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बीपीएससी की अनुशंसा पर हुई शिक्षक बहाली में बड़ी गड़बड़ी, परीक्षा अनुतीर्ण और अपात्र 11 अभ्यर्थियों की हुई नियुक्ति


औरंगाबाद - बिहार लोक सेवा आयोग(बीपीएससी) की अनुशंसा पर हुई शिक्षक बहाली में औरंगाबाद में शिक्षक पात्रता परीक्षा अनुतीर्ण और अपात्र अभ्यर्थियों की नियुक्ति का भंडाफोड़ हुआ है। औरंगाबाद जिले में इस तरह के अपात्र 11अभ्यर्थियों की शिक्षक पद पर बहाली हुई है। इन अपात्र अभ्यर्थियों की बहाली का खुलासा खुद शिक्षा विभाग ने ही इनके शैक्षिक-प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच में किया है। विभाग ने प्रमाण पत्रों की जांच प्रथमदृष्टया इन अभ्यर्थियों की बहाली को त्रुटिपूर्ण माना है। इसे लेकर विभाग ने इन अभ्यर्थियों को एक सप्ताह के अंदर स्पष्टीकरण देने को कहा है। माना जा रहा है कि इन अभ्यर्थियों की नियुक्ति रद्द की जा सकती है।    

प्रमाण पत्रों की जांच में पाई गई त्रुटियां-औरंगाबाद के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी(स्थापना) दयाशंकर सिंह ने बताया कि प्रमाण पत्रों की जांच में औरंगाबाद जिले में 11 अभ्यर्थियों की बहाली त्रुटिपूर्ण पाई गई है। इसे लेकर उन्होने संबंधित सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र भेजा है। 

पत्र में कहा है कि बीपीएससी की ओर से अनुशंसित अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की जांच में 11 अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र में गड़बड़ी पाई गई है। इन अभ्यर्थियों की नियुक्ति को त्रुटिपूर्ण पाया गया है।     

इन अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र पाए गए त्रुटिपूर्ण- 

जिला कार्यक्रम पदाधिकारी(स्थापना) ने बताया कि जिन शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रमाण पत्र त्रुटिपूर्ण पाया गया है, उनमें नबीनगर प्रखंड के दीपक कुमार, अंकुश कुमार, रफीगंज के कुंदन कुमार, किरण, ओबरा की रम्भा कुमारी, कुटुम्बा की कुमारी सुशिला, देव के सतीश, गोह की कुमारी श्वेता, औरंगाबाद के राकेश कुमार, मदनपुर की सोनी कुमारी एवं रफीगंज की कुमारी शशिकला शामिल है। 

इन अभ्यर्थियों की नियुक्ति सीटेट, एसटेट, छह महीने का पीडीपीईटी, बीएड और सेकेंडरी टीचर ट्रेनिंग प्रमाण पत्र के आधार पर हुई हैं, जिसमें त्रुटि पाई गई है।

पांच अभ्यर्थी सीटेट व एक एसटेट अनुतीर्ण-इन अभ्यर्थियों में पांच अभ्यर्थी सीटेट-एसटेट अनुतीर्ण है। इनमें नबीनगर के दीपक कुमार, अंकुश कुमार, रफीगंज के कुंदन कुमार, ओबरा की रम्भा कुमारी एवं देव के सतीश सीटेट अनुतीर्ण है। वही रफीगंज की किरण एसटेट अनुतीर्ण है। वही कुटुम्बा की कुमारी सुशिला छः माह की पीडीपीईटी कोर्स उतीर्ण है, जो वर्ग-1 से पांच के लिए शिक्षक पद पर बहाली के लिए वैध नही है। 

वही गोह की कुमारी श्वेता और औरंगाबाद के राकेश कुमार बीएड डिग्रीधारी है। इनकी नियुक्ति वर्ग-1 से 5 के लिए प्राईमरी टीचर के पद पर हुई है, जबकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में बीएड योग्यताधारी की बहाली प्राथमिक शिक्षक के पद पर नही की जानी है। इसके अलावा मदनपुर की सोनी कुमारी के साथ एसटेट प्रमाण पत्र की वैधता-अवैधता का मामला है जबकि रफीगंज की कुमारी शशिकला की वर्ग-1से 5 के लिए शिक्षक पद पर नियुक्ति सेकंड्री टीचर ट्रेनिंग प्रमाण पत्र पर हुई है। यह शिक्षक प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वर्ग-1 से पांच के शिक्षक की बहाली के लिए अमान्य है।   

इन सभी 11 शिक्षक अभ्यर्थियों के संबंध में एक सप्ताह के अंदर अपना पक्ष मंतव्य के साथ रखने का आदेश दिया है ताकि इन शिक्षकों की नियुक्ति के संबंध में आवश्यक निर्णय लिया जा सके। इस आदेश के बाद सभी संबंधित बीईओ ने इन अभ्यर्थियों से कारणपृच्छा मांगी है, जिसके आलोक में अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

जज की मां के गले से सोने के चेन छीनने वाले एक स्नैचर को नगर थाना पुलिस ने किया गिरफ्तार

औरंगाबाद - बीते सोमवार की दोपहर सदर प्रखंड कार्यालय के पीछे न्यायाधीशों के आवासीय परिसर में मास्क पहने बाइक सवार उचक्कों ने व्यवहार न्यायालय के एडीजे वन के मां के गले से सोने की चेन छीन ली थी। मामले में नगर थाना की पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 48 घंटे के अंदर शहर से ही एक स्नैचर को गिरफ्तार किया है।

जबकि छिनतई की इस घटना में शामिल एक अभियुक्त फरार है। गिरफ्तार हुए स्नैचर की पहचान शहर के ही दानी बिगहा स्थित गौतम बुद्ध नगर मुहल्ला निवासी नथुनी साव के पुत्र राकेश गुप्ता के रूप में हुई है। एक अन्य स्नैचर मदनपुर थाना क्षेत्र के शिवगंज निवासी लाल महतो केपुत्र शक्ति कुमार की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

बुधवार को प्रेसवार्ता के दौरान सदर एसडीपीओ मो अमानुल्लाह खान ने बताया कि नगर थाना क्षेत्र के ब्लॉक कॉलोनी में निवास कर रहे न्यायाधीश निवासी एडीजे वन की मां रीता सिंह के गले से दो अज्ञात मोटरसाइकिल सवार अपराधियों द्वारा सोने की चेन की छिनतई कर ली गई थी।

इसके बाद पुलिस अधीक्षक स्वप्ना जी मेश्राम के निर्देश पर नगर थानाध्यक्ष पंकज कुमार सैनी के नेतृत्व में टीम गठित कर सीसीटीवी फुटेज व मोबाइल लोकेशन के आधार पर छापेमारी की गई, जिसके आलोक में अभियुक्त राकेश गुप्ता पकड़ा गया। इस दौरान आरोपित के पास से एक फोन भी बरामद की गई है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

10 वर्ष पूर्व अविरल बहने वाली मंगरदह नदी बना बरसाती नाला, नदी की पहचान मिट रही है

औरंगाबाद : जिले नवीनगर मे बहनेवाले मंगरदह नदी की पहचान मिटने के कगार पर है।पहले इस नदी में सालोभर पानी रहता था। अब बरसात के दिनों में सूखा रहता है। नदी बरसाती नाला बनकर रह गया है। नदी के अस्तित्व को बचाने की जरूरत है। स्ट्रीट बज्ज के अभियान का लाभ ग्रामीणों को मिल सकता है।

मंगरदह नदी की बदहाल स्थिति

 मंगरदह नदी वर्षो पुरानी है। कंचन नहर और होल्या नदी के पानी से नदी बना है। नदी कई जगह अतिक्रमित हो गया है जिस कारण नाला का रूप ले लिया है। नदी का पानी जानवर पीते थे। अब जल गंदा रहता है जिस कारण जानवर भी नहीं पीते हैं। नदी को बचाने के लिए ग्रामीणों को आगे आने की जरूरत है।

बीते 10 वर्षों से नदी में पानी नहीं आती है। वर्षा होने पर पानी आती है नहीं तो सूखा रहता है। ग्रामीणों ने बताया कि नदी का अतिक्रमण किया गया है। मंगरदह नदी नाउर गांव होते तेतरिया के पास जाकर सोन नदी में मिलता है। नदी के जीर्णोद्धार की जरूरत है परंतु किसी का ध्यान नहीं है। अगर ध्यान नहीं दिया गया तो मंगरदह नदी का अस्तित्व समाप्त हो जोएगा।

नदी की पानी से दो दर्जन से अधिक गांवों में होती थी खेती 

कंचन नहर एवं होल्या नदी के पानी से मिलकर बना मंगरदह नदी के अस्तित्व पर संकट है। 10 वर्ष पहले तक नदी में पानी रहता था। किसान नदी की पानी से खेती करते थे। परंतु अब नदी में पानी नहीं है। सालो भर पानी से भरा रहने वाला नदी सूखा पड़ा है। ग्रामीणों की माने तो यह बरसाती नाला बनकर रह गया है। 

पहले नदी का पानी जानवर पीते थे परंतु अब पीने लायक नहीं रहा। नदी की पानी से दो दर्जन से अधिक गांव के किसानों के खेत का पटवन होता था। नदी में जल की जगह में केवल जलकुंभी नजर आता है। 

तोल गांव के किसान प्रभु सिंह, चंदोखर के शिवकुमार सिंह, दरार के कामाख्या सिंह, मनोज सिंह, लखनपुर के अरुण कर्मा एवं पप्पू सिंह ने बताया कि शकि मंगरदह नदी के पानी से तोल, लखनपुर, बडीहा, पटना, बारा, चंदोखर, दुधार, बेलवा, सिमरी, पिपरा, न मखदुमपुर, कोयलाडीह समेत दो अधिक गांवों में इस नदी से पटवन होता था। इस नदी का अस्तित्व खत्म होने इन गांव की खेती समाप्त हो जाएगा।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

महाराणा फाउंडेशन द्वारा स्वागत समारोह और धन्यवाद यात्रा का आयोजन


औरंगाबाद जदयू जिला मुख्य प्रवक्ता अजिताभ कुमार ऊर्फ रिंकू सिंह ने प्रेस बयान जारी कर कहा की कल दिनाँक 20/12/2023 को महाराणा फाउंडेशन के अध्यक्ष विधान पार्षद संजय कुमार सिंह 11 बजे दिन में औरंगाबाद के महाराणा प्रताप चौक स्थित वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के मूर्ति पर माल्यार्पण करेंगे तत्पश्चात 11.15 बजे वीर कुंअर सिंह के मूर्ति पर भी माल्यार्पण करेंगे।

वहां से फिर 12.00 बजे दिन में बभंडी गढ़ मैदान अम्बा में सभा को संबोधित करेंगे।पूर्व विधायक रफीगंज सह जदयू जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने औरंगाबाद के सभी युवाओं,बुजुर्गों,माताओं बहनों को इस अवसर पर सभी कार्यक्रम में शामिल होकर अपनी एकता को मजबूत करने का आह्वाहन किया है।

हत्या के आरोपी को कोर्ट ने दिया दोषी करार, 23 दिसंबर को सुनाई जायेगी सजा

औरंगाबाद - आज़ व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में एडिजे चार ब्रजेश कुमार सिंह ने मदनपुर थाना कांड संख्या -108/08, एसटीआर -168/13 में निर्णय पर सुनवाई करते हुए एकमात्र अभियुक्त कृष्णा सिंह बाबु चौखड़ा मदनपुर को भादंवि धारा 302 और 427 में दोषी ठहराए है और बंधपत्र विखंडित कर जेल भेज दिया है।

एपीपी अनील कुमार चौबे ने बताया कि सज़ा के बिन्दु पर सुनवाई के तिथि -23/12/23 को निर्धारित किया गया है। बचाव पक्ष के अधिवक्ता देवीनंदन सिंह ने बताया कि इस कांड के दो अभियुक्त मोहन सिंह और सतीश सिंह की मृत्यु हो गई है।

अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि प्राथमिकी सूचक प्रदीप सिंह बाबु चौखड़ा मदनपुर ने 04/07/08 को प्राथमिकी में बताया था कि अभियुक्तों ने मिलकर जान मारने के नीयत से कमात मोड़ मुख्य सड़क पर मेरी मारूति गाड़ी को विपरीत दिशा से ट्रक से जोरदार धक्का मारी। जिससे मेरा पुत्र सिनेश कुमार सिंह और भतीजी खुशबू कुमारी गंभीर रूप से ज़ख्मी हो गई।

सदर अस्पताल ने दोनों को मृत घोषित किया था, और में भी इस घटना में जख्मी हो गया था। घटना के पूर्व में दोनों पक्षों में अपराधिक वाद न्यायालय में चल रही थी।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद पुलिस के ये है 5 इनामी नक्सली,गिरफ्तार करने या सूचना देकर गिरफ्तारी में सहयोग देने वालों को मिलेंगे ढेर सारी राशि

औरंगाबाद : एसपी स्वप्ना गौतम मेश्राम ने सोमवार की रात्रि एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि बिहार सरकार के गृह विभाग आरक्षी शाखा द्वारा औरंगाबाद जिले के कुख्यात नक्सलियों के विरुद्ध अगले 2 वर्षों के लिए पुरस्कार की घोषणा की गई है।

इस घोषणा के अनुसार कोई भी पुलिसकर्मी जो फरार नक्सली को गिरफ्तार करेगी या कोई भी नागरिक फरार नक्सली के संबंध में सूचना देकर उसकी गिरफ्तारी में सहयोग प्रदान करेगा वह पुरस्कार की राशि प्राप्त करने के योग्य होगा।

ये है पांच नक्सली

एसपी ने बताया कि फरार नक्सलियों में गया जिला के मैगरा थाना क्षेत्र के तरवाडीह निवासी बबूई यादव के पुत्र नंदलाल यादव उर्फ नितेश जी उर्फ इरफान, गया के ही कोठी थाना क्षेत्र के कनेरगढ़ टोला समाथ गांव निवासी राजेंद्र यादव उर्फ विवेक यादव उर्फ सुनील यादव, एनटीपीसी खैरा थाना क्षेत्र के सल्वा गांव निवासी सीताराम रजवार उर्फ रमन जी, झारखंड के पलामू जिले के छतरपुर थाना क्षेत्र के देवगंज निवासी सरयू यादव के पुत्र संजय यादव उर्फ गोदराई तथा माली थाना क्षेत्र के सॉरी गांव निवासी राजेंद्र सिंह पर तीन-तीन लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है।

एसपी ने बताया कि नक्सली को गिरफ्तार करने वाले पुलिसकर्मी एवं सूचना देने वाले आम नागरिकों को उपरोक्त राशि से पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सूचना देने वालों का नाम गुप्त रखा जाएगा।

सूचना देने के लिए व्हाट्सएप नंबर

9431822974, लैंडलाइन नंबर 06186 295201, अपर पुलिस अधीक्षक अभियान का व्हाट्सएप नंबर 8544428349, सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी का नंबर 9431800106, माली थानाध्यक्ष का व्हाट्सएप नंबर 9431822248, खैरा थाना अध्यक्ष का व्हाट्सएप नंबर 8340712700 अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दाउदनगर का व्हाट्सएप नंबर 9431800105 है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

उत्तर कोयल परियोजना को लेकर सांसद सुशील कुमार सिंह ने कही यह बात

औरंगाबाद सांसद सुशील कुमार सिंह ने लोकसभा में नियम 377 के तहत लोकसभा अध्यक्ष के माध्यम से

 भारत सरकार को बिहार झारखंड के बहुत हि महत्वपूर्ण उत्तर कोयल परियोजना के बारे में ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि बिहार-झारखंड दो-दो राज्यों के लगभग 25 लाख किसानों की 1.25 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई करने वाली

 अंतरर्राज्यीय उत्तर कोयल परियोजना का कार्यारंभ 1975 में हुआ।अभी तक हज़ारों करोड़ रुपये से अधिक ख़र्च करने के बावजूद भी दोनों राज्यों के तीन जिलों पलामू, औरंगाबाद और गया के किसान एक निश्चित सिंचाई सुविधा से वंचित है।

 जबकि शेष कार्यों को पूर्ण करने हेतु 2017 में केंद्रीय मंत्री परिषद ने 1622 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी। 5 जनवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा शेष कार्यों को पूरा करने हेतु शिलान्यास किया गया और कार्यावधि 30 महीने निर्धारित की गई।

समय पर कार्य पूर्ण नहीं होने की वजह से निर्माण लागत में वृद्धि के कारण पुनः अक्टूबर 2023 में केंद्रीय मंत्री परिषद ने 2436 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की।जिसके तहत डूब क्षेत्र के किसानों को पुनः मुआवज़ा,मंडल डैम में लोहे का फाटक,मोहम्मदगंज बराज और दाएँ-बाएँ नहरों के जीर्णोद्धार का कार्य होना है।

इन सभी कार्यों विशेषकर मुआवज़ा भुगतान करने में झारखंड सरकार का सहयोग अपेक्षित है।मेरी भारत सरकार से माँग है कि लाखों किसानों के हित में 48 वर्षों से लंबित परियोजना के मंडल डैम में अविलम्ब लोहे का गेट लगाया जाए।

यूट्यूबर व एक न्यूज पोर्टल के संचालक आलोक कुमार पर हमले के आरोपी के गिरफ्तार नही होने से पत्रकारों मे आक्रोश

औरंगाबाद : जिले के पत्रकारों ने अम्बा के यूट्यूबर व एक न्यूज पोर्टल के संचालक आलोक कुमार पर कातिलाना हमला करने वाले परता पंचायत के मुखिया श्याम बिहारी राय उर्फ श्याम बिहारी राम की घटना घटना के पांच दिन बाद भी मुखिया की गिरफ्तारी नही होने पर गहरी नाराजगी जताई है। 

पत्रकारों ने सोमवार को यहां बैठक कर मुखिया की गिरफ्तारी नही होने पर नाराजगी जताते हुए पुलिस कप्तान से शीघ्र गिफ्तारी कराने की मांग की। 

कहा कि मामले में अम्बा थानाध्यक्ष की भूमिका संदिग्ध है और वें मुखिया की गिरफ्तारी में रुचि नही ले रहे है। इस कारण थानाध्यक्ष पर भी एसपी कार्रवाई कर न्याय का मार्ग प्रशस्त करे। 

बैठक की अध्यक्षता दीनानाथ मौआर ने की। बैठक में आकाश कुमार ,गणेश प्रशाद आलोक कुमार, धनंजय वैद्य, धीरेंद्र कुमार, प्रमोद कुमार सिंह सचिन सिंह, गणेश कुमार, , मिथिलेश पांडेय, मो. रिजवान अंसारी, मो. अरशद अली, राहुल कुमार, अभिनेष कुमार एवं अंबुज कुमार आदि मौजूद रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद में नकाबपोस चोर ने सुरक्षित एरिया में दिन के उजाले में दिया बड़ी घटना को अंजाम, जज के माँ के गले से छीना चैन

औरंगाबाद : शहर में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद है कि वें रात के अंधेरे में ही नही दिन के उजाले में भी सरेआम घटनाओं को अंजाम दे डाल रहे है। 

ताजा मामला आज सोमवार का है, जब बाइक सवार दो नकाबपोश स्नैचर्स ने सोमवार की शाम प्रखंड कॉलोनी स्थित अति सुरक्षित एरिया ज्यूडिसियल आवासीय परिसर स्थित आवास के लॉन में अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी(एसीजेएम) प्रथम श्रेणी सौरभ सिंह के दो बच्चों को खेला रही उनकी मां के गले से सोने की चेन छीन कर फरार हो गए। 

घटना को लेकर औरंगाबाद के न्यायिक पदाधिकारियों में गहरा आक्रोश है। घटना की सूचना मिलते ही दौड़ी-भागी मौके पर पहुंची औरंगाबाद नगर थाना की पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है। 

औरंगाबाद व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि मामले की छानबीन में पुलिस को सीसीटीवी कैमरे के फुटेज मिले है। फुटेज के आधार पर पुलिस नकाबपोश स्नैचर्स और स्नैचिंग की घटना को अंजाम देने में प्रयुक्त हुई बाइक की शिनाख्त में जुटी है। 

उन्होने बताया कि पूरा घटनाक्रम जज आवास में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है, जिसे पुलिस को उपलब्ध कराया है। इसी के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है। चेन स्नैचिंग की घटना में न्यायाधीश की मां का गला छिल गया है। उनका इलाज कराया गया है। इलाज के बाद उनकी हालत खतरे से बाहर है। 

घटना को लेकर व्यवहार न्यायालय के न्यायधीशों में दहशत और आक्रोश है। जिला विधिज्ञ संघ, औरंगाबाद के अध्यक्ष रसिक बिहारी सिंह और महासचिव नागेंद्र सिंह ने घटना की घोर निंदा करते हुए अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है। न्यायाधीशों ने घटना को लेकर पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर

सवाल उठाया है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

वैश्य समाज के बड़े नेताओं ने औरंगाबाद में किया ऐसा बड़ा ऐलान, राज्य की राजनीति गलियारे मे मचा हड़कंप

औरंगाबाद : बिहार में वैश्य समाज के बड़े नेताओं ने औरंगाबाद में एक बड़ा ऐलान कर राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया है। नेताओं ने हुंकार भरते हुए कहा कि जिस तरह देश के प्रधानमंत्री की कुर्सी पर वैश्य का बेटा बैठा है। 2024 के चुनाव में भी पीएम की कुर्सी पर वैश्य समाज का बेटा ही बैठेगा। साथ ही बिहार में भी 2025 में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर वैश्य का बेटा ही बैठेगा। 

वैश्य समाज के नेताओं ने आज रविवार को औरंगाबाद के गांधी मैदान में राष्ट्रीय वैश्य महासभा के बैनर तले आयोजित वैश्य समागम में एक सुर में कहा कि वैश्य समाज जागरूक समाज है। समाज में राजनीतिक रूप से जागरूकता आई है। समाज के लोगों ने राजनीति में भी मजबूती के साथ कदम बढ़ाएं है। समाज अब किसी दल का बंधुआ नही है। समाज को आबादी के अनुरूप राजनीति में हिस्सेदारी चाहिए और समाज इसे लेकर रहेगा। समाज को अपनी ताकत को पहचानने की जरूरत है। वैश्य समाज में इतनी ताकत है कि बिहार में हम अपने समाज का मुख्यमंत्री बना सकते है। इस पर समाज काम कर रहा है और 2025 में बिहार का अगला मुख्यमंत्री वैश्य समाज का ही होगा। इसके लिए राष्ट्रीय वैश्य महासभा वैश्य समाज की सभी 56 उप जातियों को एकजुट करने में लगा है। 

वैश्य समागम में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय वैश्य महासभा के प्रदेश अध्यक्ष व बिहार सरकार के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने दलीय बाध्यता के कारण खुलकर नही बोलते हुए कहा कि वैश्य समाज में अपार क्षमता है। यह क्षमतावान समाज है। इस समाज में इतनी क्षमता है कि वह जो चाहे कर सकता है। समाज में दृढ़ इच्छा शक्ति की जरूरत है। समाज को राजनीतिक रूप से अभी और जागरूक होने की जरुरत है। राजनीतिक रूप से जागरुक और एकजुट होने से ही वैश्य समाज के सभी उदेश्य पूरे होंगे। 

उन्होने कहा कि समाज को आगे बढ़ने की जरूरत है। पीछे देखने और पिछलग्गु बनने की नही बल्कि अपने समाज के साथ ही सर्व समाज को लेकर आगे बढ़ने की जरूरत है। ऐसा करने से समाज का हर राजनीतिक उदेश्य पूरा होकर रहेगा। 

वैश्य समागम को संबोधित करते हुए मोरवां के विधायक रणविजय साहू ने कहा कि वैश्य समाज किसी राजनीतिक पार्टी का बंधुआ नही है। देश और राज्य के विकास में सबसे ज्यादा योगदान देने के बावजूद यह समाज उपेक्षित है। हम जिंदा कौम है। जिंदा कौम अपने पुरखों को याद रखती है। हमारे ही पुरखे के चंद्रगुप्त ने शासन किया था, जिसे इतिहास में स्वर्ण युग कहा जाता है। कहा कि समाज वे पिछड़़ेपन को दूर करने के लिए बिहार में वैश्य आयोग गठित करने की जरूरत है। वें राज्य सरकार से यह मांग करते है कि जल्द ही यहां वैश्य आयोग गठित करे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शेरघाटी की विधायक मंजू अग्रवाल ने कहा कि वैश्य समाज पहले नेता बनाने में विश्वास रखता था। इस विश्वास के कारण समाज के साथ छल होता रहा। अब ऐसा नही होगा। अब समाज नेता बनाने के लिए नही बल्कि नेता बनने को तैयार है। वही नोखा के पूर्व विधायक रामेश्वर चौरसियां ने कहा कि वैश्य समाज अब लगातार एकजुट हो रहा है। यह एकजुटता बनी रहनी चाहिए। एकजुटता के बदौलत ही आनेवाले समय में वैश्य समाज क व्यक्ति बिहार का मुख्यमंत्री बनेगा। 

कार्यक्रम में देव निवासी समाजसेवी लक्षमण गुप्ता ने कहा कि महासभा 56 उप जातियों में बंटे वैश्य समाज को एकजुट करने में लगा है। हम उप जाति को वर्ग बनाने में जुटे है। इसमें लगातार सफलता मिल रही है। वही महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष सह एलजेपीआर के प्रदेश उपाध्यक्ष डाॅ. प्रकाश चंद्रा ने कहा कि महासभा वैश्य समाज के सम्मान की लड़ाई लड़ रहा है। वें इस लड़ाई के अग्रिम पंक्ति के सिपाही है। समाज के सिपाही के रूप में वें समाज को निरंतर जागरूक करने में लगे है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र