बिना डॉक्टर के हो रहा जे जे नर्सिंग होम का संचालन
पीडीडीयू नगर- हॉस्पिटल में इलाज नहीं मिलने पर नाराज परिजन ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्रक सौंपा। इमरजेंसी में मरीज के इलाज के लिए हॉस्पिटल पहुंचे परिजनों ने आरोप लगाया की बिना डॉक्टर के हॉस्पिटल का संचालन हो रहा है।
मामला डॉक्टर राजीव गुप्ता जे. जे. नर्सिंग होम अलीनगर का है। जहां 29 फरवरी के रात्रि में अलीनगर निवासी भोला नाथ निगम की अचानक तबियत बिगड़ जाने पर परिजन द्वारा जे जे नर्सिंग होम अलीनगर लगाया गया। जहा हॉस्पिटल कर्मचारी द्वारा इमरजेंसी वार्ड में ले जाकर बैड पर लेटा दिया गया और बीपी चेक कर डॉक्टर राजीव गुप्ता को सूचना दी गई। जिसके बाद परिजन से 1000 रूपए इमरजेंसी फीस मांगा गया। जिस पर परिजन द्वारा पैसा देने के बाद डॉक्टर को जल्दी बुलाने की बात कही गई। थोड़े समय बाद हॉस्पिटल के ऊपरी माले से डॉक्टर राजीव गुप्ता द्वारा कर्मचारी से कहलवा दिया जाता है पेशेंट बहुत सीरियस है बीएचयू ले जाइए। डॉक्टर साहब नहीं आ पाएंगे। परिजन के निवेदन करने पर भी डॉक्टर नीचे नहीं उतरे, ना ही वहां कोई जूनियर डॉक्टर था जो मरीज को देख सके। जिस पर परिजन द्वारा नजदीक के आयुष हेल्थ केयर हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया।
जानकारी के अनुसार आस-पास के लोगों का भी कहना है की इससे पहले से नगर की जनता डॉक्टर राजीव गुप्ता के रवैये से परेशान हो चुका है। इमरजेंसी केस में जे जे नर्सिंग हॉस्पिटल अलीनगर पहुंचता है जहां कोई भी जूनियर डॉक्टर मौजूद नहीं रहता और ना ही डॉ राजीव गुप्ता अपने हॉस्पिटल के छत से नीचे आते है। परिजन का कहना है की ऐसे लापरवाह डॉक्टर को हॉस्पिटल को लाइसेंस की क्या आवश्यकता है जो प्रधानमंत्री आयुष्मान जन आरोग्य योजना में पैनल हॉस्पिटल होने के बाद भी आम नागरिक के जिंदगी के साथ खिलवाड़ करे।
जिस पर परिजनों ने आयुष्मान योजना व हॉस्पिटल लाइसेंस रद्द किए जाने संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी युगल किशोर राय को पत्रक सौंपा जिस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा टीम गठित कर जांच कराने के पश्चात उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
Mar 16 2024, 14:17