वज्रपात-बाढ़, लू व शीतलहर का आधे घंटा पहले अलर्ट देगा आईआईटी पटना के सहयोग से बना ‘नीतीश’ उपकरण
डेस्क : आईआईटी पटना के सहयोग से वज्रपात-बाढ़, लू व शीतलहर की आधा घंटा पहले अलर्ट करने वाला उपकरण विकसित किया गया है। दुनिया के इस पहले अनूठे उपकरण का नाम नीतीश दिया गया है। इससे खेत में काम करने वाले मजदूर या बाहर निकलने वाले व्यक्ति को 30 मिनट पहले ही आपदा की सूचना मिलने लगेगी। अब आपदा से पहले ‘नीतीश’ उपकरण बिहारवासियों को आगाह करेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कार्यों की समीक्षा के दौरान यह जानकारी दी गयी। वे बुधवार को प्राधिकरण के कार्यालय गए और वहां का निरीक्षण भी किया।
प्राधिकरण के उपाध्यक्ष उदयकांत मिश्रा ने मुख्यमंत्री को बताया कि बिहार मौसम सेवा केंद्र के सहयोग से सिर्फ वज्रपात ही नहीं बल्कि बाढ़, अत्यधिक गर्मी-लू और शीतलहर जैसी आपदाओं में भी यह पूर्व चेतावनी देगा। यह शरीर की ऊर्जा से चार्ज होगा। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने लॉकेट(पेंडेंट) की शक्ल की इस डिवाइस का नाम नीतीश (नॉवेल एंड इंटेन्स टेक्नालॉजिकल इंटरवेंशन फॉर ह्यूमन लाइव्स) रखा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राधिकरण और आपदा प्रबंधन विभाग आपदा निरोधी कार्यों का बेहतर ढंग से निष्पादन कर रहा है। जो भी नये-नये डिवाइस और तकनीक का प्रयोग हो रहा है उसके संबंध में लोगों को जागरूक करते रहें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में जब हम केंद्रीय कृषि मंत्री थे, उस दौरान आपदा प्रबंधन के कार्यों की शुरुआत कराई थी। इसके पहले मुख्यमंत्री ने बुधवार को सरकार पटेल भवन में आधुनिक राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र का उद्घाटन किया। साथ ही निर्णय समर्थन प्रणाली का रिमोट के माध्यम से शुभारंभ किया। इस अवसर पर आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने मुख्यमंत्री को बताया कि इस व्यवस्था से सभी जिला आपातकालीन संचालन केंद्र से त्वरित सूचना मिल सकेगी।
निर्णय समर्थन प्रणाली की शुरुआत होने से आपदा कार्यों में अंतर्विभागीय समन्वय और बेहतर होगा। संसाधनों का पूर्वानुमान लगाकर आपदा कार्यों का बेहतर ढंग से निष्पादन हो सकेगा।
Feb 01 2024, 09:36