/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png StreetBuzz संदेशखाली मामलाः सुप्रीम कोर्ट से ममता बनर्जी सरकार को राहत, संसद की विशेषाधिकार समिति की कार्यवाही पर लगाई रोक India
संदेशखाली मामलाः सुप्रीम कोर्ट से ममता बनर्जी सरकार को राहत, संसद की विशेषाधिकार समिति की कार्यवाही पर लगाई रोक

#sandeshkhali_case_big_relief_for_mamta_government_as_supreme_court 

इन दिनों पश्चिम बंगाल में संदेशखाली मामले को लेकर सियासत गर्म है। इस बीच संदेशखली मामले में पश्चिम बंगाल सरकार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने संसद की विशेषाधिकार समिति के नोटिस पर रोक लगा दी है।दरअसल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद सुकांत मजूमदार यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं के प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे थे। पुलिस ने लाठीचार्ज किया और वो घायल हो गए। इसी मामले में संसद की प्रिविलेज कमेटी ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी के खिलाफ विशेषाधिकार उल्लंघन की कार्रवाई करने का फैसला लिया था।ममता बनर्जी सरकार के सांसदों ने प्रिविलेज कमेटी की कार्रवाई को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका पेश की, जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने उस पर रोक लगा दी।

पिछले हफ्ते सभी भाजपा सांसदों को संदेशखाली जाने से रोका जा रहा था, तभी सुकांत मजूमदार पुलिस से भिड़ गए। इस दौरान उन्हें चोटें भी आईं। सांसदों से दुर्व्यवहार के मामले में शिकायत मिलने पर लोकसभा सचिवालय की विशेषाधिकार समिति ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और संबंधित जिले के डीएम एसपी और थानाध्यक्ष को समन जारी कर 19 फरवरी को पेश होने का आदेश दिया था।

इस नोटिस को चुनौती देते हुए पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से याचिका दायर की गई थी। पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी ने यह मामला सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच के सामने उठाया। सिब्बल ने कहा, ‘संदेशखाली में धारा 144 लगी हुई थी। ऐसे में धारा-144 का उल्लंघन करके की गई राजनीतिक गतिविधि विशेषाधिकार का हनन नहीं हो सकती।

प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने वरिष्ठ अधिवक्ताओं की दलीलों का संज्ञान लिया और सोमवार सुबह साढ़े दस बजे पेश होने के लिए जारी नोटिसों पर रोक लगा दी।

बता दें कि पश्चिम बंगाल के 24 उत्तरी परगना जिले में स्थित संदेशखाली लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। यहां कई महिलाओं ने टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उसके करीबी शिबू हजारा एवं उत्तम सरकार पर यौन शोषण और उनकी जमीन पर अवैध कब्जा करने का इल्जाम लगाया है। यहां के प्रदर्शनकारी लगातार प्रशासन से इनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। संदेशखाली के महिलाओं ने मीडिया को बताया कि शाहजहां शेख के लोगों ने न सिर्फ उनके साथ अत्याचार किया, बल्कि उनके मछली पालन वाली जमीन भी कब्जा ली थी। इसके साथ ही यह भी बताया कि शाहजहां शेख, शिबू हजारा और उत्तम सरकार के लोग नाबालिग बच्चों को नहीं छोड़ते थे। उन्हें शराब के साथ हथियार थमा देते थे। हालांकि राज्य सरकार ने इस मामले में बीजेपी पर तिल का ताड़ बनाने का आरोप लगाया है।

क्या एमएसपी की कानूनी गारंटी पर अध्यादेश की मांग रहेगी जारी, या चौथे दौर की बातचीत के बाद खत्म होगा आंदोलन?

#farmers_protest_2024 

केंद्र सरकार और किसानों के बीच रविवार देर रात हुई चौथे दौर की बैठक बेनतीजा रही है। हालांकि, बैठक में शामिल केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इस बैठक को सकारात्मक बताया है। उन्होंने कहा कि 'नए विचारों और सुझावों के साथ हमने भारतीय किसान मज़दूर संघ और अन्य किसान नेताओं के साथ सकारात्मक चर्चा की। गोयल ने कहा कि पिछले 10 साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से किए गए कार्यों को कैसे आगे बढ़ाया जाए, इस पर हमने विस्तार से बात की है। केंद्र सरकार ने किसानों के सामने फसलों के विविधीकरण का प्रस्ताव रखा है, जिसके तहत अलग-अलग फसलें उगाने पर उन्हें एमएसपी पर ख़रीदा जाएगा।

इससे पहले फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी और कर्ज माफी समेत 12 मांगों को लेकर दिल्ली कूच के लिए निकले किसान अध्यादेश की मांग की। रविवार को चंडीगढ़ में सरकार के साथ देर शाम करीब सवा आठ बजे शुरू हुई चौथे दौर की वार्ता में किसान संगठनों ने स्पष्ट कर दिया है कि एमएसपी की कानूनी गारंटी के लिए केंद्र अध्यादेश लेकर लाए। वह इससे कम किसी बात पर नहीं मानेंगे। 

किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने केन्द्र सरकार से शनिवार को मांग की कि वह न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी गारंटी देने के लिए अध्यादेश लाए। पंधेर ने शंभू बॉर्डर पर कहा कि अगर केन्द्र सरकार चाहे तो वह रातों रात अध्यादेश ला सकती है। अगर सरकार किसानों के आंदोलन का कोई समाधान चाहती है तो उसे यह अध्यादेश लाना चाहिए कि वह एमएसपी पर कानून लागू करेगी, तब बातचीत आगे बढ़ सकती है।

उधर, केंद्र सरकार ने हरियाणा से सटे पंजाब के सात जिलों पटियाला, एसएएस नगर (मोहाली), बठिंडा, मुक्तसर साहिब, मानसा, संगरूर और फतेहगढ़ साहिब में इंटरनेट पर पाबंदी 24 फरवरी तक बढ़ा दी है। इससे पहले 12 से 16 फरवरी तक तीन जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद की गई थीं। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्रीय मंत्रियों से चंडीगढ़ में 15 फरवरी को हुई बैठक में इंटरनेट बंद होने का मुद्दा उठाया था। वहीं, हरियाणा ने भी अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों में मोबाइल इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाएं बंद कर दी हैं।

किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए क़ानून बनाने और स्वामीनाथन आयोग की सभी सिफारिशों को लागू करने की मांग कर रहे हैं। किसान नेताओं ने अपनी मांगों को लेकर दिल्ली चलो का नारा दिया थाय़ 12 फ़रवरी को केंद्र सरकार के साथ बातचीत बेनतीजा रहने के बाद किसान अगले दिन पंजाब-हरियाणा की सीमा शंभू बॉर्डर पर पहुंचे थे। वहां से जब उन्होंने हरियाणा की सीमा में दाखिल होने की कोशिश की तो सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक दिया। सुरक्षा बलों ने किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े, पैलेट गन से गोलियां चलाईं. किसानों पर ड्रोन से भी आंसू गैस के गोले छोड़े गए। इसमें कई किसान और पुलिसकर्मी घायल हुए।

बता दें कि दो साल पहले भी किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाला था। इसके बाद किसानों के आंदोलन के आगे झुकते हुए नरेंद्र मोदी सरकार ने कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) क़ानून -2020, कृषक (सशक्तीकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार कानून 2020 और आवश्यक वस्तुएं संशोधन अधिनियम 2020 को रद्द कर दिया था। इस क़दम के बाद सरकार ने किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देने का वादा किया था। इस पर किसानों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया था।

पीएम मोदी ने संभल में रखी कल्कि धाम की आधारशिला, सीएम योगी- आचार्य प्रमोद कृष्णम साथ रहे मौजूद

#narendra_modi_in_kalki_dham_sambhal 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं। वह कल्कि धाम मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने सुबह संभल पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संभल में कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास किया। पीएम मोदी कांग्रेस से निष्कासित नेता और कल्कि पीठाधीश्वर प्रमोद कृष्णम के न्योते पर संभल पहुंचे।बता दें कि कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम हैं।

कल्कि धाम में आज कई संत, धर्मगुरु और अन्य जाने-माने लोग शामिल हुए हैं। वहीं, उज्जैन के बाबा महाकाल मंदिर से जुड़े महात्मा वैदिक मंत्र के बीच पूजन का कार्यक्रम संपन्न करा रहे हैं। इस कार्यक्रम में अयोध्या के हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास, राम विलास वेदांती एवं स्वामी रितेश्वर महराज भी पहुंचे हैं। पीएम मोदी के दौरे से पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कल्कि धाम पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया।

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बताया कि उन्होंने 18 वर्ष पहले श्री कल्कि धाम बनाने का सपना देखा था। वर्ष 2016 में शिलान्यास की तैयारियां चल रही थीं। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बताया कि कलियुग के अंत में भगवान विष्णु कल्कि रूप में अवतरित होंगे। स्कंद पुराण में भी इसका जिक्र मिलता है। संभल में भगवान शिव, श्रीकृष्ण और कलियुग में अवतरित होने वाले भगवान कल्कि से जुड़े 68 तीर्थ व 19 धर्म कूप भी हैं।

आज भी ईडी के सामने पेश नहीं होंगे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, समन को फिर बताया गैर कानूनी

#Delhiarvindkejriwaltonotappearbeforeedtoday

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर ईडी के समन की अनदेखी की है। केजरीवाल एक बार फिर ईडी के सामने पेश नहीं हो रहे हैं।दिल्ली के कथित शराब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही ईडी ने पूछताछ के लिए केजरीवाल को समन भेजा था। आने ने ईडी के समन को गैर कानूनी बताया है। ये छठवां समन है, जिसको केजरीवाल ने इग्नोर किया है। इससे पहले दिल्ली के सीएम ने 2 फरवरी को भी ईडी के सामने पेश होने से इनकार कर दिया था।

ईडी के समन को लेकर केजरीवाल बार-बार मोदी सरकार पर परेशान करने का आरोप लगाते आ रहे हैं। केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी ईडी के समन को लगातार गैर कानूनी बताती आई है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि केंद्रीय एजेंसी ईडी के समन की वैधता का मामला अब कोर्ट में है। वह खुद कोर्ट गई है। ईडी को बार-बार समन भेजने की बजाय कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए।

कितनी बार भेजा गया समन

सीएम केजरीवाल को पहला समन पिछले साल 2 नवंबर के लिए भेजा गया था, जबकि दूसरा समन 21 दिसंबर के लिए भेजा गया, तीसरा समन पिछले महीने 3 जनवरी के लिए भेजा गया था। चौथा समन 17 जनवरी और पांचवां समन 2 फरवरी को भेजा गया था।

क्या है शराब नीति घोटाला

शराब नीति घोटाला दिल्ली सरकार द्वारा 2021 में लागू की गई नई आबकारी नीति से संबंधित है। इस नीति के तहत दिल्ली सरकार ने शराब की बिक्री का ठेका निजी कंपनियों को दे दिया था। आरोप है कि इस नीति में कई अनियमितताएं की गईं और शराब कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया।इस घोटाले की जांच सीबीआई और ईडी कर रही है। सीबीआई ने इस मामले में मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, दिनेश अरोड़ा, विजय नायर, समीर महेंद्रू और अभिषेक बोइनपल्ली सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया है।

किसानों और केंद्र सरकार के बीच चौथे दौर की बैठक शुरू, क्या आज निकल पाएगा समाधान, या जारी रहेगा आंदोलन

डेस्क: किसानों के आंदोलन का आज छठा दिन है। किसान शंभू बॉर्डर पर अड़े हुए हैं और प्रशासन द्वारा लगातार किसानों को दिल्ली की तरफ बढ़ने से रोका जा रहा है। इस बीच चंडीगढ़ में किसानों और सरकार के बीच चौथे दौर की बातचीत चल रही है। किसान संगठनों के 14 नेता इस बैठक में शामिल हुए हैं। इस बैठक में पीयूष गोयल, नित्यानंद राय और अर्जुन मुंडा केंद्र सरकार की तरफ से बैठक में भाग लेने के लिए पहुंचे हैं। वहीं पंजाब के सीएम भगवंत मान और पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड़िया भी इस बैठक में भाग ले रहे हैं। बता दें कि चौथे दौर की यह बैठक शुरू हो चुकी है।

'किसानों की मांग माने सरकार'

बता दें कि इससे पहले केंद्र सरकार और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच तीन राउंड की बैठक चंडीगढ़ में असफल रही है। इससे पूर्व हुए बैठक के बाद किसान नेताओं ने कहा कि सरकार एमएसपी की गारंटी देने की बात पर आनाकानी कर रही है। हालांकि कुछ किसानों ने इस बाबत सोचने का वक्त मांगा लेकिन बावजूद वो इस बात पर अड़े रहे कि किसानों की कर्जमाफी की जाए और उन्हें फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी की गारंटी दी जाए। इससे पहले किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा था कि केंद्र सरकार को टाल-मटोल की नीति नहीं अपनानी चाहिए। 

किसानों ने क्या कहा?

उन्होंने इस बैठक से पूर्व कहा था कि आचार संहिता लागू होने से पहले किसानों की मांगे मान लेनी चाहिए। लोकसभा चुनाव की घोषणा अगले महीने हो सकती है। फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी देने और कर्ज माफी पर किसान संगठनों और केंद्र सरकार के नेताओं के बीच बैठक जारी है। इस बीच हजारों किसान अलग-अलग मांगों को लेकर पंजाब और हरियाणा की सीमा पर शंभू और खनौरी में डटे हुए हुए हैं। वहीं राष्ट्रीय राजधानी में किसानों को प्रवेश करने से रोकने के लिए बड़ी तादाद में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।

अयोध्या: भीड़ की वजह से 3 और नए पथ बनाने जा रही योगी सरकार, रामलला के दर्शन के लिए रोज उमड़ रहा जनसैलाब

डेस्क: यूपी के अयोध्या में रामलला के दर्शन करने के लिए भारी भीड़ आ रही है। 22 जनवरी से अब तक 45 लाख श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन कर लिए हैं। हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। भारी भीड़ को देखते हुए योगी सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है, जिसके तहत 3 नए पथ बनाए जाएंगे।

क्या है पूरा मामला? 

श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए योगी सरकार अब अयोध्या में तीन और नए पथ बनाने जा रही है। पहला पथ लक्ष्मण पथ होगा, जो 6.70 किलोमीटर का होगा। लक्ष्मण पथ गुप्तार घाट से राजघाट तक बनेगा और ये फोर लेन होगा। वहीं दूसरा पथ अवध आगमन पथ होगा, जो 0.30 किलोमीटर का होगा। तीसरा पथ क्षीर सागर पथ होगा, जो 0.400 किलोमीटर लंबा होगा।

अयोध्या में योगी सरकार पहले से ही राम मंदिर जाने के लिए राम पथ, जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ और धर्मपथ बनवा चुकी है लेकिन राम मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या की वजह से ये पथ कम पड़ रहे हैं। अयोध्या की सड़कों पर भारी भीड़ है। सरकार को उम्मीद है कि लक्ष्मण पथ,अवध आगमन पथ और क्षीर सागर पथ बन जाने के बाद श्रद्धालुओं को रामलला के दर्शन में और आसानी होगी।

अस्पताल से डिस्चार्ज हुए पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, सांस लेने में दिक्कत के बाद से जारी था इलाज

डेस्क: पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा को रविवार की दोपहर अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। मणिपाल अस्पताल ओल्ड एयरपोर्ट रोड के एचओड और रिपिरेटरी मेडिसिन और ट्रांसोलैंट फिजिशियन ड़ॉ. सत्य नारायण मैसूर ने कहा कि वह फिट और काम करने लायक हो गए हैं। 

दरअसल पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा को तबियत बिगड़ने के बाद गुरुवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गुरुवार की सुबह उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगी। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए मणिपाल अस्पताल में भर्तीय कराया गया था। जहां डॉ. सत्यनारायण मैसूर ने उनका इलाज करा दिया। अस्पताल ने इस दौरान बयान दिया था कि वो सत्यनारायण मैसूर की देखरेख में हैं और विशेषज्ञों की टीम उनकी स्थिति पर नजर बनाए हुए है। 

अस्पताल से डिस्चार्ज हुए एचडी देवगौड़ा

देवगौड़ा के दामाद मंजूनाथ ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री को पिछले तीन दिनों से तेज बुखार और गंभीर रूप से खांसी हो रही थी। साथ ही उन्हें यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेंक्शन भी है। उन्होंने बताया पिछले तीन दिनों में घर पर ही एंटीबायोटिक्स और कफ सप्रेसेंट्स देकर उनका इलाज किया जा रहा था। 

इसके बाद जब उनकी तबियत गुरुवार को खराब हुई तो उन्हें दोपहर के वक्त अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। बता दें कि देवगौड़ा का जन्म 18 मई 1933 को कर्नाटक के वोक्कालिगा परिवार में हुआ था। वो ओबीसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने 1950 के दशक में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। उनकी शादी चेन्नमा से हुई, जिनसे उनकी 6 संताने हैं। बात दें कि उनके बेटे एचडी कुमारस्वामी कर्नाटक के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।

कैसा रहा देवगौड़ा का राजनीतिक सफर

अगर देवगौड़ा के राजनीतिक सफर की बात करें तो साल 1953-62 तक वो कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़े रहे। साल 1962 में उन्होंने होलेनारासिपुरा सीट ले पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा। निर्दलीय लड़े चुनाव में वो जीत गए। इसके बाद साल 1989 तक लगातार वो 6 बार विधायक चुने गए।

साल 1972-77 के दौरान कर्नाटक विधानसभा में वो नेता प्रतिपक्ष भी रहे। इसके बाद जब इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल की घोषणा की तो उन्हें 2 साल के लिए जेल भी जाना पड़ा। इंदिरा गांधी आपातकाल की घोषणा के बाद वो 2 बार कर्नाटक में जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे। साल 1994 में उन्हीं के नेतृत्व में जनता दल ने कर्नाटक में विधानसभा चुनाव जीता। इसके बाद उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गाय। जून 1996 को उन्हें भारत का प्रधानमंत्री भी बनाया गया।

राहुल गांधी को बड़ा झटका, न्याय यात्रा में फिलहाल शामिल नहीं होंगे अखिलेश यादव

डेस्क: कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बड़ा झटका लगा है। सूत्रों के मुताबिक, राहुल की न्याय यात्रा में फिलहाल अखिलेश यादव शामिल नहीं होंगे। समाजवादी पार्टी की तरफ से कहा गया है कि पहले सीट शेयरिंग पर फैसला होना चाहिए। आज राहुल गांधी की यात्रा से अमेठी के सपा कार्यकर्ताओ को भी कार्यक्रम से दूरी बनाने के लिए कहा गया है। बता दें कि सोमवार को राहुल गांधी की न्याय यात्रा अमेठी पहुंचेगी।

क्या है पूरा मामला?

राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा सोमवार को अमेठी और मंगलवार को रायबरेली आ रही है। समाजवादी पार्टी की तरफ से कहा गया था कि अखिलेश यादव राहुल की यात्रा में अमेठी या रायबरेली में शामिल होंगे। लेकिन यात्रा में शामिल होने का अखिलेश का कार्यक्रम अभी नहीं बना है। रायबरेली और अमेठी के समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्षों को अभी तैयारी के लिए नहीं कहा गया है।

सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस से सीटो पर बंटवारा तय हो जाने के बाद ही अखिलेश का यात्रा में शामिल होने के कार्यक्रम बनेगा। सपा नेताओं का कहना है कि कल दोपहर तक सीट का बंटवारा होने की उम्मीद है। समाजवादी पार्टी यूपी में कांग्रेस को 15 से 16 सीट देने को तैयार है लेकिन कांग्रेस 21-22 सीट मांग रही है। विवाद सीटों की संख्या के साथ-साथ कुछ मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर है, जिस पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी दोनों लड़ना चाहते हैं।

समाजवादी पार्टी को उम्मीद है कि सोमवार दोपहर तक गठबंधन को लेकर स्थिति साफ हो जाएगी।

IND vs ENG: टीम इंडिया ने हासिल की लीड, इंग्लैंड के खिलाफ दर्ज की ऐतिहासिक जीत

डेस्क: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के तीसरे मुकाबले में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 434 रनों से हरा दिया है। इस ऐतिहासिक जीत के साथ ही टीम इंडिया इस सीरीज में 2-1 से आगे हो गई है। इस मुकाबले में भारतीय टीम ने ऑलराउंड प्रदर्शन किया और इंग्लैंड को एकतरफ अंदाज में यह मुकाबला हरा दिया। एक पल के लिए ऐसा लग रहा था कि यह मैच पांचवें दिन खत्म होगा, लेकिन टीम इंडिया की शानदार गेंदबाजी के सामने कोई भी इंग्लिश बल्लेबाज टिक नहीं सका और 557 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए वे 122 के स्कोर पर ऑलआउट हो गए। यह टीम इंडिया के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी जीत है।

टीम इंडिया ने दर्ज की ऐतिहासिक जीत

भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में अब तक की अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। इससे पहले टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ साल 2021 में 372 रनों से मैच जीता था। वह जीत टीम इंडिया के लिए सबसे बड़ी जीत थी, लेकिन अब लिस्ट में बड़ा फेरबदल हुआ है। वहीं बात करे पूरी दुनिया में तो यह किसी भी द्वारा टेस्ट क्रिकेट में रनों के मामले में 8वीं सबसे बड़ी जीत है। इस लिस्ट में इंग्लैंड की ही टीम पहले स्थान पर है। उन्होंने साल 1928 में ऑस्ट्रेलिया को 675 रनों से हराया था।

कैसा रहा पूरे मैच का हाल

इंग्लैंड के खिलाफ इस मुकाबले में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया था। खेल के पहले दिन रोहित का ये फैसला एक पल के लिए गलत साबित होता नजर आया, जब टीम इंडिया ने सिर्फ 33 रन के स्कोर पर 3 विकेट खो दिए थे, लेकिन वहां के कप्तान रोहित शर्मा ने रवींद्र जडेजा के साथ मिलकर टीम इंडिया के लिए साझेदारी की और एक मुश्किल स्थिति में टीम को बाहर निकाला। दोनों बल्लेबाजों के बीच चौथे विकेट के लिए 204 रनों का साझेदारी हुई। रोहित शर्मा ने पहली पारी 131 रन बनाए, वहीं जडेजा ने 112 रन। अंत में सरफराज खान ने कुछ दमदार शॉट खेल 62 रन बनाए और टीम इंडिया खेल के दूसरे दिन 445 के स्कोर पर ऑलआउट हुई।

भारत के युवा खिलाड़ियों का कमाल

इंग्लैंड की टीम ने दूसरे दिन बल्लेबाजी करते हुए काफी तेज शुरुआत की और दिन खत्म होने तक दो विकेट खोकर 207 रन बना डाले, लेकिन टीम तीसरे दिन प्लान के साथ उतरी और आर अश्विन के बिना ही भारतीय गेंदबाजों ने इंग्लैंड को 319 के स्कोर पर ऑलआउट कर दिया। इसके बाद टीम इंडिया के पास 126 रनों की लीड थी। इस लीड का भारत के युवा खिलाड़ियों ने जमकर फायदा उठाया और फियरलेस क्रिकेट खेलते हुए भारत को 556 रनों की लीड दिल दी। इस दौरान यशस्वी जायसवाल ने 214 रनों की पारी खेली। 

दूसरी ओर शुभमन गिल ने 91 रन बनाए और सरफराज खान ने 68 रनों की नाबाद पारी खेली। भारत ने 4 विकेट खोकर 430 के स्कोर पर पारी घोषित की इंग्लैंड के सामने एक विशाल लक्ष्य था, लेकिन ऐसा लग रहा था कि मैच तो बड़ा आसानी से पांचवें दिन तक जाएगी। मगर भारतीय गेंदबाज कुछ और इरादे से उतरे थे। उन्होंने इंग्लैंड को 122 रन के स्कोर पर ऑलआउट कर इस मैच को बड़ी आसानी से जीत लिया। इस दौरान जडेजा ने 5 विकेट झटके।

यशस्वी जायसवाल ने बदल दिया टेस्ट क्रिकेट का इतिहास, 147 साल में ऐसा करने वाले बने पहले खिलाड़ी

डेस्क: राजकोट के निरंजन शाह स्टेडियम में टीम इंडिया से सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने धमाकेदार बल्लेबाजी की। उन्होंने इस मैच की दूसरी पारी में दोहरा शतक जड़ दिया। इस पारी में उन्होंने विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए छक्कों की छड़ी लगा दी। यशस्वी जायसवाल ने इस सीरीज में एक ऐसा कारनामा कर दिया है जो टेस्ट क्रिकेट के 147 साल के इतिहास में कोई नहीं कर सका था। 

ऐसा करन वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बने जायसवाल

यशस्वी जायसवाल इस सीरीज में काफी शानदार फॉर्म में दिखाई दे रहे हैं। वह सीरीज में 20 से ज्यादा छक्के जड़ चुके हैं। इसी के साथ यशस्वी जायसवाल क्रिकेट के इतिहास में एक टेस्ट सीरीज के अंदर 20 या उससे ज्यादा छक्के जड़ने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने इस रिकॉर्ड में रोहित शर्मा को पीछे छोड़ा है। रोहित शर्मा ने साल 2019 साउथ अफ्रीका के खिलाफ एक टेस्ट सीरीज में 19 छक्के लगाए थे। 

एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा छक्के जड़ने वाले बल्लेबाज

22 छक्के - यशस्वी जायसवाल बनाम इंग्लैंड (2024)*

19 छक्के - रोहित शर्मा बनाम साउथ अफ्रीका (2019)

15 छक्के - शिमरेन हेमीमीर बनाम बांग्लादेश (2018)

15 छक्के - बेन स्टोक्स बनाम ऑस्ट्रेलिया (2023)

जायसवाल ने इस रिकॉर्ड की कर ली बराबरी 

यशस्वी जायसवाल इस पारी में 236 गेंदों पर नाबाद 214 रन बनाए। इस दौरान यशस्वी जायसवाल ने 14 चौके और 12 छक्के जड़े। इसी के साथ उन्होंने टेस्ट मैच की एक पारी में सबसे ज्यादा छक्के जड़ने के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी भी कर ली है। इससे पहले 1996 में वसीम अकरम ने जिम्बाब्वे के खिलाफ एक टेस्ट पारी में 12 छक्के लगाए थे। 

टेस्ट मैच की एक पारी में सबसे ज्यादा छक्के जड़ने वाले खिलाड़ी 

12 छक्के - यशस्वी जायसवाल

12 छक्के - वसीम अकरम 

11 छक्के - नाथन एस्टल 

11 छक्के - मैथ्यू हेडन 

11 छक्के - ब्रेंडन मैकुलम 

11 छक्के - ब्रेंडन मैकुलम 

11 छक्के - बेन स्टोक्स ब

11 छक्के - कुसल मेंडिस