं, मिट्टी के बर्तनों, हथियारों का स्वागत किया।
लेकिन यह भोजन ही था जिसने इसे जीवित रखा। चाहे इसके यात्री व्यापारी हों या दार्शनिक या योद्धा, वे अपनी पाक आदतों और खाना पकाने के तरीकों को अपने साथ ले जाते थे। चूंकि विभिन्न संस्कृतियों के लोगों ने इस मार्ग पर महीनों और वर्षों तक समय बिताया, इसलिए उनके द्वारा तैयार किए गए व्यंजन प्रभावित होने और बदलने के प्रति संवेदनशील थे।
सिल्क रूट पर प्रत्येक स्थान, चाहे वह शानदार शहर हो, समृद्ध व्यापारिक शहर हो, या हरा-भरा नखलिस्तान हो, का अपना विशिष्ट चरित्र और संस्कृति है और फिर भी यह रेगिस्तान और पहाड़ के पार हर दूसरे स्थान से जुड़ा हुआ है। इसी विचार को उजागर करने के लिए, भोजन की सार्वभौमिक भाषा का जश्न मनाने के लिए पाक अनुभव में विभिन्न संस्कृतियों, क्षेत्रों और पृष्ठभूमि के लोगों को जोड़ने, मसालों की सुगंध हवा में भरने, विविध पाक अनुभवों से उत्साहित कर रहा है।
आज, भारतीय, फ़ारसी और तुर्की व्यंजनों के साथ इतालवी और चीनी खाना पकाने से स्वादिष्ट, सस्ता, साधारण भोजन का प्रतिनिधित्व हो रहा है, जो प्राचीन सिल्क रोड का एक स्थायी प्रभाव है।
इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (आईएचएम) रांची और कैपिटल रेजिडेंसी के आपसी सहयोग से दुनिया के विभिन्न हिस्सों चीन, उत्तर पश्चिम सीमा, मध्य पूर्व और यूरोप के व्यंजनों को एक मंच पर दर्शाएंगे। इस सिल्क रुट कुकिंग फेस्टिवल में आईएचएम के छात्र कैपिटल रेजीडेंसी में 1 से 7 अप्रैल 2024 तक एशियाई व्यंजन, 8 से 14 अप्रैल तक नॉर्थवेस्ट फ्रंटियर व्यंजन, 15 से 21 अप्रैल तक मध्य पूर्व व्यंजन और 22 से 28 अप्रैल, 2024 तक यूरोपीय व्यंजनों की प्रस्तुति लगाएंगे। इस प्रदर्शनी में तीखा कुंग पाओ चिकन, चपली कबाब, अमिनाबादी खुम्ब, झींगा समरकंद, गोश्त निहारि, चिकन पेशावरी, दाल बुखारा, कच्चे गोश्त की बिरयानी, विदेशी चिकन एवम पनीर शावर्मा, विस्कोटी की कुरकुराहट, जैस्मीन एवम ईरानी चाय, तुर्की कॉफी और कश्मीरी कहवा इत्यादि व्यंजनों की प्रस्तुति दी जायेगी। जिसमें आप इन व्यंजनों का स्वाद चक सकते हैं।
आईएचएम राँची के प्राचार्य डॉ. भूपेश कुमार ने इस सिल्क रूट कुकिंग: एक पाककला यात्रा का आयोजन हेतु होटल कैपिटल रेजीडेंसी का अभिवादन करते हुए बताया की यह झारखण्ड राज्य में पहली बार है जब सिल्क रूट कुकिंग के जरिए विभिन्न देशों के व्यजनों को एक मंच पर प्रस्तुत किया जा रहा है, जिससे एक राष्ट्र से दूसरे राष्ट्र के व्यंजनों को जानने का मौका मिलेगा |
Apr 03 2024, 15:22