संदेशखाली में महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को विरोध में एबीवीपी ने राँची में किया प्रदर्शन,राष्ट्रपति के नाम दिया ज्ञापन
रांची : पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म की जघन्य घटना के विरोध में आज 5 मार्च को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राँची जिला के द्वारा जिला मुख्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपा।
प्रदर्शन कर रहे एबीवीपी के जिला संयोजक अमर सिंह ने कहा पश्चिम बंगाल के उत्तर चौबीस परगना जिले के संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस नेताओं द्वारा महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार, जमीन कब्जाने तथा अपराध से भयमुक्त वातावरण निर्माण कर स्थानीय हिंदू परिवारों को पलायन करने को मजबूर करने के विरोध में आज जिलाभर के कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया है।
संगठन के महानगर मंत्री ऋतुराज शाहदेव ने कहा कि भ्रष्टाचारियों व अपराधियों का संरक्षण कर रही पश्चिम बंगाल सरकार आज आम जनमानस तुष्टीकरण की नीति से त्रस्त है, एक ओर राज्य सरकार संरक्षित भ्रष्टाचारी हर ओर भ्रष्टाचार कर आम लोगों का हक मार रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कानून व्यवस्था की जर्जर स्थिति से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। संदेशखाली में जिन पीड़िताओं के साथ ज्यादती हुई, उनमें से अधिकांशतः पिछड़े वर्ग तथा अनुसूचित जाति वर्ग की महिलाएं हैं। अति शीघ्र संदेशखाली के अपराधियों पर कार्यवाही की जाए अन्यथा विद्यार्थी परिषद आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
एबीवीपी झारखंड के प्रदेश मीडिया संयोजक दुर्गेश यादव ने बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफा की मांग करते हुए कहा कि संदेशखाली में हुए कुकृत्य से पूरा भारत आज शर्मशार हुआ है। महिलाओं के ऊपर जिस प्रकार का शोषण बंगाल सरकार की संरक्षण में एक महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है यह कहीं ना कहीं महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बंगाल सरकार की गंभीरता को दिखाती है।
इस प्रदर्शन में एबीवीपी के विद्यानंद राय, शुभम पुरोहित, अभिनव जीत, कार्तिक गुप्ता, साक्षी गुप्ता, मनीष सिंह, किरण कुमारी, सिद्धांत श्रीवास्तव, सोनी कुमारी, सतीश केशरी के साथ जिला भर के सैकडों कार्यकर्ता उपस्थित थे।
Mar 05 2024, 19:44