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सुप्रीम कोर्ट से मुस्लिम पक्ष को झटका, मथुरा ईदगाह मस्जिद में सर्वे पर रोक लगाने से किया इनकार

#supreme_court_refuses_to_stay_allahabad_high_court_order_on_survey_of_shahi_idgah 

मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मामले में मुस्लिम पक्ष को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस फैसले पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है, जिसमें परिसर में सर्वे को मंजूरी दी गई थी।सुप्रीम कोर्ट ने अधिवक्ता सर्वे को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा है और मुस्लिम पक्ष को राहत देने से इंकार कर दिया है।

सुप्रीम कोर्ट ने मथुरा की शाही ईदगाह मस्जिद में सर्वे कराए जाने के इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाने से इनकार करते हुए कहा कि हम हाईकोर्ट के आदेश पर रोक नहीं लगाएंगे। यहां सिर्फ हाईकोर्ट द्वारा सारे मामले अपने पास ट्रांसफर का मामला लंबित है। कानून के मुताबिक नए आदेश के लिए नई याचिका दाखिल करनी होगी। सुप्रीम कोर्ट अब इस मामले की 9 जनवरी को सुनवाई करेगा।

सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि हमारे यहां सिर्फ ट्रांसफर का मामला है। ऐसे में हाईकोर्ट द्वारा अगर कोई आदेश दिया जाता है तो उसे पक्षकार द्वारा नए सिरे से यहां चुनौती दी जानी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट अब 9 जनवरी को सुनवाई करेगा। लेकिन अगर कोई पक्ष चाहे तो पक्षकार मेंशन कर सकते हैं।

बता दें कि मुस्लिम पक्ष ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। श्रीकृष्‍ण जन्‍मभूमि और शाही ईदगाह विवाद मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने गुरुवार को विवादित परिसर का सर्वे करने का आदेश दे दिया था। इसके लिए 3 कमिश्‍नर भी नियुक्‍त कर दिए गए हैं। मथुरा में श्रीकृष्‍ण जन्‍मभूमि और शाही ईदगाह का मामला वर्षों से कानूनी दांव-पेच में फंसा हुआ है। श्रीकृष्‍ण जन्‍मभूमि का सर्वे कराने को लेकर हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। अब इलाहाबाद हाई कोर्ट ने इसको लेकर महत्‍वपूर्ण आदेश दिया है।

महिला जज की 'इच्छामृत्यु' की मांग पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, सीजेआई ने इलाहाबाद हाइकोर्ट से से मांगी स्टेटस रिपोर्ट

#cji_chandrachud_summoned_allahabad_hc_for_status_report_over_female_judge_viral_letter 

उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की महिला सिविल जज ने भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ से अपना जीवन समाप्त करने की अनुमति मांगी है। इस संबंध में महिला जज ने एक पत्र भेजा है, जिसमें उसने जिला जज द्वारा यौन उत्‍पीड़न करने का गंभीर आरोप भी लगाया है। महिला जज की वायरल चिट्ठी का सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया है। बांदा की महिला जज की चिट्ठी पर सुप्रीम कोर्ट ने दखल दिया है और चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ ने इलाहाबाद हाईकोर्ट से इस मामले में स्टेटस रिपोर्ट मांगी है।

सूत्रों के मुताबिक, गुरुवार की देर रात चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट के सेकेट्री जनरल अतुल एम कुरहेकर को इलाहाबाद हाईकोरट् प्रशासन से स्टेटस रिपोर्ट मांगने को कहा। एसजी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को पत्र लिखकर महिला जज द्वारा दी गई सारी शिकायतों की जानकारी मांगी है। साथ ही शिकायत से निपटने वाली आंतरिक शिकायत समिति के समक्ष कार्यवाही की स्थिति के बारे में पूछा है।

वायरल हो रही चिट्ठी के मुताबिक यूपी की एक महिला जज ने यौन प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए इच्छामृत्यु की मांग की है। बांदा ज़िले में तैनात एक महिला जज की वायरल हो रही एक चिट्ठी में दावा किया कि एक पोस्टिंग के दौरान ज़िला जज और उनके करीबियों ने उनके साथ मानसिक और शरीरिक शोषण किया। दावा ये भी है कि जिला जज ने उसे रात में मिलने का दबाव बनाया।

बांदा में तैनात महिला जज ने अपनी चिट्ठी में कहा कि उसने इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश समेत अन्य सम्बंधित अधिकारियों से इस मामले की शिकायत की लेकिन किसी ने भी उससे एक बार ये नहीं पूछा कि आख़िर हुआ क्या है। महिला जज ने अपनी शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई न होने से निराशा ज़ाहिर करते हुए चिट्ठी लिखकर इच्‍छामृत्‍यु की मांग की।

एमपी में घर के बाहर खड़ी थी कार और 175 किमी दूर कट गया टोल टैक्स, पीड़ित ने नितिन गडकरी को चिट्ठी लिख मांगी मदद

 मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहाँ घर के बाहर खड़ी एक कार का 175 किलोमीटर दूर टोल टैक्स कट गया। अब गाड़ी मालिक ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को इस मामले की शिकायत की है। नर्मदापुरम के माखननगर रोड पर रहने वाले दयानंद पचौरी की कार (MP 04 CZ 0361) घर में बनी दुकान के समक्ष खड़ी हुई थी। 27 नवंबर को गाड़ी के फास्टैग से लगभग 175 किलोमीटर दूर विदिशा के सिरोंज स्थित टोल प्लाजा पर 40 रुपये कटने का मैसेज आया। मैसेज देखते ही टोल प्लाजा के टोल फ्री शिकायत नंबर पर शिकायत दर्ज कराई गई। मगर शिकायत करने के पश्चात् भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। 

पीड़ित ने मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के दफ्तर में कॉल किया। उनके दफ्तर से पीड़ित को बताया गया कि संबंधित समस्या को ई-मेल आईडी पर मेल कर दो। तत्पश्चात, वाहन स्वामी ने पत्र लिखकर मेल के जरिए शिकायत की है। पीड़ित दयानंद पचौरी ने बताया कि 27 नवंबर को मैं दुकान पर ग्राहकी कर रहा था। अचानक मेरे मोबाइल पर सन्देश आता है कि विदिशा के पास सिरोंज टोल नाके पर मेरी कार के फास्ट टैग से 40 रुपए कट गए हैं। जबकि मैं आज तक कभी सिरोंज नहीं गया। हमने टोल फ्री नंबर 1035 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराई मगर कोई संतोषजनक उत्तर नहीं प्राप्त हुआ। 

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) के जरिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का नंबर प्राप्त किया तथा उस नंबर पर कॉल किया तो निज सचिव ने कॉल उठाया। केंद्रीय मंत्री के PA ने पीड़ित को बताया कि संबंधित समस्या को ईमेल आईडी पर मेल कर दो। हम उसकी सत्यता की तहकीकात करते हैं। मगर अभी तक समस्या का कोई निदान नहीं हुआ है।

'राज्य की सरकार ‘नवा केरल’ में व्यस्त तो सबरीमाला की अव्यवस्था पर कौन दे ध्यान?' मौतों के बाद जागा हाई कोर्ट, लगाई फटकार

केरल में भगवान अयप्पा के लोकप्रिय सबरीमाला मंदिर में प्रतिदिन लगभग 1 लाख श्रद्धालु पहुँच रहे हैं। बीते वर्ष की तुलना में इस बार भक्तों की संख्या बहुत बढ़ी है, इसके कारण बहुत अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा है। 18 घंटे तक लाइन में खड़े होने के पश्चात् ही भक्त मंदिर में दर्शन कर पा रहे हैं। इसकी वजह से कई बार बैरिकेड्स टूटने और भगदड़ मचने की खबर आ चुकी है। 12 वर्षीय एक बच्ची की दर्शन के लिए जाते वक़्त मौत हो गई, तो तमिलनाडु से मंदिर पहुँची एक अन्य भक्त की पहाड़ की चढ़ाई के चलते मौत हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक, श्रद्धालुओं को बीते कुछ सप्ताहों से जंगल में कष्ट उठाने पड़ रहे हैं। उन्हें घंटों तक बसों की प्रतीक्षा करना पड़ रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, इन क्षेत्र में लोगों के लिए ठहरने के लिए कोई टेंट या किसी तरह की छत मौजूद नहीं है।

स्थिति देखकर ऐसा लगता है कि केरल सरकार की इन श्रद्धालुओं की कोई परवाह ही नहीं है। पुलिस के जवानों की संख्या की कमी से लेकर भक्तों के मंदिर तक पहुँचने तथा पहाड़ी की चढ़ाई के चलते उनके विश्राम करने जैसी कोई व्यवस्था नजर नहीं आती। हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल है। उधर केरल के वामपंथी सीएम पी विजयन इस समय पूरे प्रदेश में संपर्क यात्रा निकाल रहे हैं, जिसे ‘नवा केरल सदस’ नाम दिया गया है। सीएम की संपर्क यात्रा तथा रैलियों के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती नजर आ रही है। सबरीमाला में सुरक्षा बलों की कमी का एक कारण यह भी माना जा रहा है।

आपको बता दें कि सबरीमाला में मंडलम-मकरविलक्कू का सीजन चल रहा है। इस वर्ष 17 नवंबर से आरम्भ हुए इस सीजन में सबरीमाला मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। हर रोज लगभग 1.20 लाख भक्त दर्शन करने के लिए पहुँच रहे हैं।

 कुछ दिन पहले ही सबरीमाला से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो में एक बच्चा नजर आता है, जो बस की खिड़की से रोता हुआ दिख रहा है, वो अपने पिता से बिछड़ गया था। इसके अतिरिक्त सबरीमाला जाने के लिए जिस जगह से बस पकड़ी जाती है, उस निलक्कल बस स्टेशन से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया पर भी नजर आ रहे हैं। बसों की बेहद कमी हैं तथा लोगों को घंटों तक प्रतीक्षा करना पड़ रहा है। 9 दिसंबर 2023 को 12 वर्षीय बच्ची पद्मश्री की मौत हो गई। उसे बचपन से दिल से जुड़ी बीमारी भी थी। वो भीड़ में समूह के साथ ही चल रही थी, तभी कोलैप्स होकर गिर पड़ी। तत्पश्चात, 13 दिसंबर को एक महिला, जो तमिलनाडु से आई थी, वो पारंपरिक रास्ते से मंदिर में प्रवेश के लिए जा रही थी तो गिर गईं। उनकी मौत की जानकारी सामने आने के बाद विशेष टीम को भेजना पड़ा, जिससे उनका शव वापस लाया जाए। इस बीच, सबरीमाला मंदिर में ‘कुप्रबंधन’ को लेकर केरल में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन आरम्भ हो गए हैं। बीजेपी युवा मोर्चा ने भी प्रदर्शन किए हैं, तो सबरीमाला मंदिर में पहुँचे भक्तों ने भी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए हैं। वहीं, सरकार का दावा है कि सब कुछ कंट्रोल में है।

केरल हाई कोर्ट ने भी लिया संज्ञान

सबरीमाला मंदिर में दर्शन के चलते यात्रियों को हो रही समस्याओं पर केरल उच्च न्यायालय ने स्वत: संज्ञान लिया है। केरल उच्च न्यायालय ने स्टेट रोडवेज की बसों को बढ़ाने का निर्देश दिया है, जिससे भक्तों की तकलीफों को कम किया जा सके। इसके अतिरिक्त उच्च न्यायालय ने व्यवस्थाओं को देखने के लिए एक कमेटी का भी गठन किया है। हालाँकि उच्च न्यायालय को सरकार ने बताया है कि भीड़ के कारण परेशानियां नहीं हो रही हैं, बल्कि हालात नियंत्रण में हैं। देवस्वोम मंत्री के राधाकृष्णन ने कहा कि वास्तव में भक्तों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है तथा भीड़ को काबू करने के लिए हस्तक्षेप किया गया है। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों का सबसे बड़ा उद्देश्य पथिनेट्टमपदी पर चढ़ना है, जो थोड़ा मुश्किल है। उन्होंने कहा कि कुछ सीमाएँ भी हैं, क्योंकि वृद्ध व्यक्तियों, दिव्यांगों, महिलाओं, बच्चों आदि को इस पर चढ़ना पड़ता है तथा इसके लिए अधिक समय की जरुरत होती है। इसी कारण से दर्शन के समय को बढ़ाया गया है। मंदिर का पट अब तीर्थयात्रा सीजन के दौरान हर दिन दोपहर 3 बजे खुलेगा, जिससे तीर्थयात्रियों को 18 घंटे दर्शन का अवसर प्राप्त होगा। यह कदम तीर्थयात्रियों, सरकार, बोर्ड और अदालत की सभी भक्तों के लिए सुचारू दर्शन सुनिश्चित करने की माँग के जवाब में उठाया गया है।

वहीं, सीएम पी विजयन इस वक़्त नवा केरल सदस नाम से रैलियाँ कर रहे हैं। 19 नवंबर से आरम्भ हुआ यह​ सिलसिला 24 दिसंबर तक चलेगा। उनकी रैलियों में प्रबंधन के लिए भारी आंकड़े में पुलिस वालों की तैनाती की जा रही है। हालाँकि सीएम पी विजयन ने विपक्ष द्वारा सरकार तथा त्रावणकोर देवास्वोम बोर्ड पर लगाए जा रहे भीड़ का प्रबंधन करने में नाकाम होने के आरोपों को खारिज कर दिया है। विजयन ने कहा कि बेकाबू भारी भीड़ के कारण कुछ दुर्घटनाएँ हमारे नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं। हम मामलों को अत्यधिक सावधानी से सँभाल रहे हैं तथा हालात स्थिति को नियंत्रण करने के लिए 16118 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।

मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले भजनलाल शर्मा ने किया कुछ ऐसा कि इंटरनेट पर छा गया VIDEO

राजस्थान को आज अपना नया सीएम ​मिल गया। आज सीएम भजनलाल शर्मा और दो डिप्टी सीएम दीया कुमारी व प्रेमचंद बैरवा ने शपथ ली। इससे पहले मंत्रियों की नियुक्ति केंद्रीय नेतृत्व की हरी झंडी मिली थी। शपथ ग्रहण से पहले राजस्थान के नए मुख्यमंत्री भजनलाल ने पहले माता-पिता के पैर धोए। तत्पश्चात, संत मृदुल कृष्ण शास्त्री के पैरों में झुककर आशीर्वाद लिया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी भी उपस्थित रहेंगे।

मिली खबर के मुताबिक, कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए प्रधानमंत्री मोदी दोपहर 12:10 बजे जयपुर एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। वहां से वह तकरीबन दोपहर 12:30 बजे अल्बर्ट हॉल पहुंचेंगे। शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन दोपहर 12:45 बजे से एक बजे के बीच होगा। भजनलाल शर्मा की ताजपोशी के साथ ही दो उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा भी शपथ लेंगे। राज्यपाल कलराज मिश्र तीनों को शपथ दिलाएंगे। इसमें पीएम नरेंद्र मोदी के साथ ही गृह मंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों के सीएम, उपमुख्यमंत्री और कई केंद्रीय मंत्री उपस्थित रहेंगे। 

भजनलाल शर्मा पहली बार विधायक बने हैं। उन्हें मंगलवार को पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षकों राजनाथ सिंह, सरोज पांडे एवं विनोद तावड़े की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी विधायक दल की बैठक में मनोनीत सीएम घोषित किया गया था। वसुंधरा राजे ने उनका नाम विधायक दल के नेता के तौर पर प्रस्तावित किया था। अजमेर नॉर्थ से विधायक वसुदेव देवनानी को स्पीकर बनाया गया है।

राजस्थान के मुख्यमंत्री बने भजनलाल शर्मा, दीया और बैरवा ने भी ली शपथ

भजनलाल शर्मा ने राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले लिया है। यह समारोह ऐतिहासिक अल्बर्ट हॉल के बाहर आयोजित गया। शपथ ग्रहण समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए। कार्यक्रम में पीएम मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी उपस्थित रहे। राज्यपाल कलराज मिश्र ने भजन लाल शर्मा को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। साथ ही दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बने।

सांगानेर से विधायक भजनलाल शर्मा पहली बार ही विधानसभा पहुंचे हैं और पहली ही बार में बीजेपी ने उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया है. भजनलाल शर्मा ब्राह्मण समाज से आते हैं और इस समाज से आने वाला कोई शख्स 33 साल बाद राजस्थान का मुख्यमंत्री बना है।

खास बात ये है कि आज भजनलाल शर्मा का जन्मदिन भी है। ये उनका 56वां जन्मदिन है। गुरुवार रात 12 बजे बाद सोडाला के चंबल गेस्ट हाउस में भजनलाल ने अपने समर्थकों के साथ जन्मदिन मनाया। जन्मदिन के अवसर पर मुख्यमंत्री उनके समर्थकों की ओर से रक्तदान शिविर भी लगाया जाएगा। यह शिविर धोलपुर में आयोजित किया जाएगा।

भैया शिवराज को देख फिर भावुक हुई लाड़ली बहनें, फूट-फूट कर रोता देख पूर्व CM की आंखों में भी आ गए आंसू

 मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री अब मोहन यादव बनाए जा चुके हैं तथा शिवराज सिंह चौहान अब इतिहास हो चुके हैं। मगर मध्यप्रदेश की महिलाएं अभी भी भारतीय जनता पार्टी के इस फैसले को स्वीकार नहीं कर पा रही हैं कि अब शिवराज सिंह चौहान इस राज्य के मुख्यमंत्री नहीं है। शपथ ग्रहण समारोह के पश्चात् भी महिलाओं ने शिवराज सिंह चौहान को घेरकर रोने लगी थीं तो अब विदिशा में भी ऐसा ही कुछ हुआ है।

शिवराज सिंह चौहान ने बहुत देर तक महिलाओं को चुप कराने का प्रयास किया मगर माहौल इस कदर भावुक हो चुका था कि शिवराज सिंह चौहान भी अपनी भावनाओं पर कंट्रोल नहीं कर सके तथा भावुक होकर वे भी रोने लगे। अपने आंसू पोछते हुए शिवराज सिंह चौहान ने महिलाओं से बड़ी बात कह दी।

लाड़ली बहनों का उनके लिए ये प्रेम देखकर शिवराज सिंह चौहान भी बेहद भावुक हो गए। वे बहुत देर तक अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने का प्रयास करते रहे लेकिन फिर उनके भी आंसू निकल आए तथा वे भी भावुक होते हुए सभी महिलाओं से बोले कि ‘जिऊंगा तो आपके लिऐ और मरना पड़ा तो आपके लिएं मरूंगा। बहनों मैं आपका था, आपका हूं और आपका ही रहूंगा’।

बद्रीनाथ धाम: पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट का काम बर्फबारी ने रोका, तापमान माइनस में पहुंचा, लेकिन श्रमिकों ने नहीं छोड़ी आस

बद्रीनाथ धाम में हो रही बर्फबारी ने वहां मास्टर प्लान के तहत चल रहे महायोजना के कार्यों की राह रोक दी है। ऐसे में 500 से अधिक इंजीनियर, कर्मचारी व श्रमिक फिलहाल खाली बैठे हुए हैं।

बद्रीनाथ महायोजना का कार्य देख रहे लोनिवि के अधिशासी अभियंता विपुल सैनी का कहना है बर्फबारी के चलते धाम में बीते दो दिन से निर्माण कार्य नहीं हो पा रहे। हालांकि, उम्मीद है कि जल्द कार्य दोबारा शुरू कर दिए जाएंगे।

प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट बद्रीनाथ महायोजना के तहत इन दिनों धाम में तृतीय चरण के कार्य चल रहे हैं। इनमें मंदिर के आसपास सुंदरीकरण के साथ अलकनंदा नदी के किनारे रिवर फ्रंट का कार्य हो रहा है। लेकिन, मंगलवार को भारी बर्फबारी के बाद धाम में निर्माण कार्य रोक दिए गए और बुधवार को भी कार्य नहीं हो पाए।

बद्रीनाथ धाम में एक फीट से अधिक बर्फ जमी हुई है। बताया गया कि धाम में 450 श्रमिकों समेत 50 अधिकारी-कर्मचारी और मशीन चालक मौजूद हैं। सभी बर्फ कम होने का इंतजार कर रहे हैं। ठंड से बचने के लिए उनके पास अलाव, गर्म कपड़े आदि मौजूद हैं।

माइनस में पहुंचा तापमान

उत्तराखंड में लगातार मौसम बदल रहा है। बर्फबारी के चलते अब नदी और नाले भी जमने लगे हैं। इसी बीच लगातार हो रही बर्फबारी से अब बर्फ की परत भी जम गई हैं। वहीं तापमान में भी लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। बद्रीनाथ में भी बर्फबारी से तापमान माइनस में पहुंच गया है।

सरेंडर से पहले मास्टरमाइंड ललित झा ने मिटाया सबूत, जला दिए साथियों के फोन

#lalit_jha_burned_mobile_phones_in_attempt_to_destroy_evidence

संसद में घुसपैठ केस के मास्टरमाइंड ललित मोहन झा ने गुरुवार देर रात दिल्ली पुलिस थाने में सरेंडर कर दिया। पुलिस ने ललित को गिरफ्तार कर लिया। संसद भवन की सुरक्षा में सेंध लगाने के पीछे मास्टरमाइंड ललित झा ने दिल्ली पुलिस को सरेंडर तो कर दिया है लेकिन सरेंडर से पहले उसने कई साजिश को अंजाम दिया है। इस साजिश के तहत उसने दिल्ली आने से पहले उसने चारों आरोपियों के मोबाइल फोन को वहीं नष्ट कर दिया। पुलिस को शक है कि जांच को भटकाने के लिए उसने ऐसा किया है।

मुख्य आरोपी ललित झा दिल्ली के कर्तव्य पथ पुलिस थाने पहुंचा और उसने सरेंडर कर दिया। फिलहाल ललित को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंप दिया गया है, जो उससे पूछताछ कर रही है। वह कई राज भी खोल सकता है।आरोपी ललित झा से गुरुवार देर रात कई घंटे तक पूछताछ हुई है। 2 डीसीपी और एडिशनल सीपी समेत स्पेशल सेल के कई इंस्पेक्टर्स ने आरोपी से पूछताछ की है। सूत्रों के मुताबिक आरोपी ललित झा ने स्पेशल सेल के अधिकारियों को पूरी कहानी बताई है।

पुलिस पूछताछ ने आरोपी ने माना है कि उसने सबूत मिटाने के लिए मोबाइल फोन को आग के हवाले भी किया है।बता दें कि ललित के पास अपने चार साथियों का मोबाइल फोन था। घटना को अंजाम देने से पहले चारों आरोपियों ने अपने फोन ललित को दे दिया था। इसके बाद घटना का वीडियो रिकॉर्ड करने के बाद ललित मौके से फरार हो गया। हालांकि, पुलिस उसके तमाम दावों की पुष्टि करने में जुटी है।

सूत्रों के अनुसार ललित झा ने पुलिस को बताया कि उसने उस दिन की घटना को पहले रिकॉर्ड किया। इसके बाद उस क्लिप को इंस्टाग्राम पर अपलोड किया और इस घटना की मीडिया में अच्छे से कवरेज हो सके, ये सुनिश्चित करने के लिए उसने इस वीडियो को कोलकाता स्थित एक एनजीओ को भी भेजा। इतना कुछ करने के बाद ही वह मौके से फरार हुआ था।

पूछताछ के दौरान ललित ने बताया कि कुचामन में वह अपने मित्र महेश से मिला, जिसने उसे रात में रहने के लिए कमरा दिया था। महेश से वह फेसबुक के जरिए मिला था। संसद में हुए घटना के दौरान ललित भी मौके पर मौजूद था। वह बाहर से दर्शक दीर्घा में गए अपने साथियों का वीडियो बना रहा था।तकनीकी निगरानी की मदद से ललित की गिरफ्तारी से पहले पुलिस ने महेश के चचेरे भाई कैलाश को पकड़ा जिसने उन्हें बताया था कि ललित और महेश दिल्ली गए हैं। जब ललित वापस आया तो उसे भी गिरफ्तार किया गया। दिल्ली पुलिस के अनुसार, ललित झा खुद से पुलिस स्टेशन आया था, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर पूछताछ करने लगी।

संसद में घुसपैठ के मास्टरमाइंड ललित झा का सरेंडर, घटना के बाद पुलिस कर रही थी तलाश

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संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में मास्टरमाइंड ललित झा ने गुरुवार रात को दिल्ली पुलिस के सामने समर्पण कर दिया। इस बात की जानकारी दिल्ली पुलिस ने दी है।बता दें कि ललित घटना के बाद से ही फरार चल रहा था। ललित को इस घटना में मास्टर माइंड बताया जा रहा था और इसकी तलाश में पुलिस लगातार जगह-जगह छापे मार रही थी।

आरोपी ललित झा महेश नाम के शख्स के साथ खुद कर्तव्य पथ थाने पहुंचा और सरेंडर कर दिया। पुलिस ने दोनों को स्पेशल सेल को सौंप दिया है। बताया जा रहा है कि ललित दिल्ली से राजस्थान के नागौर भागा था।वह बस पकड़कर राजस्थान गया था। वहां पहुंचने के बाद उसने होटल में रात बिताई थी।महेश को भी 13 दिसंबर को दिल्ली संसद भवन आना था। महेश को इस साजिश की पूरी जानकारी थी।महेश को भी दिल्ली पुलिस तलाश रही थी।

संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले पुलिस ने इससे पहले पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने इस मामले में संसद भवन के भीतर और बाहर से 2-2 आरोप‍ियों को गिरफ्तार किया था। एक आरोपी को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया जहां ये लोग संसद में घुसने से एक दिन पहले रुके थे।संसद भवन की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले 5 में से 4 आरोपियों को पटियाला हाउस कोर्ट ने 7 दिनों की रिमांड पर भेज द‍िया है।आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी, 453, 153, 186, 353 और यूएपीए की धारा 16 और 18 के तहत पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। 

ललित झा है मास्टरमाइंड

ललित कोलकाता में बड़ा बाजार के पास रवींद्र सरणी में किराए पर रहता था। वह मूल रूप से बिहार के दरभंगा का रहने वाला है। सूत्रों के अनुसार पुलिस जांच में यह सामने आया है कि संसद में स्मोक कलर अटैक का मास्टरमाइंड ललित झा ही हो सकता है। पूछताछ में गिरफ्तार आरोपी ने बताया कि ललित झा के कहने पर ही संसद के अंदर स्मोक अटैक करने की तारीख 13 दिसंबर तय की गई थी। इस घटना को अंजाम देने से पहले ललित ने ही चारों आरोपियों के फोन अपने कब्जे में ले ल‍िए थे और फरार हो गया।

अमित मालवीय ने टीएमसी पर निशाना साधा

बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने संसद सुरक्षा में सेंध लगने को लेकर टीएमसी पर निशाना साधा। उन्होंने सोशल मीड‍िया मंच 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा, ललित झा का टीएमसी कनेक्शन अब सामने आया है। टीएमसी नेताओं के साथ उनकी कई तस्वीरें वायरल हो चुकी हैं। प्रकरण में शामिल लोगों का संबंध कांग्रेस, सीपीआई (एम) और अब टीएमसी से पाया गया है। उन्होंने आरोप लगाते सवाल भी पूछा, क्या स्पष्ट नहीं है कि ''इंडिया गठबंधन'' ने मौजूदा सरकार को कमजोर करने के लिए भारतीय संसद पर हमला किया है? यह संस्‍था (संसद) 140 करोड़ देशवास‍ियों की आवाज है।