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समाज सुधारक संत गाडगे जी की जयंती भाजपा प्रदेश कार्यालय में पुष्पांजलि अर्पित कर मनाई गयी


राँची: भाजपा प्रदेश कार्यालय में संत गाडगे जी की 148वी जयंती मनाई गई। जयंती समारोह में मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह राज्य सभा सदस्य दीपक प्रकाश उपस्थित हुए।

कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि संत गाडगे बाबा के जीवन का एकमात्र ध्येय था- लोक सेवा। दीन-दुखियों तथा उपेक्षितों की सेवा को ही वे ईश्वर की भक्ति मानते थे। दरिद्र नारायण के रूप में ईश्वर मानव समाज में विद्यमान है। मनुष्य को चाहिए कि वह इस भगवान को पहचाने और उसकी तन-मन-धन से सेवा करें। भूखों को भोजन, प्यासे को पानी, नंगे को वस्त्र, अनपढ़ को शिक्षा, बेकार को काम, निराश को ढाढस और मूक जीवों को अभय प्रदान करना ही भगवान की सच्ची सेवा संत गाडगे मानते थे। 

संगठन महामंत्री ने कहा कि संत गाडगे द्वारा स्थापित 'गाडगे महाराज मिशन' आज भी समाज सेवा में रत है। मानवता के महान उपासक के 20 दिसंबर 1956 को ब्रह्मलीन होने पर प्रसिद्ध संत तुकडो जी महाराज ने श्रद्धांजलि अर्पित कर अपनी एक पुस्तक की भूमिका में उन्हें मानवता के मूर्तिमान आदर्श के रूप में निरूपित कर उनकी वंदना की। उन्होंने बुद्ध की तरह ही अपना घर परिवार छोड़कर मानव कल्याण के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। 

भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष किशुन दास ने कहा कि संत गाडगे बाबा ने तीर्थस्थानों पर कईं बड़ी-बड़ी धर्मशालाएं इसीलिए स्थापित की थीं ताकि गरीब यात्रियों को वहां मुफ्त में ठहरने का स्थान मिल सके। नासिक में बनी उनकी विशाल धर्मशाला में 500 यात्री एक साथ ठहर सकते हैं। वहां यात्रियों को सिगड़ी, बर्तन आदि भी निःशुल्क देने की व्यवस्था है। दरिद्र नारायण के लिए वे प्रतिवर्ष अनेक बड़े-बड़े अन्नक्षेत्र भी किया करते थे।

भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम में प्रदेश मंत्री सीमा पासवान, राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य नीरज पासवान, अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष शिवधारी राम अन्य ने भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

JSSC CGL प्रश्न पत्र लीक मामले को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा का आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल राजभवन जाकर झारखण्ड में परीक्षाओं में धांधली और पेपर लीक कर छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने एवं सीबीआई जाँच करने की माँग को लेकर राज्यपाल से मुलकात कर ज्ञापन सौंपा।

इस दौरान शशांक राज ने कहा कि झारखण्ड में सरकार की विफलता का परिचय यहाँ के छात्रों की दयनीय स्थिति के माध्यम से देखी जा सकती है कि वर्तमान सरकार पिछले 4 सालो में एक भी झारखण्ड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का संचालन नहीं की है। यद्यिप परीक्षा लिया भी गया तो पेपर लीक के मामले में सरकार फसती नजर आ रही है। शशांक ने यह भी कहा कि छात्रों की भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले को चैन से रहने नही देंगे।

ज्ञापन में इस दयनीय स्थिति का उल्लेख निम्न बिन्दुओं के माध्यम से महामहिम राज्यपाल के समक्ष रखा है:

1. झारखण्ड सरकार द्वारा वर्ष 2020 में झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग को 2025 पदों पर नियुक्ति के लिए झारखंड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता का अधियाचना प्रेषित की जाती है।

 2. 2020 से 2024 के दौरान इस परीक्षा हेतु 3 बार आवेदन लिए जाते है और 5 बार परीक्षा घोषित की जाती है लेकिन झारखण्ड के छात्रों का दुर्भाग्य है कि बार- बार आयोग के द्वारा अपरिहार्य कारणों का हवाला देकर परीक्षा स्थगित कर दी जाती है 

3.शुरूवात में 2021 में अप्रैल व मई में परीक्षा तिथि घोषित हुई, स्थगित कर दी गयी, फिर 21 अगस्त 2022 को परीक्षा होनी थी, अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दी गयी। फिर मई - 2023 में परीक्षा होनी थी, पुन स्थगित कर दी गयी, उसके बाद अगस्त 2023 में परीक्षा तिथि की घोषणा की गयी, लेकिन एक बार पुनः परीक्षा स्थगित कर दी गयी।

4. इसके बाद 16-17 दिसंबर 2023 को भी परीक्षा तिथि आयोग के द्वारा घोशित की गयी लेकिन एक बार फिर एजेंसी की असमर्थता का हवाला देते हुए परीक्षा स्थगित कर दी जाती है।

5. सरकार और आयोग के इस डुलमुल रवैये और अपने जीवन के बहुमूल्य समय को बर्बाद होता देख छात्रों ने आयोग के समक्ष 15 दिसम्बर 2023 का विरोध किया और जल्द से जल्द निश्पक्ष व पारदर्शी परीक्षा आयोजित करने की मांग की।

6. तब आयोग ने 21 व 28 जनवरी 2024 को परीक्षा की नयी तिथि की घोषणा की । फिर 21 तारीख की परीक्षा को 4 फरवरी 2024 को कर दिया गया। 28 तारीख की परीक्षा को यथावत रखा गया।

7. 28 जनवरी 2024 को परीक्षा आयोजित हुई। तीन पाली में यह परीक्षा आयोजित की गयी। परीक्षा खत्म होते ही यह चर्चा आम हो गयी कि पश्न पत्र लीक था और एक बड़े गिरोह के द्वारा छात्रों का उतर कुंजी परीक्षा से पहले ही दे दी गयी जिसके साक्ष्य भी उभरकर सामने आने लगे और आयोग के मात्र 4 घंटे के भीतर इस परीक्षा को रद्द घोषित करना पड़ा।

8. पेपर लीक से प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को जीवन एक बार फिर अंधकारमय होगा।

9. इसके बाद इस पेपर लीक मामले को लेकर आयोग के द्वारा ही राँची के नामकुम थाने में कांड संख्या 45/24 दर्ज किया गया। इसके अलावे आयोग ने अपनी सफाई प्रस्तुत करते हुए एजेंसी पर परीक्षा की सारी जिम्मेदारी होती है, का जवाब दिया।

10. ऐसी सूचना मिल रही है कि जिस एजेंसी को आयोग ने परीक्षा लेने कि जिम्मेदारी सौपी है वह पडोसी राज्य बिहार में बैन है, तो यहाँ सवाल उठता है जिस एजेंसी को किसी राज्य ने बैन किया है उसे सबैम हैं उतरे आयोग ने यहाँ परीक्षा लेने की जिम्मेदारी कैसे सौपी? क्या पेपर लीक के मामले में सरकार के हाथ पाक-साफ है?

11. JPSC और JSSC के द्वारा जो भी परीक्षा एजेंसी झारखण्ड सरकार के द्वारा उनका भी पेपर लीक मामले में कही न कही स्थिती संदेह घेरे में है दिया गया है

12. SIT जांच के बीच JSSC अध्यक्ष का इस्तीफा देना संदेह के दयारे में प्रतीत होता है ।

13. इन सभी तथ्य को ध्यान में रखते हुए महोदय सम्पूर्ण मामले का CBI जांच कि जाए।

युवा मोर्चा ने मांग किया कि इस मामले में दोषियों पर सरकार द्वारा पारित प्रतियोगिता परीक्षा ( झारखंड भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम निवारण के उपाय) अधिनियम, 2023 के तहत समुचित करवाई की जाए और साथ ही यथा शीघ्र एक प्रतिष्ठित एजेंसी के माध्यम से परीक्षा कराई जाए।

इस वर्ष लोकसभा चुनाव से पहले जेबीवीएनएल करेगी घरेलू उपभोक्ताओं के विधुत दरों मे बृद्धि,विभाग ने बोर्ड को भेजा है प्रस्ताव

झारखंड, (डेस्क): लोकसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू होने से पहले ही राज्य में नये बिजली टैरिफ की घोषणा हो सकती है. यह टैरिफ वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए होगा. झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा 16 फरवरी को राज्य विद्युत उपभोक्ता सलाहकार परिषद की बैठक कर टैरिफ की अंतिम प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है.

बताया गया कि बजट सत्र के समाप्त होते ही 10 मार्च से पहले ही टैरिफ की घोषणा की जा सकती है.

जेबीवीएनएल के वित्तीय वर्ष 2023-24 के टैरिफ में घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली दर प्रति यूनिट 2.30 रुपये बढ़ाने का प्रस्ताव है. वर्तमान में शहरी घरेलू उपभोक्ताओं की दर 6.30 रुपये/यूनिट है. इसे बढ़ाकर 8.60 रुपये/यूनिट करने का प्रस्ताव है. यह दर 400 यूनिट से अधिक खपत करनेवाले उपभोक्ताओं के लिए है. जबकि, 400 यूनिट तक खपत करनेवाले उपभोक्ताओं की दर 7.60 रुपये/यूनिट करने का प्रस्ताव है.

उम्मीद : उपभोक्ताओं पर नहीं बढ़ेगा ज्यादा बोझ

चुनावी वर्ष को देखते हुए संभावना जतायी जा रही है कि इस वर्ष बिजली टैरिफ में अधिक बढ़ोतरी नहीं की जा सकती है. इधर, राज्य सरकार ने 125 यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा भी की है. जो कैबिनेट में लाया जायेगा. सूत्रों ने बताया कि आयोग द्वारा टैरिफ को लगभग अंतिम रूप दे दिया गया है.

गोड्डा में अडानी समूह 1000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ एक अत्याधुनिक सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट स्थापित करेगा, हज़ारों लोगों को मिलेगा रोजगार

झारखंड (डेस्क): अदाणी समूह की इकाई अंबुजा सीमेंट्स ने 1000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ एक अत्याधुनिक सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है। अपेक्षित मंजूरी के बाद 4 मिलियन टन प्रति वर्ष की क्षमता वाला यह प्रोजेक्ट झारखंड में गोड्डा जिले के मोतिया गांव में स्‍थापित किया जाएगा।

पर्यावरण की दृष्टि से सुरक्षित तरीके से फ्लाई ऐश के निपटान और सर्कुलर इकोनॉमी में योगदान के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण के हिस्से के रूप में, इस प्रोजेक्ट की योजना अडाणी पावर (झारखंड) लिमिटेड के निकट बनाई गई है। यह परियोजना टिकाऊ प्रथाओं के प्रति अंबुजा सीमेंट्स की प्रतिबद्धता का उदाहरण है। झारखंड में समावेशी विकास को बढ़ावा देने के प्रति उसके समर्पण को दर्शाती है। यह इकाई 2,500 से अधिक लोगों के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा करेगी, और इस तरह राज्य की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देगी।

अंबुजा सीमेंट्स पहले से ही झारखंड में 6 मिलियन टन प्रति वर्ष की संयुक्त क्षमता के साथ दो सीमेंट प्लांट संचालित करती है। प्रस्तावित विस्तार क्षेत्र की वृद्धि और विकास की क्षमता में कंपनी के विश्वास को दर्शाता है।

सीमेंट बिजनेस के सीईओ अजय कपूर ने कहा, ‘इस नई सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट में हमारे प्रस्तावित निवेश के साथ, हम अपनी उपस्थिति का विस्तार करने और क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान देने की अपनी प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करना चाहते हैं। हमारा मानना है कि झारखंड में संसाधनों, बुनियादी ढांचे और कुशल जनशक्ति के मामले में अपार संभावनाएं हैं, जो इसे इस परियोजना के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है। हम इस परियोजना के सफल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए राज्य के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं।’

यह प्रोजेक्ट इनोवेशन, सस्टेनेबिलिटी और ग्रोथ के मामले में अंबुजा सीमेंट्स की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है और झारखंड को एक संपन्न व्यापार-अनुकूल राज्य में बदलने के लिए समूह की कंपनियों के साथ इसके तालमेल पर प्रकाश डालता है। यह न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा बल्कि बुनियादी ढांचे के विकास की दिशा में राज्य सरकार के प्रयासों में भी सहायता करेगा। अंबुजा सीमेंट्स रोजगार के अवसर पैदा करने और जिन समुदायों में यह काम करता है, उनके सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है।

आज से झारखंड विधानसभा का बजट सत्र शुरु,मौजूदा हालात के कारण रहेगा यह सत्र हंगामेदार


झारखंड विधानसभा का बजट सत्र आज से शुरू हो गया है। 2 मार्च तक यह सत्र चलेगा। इस सरकार के कार्यकाल का यह आखिरी बजट सत्र है। मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए सत्र के हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं।

वही बजट सत्र के प्रथम दिन सदन में शोक प्रस्ताव के बाद सदन में मौन धारण कर दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित कर अगले दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। 

बजट सत्र की कार्यवाही शुरू होने से पहले सदन के बाहर विपक्ष ने जेएसएससी सीजीएल पेपर लीक मामले पर जोड़दार हंगामा किया। साथ ही सीबीआई से जांच की माग की है। 

 विधानसभा के अंदर घुसते ही विपक्ष के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया है। वे वेल में पहुंच गए। हालांकि, शोक प्रस्ताव के लिए सभी शांत हो गए। पूरे सत्र के हंगामेदार होने के प्रबल आसार हैं।बजट सत्र के पहले दिन जेएसएससी सीजीएल पेपर लीक मामले को सदन में उठाने के लिए विपक्ष तैयार है।

वही जेएसएससी सीजीएल पेपर लीक मामले में सत्ता पक्ष के मंत्रियों का कहना है कि सरकार एसआईटी जांच करवा रही है, जो भी आरोपी होंगे वह पकड़े जाएंगे। इसमें किसी भी तरह से विपक्ष को परेशान होने की जरूरत नहीं है।

हेमंत सोरेन ​​​​​​​की न्यायिक हिरासत 7 मार्च तक बढ़ाई गई, बजट सत्र में भी नहीं हो सकेंगे शामिल_

रांची: पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की न्यायिक हिरासत 7 मार्च तक बढ़ा दी गई है. अब हेमंत सोरेन को 7 मार्च तक जेल में ही रहना होगा. पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और भानु प्रताप की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई. 22 फरवरी को हेमंत सोरेन की न्यायिक हिरासत की अवधि हुई थी. जिसके बाद एक बार फिर से कोर्ट ने न्यायिक हिरासत की अवधी बढ़ा दी है. हेमंत सोरेन जमीन घोटाला मामले में जेल में बंद हैं.

एक तरफ पीएमएलए कोर्ट ने उन्हें विधानसभा सत्र में शामिल होने की अनुमति नहीं दी. वहीं दूसरी तरफ जमीन घोटाले से जुड़े मामले में उनकी न्यायिक अवधि 7 मार्च तक बढ़ा दी गई. 22 फरवरी को न्यायिक हिरासत की अवधि समाप्त होने के बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हेमंत सोरेन और बरगाईं अंचल के निलंबित उपनिरीक्षक भानु प्रताप की पेशी हुई.

जिसमें कोर्ट ने हेमंत सोरेन के वकील के दलील को सुनने के बाद 7 मार्च तक उन्हें तीसरी बार न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.

31 जनवरी 2024 को ईडी की टीम ने देर शाम तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था. इसके बाद 1 फरवरी से 14 फरवरी तक ईडी ने उन्हें रिमांड पर लेकर लंबी पूछताछ भी की थी. वही ईडी के द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद लगभग 1 महीने से ज्यादा समय से पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जेल में हैं.हेमंत सोरेन पर पीएमएलए कोर्ट ने भी अपना फैसला सुनाया. यहां से भी हेमंत को झटका लगा. पूर्व सीएम ने स्पेशल कोर्ट से झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में शामिल होने के लिए अनुमति मांगी थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया.

झारखंड विधानसभा का बजट सत्र कल से: स्पीकर ने की सर्वदलीय नेताओं के साथ बैठक, 27 को पेश होगा बजट

राँची: पंचम झारखंड विधानसभा के बजट सत्र से पूर्व झारखंड विधानसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक की। बैठक में विधानसभा अध्यक्ष रविन्द्र नाथ महतो, मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, कमलेश सिंह एनसीपी, प्रदीप यादव जेवीएम (p), सरयू राय (निर्दलीय), विनोद सिंह (सीपीआई एमएल), लम्बोदर महतो (आजसू), सत्यानंद भोक्ता (राजद) उपस्थित रहे।

स्पीकर रवींद्र नाथ महतो की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सदन की कार्यवाही शांतिपूर्ण संचालित करने पर विचार किया गया। आपको बता दें कि यह बजट सत्र पंचम विधानसभा का अंतिम बजट सत्र होगा इस लिहाज से यह खास है। बजट सत्र के दौरान 27 फरवरी को वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव आगामी वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए बजट पेश करेंगे।

विधानसभा में राज्य सरकार के आला अधिकारियों के साथ भी विधानसभाध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने हाईलेवल बैठक की।

बैठक समाप्त होने के बाद स्पीकर ने कहा कि विधानसभा सत्र सुचारू रूप से किस प्रकार चले इस पर विशेष चर्चा किया गया सत्र के दौरान विपक्ष के विधायकों के द्वारा भी जो बात रखी गई। उसे पर सरकार से विचार विमर्श किया ताकि जनहित में किस प्रकार से कार्य हो सके।

मौसम वैज्ञानिक के अनुसार 22 फरवरी से लेकर 25 फरवरी तक झारखंड के कुछ-कुछ हिस्सों में हल्के और मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना है

रांची : मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार लो लेवल में एक टफ साउथ ईस्ट मध्य प्रदेश से तमिलनाडु तक एवं बंगाल की खाड़ी में एक एंटी साइक्लोन बना हुआ है इसके कारण झारखंड के ऊपर मोसचर का प्रभाव बना हुआ है ।

इस कारण इसका असर झारखंड के मौसम में भी देखने को मिलेगा . मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि 22 फरवरी से लेकर 25 फरवरी तक झारखंड के कुछ-कुछ हिस्सों में हल्के और मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना व्यक्त की जाती है 22 फरवरी को झारखंड के उत्तरी मध्य तथा दक्षिणी पूर्वी भागों में वही 23 फरवरी को दक्षिणी तथा उत्तरी पूर्वी भागों में एवं 24 और 25 फरवरी को राज्य के दक्षिणी भाग में हल्के और मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना व्यक्त की जाती है .

वही चेतावनी की बात की जाए तो गर्जन एवं वज पात की चेतावनी भी व्यक्त की जाती है 22 फरवरी से 25 फरवरी तक यदि तापमान की बात की जाए तो दिन के तापमान में थोड़ी कमी और न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा ।

बजट सत्र में विधानसभा में हेमन्त सोरेन की उपस्थिति को लेकर आज होगी अदालत में फैसला

रांची: झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 23 फरवरी से शुरू हो रहा है. बजट सत्र की कार्यवाही में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन शामिल होंगे या नहीं इस पर गुरुवार को पीएमएलए की विशेष अदालत फैसला सुनाएगी.

मामले में बुधवार को दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था. अदालत में सुनवाई के दौरान हेमंत सोरेन की ओर से महाधिवक्ता राजीव रंजन ने पक्ष रखा था.

उन्होंने कोर्ट को बताया कि 23 फरवरी से शुरू होनेवाला बजट सत्र दो मार्च तक चलेगा. इस बीच 27 फरवरी को चंपाई सोरेन सरकार के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव बजट पेश करेंगे. सत्र के दौरान मनी बिल पास कराना होता है. इसके लिए बहुमत की जरूरत पड़ती है.

पारसनाथ की पहाड़ी क्षेत्र में फिर नक्सली सक्रिय,नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी ने 10 लाख के इनामी नक्सली साहेबराम मांझी को सौंपी कमान

गिरीडीह स्थित पारसनाथ की पहाड़ी का इलाका नक्सलियों के लिए साबसे सुरक्षित क्षेत्र माना जाता रहा है यहां पीड़टांड़ का क्षेत्र नक्सलियों का गढ़ था।तोपचांची, टुंडी तथा आसपास के क्षेत्र में नक्सली गतिविधि का संचालन पारसनाथ पहाड़ी क्षेत्र से हीं नक्सली करते थे।पिछले कुछ दिनों से 15 लाख के इनामी नक्सली कृष्णा हांसदा की गिरफ्तारी के बाद पारसनाथ जोन खाली था। इस लिए इस क्षेत्र से नक्सली गतिविधि शिथिल थी। 

इस बीच विश्वस्त सूत्रों से पता चला कि नक्सली संगठन की सेंट्रल कमेटी के मेंबर प्रयाग मांझी उर्फ विवेक दा ने भाकपा (माओवादी) जोनल कमेटी के मेंबर और 10 लाख के इनामी साहेबराम मांझी को सौंपी है. 

पारसनाथ जोन की कमान संभालने के बाद साहेबराम मांझी इलाके में नक्सली संगठन को मजबूत करने के साथ-साथ संगठन में नये सदस्यों को जोड़ने में जुटा हुआ है. पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी है. गौरतलब है कि साहेबराम मांझी पीरटांड़ थाना क्षेत्र के करंदों का रहने वाला है. उस पर सरकार ने 10 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है.

पारसनाथ जोन में कृष्णा हांसदा का काफी दबदबा था. पूरे इलाके में उसने अपना आतंक मचा रखा था. गिरिडीह पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए एक विशेष अभियान चलाया और 14 जनवरी 23 को 15 लाख के इनामी नक्सली कृष्णा हांसदा को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. कृष्णा की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने काफी राहत की सांस ली और नक्सलियों को भी तगड़ा झटका लगा. पूरा इलाका शांत हो गया. हालांकि बीच-बीच में नक्सली संगठन के कुछ नेताओं द्वारा इलाके में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास पोस्टरबाजी कर किया गया. लेकिन पुलिस की दबिश के कारण नक्सली संगठन पिछले एक साल से अधिक समय से पूरी तरह से बैकफुट पर चला गया. इसी को देखते हुए माओवादियों ने एक बार फिर से पारसनाथ जोन में संगठन को मजबूत करने के लिए साहेबराम मांझी को यह जिम्मेवारी सौंपी है.

कौन है साहेबराम मांझी

साहेबराम मांझी का आतंक न सिर्फ गिरिडीह बल्कि धनबाद, बोकारो के अलावा अन्य कई जिलों में फैला हुआ है. उसके खिलाफ सिर्फ गिरिडीह के पीरटांड़, खुखरा, मधुबन, डुमरी, निमियाघाट के अलावा विभिन्न थानों में 50 से अधिक मामले दर्ज हैं. वह 25 लाख के इनामी नक्सली अजय महतो उर्फ टाईगर का सबसे करीबी है. साथ ही सेंट्रल कमेटी के मेंबर प्रयाग मांझी उर्फ विवेक दा का भी करीबी है.