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25 दिसंबर को सुशासन दिवस मनाएगी भाजपा, विभिन्न कार्यक्रमों का होगा आयोजन, CG के किसानों को मिलेगा दो साल का बकाया बोनस

रायपुर-   25 दिसंबर को देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाएगा. इसे लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं. सुशासन दिवस के अवसर पर देशभर में स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा. जिसकी शुरुआत 25 दिसंबर से होगी. जो 1 सप्ताह तक चलेगा. साथ ही 25 दिसंबर को प्रदेश के किसानों को सौगात भी मिलेगी.

घोषणा के मुताबिक प्रदेश की भाजपा सरकार किसानों को दो साल का बकाया बोनस देगी. जिसमें रायपुर जिले के किसानों में 264 करोड़ 79 लाख 45 हजार की राशि वितरित की जाएगी. इसमें 2014-15 के 84 लाख 322 किसानों की 130 करोड़ 50 लाख 62 हजार रुपये की बोनस राशि दी जाएगी. वहीं 2015-16 की 86 हजार 81 किसानों की 134 करोड़ 28 लाख 83 हजार रुपये की बोनस राशि दी जाएगी.

सुशासन दिवस पर नगरीय निकायों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होगा. सुबह 10 बजे अटल चौक में कार्यक्रम का आयोजन होगा. वहीं धान उत्पादन प्रोत्साहन राशि 2014-15 और 2015-16 का बोनस किसानों को दिया जाएगा. इसके लिए सरकार की ओर से प्रदेश के किसानों के लिए 300 रुपये प्रति क्विंटल के आधार से भुगतान करने का आदेश दिया गया है. 2014-15 में 1,91,29,766 करोड़, 2015-16 के 1,80,34,131 की राशि बोनस के रूप में दी जाएगी. इसके लिए कुल 3,71,63,896 करोड़ प्रोत्साहन राशि निर्धारित की गई है.

साय कैबिनेट को लेकर कांग्रेस नेता सुशील आनंद बोले – वरिष्ठों की उपेक्षा सरकार पर पड़ेगी भारी

रायपुर-   साय कैबिनेट गठन को लेकर कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील शुक्ला ने कहा, मंत्रिमंडल में वरिष्ठों की उपेक्षा इस सरकार पर भारी पड़ेगी. अनुशासन का सिर्फ़ डंका पीटते हैं. BJP में सामंजस्य नहीं है, इसका नतीजा आज दिखा. आपसी गुटबाज़ी BJP में हावी थी. इस मंत्रिमंडल में कहीं न कहीं योग्यता की उपेक्षा की गई है.

उन्होंने कहा, जिनका परफॉर्मेंस विधानसभा में बहुत अच्छा था, ऐसे लोगों को मंत्री बनाए जाने की अपेक्षा छत्तीसगढ़ की जनता को थी, लेकिन इस तरह के मंत्रिमंडल बना के जनता को निराश किया गया है. दूसरी बात सरकार के गठन के एक हफ़्ते बाद तक मंत्रिमंडल का गठन नहीं हो पाया था. इसका बड़ा कारण सामंजस्य का अभाव, गुटबाज़ी है. मुझे नहीं लगता कि यह सरकार अपने कार्यकाल पूर्ण कर पाएगी. वरिष्ठों की उपेक्षा इस सरकार पर भारी पड़ेगी.

मोदी की 2 गारंटी पूरे करने वाले BJP के दावे पर पूर्व CM भूपेश का तंज, कहा- धान का 3100 रुपए देने की बात थी, घोषणा पूरी हुई क्या?

रायपुर-  पूर्व मुख्यमंत्री सीएम बघेल ने भाजपा द्वारा मोदी की 2 गारंटी पूरे करने वाले दावे पर तंज कसा है. भूपेश बघेल ने कहा, धान खरीदी का अभी एक महीना बचा है. 130 लाख मैट्रिक टन लक्ष्य है, उसमें सिर्फ 38 लाख टन की खरीदी हुई है, कैसे पूरा होगा. पंचायत में पेमेंट करने की बात थी. धान का 3100 रुपए देने की बात थी, घोषणा पूरी हो गई क्या? आवास का मामला यह है कि, कल प्रस्ताव हुआ है. किस्त जारी करें. जो हम लोगों ने साढे 7 लाख लोगों को दिया था, उसकी दूसरी किस्त जारी करें. कहां कोई भी वादा पूरा हुआ है. इतना ही भूपेश बघेल ने 9 मंत्रियों के शपथ ग्रहण पर भी निशाना साधा है.

बीजेपी के 9 मंत्रियों के शपथ ग्रहण पर पूर्व मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा, रेणुका सिंह, गोमती साय को लोकसभा से विधानसभा लड़ाया, उनको कुछ नहीं मिला. अमर अग्रवाल, धरमलाल कौशिक, धर्मजीत सिंह, राजेश मूणत, अजय चंद्राकर तमाम सीनियर लीडर हैं, उन्हें दरकिनार कर दिया गया. सारे अनुभवी नेता हैं, उन्हें साइड लाइन किया है.

आगे भूपेश बघेल ने कहा, बीजेपी में जो एक बार का विधायक है उसे राजस्थान का मुख्यमंत्री बना दिए. बीजेपी को उन नेताओं से दिल से पूछना चाहिए कि उनके दिल में क्या गुजर रही है, उसको केवल वही समझ सकते हैं.

बृजमोहन चौथी बार बने कैबिनेट मंत्री,नपा अध्यक्ष गफ़्फ़ू मेमन ने दी बधाई

रायपुर–    छत्तीसगढ़ के कद्दावर एवम वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल को लगातार चौथी बार कैबिनेट मंत्री बनाए जाने से उनके समर्थकों और भाजपा कार्यकर्ताओ में खुशी की लहर है। शुक्रवार को बृजमोहन अग्रवाल मंत्री पद की शपथ ही उनके निवास में बधाई देने वाले उनके समर्थकों और भाजपा कार्यकर्ताओं का हुजूम लग गया। दिनभर हजारों की संख्या में कार्यकर्ता उन्हें बधाई देने पहुंच रहे हैं। इस दौरान उनके खास समर्थक गरियाबंद नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार मेमन ने भी उन्हें को कैबिनेट मंत्री बनाए जाने पर सौजन्य मुलाकात कर बधाई और शुभकामना दी।

इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष गफ्फु मेमन ने कहा कि छत्तीसगढ़ के कद्दावर नेता बृजमोहन अग्रवाल को कैबिनेट मंत्री बनाए जाने से उनके लंबे राजनीतिक अनुभव और कुशल नेतृत्व क्षमता और प्रशासनिक दक्षता का लाभ प्रदेश की जनता को मिलेगा। अविभाजित मध्य प्रदेश और फिर छतीसगढ़ में लगातार तीन बार कैबिनेट मंत्री रहे श्री अग्रवाल का छत्तीसगढ़ की जनता से गहरा और आत्मीय संबंध है। वे प्रदेश की जनता के दुख दर्द और समस्याओं को भली-भांति जानते और समझते हैं। 24 घंटे जनता की सेवा में तत्पर रहते हैं। अब तक उन्हें जितनी भी जिम्मेदारी दी गई उनका उन्होंने कुशलता से निर्वहन किया। जिस भी विभाग की जिम्मेदारी संभाली उनमें विकास के नए आयाम स्थापित किए। साथ ही जिम्मेदारी के साथ जनता के समस्याओं को दूर किया उन्हें विकास से जोड़ने का प्रयास किया। मेमन ने विश्वास है जताया की इस बार भी बृजमोहन अग्रवाल के लंबे राजनीतिक अनुभव का लाभ प्रदेश की जनता को मिलेगा और जनता के हित में पूरी निष्ठा व सेवा भाव से उल्लेखनीय काम करेंगे।

भारतीय किसान संघ ने किया CM साय का अभिनंदन, प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी का आदेश जारी होने से खुशी से झूम उठे किसान

रायपुर-   भारतीय किसान संघ छत्तीसगढ़ ने प्रदेश के मुखिया विष्णुदेव साय को किसान हितैषी योजनाओं को प्राथमिकता से लागू करने के लिए आभार व्यक्त किया है।

भारतीय किसान संघ ने मुख्यमंत्री जी को प्रेषित पत्र में किसानों से 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी और 25 दिसंबर को किसानों को 2 वर्षों का बोनस दिए जाने के निर्णय पर प्रसन्नता व्यक्त की है।

9 मंत्रियों को मिला निजी स्टाफ

रायपुर-   9 विधायकों के मंत्री पद की शपथ लेने के बाद उनके कार्य व्यवस्था के लिए अधिकारियों की नियुक्ति कर दी गई है. जिसका आदेश सामान्य प्रशासन विभाग के अवर सचिव ने जारी किया है.

किसानों को प्रति एकड़ होगा 25 हजार रुपये का एक्सट्रा लाभ, धान बेच चुके किसानों को भी मिलेगा इसका लाभ

रायपुर-   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को राज्य में लागू किए जाने के लिए राज्य शासन द्वारा प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी का आदेश लागू हो गया है। किसानों को इसके मान से टोकन जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सोमवार तक सौ फीसद सोसायटियों में इसका क्रियान्वयन होने लगेगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान विक्रय लाभ पूर्व में धान बेच चुके किसानों को भी मिलेगा। इसका आशय यह है कि एक नवम्बर से अब तक पूर्व निर्धारित मात्रा के अनुरूप धान बेच चुके किसान शेष मात्रा का धान उपार्जन केन्द्र में 31 जनवरी तक बेच सकेंगे।

उल्लेखनीय है कि 21 क्विंटल धान की खरीदी 3100 रूपए प्रति क्विंटल के मान से होने पर राज्य के किसानों को बीते खरीफ विपणन वर्ष की तुलना में इस साल प्रति एकड़ धान विक्रय पर लगभग 25,500 रूपए का अतिरिक्त लाभ होगा। खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में राज्य के किसानों से प्रति एकड़ 15 क्विंटल कॉमन धान की 2040 रूपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य की दर से किए जाने के साथ ही उन्हें प्रति एकड़ 9000 रूपए की इनपुट सब्सिडी दी गई, जिसे मिलाकर अधिकतम 39,600 रूपए का भुगतान होता था। इस साल 21 क्विंटल धान की खरीदी 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर से होने से किसानों को प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान बेचने पर 65,100 रूपए मिलेगा। इस प्रकार देखा जाए तो इस साल धान विक्रय पर किसानों को गत वर्ष की तुलना में 25,500 रूपए का अतिरिक्त लाभ होगा।

राज्य में समर्थन मूल्य पर अब तक 10 लाख 61 हजार से अधिक किसानों से धान 48 लाख 95 हजार टन धान की खरीदी की जा चुकी है। इसके एवज में किसानों को 12 हजार 81 करोड़ रूपए का भुगतान बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत किया गया है। धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मिलिंग के लिए निरंतर धान का उठाव जारी है। अब तक 37 लाख 55 हजार 346 टन धान के उठाव के लिए डीओ जारी किया गया है, जिसके विरूद्ध मिलर्स द्वारा 27 लाख 31 हजार 643 टन धान का उठाव किया जा चुका है। इस साल राज्य में 130 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी अनुमानित है। समर्थन मूल्य पर धान उर्पाजन के एवज में किसानों को लगभग 40 हजार करोड़ का भुगतान होगा।

कांग्रेस की कार्यकारिणी बैठक में हुआ हार पर मंथन, सैलजा बोलीं- पिछला चुनाव हो गया अब आगे बढ़ाना है, लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू

रायपुर-   प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में आज कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक हुई. इसमें विधानसभा चुनाव 2023 में मिली हार पर मंथन हुआ. बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, PCC चीफ दीपक बैज और नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत समेत पूर्व मंत्री और विधायक शामिल हुए.

बैठक में विधानसभा चुनाव में हारे हुए विधायकों से खुलकर बातचीत हुई. साथ हीआगामी लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति बनाई गई. कांग्रेस स्थापना दिवस और क्राउड फंडिंग को लेकर भी चर्चा हुई. बताया जा रहा है कि, 28 दिसंबर को नागपुर में कांग्रेस स्थापना दिवस पर बड़ा कार्यक्रम करेगी. छत्तीसगढ़ से 25 हजार कार्यकर्ता कार्यक्रम में शामिल होंगे.

कार्यकारिणी बैठक के बाद प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने कहा कि, कांग्रेस ने क्रॉउड फंडिंग का अभियान छेड़ा है. 28 दिसंबर को कांग्रेस का 139वां स्थापना दिवस है. इस दिन नागपुर में एक बड़ी महारैली होगी. रैली में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी समेत अन्य नेता शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि, छत्तीसगढ़ से हमारे लोग वहां जाना चाहते हैं. 28 दिसंबर को स्थापना दिवस पर कांग्रेस के हर स्थानों पर कांग्रेस का झंडा फहराएंगे.

लोकसभा की तैयारियों को लेकर कुमारी सैलजा ने कहा, पिछला चुनाव हो गया अब आगे बढ़ाना है. जितने विधायक है वह क्षेत्र के दौरे पर है. एक बार फिर काम पर हम लग रहे हैं. लोकसभा की तैयारियां शुरू हो गई है. कुछ लोग पार्टी में है जो सुझाव देते हैं.

कांग्रेस के कई सदस्यों को निष्कासित किए जाने पर प्रदेश प्रभारी ने कहा कि, समीक्षा के स्तर पर पार्टी अंदरूनी समीक्षा कर रही है. साय कैबिनेट में नए चहरों को जगह देने के बात पर कुमारी शैलजा ने कहा, हमने भी टिकट वितरण में नए चहरे लेकर आए. महिलाओं को मौका दिया.

केंद्र सरकार ने CG को जारी किया 2485.79 करोड़ रुपए, CM साय ने पीएम मोदी के प्रति जताया आभार


रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने केन्द्र सरकार की ओर से केन्द्रीय करों से मिली राशि में से छत्तीसगढ़ के हिस्से की राशि राज्य को हस्तांतरित करने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के प्रति आभार व्यक्त किया है. उन्होंने कहा है कि यह जनता से किए गए हमारे वादों को पूरा करने के हमारे प्रयासों को बल प्रदान करेगा.

गौरतलब है कि, आगामी त्यौहारों और नए वर्ष को देखते हुए केन्द्र की ओर से छत्तीसगढ़ को 2485.79 करोड़ रुपए की किश्त जारी की गई है. यह किश्त केन्द्र की ओर से 11 दिसम्बर 2023 को जारी की गई किश्त के अतिरिक्त है. केन्द्र सरकार से मिली इस राशि से राज्य सरकार को समाज कल्याण की योजनाओं और अधोसंरचना विकास योजनाओं के वित्तीय पोषण में मजबूती मिलेगी.

विष्णुदेव साय कैबिनेट ने लिया आकार, समाज के हर वर्ग को मिला प्रतिनिधित्व…

रायपुर-   विष्णुदेव साय मंत्रिमंडल में इस बार नए और पुराने चेहरों के साथ समाज के हर वर्ग को प्रतिनिधित्व दिया गया है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री द्वय अरुण साव और विजय शर्मा के बाद मंत्रिमंडल में जिन नौ मंत्रियों को शामिल किया गया है. उनमें पूर्व सरपंच से लेकर शिक्षक और आईएएस तक शामिल हैं. इन नौ मंत्रियों में पांच नए चेहरे हैं, वहीं चार पूर्व मंत्रियों को जगह मिली है.

आठवीं बार के विधायक बृजमोहन पांचवीं बार बने मंत्री

रायपुर दक्षिण से विधायक बृजमोहन अग्रवाल आठवी बार के विधायक हैं. वह अविभाजित मध्यप्रदेश में पटवा सरकार में मंत्री रहे, इसके बाद रमन सरकार के तीनों कार्यकाल में मंत्री रहे हैं. इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी महंत रामसुंदर दास को रिकार्ड 67,919 मतों के अंतर से हराया. बृजमोहन अग्रवाल अविभाजित मध्य प्रदेश में भी भाजपा सरकार में मंत्री का पद संभाल चुके हैं. मध्य प्रदेश विधानसभा द्वारा उन्हें सर्वश्रेष्ठ विधायक का पुरस्कार भी प्रदान किया गया है.

बृजमोहन अग्रवाल का जन्म एक मई 1959 को रायपुर में हुआ था. कामर्स व आर्ट्स दोनों विषय से पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले बृजमोहन अग्रवाल ने एलएलबी की डिग्री भी ली है. अग्रवाल ने मात्र 16 साल की उम्र में ही 1977 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की सदस्यता ले ली थी. वर्ष 1981 और 1982 के दौरान वे छात्रसंघ के अध्यक्ष भी रहे. 1984 में वे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य बने. 1988 से 1990 तक वे भाजयुमो के युवा मंत्री भी रहे. 1990 में वे पहली बार मध्यप्रदेश विधानसभा में विधायक चुनकर आए. वे राज्य के सबसे युवा एमएलए थे. इसके बाद से 1993, 1998, 2003, 2008, 2013, 2018 और 2023 में वे विधायक चुने गए.

लंबे राजनीतिक अनुभव के धनी केदार कश्यप

कद्दावार आदिवासी नेता और पूर्व सांसद स्व. बलीराम कश्यप के बेटे केदार कश्यप का जन्म पांच नवंबर 1974 को हुआ था. बस्तर के भानपुरी स्थित ग्राम फरसागुड़ा के रहने वाले केदार कश्यप भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष भी रहे. बस्तर ब्लॉक में जनपद सदस्य रह चुके केदार कश्यप 2003 में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए. 2008 में दूसरी एवं 2013 में तीसरी बार विधायक निर्वाचित हुए.

2003 में केदार कश्यप पहली बार विधायक निर्वाचित हुए. पहली बार विधायक निर्वाचित होने के साथ ही वे राज्य मंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के स्वतंत्र प्रभार में रहे. 2008 में विधायक निर्वाचित होने के बाद आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग छत्तीसगढ़ शासन के मंत्री रहे. 2013 में जीत हासिल करने के बाद मंत्री आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास, पिछडा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास स्कूल शिक्षा विभाग के मंत्री बने.

दूसरी बार के विधायक लखनलाल देवांगन बने मंत्री

कोरबा विधानसभा क्षेत्र से दूसरी बार विधायक बने लखनलाल देवांगन पहली बार मंत्री बने हैं. कोरबा के कोहडिया में रहने वाले लखनलाल ने अपनी राजनीतिक सफर की शुरुआत पार्षद पद से की थी. वर्ष 2005 में पहली बार कोरबा नगर निगम के महापौर के रूप में चुने गए थे.

देवांगन ने 2013 चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बोधराम कंबर को हराकर कटघोरा से विधायक बने. इस दौरान डॉ. रमन सिंह की सरकार में संसदीय सचिव (राज्य मंत्री रैक) बने. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में हार गए. इसके बाद वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में लखनलाल देवांगन कोरबा विधानसभा से चुनाव लड़ा और तीन बार के विधायक व राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल को परास्त किया.

रामविचार नेताम को फिर मिला मंत्री पद

छठवीं बार विधायक निर्वाचित हुए भाजपा के कद्दावर नेता रामविचार नेताम को विष्णुदेव साय मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया है. रामविचार नेताम राज्यसभा के सदस्य और भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके है.

बलरामपुर के ग्राम सनावल निवासी रामविचार नेताम को पार्टी ने रामानुजगंज विधानसभा सीट पर चुनाव मैदान में उतारा था. उन्होंने कांग्रेस के डा. अजय तिर्की को पराजित कर लगातार छठवीं बार विधायक बने हैं. केवल रामविचार नेताम ही नहीं, बल्कि उनका पूरा परिवार राजनीति में सक्रिय है. उनकी पुत्री निशा नेताम जिला पंचायत बलरामपुर की अध्यक्ष तथा धर्मपत्नी पुष्पा नेताम जिला पंचायत सदस्य है. पुष्पा नेताम अविभाजित सरगुजा जिला पंचायत की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं.

विधायक बनते ही लक्ष्मी को मिला मंत्री पद

सरगुजा संभाग और सूरजपुर जिले के भटगांव विधानसभा क्षेत्र से लक्ष्मी राजवाड़े पहली बार विधायक निर्वाचित हुई है, और अब वह मंत्री बनी हैं.

सूरजपुर जिले के भैयाथान विकासखंड अंतर्गत ग्राम वीरपुर की लक्ष्मी राजवाड़े पहली बार जनपद सदस्य के पद पर निर्वाचित हुई थीं. पिछले पंचायत चुनाव में उन्होंने जिला पंचायत सदस्य का चुनाव भी जीता था. वर्तमान में जिला पंचायत सूरजपुर के सदस्य के अलावा वे भाजपा महिला मोर्चा सूरजपुर की जिला अध्यक्ष भी हैं.

भाजपा संगठन में आरंभ से ही सक्रिय लक्ष्मी राजवाड़े ने अपने पहले ही चुनाव में दो बार के विधायक कांग्रेस के पारसनाथ राजवाड़े को 43 हजार से अधिक मतों से पराजित किया है. लक्ष्मी राजवाड़े को संगठन में सक्रियता की वजह से पार्टी ने प्रत्याशी बनाया था, और अब विधायक निर्वाचित होने के बाद मंत्री पद की बड़ी जबाबदारी दी जा रही है.

दूसरी बार के विधायक हैं श्याम बिहारी

विष्णुदेव साय मंत्रिमंडल का हिस्सा बने श्याम बिहारी जायसवाल सरगुजा संभाग के मनेन्द्रगढ़ विधानसभा से दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं.

अविभाजित कोरिया जिले में भाजपा के बड़े चेहरे श्याम बिहारी जायसवाल पूर्व में जनपद पंचायत खड़गवां के अध्यक्ष भी रह चुके है. भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष रह चुके जायसवाल ने वर्ष 2013 के चुनाव में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए थे. 2018 के चुनाव में उन्हें कम अंतर से हार का सामना करना पड़ा था. इस बार उन्होंने कांग्रेस के रमेश सिंह को पराजित कर पिछली हार का मलाल दूर कर दिया है. विपक्ष के समय भी पांच वर्षों तक भाजपा संगठन से जुड़कर कार्य करते रहे.

आइएएस के बाद अब मंत्री बने ओपी चौधरी

चुनाव प्रचार के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व आईएएस ओपी चौधरी को बड़ा आदमी बनाने का वादा किया था. विष्णुदेव साय मंत्रिमंडल में स्थान मिलने के साथ शाह का वादा पूरा हो गया है.

2005 बैच के अधिकारी ओपी चौधरी केवल 22 साल में आइएएस बने और 36 साल की उम्र में 2018 में रायपुर कलेक्टर रहते हुए नौकरी छोड़ी थी. उसी साल भाजपा में प्रवेश कर खरसिया विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. दो जून 1981 को मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे ओपी के पिता दीनानाथ चौधरी एक शिक्षक थे. जब ओपी दूसरी कक्षा में पढ़ रहे थे, तब उनके पिता का देहांत हो गया था.

ओपी चौधरी ने अपनी शुरुआती स्कूली शिक्षा अपने पैतृक गांव ब्यांग से ही पूरी की. खपरैल के स्कूल में ओपी चौधरी ने पढ़ाई की. इसके बाद हायर सेकेंडरी की शिक्षा में पर्याप्त शिक्षक नहीं होने से ओपी चौधरी ने स्वयं ही अपनी पढ़ाई पूरी की. स्कूली शिक्षा के बाद उन्होंने भिलाई से बीएससी की. पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से गणित, भौतिकी और इलेक्ट्रानिक्स में स्नातक की पढ़ाई पूरी की और फिर सिविल सर्विस की तैयारी में जुट गए. पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में उनका चयन हुआ.

पूर्व मंत्री दयाल दास को फिर मौका

विष्णुदेव साय मंत्रिमंडल का हिस्सा बने अनुसूचित जाति से जुड़े दयालदास बघेल ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत सरपंच के पद से की.

दयालदास बघेल वर्ष 2003 में वे नवागढ़ विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक निर्वाचित हुए. इसके बाद वर्ष 2008 एवं 2013 में भी विधायक चुने गए. वर्ष 2008 में अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष भी रहे. रमन सिंह सरकार में वाणिज्य, उद्योग, सहकारिता संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री रहे बघेल को वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.

वर्ष 2023 में शानदार वापसी करते हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी गुरु रुद्र कुमार को पराजित किया. दयालदास बघेल का जन्म एक जुलाई 1954 को ग्राम कुंरा में हुआ. उनके दो पुत्र और चार पुत्रियां हैं.

शिक्षक से अब मंत्री होंगे टंकराम वर्मा

विष्णुदेव साय मंत्रिमंडल का हिस्सा बने बलौदाबाजार से भाजपा विधायक टंकराम दर्मा ने एलएलबी किया है. टंकराम पिछले 30 वर्षों से सामाजिक व राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय हैं. विधायक बनने से पहले वे बलौदा बाजार जिला ग्रामीण भाजपा अध्यक्ष थे. क्षेत्र में रामायण व भागवत कथा करवाने के नाम से टंकराम वर्मा को ख्याति मिली हुई है. कुर्मी समाज से आने वाले टंकराम वर्मा ने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ते हुए कांग्रेस प्रत्याशी शैलेश नितिन त्रिवेदी को 14 हजार से अधिक मतों से हराया है.