सद्गुरु के रास्ते पर चलकर और ज्ञान तथा ध्यान से ही मिलेगा निर्वाण : संतोष कुशवाहा
पूर्णिया : सद्गुरु के बताए रास्ते पर चलकर निर्वाण प्राप्त किया जा सकता है।ज्ञान बिना ध्यान नही, ध्यान बिना ज्ञान नही ,जो ज्ञान और ध्यान दोनों रखता है ,वही निर्वाण के समीप होता है।निर्वाण ही जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति दिलाता है।उक्त बातें सांसद संतोष कुशवाहा ने रविवार को कसबा प्रखण्ड के बोचगांव पंचायत के पोखरिया गांव में तीन दिवसीय भारत वर्षीय विराट सत्संग के 13 वे वार्षिक महाज्ञान यज्ञ को संबोधित करते हुए कही।
संबोधन से पूर्व श्री कुशवाहा ने सद्गुरु महर्षि मेही जी महाराज के तैल चित्र पर माल्यार्पण किया और उपस्थित प्रमुख प्रवचनकर्ता सच्चिदानंद जी महाराज एवं अन्य संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया।
सांसद श्री कुशवाहा ने कहा कि सत्संग का शाब्दिक अर्थ सत्य के साथ होता है।सत्य का मार्ग सबसे बेहतर मार्ग होता है।उन्होंने कहा कि गुरु के बताए और संतों के बताए राह का अनुशरण करने से जीवन धन्य हो जाता है।सांसद ने जीवन मे सदाचार अपनाने का आग्रह करते हुए कहा कि झूठ, नशा,हिंसा, बेईमानी ,व्यभिचार से दूर रहना ही सदाचार है।इसी सदाचार का पालन कर समरस समाज का निर्माण हो सकता है।
उन्होंने सत्संग का श्रवण कर रहे लोगों से कहा कि संतों से आप जो कुछ सुनते हैं उसे अपने जीवन मे उतारना और उससे कुछ सीखना ही सत्संग की सार्थकता है।
इस मौके पर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र यादव,जेडीयू प्रदेश महासचिव अविनाश कुमार सिंह, सीमा मांझी प्रखंड अध्यक्ष भाजपा,सुभाष कुमार उपाध्यक्ष नगर परिषद काबा,दिलीप कलाकार,मिठू चौरीसिया,संजय राय, मुखिया संघ के अध्यक्ष रतेश आनंद ,राजेश राय, नवल राय,रंजीत पासवान मुखिया कुल्लाखास,संजय मिर्धा, विजय राय,मनोज मोदी,चंदन मजूमदार, आशु अर्णव , सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
पूर्णिया से जेपी मिश्र
Mar 04 2024, 09:56