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छत्तीसगढ़ विधानसभा : ‘महतारी वंदन योजना’ पर उमेश पटेल ने सत्ता पक्ष को घेरा, कहा- अनुपूरक बजट के लिहाज से 30 लाख महिलाओं को ही मिलेगा, 70 लाख

रायपुर-   छत्तीसगढ़ विधानसभा में अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने सत्ता पक्ष को महतारी वंदन योजना और धान खरीदी पर घेरा. विधायक ने महतारी वंदन योजना का जिक्र करते हुए कहा कि अनुपूरक बजट से समझ में आया कि केवल यह 30 लाख महिलाओं को ही दिया जाएगा, जिससे यह आंकलन निकल रहा है कि 70 लाख महिलाओं को यह सरकार ठगेगी.

कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने किसानों से अपनी बात शुरू करते हुए कहा कि मोदी की गारंटी में 21 क्विंटल 3100 में धान खरीदी की बात कही गई. जबकि हमने 20 क्विंटल की बात कही थी, तब इसका विरोध किया गया. कल 21 क्विंटल का आदेश जारी हुआ, लेकिन प्रावधान नहीं है. आदेश जारी कर दिया, लेकिन सोसायटी को आदेश दिया. 700 क्विंटल छोटी सोसायटी और 1600 से ज्यादा बड़ी सोसायटी नहीं खरीद पाएंगे. किसानों को न्याय योजना की चौथी क़िस्त दें. जल्द मंत्रिमंडल का गठन कीजिए, 

उमेश पटेल ने कहा कि भाजपा की फ्लैगशिप योजना ‘महतारी वंदन योजना’ के लिए बजट में 1200 करोड़ के प्रावधान का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि इसे मार्च तक के लिए अनुपूरक बजट माने तो जो प्रावधान किया गया है, और इनके कैलकुलेशन के हिसाब से चले तो 1 महीने में 300 करोड़ रुपए है. और इस अनुपूरक बजट से समझ में आया कि केवल यह 30 लाख महिलाओं को ही दिया जाएगा, जिससे यह आंकलन निकल रहा है कि 70 लाख महिलाओं को यह सरकार ठगेगी. इन्होंने पहले किसानों को ठगा और अब माताओं को ठगने का काम कर रहे हैं.

कर्जमाफी की बात कही थी, लेकिन कर्जमाफी नहीं. किसान कर्जमाफी नहीं होने से आत्महत्या कर रहे हैं. आज लोग बोल रहे कका कैसे चल दिए समझ नहीं आ रहा. महतारी वंदन योजना का फार्म भरवाया, इसलिए इन्हें बढ़त मिली. 1200 करोड़ रुपए का प्रवधान इसके लिए किया है. अगर मार्च तक के लिए होगा तो 70 लाख महिलाओं के साथ धोखा करना चाह रहे हैं. सिर्फ एक तिहाई लोगों को (30 लाख महिलाओं) एक हजार देने जा रहे है. 15 साल ठगे हैं, अब 5 साल भी ठगेंगे.

भगवान श्री राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा: अयोध्या में रामलला ‘खायेंगे’ ननिहाल का चावल, 28 दिसंबर को मुख्यमंत्री साय हरी झंडी दिखाकर करेंगें

रायपुर-   छत्तीसगढ़ को भगवान राम का ननिहाल माना जाता है. माता कौशल्या का जन्म स्थान छत्तीसगढ़ का चंद्रखुरी है. उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रामलला को उनके ननिहाल छत्तीसगढ़ के धान बीज का चावल प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाएगा.

आपको बता दे अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को भगवान श्री राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी। अयोध्या में होने वाले इस महा आयोजन में भांचा राम के ननिहाल से 300 मैट्रिक टन चावल भेजा जाएगा। 28 दिसंबर को छत्तीसगढ़ राइस मिलर्स एसोसिएशन चावल भेजेगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय हरी झंडी दिखाकर चावल से भरे ट्रकों को रवाना करेंगे।

“पूजित अक्षत” (पूजा किया गया चावल) वितरित किया जाएगा

1 से 15 जनवरी तक देश के पांच लाख गांवों में “पूजित अक्षत” (पूजा किया गया चावल) वितरित किया जाएगा. विभिन्न इलाकों के मठ-मंदिरों में भी त्योहार मनाने कीअपील की जायेगी. देशभर के 50 केंद्रों के कार्यकर्ता पूजित चावल को विभिन्न केंद्रों तक पहुंचाएंगे। देशभर से भगवान राम के भक्त लाइव फीड के जरिए राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हो सकेंगे. मंदिर ट्रस्ट ने हर गांव और कस्बों के मंदिरों में टेलीविजन स्क्रीन लगाने की व्यवस्था की है. ट्रस्ट के सदस्यों ने कहा कि इससे अयोध्या में पर्यटकों का दबाव कम करने में मदद मिलेगी।

कांग्रेस में भले लोगों का कोई काम नहीं’: नंदकुमार साय के इस्तीफा पर केदार कश्यप का तंज, कहा- तोड़ने में भरोसा करने वाली कांग्रेस खुद टूट रही…

रायपुर-   वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय के कांग्रेस से इस्तीफा देने पर छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप का बयान सामने आया है. केदार कश्यप ने कहा कि, तोड़ने में भरोसा करने वाली कांग्रेस खुद टूट रही है. कांग्रेस में भले लोगों का कोई काम नहीं है. महंत रामसुंदर दास जी के साथ कांग्रेस ने राजनीति की. पूरे प्रदेश में सर्वाधिक अंतर से हार के बाद उन्हें कांग्रेस के भीतर का घटिया खेल समझ में आ गया तो उन्होंने कांग्रेस त्याग दी. कई और वरिष्ठ कांग्रेसियों ने कांग्रेस छोड़ दी. अब वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. यह कांग्रेस की अंतर्कथा का प्रमाण है.

आगे केदार कश्यप ने कहा, नंदकुमार साय जी को भूपेश बघेल कांग्रेस में ले तो गए, लेकिन उन्हें यथोचित सम्मान नहीं दिया. भूपेश बघेल वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय को मोहरे की तरह इस्तेमाल करना चाहते थे, लेकिन चुनाव में आदिवासी समाज ने आदिवासी विरोधी कांग्रेस को सबक सिखा दिया. आदिवासी समाज का सम्मान केवल भाजपा ही कर सकती है. हमने देश को आदिवासी महिला राष्ट्रपति दिया और छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय के रूप में आदिवासी मुख्यमंत्री दिया. कांग्रेस आदिवासी नेताओं का सिर्फ दोहन करने का काम करती है. आदिवासी शोषण कांग्रेस का इतिहास रहा है. चंद महीनों में नंदकुमार साय का कांग्रेस से मोह भंग हो गया. वे भूपेश बघेल और कांग्रेस की असलियत से परिचित हो गए हैं.

केदार कश्यप ने आगे कहा कि, कुछ कांग्रेसी कांग्रेस छोड़ रहे हैं. कुछ जिम्मेदार कांग्रेसी कांग्रेस पर संगठन में भी भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं. कांग्रेस में चली कारस्तानियों के खिलाफ आवाज उठाने वाले कुछ कांग्रेसियों का कांग्रेस निष्कासन कर रही है. दरअसल कांग्रेस खुदकुशी कर रही है. आत्मघाती कदम उठा रही है.

केदार कश्यप ने प्रदेश में हार के बाद कांग्रेस में मचे हाहाकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, जिन लोगों को अपनी हार की समीक्षा करके उससे सबक लेना था, वे कांग्रेसी आपसी जूतमपैजार में लगे हैं. इन दिनों आरोप-प्रत्यारोप से लेकर इस्तीफों और निष्कासन का जैसा दौर कांग्रेस में चल रहा है, उससे जाहिर है कि कांग्रेस जनादेश के मर्म को समझने तैयार ही नहीं है.

केदार कश्यप ने आगे कहा कि, विधानसभा चुनाव में हार के बाद जिस तरह कांग्रेस के पदाधिकारियों पर गंभीर टिप्पणियां की जा रही हैं. पैसे लेकर पदों की रेवड़ी बांटने से लेकर चुनाव की टिकट बेचने तक के आरोप लगाए जा रहे हैं, उससे कांग्रेस की राजनीतिक संस्कृति में रचे-बसे भ्रष्टाचार की पोल खुल गई है. पूर्व विधायकों महंत रामसुंदर दास और मोहितराम केरकेट्टा के इस्तीफों ने कांग्रेस के अंदरखाने रचे गए राजनीतिक षड्यंत्रों को भी प्रमाणित किया है. प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष चुन्नीलाल साहू ने इस्तीफा देकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को चुनाव लड़ाने और रामसुंदर दास व छाया वर्मा के क्षेत्र में बदलाव के षड्यंत्रों के आरोपों के दाग कांग्रेस कैसे धो पाएगी? अब वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय का कांग्रेस छोड़ना इसी श्रृंखला की ताजी कड़ी है.

केदार कश्यप ने कहा कि, भाजपा शुरू से कहती रही कि कांग्रेस की भूपेश सरकार ने छत्तीसगढ़ को कांग्रेस का एटीएम बना रखा था. अब यही बात कांग्रेस के एक महामंत्री ने केंद्रीय नेतृत्व को भेजी अपनी एक चिठ्ठी में भी कही है कि ‘दिल्ली के लिए’ छत्तीसगढ़ मौज-मस्ती का अड्डा बन गया था. कांग्रेस की भूपेश सरकार ने छत्तीसगढ़ियावाद के नाम पर पाखंड तो खूब किया लेकिन छत्तीसगढ़ से बाहर अन्य प्रदेशों के आयातित नेताओं को पद बांटकर छत्तीसगढ़ की राजनीतिक क्षमताओं का खुला अपमान किया. पूरे पांच साल के शासनकाल में कांग्रेस के कार्यकर्ता हर तरह से अपमानित हो रहे थे, अब उनका आक्रोश व्यक्त हो रहा है. ये सारे तथ्य अब कांग्रेस के लोग ही जग जाहिर कर रहे हैं कि कांग्रेस में किस तरह पदों की रेवड़ियां बांटी जा रही थीं! कांग्रेस को अब आत्ममंथन करने की जरूरत है, लेकिन वह यह करने के बजाय अब भी अपने नेताओं के आक्रोश व आवाज को दबाने के अलोकतांत्रिक रवैए का परिचय दे रही है. नतीजा सामने है कि, कांग्रेस में पतझड़ चल रही है. यह पार्टी भविष्य में केवल ठूंठ में बदल जाएगी.

एंबुलेंस में 40 लाख के गांजा तस्करी करते एक युवक गिरफ्तार

रायपुर-   राज्य की सीमा से लगे क्षेत्रों के अलावा भीतरी इलाकों में पुलिस नशे के तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी बीच रायपुर पुलिस ने एंबुलेंस में गांजा तस्करी कर रहे एक युवक को गिरफ्तार किया है. जिसके कब्जे से 72 अलग-अलग पैकेट में रखा हुआ करीब 364 किलों गांजा बरामद किया है.

बता दें कि राजधानी रायपुर समेत आसपास के इलाकों में गांजे की तस्करी करने वाले सक्रिय हैं. ओडिशा से कभी बस के जरिए तो कभी कार के माध्यम से गांजा की तस्करी के मामले में पुलिस घेराबंदी कर आरोपियों को दबोचा है, लेकिन इस मामले में तस्कर पुलिस की आंख में धूल झोंकने के लिए नया तरीका अपनाते हुए एंबुलेंस से गांजा की तस्करी कर रहे थे. इस बारे में मुखबिर ने आमानाका थाना प्रभारी को सूचित किया. जिसके बाद आमानाका के थाना प्रभारी संतराम सोनी टीम के साथ मौके पर रवाना हुए.

मुखबिर की निशानदेही पर पुलिस टीम ने डूमर तालाब के पास चाणक्य स्कूल टर्निग पर घेराबंदी की, इस दौरान पुलिस को देख 3 बदमाश एंबुलेंस छोड़कर फरार रो गए. एंबुलेंस की तलाशी लेने पर पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए. एंबुलेंस में अलग-अलग 72 पैकेटों में करीब 364 किलो गांजा रखा हुआ था. पुलिस ने जब एंबुलेंस के ड्राइवर से इसके बारे में पुछा तो उसने अपने साथियों के साथ गांजा को ओडिशा से लाकर बलौदाबाजार के रास्ते दूसरे राज्य में खपाने का खुलासा किया.

पुलिस ने एंबुलेंस ड्राइवर सुरज खूटे पिता कृष्णलाल खुटे (उम्र 22 साल) को गिरफ्तार किया है, जो कि डोंगियाभाठा सारंगढ़ का रहने वाला है. उसने पूछताछ में बताया कि फरार साथियों में एक का नाम गोलू चन्द्रा है जो कि सारंगढ़ के ग्राम सलौनी कला का रहने वाला है, वहीं अन्य दो युवकों का नाम उसे मालूम नहीं है.

मामले में पुलिस ने एंबुलेंस क्रमांक CG/04/HD/ 8385 (कीमत 10 लाख) और 72 पैकेट में बंद 364 किलो गांजा जब्त किया है. जिसकी कीमत 36 लाख रूपये बताई जा रही है. पुलिस आरोपी सुरज खूटे और उसके साथियों के खिलाफ एन. डी.पी.एस. एक्ट के तहत मामला दर्ज कर फरार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई हैं.

छत्‍तीसगढ़ शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन किसान आत्‍महत्‍या मुद्दे पर हंगामा, स्‍थगन प्रस्‍ताव पर अड़े विपक्ष ने किया वाकआउट

रायपुर-    छत्‍तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन की कार्यवाही शुरू हो गई है। सदन की शुरुआत में भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री लीलाराम भोजवानी और डा रामलाल भारद्वाज को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद दो मिनट का मौनकर रखकर सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्‍थगित कर दी गई।

सदन में अनुपूरक बजट पर चर्चा से पहले किसान आत्महत्या पर विपक्ष ने सरकार को घेरा। विपक्ष ने सदन में अनुपूरक बजट पर चर्चा से पहले नारायणपुर के किसान आत्महत्या मुद्दे पर चर्चा की मांग की।

पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सदन में कहा, विशेष परिस्थिति है, किसान ने कर्ज के बोझ से आत्महत्या की है, महत्वपूर्ण मुद्दा है, इसपर चर्चा होनी चाहिए।

भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, नियम प्रक्रियाओं से परे सदन नहीं चल सकता, स्थगन का उल्लेख नहीं किया गया है, इसलिए चर्चा उचित नहीं है।

नेताप्रतिपक्ष डा चरण दास महंत, गरीब की दुख सुनने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए, अध्यक्ष दयालु है, दिल दरिया है, उसमें किसान या आदिवासी समा सकता है, चर्चा होनी चाहिए।

भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा, अभिभाषण पर चर्चा के दिन नियम के विपरीत चर्चा की मांग हो रही। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा, सत्र आहूत होने के बीच आत्महत्या हुई है, बाद में चर्चा संभव नहीं है, इसे ग्राह्य करके चर्चा कराया जाए।

धरमलाल कौशिक ने कहा, अगले सत्र में नियम के तहत चर्चा हो सकती है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा, नियम में यही है कि एक विधानसभा से दूसरे विधानसभा सत्र के मध्य जो घटना होती है उस पर चर्चा होती है इसे ग्राह्य किया जाए।

भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा, यह विषय आधारित सत्र है। कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने कहा, किसान आत्महत्या न करे इसलिए चर्चा आवश्यक है।

अनुपूरक बजट पर चर्चा से पहले किसान की मौत पर चर्चा को लेकर विपक्ष अड़ा रहा। इसके बाद हंगामे के बीच विपक्ष ने वाकआउट कर दिया।

इसी बीच सदन में नारायणपुर में किसान आत्महत्या पर विपक्ष ने स्थगन प्रस्‍ताव दिया। अजय चंद्राकर ने कहा, स्थगन की सूचना नहीं है, इससे पहले व्यवस्था आनी चाहिए।

आसंदी की व्यवस्था के अनुसार पूर्व में ही स्थगन और चर्चा के मांग की सूचना दी जाती है। अल्प सूचना में स्थगन ध्यानाकर्षण नहीं लिया जा सकता है। आसंदी ने स्थगन सूचना को अग्राह्य कर दिया। चर्चा नहीं कराने के विरोध में विपक्ष ने बहिर्गमन कर दिया।

चिरमिरी-नागपुर हाल्ट रेल लाइन निर्माण के लिए विधायक जायसवाल मिले मुख्यमंत्री साय से, भूमि अधिग्रहण के साथ राज्यांश जारी करने की मांग…

कोरिया-    मनेंद्रगढ़ विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र सौंपा. इसमें चिरमिरी-नागपुर हाल्ट रेलवे लाइन निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण एवं राज्यांश की राशि 120 करोड़ 50 लाख रुपए जारी करने की मांग की.

विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने 3 दिवसीय विधानसभा सत्र में प्रथम दिवस शपथ के उपरांत दूसरे दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने चिरमिरी-मनेंद्रगढ़ सहित ग्रामीण क्षेत्र खड़गवां के लाखों लोगों की बहुप्रतीक्षित मांग चिरमिरी-नागपुर हाल्ट रेल लाइन निर्माण को लेकर मांग पत्र सौंपा.

ज्ञात हो कि 2018 में रेलवे बोर्ड एवं तत्कालीन भाजपा सरकार के बीच 50-50 प्रतिशत व्यय राशि से 241 करोड़ की लागत से एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए थे. इसके तहत स्वीकृत चिरमिरी-नागपुर हाल्ट रेल लाइन निर्माण में आ रही दिक्कतों की जानकारी विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने मुख्यमंत्री साय को दी.

जायसवाल ने बताया कि इस स्वीकृत रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया राज्य सरकार द्वारा आज तक नहीं हुआ है, साथ ही राज्यांश की राशि 120 करोड़ 50 लाख रुपए का बजट भी प्रदान नहीं होने से इस महत्वपूर्ण परियोजना को पूर्ण होने में काफी विलंब हो चुका है. इस परियोजना के लिए मुख्यमंत्री से विधायक ने कहा है कि भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया तत्काल प्रारंभ करवाए और आगामी बजट में राज्यांश की राशि जारी करने का आग्रह किया है.

नवनिर्वाचित विधायक ने मुख्यमंत्री को बताया कि चिरमिरी, मनेंद्रगढ़, खड़गवां के लाखों लोगों को इस परियोजना के पूर्ण होने से अंबिकापुर से चलने वाली सभी पैसेंजर, एक्सप्रेस गाड़ियों का लाभ मिल सकेगा. इसके साथ ही नागपुर पैसेंजर हाल्ट स्टेशन को भी पूर्ण स्टेशन का दर्जा भी प्राप्त हो जाएगा, और वहां यात्री सुविधाओं में विस्तार हो सकेगा. इस दौरान मुख्यमंत्री साय ने अपने ओएसडी पी दयानंद को बोलकर इस महत्वपूर्ण रेल लाइन में अभी तक के प्रोग्रेस रिपोर्ट की सारी जानकारी मांगी है.

विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा है कि चुनाव में मैने अपने घोषणा पत्र में प्रमुखता के साथ कहा था कि रेल लाइन का भूमिपूजन हमने किया था, और उसका निर्माण भी हम ही पूरा कराएंगे. इसी क्रम में सबसे पहला मांग पत्र मैंने आज मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को सौंपा. मुख्यमंत्री साय ने काफी गंभीरता के साथ पूरे प्रोजेक्ट को समझा और इसमें उन्होंने अपनी रुचि भी दिखाई है, और मुझे पूरी उम्मीद है कि भू-अर्जन की प्रक्रिया प्रारंभ होगी और आगामी बजट में राज्यांश की राशि भी जारी हो जाएगी.

नंदकुमार साय प्लानिंग के तहत आये थे कांग्रेस में” अमरजीत भगत का बड़ा बयान, बोले, चुनाव की रणनीति जानकर वापस जा रहे, उधर सीएम विष्णुदेव बोले…

रायपुर-   वरिष्ठ नेता नंदकुमार साय ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है। साय ने अपना त्यागपत्र पार्टी अध्यक्ष को दिया है, वहीं प्रतिलिपि राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे और प्रभारी कुमारी सैलजा को भेजा है। पत्र में उन्होंने जिस बात का जिक्र किया है, उससे एक बात तो साफ है कि वो कांग्रेस पार्टी के हालिया रूख से बेहद नाराज थे। ना टिकट मिला और ना ही पार्टी में सम्मान मिला, जिससे वो व्यथित नजर आये, जिसके बाद अब उन्होंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।

इधर साय के इस्कीफे पर राजनीति शुरू हो गयी है। नंदकुमार साय के कांग्रेस से इस्तीफा दिये जाने के मामले में पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने तल्ख बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी की प्लानिंग का ये हिस्सा था, प्लानिंग के तहत नंद कुमार साय कांग्रेस में आए थे। उन्होंने कांग्रेस में रहते हुए कांग्रेस की रणनीति के बारे में जानकारी ली और फिर चुनाव खत्म होने के बाद फिर से वो वापस जा रहे हैं।

वहीं वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय के इस्तीफे पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि कांग्रेस तो डूबती नैया है। हारे हुए प्रत्याशी कांग्रेस छोड़कर भाग रहे है। वहीं अमरजीत भगत के जासूस वाले बयान पर मुख्यमंत्री साय ने कहा कि साय जी हमसे वरिष्ठ हैं हमारे मार्गदर्शक रहे हैं। वहीं बीजेपी में शामिल होने के कयासों पर मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह तो प्रदेश अध्यक्ष ही बताएंगे। आपको बता दें कि विष्णुदेव साय के मुख्यमंत्री बनने के बाद नंदकुमार साय ने उनसे मुलाकात की थी। तभी से अटकलें लगने लगी थी, कि कहीं वो घर वापसी तो नहीं करेंगे।

मोदी की एक और गारंटी पूरी, किसानों के लिए राज्य सरकार ने लिया एक और बड़ा फैसला, जारी हुआ आदेश

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रायपुर-   मोदी की गारंटी पर अमल शुरू हो गया है। पहले 18 लाख गरीबों को मकान देने के फैसले पर कैबिनेट की मुहर के बाद अब 21 क्विंटल प्रति एकड़ में धान खरीदी का वादा भी भाजपा ने पूरा कर दिया है। इस संबंध में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम विभाग के सचिव टोपेश्वर वर्मा ने इस संबंध में सभी कमिश्नर और कलेक्टर को आदेश जारी कर दिया है। जारी आदेश में कहा गया है कि धान खरीदी की अधिकतम सीमा 21 क्विंटल प्रति एकड़ लिंकिंग सहित निर्धारित की जाती है।

एसपी रामगोपाल गर्ग ने 7 साल की बच्ची दी बड़ी सौगात, आरक्षक के पद पर दी नियुक्ति

दुर्ग-    जिले की पुलिस विभाग में महज 7 वर्ष के बच्ची को नियुक्ति दी गई है। बाल आरक्षक के रुप में भर्ती किए गए, बच्चे के पिता की असामयिक निधन के बाद उसे अनुकंपा नियुक्ति दी गई है। अपनी मां के साथ पहुंचे बच्चे को दुर्ग एसपी रामगोपाल गर्ग ने नए वर्ष पर सौगात देते हुए नियुक्ति का आदेश प्रदाय किया। दुर्ग एसपी ने नियुक्ति आदेश के साथ बच्चों की पसंदीदा चॉकलेट भी प्रदाय किया।

दुर्ग एसपी रामगोपाल गर्ग ने बताया कि अंजली भट्ट को बाल आरक्षक के पद पर नियुक्ति दी गई है। इनके पिता अतुल भट्ट आरक्षक के पद पर दुर्ग ज़िले में पदस्थ थे। नौकरी के दौरान आकस्मिक मृत्यु होने पर एसपी रामगोपाल गर्ग के द्वारा अनुकम्पा नियुक्त के प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए अनुकम्पा नियुक्ति संबंधी सभी कार्रवाई जल्द पूरी करते हुए अनुकम्पा नियुक्ति दिए जाने के निर्देश दिए थे। बुधवार को सभी प्रक्रिया पूर्ण होने पर 7 साल की बच्ची अंजलि भट्ट को पुलिस विभाग में बाल आरक्षक के पद पर पदस्थ किया गया है। 18 वर्ष की आयु पूरी करने पर आरक्षक के पद पर पदस्थ किया जाएगा।

वहीं दुर्ग एसपी रामगोपाल गर्ग ने दिवंगत आरक्षक अतुल भट्ट के आकस्मिक निधन पर परिवार के सदस्यों से मिलकर सांत्वना दी। परिवार को किसी भी प्रकार की आवश्यकता में दुर्ग पुलिस द्वारा सहयोग प्रदान करने हेतु आश्वास्त किया गया, अनुकम्पा नियुक्ति आदेश जारी होते ही परिवार द्वारा ख़ुशी जाहिर की गई एवं दुर्ग पुलिस द्वारा सम्पूर्ण कार्यवाही जल्द कर नियुक्ति पत्र प्रदान करने पर आभार भी प्रकट किया गया।

CM साय ने पंडित सुंदरलाल शर्मा और ठाकुर प्यारेलाल सिंह की जयंती पर किया नमन, कहा- हमेशा याद किए जाएंगे योगदान

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समाज सुधारक और प्रसिद्ध साहित्यकार स्वर्गीय पंडित सुंदरलाल शर्मा और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय ठाकुर प्यारेलाल सिंह की जयंती पर उन्हें याद कर नमन किया. साय ने कहा है कि, पंडित सुंदरलाल शर्मा ने छत्तीसगढ़ में स्वाधीनता आंदोलनों की मजबूती और जनजागरण के लिए भरसक प्रयत्न किया. उन्होंने छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों में फैले अंधविश्वास, छुआ-छूत, रूढिवादिता जैसी कुरीतियों को दूर करने के लिए अथक प्रयास किया. वे किसानों के अधिकारों की लड़ाई के रूप में प्रसिद्ध कंडेल सत्याग्रह के प्रमुख सूत्रधार थे. साय ने कहा कि पंडित सुदरलाल शर्मा के जीवन मूल्य सदा प्रेरणा देते रहेंगे.

उन्होंने ठाकुर प्यारेलाल सिंह के छत्तीसगढ के लिए अमूल्य योगदान को याद करते हुए कहा है कि, ठाकुर साहब छत्तीसगढ़ में सहकारी आंदोलन के पुरोधा के रूप में जाने जाते हैं. उन्होंने न सिर्फ गरीबों की सेवा की बल्कि उनके अधिकारों के लिए जीवनभर संघर्ष किया.वे छात्र जीवन से ही स्वाधीनता आंदोलनों से जुड़े. छत्तीसगढ़ में छात्रों को संगठित रूप से आंदोलनों से जोड़ने का श्रेय भी ठाकुर साहब को जाता है. उन्होंने अत्याचार और अन्याय के विरोध में अपनी आवाज बुलंद की और जन असंतोष को संगठित दिशा प्रदान की. राजनांदगांव में मिल मजदूरों को संगठित कर ठाकुर प्यारेलाल सिंह ने कुशल नेतृत्व प्रदान किया. उन्होंने जन-जागरण के लिए भी कई काम किये.उनके योगदान हमेशा याद किए जाएंगे.