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लंदन की सोफिया' ने शिक्षा व्यवसायी को लगाया 37 लाख का चूना, सात लोगों को 43 लाख रुपये की लगाई चपत

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खुद को लंदन की महिला बता साइबर ठग ने पहले शिक्षा कारोबारी से पहचान बढ़ाई। बाद में शातिर ने अपनी सहयोगी को कस्टम अधिकारी बनाकर फोन करा पीड़ित से 37 लाख रुपये ठग लिए। साइबर ठगों ने अलग-अलग बहाने से कुल सात लोगों को 43 लाख रुपये की चपत लगाई। पीड़ितों की शिकायत पर साइबर थाने में सात और आठ नवंबर को एफआईआर की गई। मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।

पटना के कंकड़बाग के आरएमएस कालोनी निवासी शिक्षा व्यवसायी हैं। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि नवंबर महीने में लंदन से उनके पास एक फोन आया था। फोन करने वाले ने उनके पूर्ववर्ती एक छात्र के बारे में बात की। बाद में उसने सोफिया जोंनसन नाम की एक महिला से बात कराई। उसने कहा कि वह पटना में मेडिकल कालेज एवं अस्पताल खोलना चाहती है। इसी बीच उसने बताया कि वह 25 नवंबर को भारत आएगी। उसने पीड़ित को विश्वास दिलाने के लिए अपना और अपने परिवार का फोटो उनके पास भेजा।

शिक्षा व्यवसायी से 37 लाख की ठगी

कस्टम अधिकारी के नाम पर बरगलाया 28 फरवरी को अंकिता नाम की महिला ने शिक्षा कारोबारी को फोन कर बताया कि वह मुंबई एयरपोर्ट से बोल रही है। उसने बताया कि उनकी जानने वाली सोफिया लंदन से भारत आई हैं। उनके पास दो करोड़ से अधिक की विदेशी मुद्रा है। लंदन से आई महिला को एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारियों ने पकड़ लिए है। बाद में कस्टम कोर्ट से मामला सुलझाने के नाम पर शातिरों ने उनसे 37 लाख 41 हजार रुपये ठग लिए।

टास्क पूरा करने का लालच 

अन्य मामले में साइबर ठगों ने कंकड़बाग निवासी मिथलेश को टास्क पूरा करने पर कमाई का झांसा दे उनसे दो लाख 88 हजार रुपये झटके। एक ट्रैवल कंपनी में कार्यरत दानापुर निवासी रजनीश कुमार ने मकान किराए पर देने के लिए एक वेबसाइट पर विज्ञापन दिया था। विज्ञापन देखकर शातिरों ने खुद को सेना का जवान बता कमरा लेने की बात कही। बाद में बातों में उलझा ठगों ने उनके 89 हजार 999 रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए। 

स्टॉक मार्केटिंग के नाम पर ठगी 

वहीं, नाला रोड निवासी युवती वेदिका से स्टाक मार्केटिंग के नाम पर 23 हजार रुपये की ठगी कर गई। अंतिम मामले में साइबर ठगों ने खुशरूपुर के रहने वाले आलोक कुमार को गूगल पे पर रुपये भेजने के बहाने 65 हजार 810 रुपये का चूना लगा दिया। वहीं राम जयापल नगर के रहने वाले अशोक कुमार ने ऑनलाइन वेबसाइट से 1900 रुपये में इंडक्शन चूल्हा खरीदा था।

चूल्हा खराब निकलने पर उन्होंने गूगल पर ऑन लाइन सर्च कर कंपनी के कस्टमर केयर का नंबर ढूंढ उसपर फोन किया। फोन करने पर शातिरों ने उनसे कहा कि वे रुपये आन लाइन वापस कर देंगे, चूल्हा बाद में उनका आदमी ले आएगा। झांसे में लेकर ठग ने पीड़ित के खाता नंबर व अन्य जानकारी हासिल कर ली। इसके बाद उनके खाते से 41 हजार रुपये की निकासी कर ली गई।

बरेली-नैनीताल हाईवे पर बड़ा हादसा, कार और ट्रक में टक्कर, 8 लोग जिंदा जले, सीट पर मिले जले हुए कंकाल

बरेली में भोजीपुरा हाईवे पर रात करीब 11 बजे डंपर और कार में टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि दोनों गाड़ियों में आग लग गई। डंपर का ड्राइवर तो जान बचाकर भाग गया लेकिन कार में सवार आठ लोग जिंदा जल गए। इसमें एक बच्चा भी शामिल है। नैनीताल हाईवे पर रात 11 बजे बरेली से बहेड़ी की तरफ अर्टिगा कार जा रही थी। हाईवे पर भोजीपुरा के पास गाड़ी अचानक कंट्रोल से बाहर होकर डिवाइडर पार करती हुई दूसरी तरफ चली गई। दूसरी तरफ सामने से तेज रफ्तार आ रही डंपर से कार टकरा गई। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि डंपर और कार में भयानक आग लग गई। हाईवे पर टायर के निशान देखने से पता चल रहा है कि कार करीब 100 मीटर तक डंपर में फंसकर रोड पर घिसटती चली गई।

बताया जा रहा है कि किसी को भी कार से निकलने का अवसर नहीं मिला। सेवन सीटर अर्टिगा कार में सवार सभी लोगों के जिंदा जल गए। राहगीरों की सूचना पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियां मौके पर पहुंची। तुरंत ही कार और डंपर में लगी आग को बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया गया। प्राथमिक सूचना के आधार पर पुलिस का कहना है कि मरने वालों की संख्या आठ है।  

शादी समारोह के लिए बुक की गई थी कार

कार के नंबर से पता चला है कि अर्टिगा गाड़ी बहेड़ी के रामलीला मोहल्ला के रहने वाले सुमित गुप्ता की है। इस कार को नारायण नगला गांव के फुरकान ने बुक किया था। बताया जा रहा है कि कार शादी समारोह के लिए बुक की गई थी।

कार की सीट पर थे कंकाल, पलभर में सब हुआ खाक

शादी समारोह से लौटते समय डंफर व अर्टिगा कार में हुई टक्कर से कार आग का गोला बन गई। देखते ही देखते कार के अंदर सवार सभी लोगों की जलकर मौत हो गई। सूचना पर पहुंची दमकल ने आग पर काबू पाया तो कार के अंदर सीटों पर केवल कंकाल ही थे। मौके का नजारा देख यहां पहुंचे अफसरों समेत प्रत्यक्ष दर्शियों की भी आंखें नम हो गईं।

कार मालिक पर होगी कार्रवाई

दरअसल जिस कार में हादसा हुआ वह अर्टिगा कार बहेड़ी के रामलीला मोहल्ला के रहने वाले सुमित गुप्ता के नाम से आरटीओ में पंजीकृत है। इस कार को बुकिंग में चलाया जा रहा था। निजी गाड़ी का बुकिंग में इस्तेमाल करना गैर कानूनी है। घटना स्थल पर कार में सफेद हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट लगी मिली, जबकि बुकिंग वाहनों का पंजीकरण व्यावसायिक में दर्ज कर पीली नंबर प्लेट लगाने का प्रावधान है। आरटीओ प्रवर्तन दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि एआरटीओ प्रवर्तन को मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

प्राण प्रतिष्ठा को लेकर 20 जनवरी से आम श्रद्धालु नहीं कर सकेंगे रामलला के दर्शन, 23 को दोबारा खुलेगा मंदिर

22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली प्राण-प्रतिष्ठा से पहले श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट ने बड़ा फैसला लिया है। ट्रस्ट ने 20 जनवरी से आम श्रद्धालुओं के लिए रामलला के दर्शन को बंद कर दिया गया है। ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होगी। 22 जनवरी को अयोध्या के श्रीराम मंदिर में होने वाला मूर्ति प्रतिष्ठा समारोह दोपहर करीब 12.30 बजे होगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ समेत तमाम बड़े नेता और कई हस्तियां मंदिर परिसर में मौजूद रहेंगी। ज्यादातर लोगों का प्राण-प्रतिष्ठा से कुछ दिन पहले अयोध्या में आगमन हो जाएगा। अनिल मिश्रा ने बताया कि सुरक्षा कारणों को देखते हुए ट्रस्ट ने रामलला के दर्शन बंद करने करने का फैसला लिया है। उन्होंने बताया कि प्राण-प्रतिष्ठा के बाद 23 जनवरी से दोबारा मंदिर खुल जाएंगे, जिसके बाद श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर पाएंगे।

7000 लोगों को भेजा निमंत्रण

पांच सौ सालों की प्रतीक्षा के बाद श्रीरामजन्म भूमि में निर्माणाधीन दिव्य मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के गौरवशाली क्षणों के साक्षी बनने का सुअवसर सनातन धर्मियों संग कई अन्य सेलेब्रिटियों को होगा। श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ने इसके लिए सभी को निमंत्रण भेजना शुरू कर दिया है। लगभद 7000 लोगों को निमंत्रण भेजे गए हैं। इन निमंत्रण कार्ड की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस निमंत्रण कार्ड में लिखा है कि हमारी प्रबल इच्छा है कि आप इस शुभ अवसर पर अयोध्या में मौजूद रहकर अभिषेक के साक्षी बनें और इस महान ऐतिहासिक दिन की गरिमा को बढ़ाएं। 

11 से एक बजे के बीच होगा रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम

श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय ने बताया कि 22 जनवरी 2024 में होने रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव से सम्बन्धित आमन्त्रण पत्र विश्व भर के रामभक्तों को सोशल मीडिया के माध्यम से भेजा है। पत्र में अपील की गयी कि पौष शुक्ल द्वादशी विक्रम संवत 2080 तदनुसार 22 जनवरी के शुभ दिन प्रभु राम के बाल रूप नूतन विग्रह को नवीन मंदिर के भूतल के गर्भगृह में विराजित कर प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। आनंद के इस वातावरण में प्राण प्रतिष्ठा की तिथि पर पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न एक बजे के मध्य अपने ग्राम, मोहल्ले व कालोनी के किसी मंदिर में रामभक्तों को एकत्र कर भजन-कीर्तन करें। 

राम मंदिर का गर्भगृह तैयार, लाइट फिटिंग भी पूरी  

22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले मूर्ति प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर मंदिर में काम तेजी से चल रहा है। श्री राम जन्मभूमि पर बना रहे भव्य मंदिर में गर्भगृह का काम पूरा हो गया है। आधार आसान समेत लाइटिंग भी पूरी कर दी गई है। अष्टकोणीय गर्भगृह की बेहद खूबसूरत दो तस्वीर शनिवार को साझा की गई ।श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने दोपहर बाद दो तस्वीरें साझा करते हुए लिखा की ' प्रभु श्री रामलला का गर्भ गृह स्थान लगभग तैयार है। हाल ही में लाइटिंग-फिटिंग का कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है। आपके साथ कुछ छायाचित्र साझा कर रहा हूँ।'

सोशल मीडिया पर इन दो तस्वीरें की सजा होते ही राम भक्तों ने इसे वायरल करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते हजारों श्रद्धालुओं ने जय श्रीराम के टैग के साथ इसे अपने-अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर तस्वीर पोस्ट कर दी। शुक्रवार को ही श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से श्री राम जन्मभूमि परिसर में ही 11 केवीए विद्युत उपकेंद्र ऊर्जीकृत किया गया ।शुक्रवार से राम मंदिर का अपना बिजली घर चालू हो गया। 1250 किलो वाट के कनेक्शन के साथ दर्शन नगर स्थित 33/11केवी ए विद्युत उपकेंद्र से आपूर्ति शुरू की गई। इसके पहले कई बार बिजली सप्लाई का ट्रायल किया जा चुका है।

GST बकाए के भुगतान के लिए पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे सीएम ममता, कहा- इन तीन दिनों में से कोई एक दिन का दें समय

 बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज शनिवार को कहा कि उन्होंने केंद्र द्वारा राज्य को दिए जाने वाले वित्तीय बकाये की मांग के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की मांग की है। ममता बनर्जी ने उत्तर बंगाल में सिलीगुड़ी के पास बागडोगरा हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि वह राष्ट्रीय राजधानी का दौरा करेंगी और 18 से 20 दिसंबर के बीच तीन दिनों में से किसी एक दिन के लिए समय मांगा है।

उन्होंने कहा कि, "मैं इस महीने पार्टी के कुछ सांसदों के साथ दिल्ली जाऊंगी और राज्य के बकाये के लिए दबाव बनाने के लिए प्रधानमंत्री से मुलाकात करूंगी, जो केंद्र पर बकाया है।" उन्होंने कहा कि, "मैंने इस महीने की 18, 19 और 20 तारीखों में से किसी एक दिन में प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगा है।" ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र राज्य से GST एकत्र कर रहा है, लेकिन आय साझा नहीं कर रहा है।

इसके अलावा बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि, "मनरेगा जैसी विभिन्न केंद्रीय योजनाओं के तहत राज्य को मिलने वाली कई धनराशि भी नहीं मिल रही है। राज्य को केंद्र से मिलने वाले वित्तीय बकाये से वंचित किया जा रहा है।" उन्होंने कहा, हालांकि केंद्र ने विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लिए अपने हिस्से की धनराशि रोक दी है, लेकिन राज्य अभी भी अपने संसाधनों से उन्हें जारी रख रहा है। ममता बनर्जी इस समय उत्तर बंगाल के एक सप्ताह के दौरे पर हैं।

दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता की लिस्ट में PM मोदी फिर टॉप पर, सामने आई मॉर्निंग कंसल्ट की रेटिंग, पढ़िए, पूरी रिपोर्ट

पीएम नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं। अमेरिका स्थित कंसल्टेंसी फर्म ‘मॉर्निंग कंसल्ट’ के एक सर्वे के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी को 76 प्रतिशत अप्रूवल रेटिंग मिली है। प्रधानमंत्री मोदी के बाद मैक्सिकन राष्ट्रपति आंद्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर दूसरे नंबर पर हैं, उन्हें 66 फीसदी रेटिंग मिली है। तत्पश्चात, स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति एलेन बर्सेट को 58 प्रतिशत तथा ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा 49 प्रतिशत रेटिंग प्राप्त हुई है।

प्रधानमंत्री मोदी बीते कई वर्षों से इस सूची में टॉप पर बने हुए हैं। वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन 40 प्रतिशत अप्रूवल रेटिंग के साथ लिस्ट में सातवें स्थान पर हैं, जो मार्च के बाद से उनकी सबसे अधिक अप्रूवल रेटिंग है। पॉलिटिकल इंटेलिजेंस फर्म की तरफ से एकत्र किया गया डेटा 22 वैश्विक नेताओं के सर्वे पर आधारित है। 6-12 सितंबर, 2023 तक एकत्र किए गए आंकड़ों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी की सूची में सबसे कम डिसप्रूवल रेटिंग है। ये केवल 18 प्रतिशत है। वही जहां तक डिसप्रूवल रेट का सवाल है, तो टॉप 10 नेताओं की सूची में कनाडा के जस्टिन ट्रूडो की डिसप्रूवल रेटिंग सबसे ज्यादा 58 प्रतिशत है।

पीएम मोदी ने ‘मॉर्निंग कंसल्ट’ के सितंबर सर्वे में भी 76 फीसदी की अप्रूवल रेटिंग के साथ दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा था। पिछली रेटिंग्स में भी प्रधानमंत्री मोदी टॉप पर रहे थे। अप्रैल के सर्वे में 76 प्रतिशत की अप्रूवल रेटिंग के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने अपने अमेरिकी और ब्रिटेन के समकक्षों जो बाइडेन तथा ऋषि सुनक को पीछे छोड़ते हुए ‘सबसे लोकप्रिय’ नेता करार दिया गया था। हाल ही में भारतीय जनता पार्टी यानी भारतीय जनता पार्टी अपनी चुनावी जीत का श्रेय मुख्य रूप से पीएम मोदी की वैश्विक लोकप्रियता को देती है। उसने 4 में से 3 प्रदेशों छत्तीसगढ़, राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव जीते हैं। भारतीय जनता पार्टी ने इस बेहतरीन उपलब्धि को ‘मोदी मैजिक’ करार दिया।

दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता की लिस्ट में PM मोदी फिर टॉप पर, सामने आई मॉर्निंग कंसल्ट की रेटिंग, पढ़िए, पूरी रिपोर्ट

पीएम नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं। अमेरिका स्थित कंसल्टेंसी फर्म ‘मॉर्निंग कंसल्ट’ के एक सर्वे के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी को 76 प्रतिशत अप्रूवल रेटिंग मिली है। प्रधानमंत्री मोदी के बाद मैक्सिकन राष्ट्रपति आंद्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर दूसरे नंबर पर हैं, उन्हें 66 फीसदी रेटिंग मिली है। तत्पश्चात, स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति एलेन बर्सेट को 58 प्रतिशत तथा ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा 49 प्रतिशत रेटिंग प्राप्त हुई है।

प्रधानमंत्री मोदी बीते कई वर्षों से इस सूची में टॉप पर बने हुए हैं। वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन 40 प्रतिशत अप्रूवल रेटिंग के साथ लिस्ट में सातवें स्थान पर हैं, जो मार्च के बाद से उनकी सबसे अधिक अप्रूवल रेटिंग है। पॉलिटिकल इंटेलिजेंस फर्म की तरफ से एकत्र किया गया डेटा 22 वैश्विक नेताओं के सर्वे पर आधारित है। 6-12 सितंबर, 2023 तक एकत्र किए गए आंकड़ों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी की सूची में सबसे कम डिसप्रूवल रेटिंग है। ये केवल 18 प्रतिशत है। वही जहां तक डिसप्रूवल रेट का सवाल है, तो टॉप 10 नेताओं की सूची में कनाडा के जस्टिन ट्रूडो की डिसप्रूवल रेटिंग सबसे ज्यादा 58 प्रतिशत है।

पीएम मोदी ने ‘मॉर्निंग कंसल्ट’ के सितंबर सर्वे में भी 76 फीसदी की अप्रूवल रेटिंग के साथ दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा था। पिछली रेटिंग्स में भी प्रधानमंत्री मोदी टॉप पर रहे थे। अप्रैल के सर्वे में 76 प्रतिशत की अप्रूवल रेटिंग के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने अपने अमेरिकी और ब्रिटेन के समकक्षों जो बाइडेन तथा ऋषि सुनक को पीछे छोड़ते हुए ‘सबसे लोकप्रिय’ नेता करार दिया गया था। हाल ही में भारतीय जनता पार्टी यानी भारतीय जनता पार्टी अपनी चुनावी जीत का श्रेय मुख्य रूप से पीएम मोदी की वैश्विक लोकप्रियता को देती है। उसने 4 में से 3 प्रदेशों छत्तीसगढ़, राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव जीते हैं। भारतीय जनता पार्टी ने इस बेहतरीन उपलब्धि को ‘मोदी मैजिक’ करार दिया।

राजस्थान मुख्यमंत्री की रेस से बाहर हुए बाबा बालकनाथ ! खुद बोले- मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में..

राजस्थान विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत के बाद से बाबा बालकनाथ सीएम पद की दौड़ में हैं। उन्होंने अपनी संसद सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था, जिससे कयास लगने लगे थे कि उन्हें सीएम पद दिया जा सकता है। अब बाबा बालकनाथ के हालिया बयान ने एक अलग दृष्टिकोण पेश कर दिया है। अपने बयान में बाबा बालकनाथ ने पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक सांसद के रूप में देश की सेवा करने का अवसर मिलने के लिए आभार व्यक्त किया। 

उन्होंने लोगों से मीडिया और सोशल प्लेटफॉर्म पर चल रही अटकलों को नजरअंदाज करने का आग्रह किया। बाबा बालकनाथ ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए कहा कि, 'पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में मुझे पहली बार सांसद और विधायक बनाकर जनता और देश की सेवा करने का अवसर मिला। चुनाव नतीजे आने के बाद मीडिया और सोशल मीडिया में चल रही चर्चाओं पर ध्यान न दें। फिलहाल मैं प्रधानमंत्री को धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं उनके मार्गदर्शन में और अधिक अनुभव हासिल करना चाहता हूं।

बता दें कि, बाबा बालकनाथ फिलहाल बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति के रूप में कार्यरत हैं और नाथ संप्रदाय के 8वें महंत हैं। उनके उत्तराधिकारी की घोषणा महंत चांदनाथ ने 29 जुलाई, 2026 को एक समारोह में की थी। उनके चुनाव अभियान के दौरान उन्हें योगी आदित्यनाथ का समर्थन प्राप्त था। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा की जीत पर टिप्पणी करते हुए, बाबा बालकनाथ ने विश्वास जताया कि भाजपा प्रधान मंत्री मोदी के नेतृत्व में राजस्थान के लोगों की सेवा करना जारी रखेगी। उन्होंने राज्य के लोगों के लिए काम करने और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत के विकास में योगदान देने का संकल्प लिया।

इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भी मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है। वह विधायकों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ी रही हैं और दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है। बैठक के दौरान, नड्डा ने सरकार के ढांचे में समावेशी दृष्टिकोण का संकेत देते हुए इस बात पर जोर दिया कि राजस्थान में सफलता सामूहिक नेतृत्व के माध्यम से हासिल की गई थी। हालांकि वसुंधरा राजे की भविष्य की भूमिका अज्ञात है, लेकिन पार्टी नेतृत्व ने उन्हें उनकी आगामी जिम्मेदारियों के बारे में संकेत दिया है।

राजस्थान मुख्यमंत्री की रेस से बाहर हुए बाबा बालकनाथ ! खुद बोले- मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में..

राजस्थान विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत के बाद से बाबा बालकनाथ सीएम पद की दौड़ में हैं। उन्होंने अपनी संसद सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था, जिससे कयास लगने लगे थे कि उन्हें सीएम पद दिया जा सकता है। अब बाबा बालकनाथ के हालिया बयान ने एक अलग दृष्टिकोण पेश कर दिया है। अपने बयान में बाबा बालकनाथ ने पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक सांसद के रूप में देश की सेवा करने का अवसर मिलने के लिए आभार व्यक्त किया। 

उन्होंने लोगों से मीडिया और सोशल प्लेटफॉर्म पर चल रही अटकलों को नजरअंदाज करने का आग्रह किया। बाबा बालकनाथ ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए कहा कि, 'पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में मुझे पहली बार सांसद और विधायक बनाकर जनता और देश की सेवा करने का अवसर मिला। चुनाव नतीजे आने के बाद मीडिया और सोशल मीडिया में चल रही चर्चाओं पर ध्यान न दें। फिलहाल मैं प्रधानमंत्री को धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं उनके मार्गदर्शन में और अधिक अनुभव हासिल करना चाहता हूं।

बता दें कि, बाबा बालकनाथ फिलहाल बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति के रूप में कार्यरत हैं और नाथ संप्रदाय के 8वें महंत हैं। उनके उत्तराधिकारी की घोषणा महंत चांदनाथ ने 29 जुलाई, 2026 को एक समारोह में की थी। उनके चुनाव अभियान के दौरान उन्हें योगी आदित्यनाथ का समर्थन प्राप्त था। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा की जीत पर टिप्पणी करते हुए, बाबा बालकनाथ ने विश्वास जताया कि भाजपा प्रधान मंत्री मोदी के नेतृत्व में राजस्थान के लोगों की सेवा करना जारी रखेगी। उन्होंने राज्य के लोगों के लिए काम करने और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत के विकास में योगदान देने का संकल्प लिया।

इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भी मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है। वह विधायकों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ी रही हैं और दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है। बैठक के दौरान, नड्डा ने सरकार के ढांचे में समावेशी दृष्टिकोण का संकेत देते हुए इस बात पर जोर दिया कि राजस्थान में सफलता सामूहिक नेतृत्व के माध्यम से हासिल की गई थी। हालांकि वसुंधरा राजे की भविष्य की भूमिका अज्ञात है, लेकिन पार्टी नेतृत्व ने उन्हें उनकी आगामी जिम्मेदारियों के बारे में संकेत दिया है।

300 करोड़ नकद और गिनती जारी.. कांग्रेस सांसद के ठिकानों से यह इतिहास की हो सकती है सबसे बड़ी जब्ती, हलफनामे में बताए थे मात्र 27 लाख कैश

आयकर छापों में भारत की सबसे बड़ी नकदी बरामदगी की संभावना सामने आ रही है। कल से तीन राज्यों में छापों के दौरान अब तक कम से कम 300 करोड़ की नकदी बरामद की गई है। सूत्रों ने कहा कि राशि बढ़ेगी क्योंकि अभी और नकदी की गिनती बाकी है और अधिकारियों को और भी स्थानों के बारे में खुफिया जानकारी मिली है जहां नकदी छिपाई गई है। कर विभाग ने राज्य, झारखंड और पश्चिम बंगाल में ओडिशा स्थित डिस्टिलरी के कार्यालयों पर छापा मारा। कर विभाग के सूत्रों ने कहा कि तीनों स्थानों के सात कमरों और नौ लॉकरों की जांच बाकी है। नकदी अलमारियों और अन्य फर्नीचर के अंदर भरी मिली। कहा कि उन्हें अन्य स्थानों के बारे में जानकारी मिली है जहां अधिक नकदी और आभूषण मिल सकते हैं।

ओडिशा के पूर्व IT कमिश्नर शरत चंद्र दास ने कहा कि यह ओडिशा में विभाग द्वारा अब तक की सबसे बड़ी कैश की जब्ती हो सकती है। आयकर विभाग को यह रकम कांग्रेस सांसद धीरज साहू के परिवार की ओडिशा में स्थित शराब कंपनियों के कार्यालयों और करीबियों के आवासों पर छापेमारी के दौरान बरामद हुईं हैं। उनके ठिकानों से इतनी बड़ी मात्रा में नोट निकले थे कि, नोट गिनने वाली मशीनें तक खराब हो गई थीं। आज, बौध डिस्टिलरी और उससे जुड़े कार्यालयों पर छापेमारी की जा रही है। बलदेव साहू इंफ्रा, बौध डिस्टिलरी की एक समूह कंपनी है, और एक चावल मिल उसी डिस्टिलरी के स्वामित्व में है। झारखंड में कांग्रेस सांसद धीरज कुमार साहू की संपत्तियों से भी करोड़ों रुपये बरामद किये गये। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल लोगों को आश्वासन दिया कि जनता से लूटा गया पैसा वापस किया जाएगा। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था कि, "देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और फिर अपने नेताओं के ईमानदार 'भाषण' सुनें... जनता से जो भी लूटा गया है, उसका एक-एक पैसा वापस करना होगा, ये मोदी की गारंटी है।" बता दें कि, कांग्रेस सांसद ने अपने चुनावी हलफनामे में जानकारी दी थी कि, उनके पास मात्र 15 लाख नकदी है, जबकि उनकी पत्नी और आश्रितों को मिलाकर पूरे परिवार के पास केवल 27.50 लाख कैश हैं। उन्होंने बताया था कि, उनके व उनके आश्रितों के खातों में कुल 8 करोड़ 59 लाख 24106 रुपये जमा हैं। जबकि, उनके ठिकानों से इतनी बड़ी मात्रा में नकदी निकली है। 

 

भाजपा की ओडिशा इकाई ने एक संवाददाता सम्मेलन में मामले की CBI जांच की मांग की और सत्तारूढ़ BJD से स्पष्टीकरण मांगा है। भाजपा प्रवक्ता मनोज महापात्र ने ओडिशा के पश्चिमी क्षेत्र की एक महिला मंत्री की शराब व्यापारियों में से एक के साथ मंच साझा करते हुए कुछ तस्वीरें भी दिखाईं, जिनके परिसर पर छापेमारी की जा रही थी। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि यह कर चोरी स्थानीय नेताओं और राज्य सरकार के सक्रिय समर्थन और संरक्षण के बिना संभव नहीं हो सकती थी। भाजपा ने पुछा कि,"ओडिशा का उत्पाद शुल्क विभाग, सतर्कता विंग, खुफिया विंग और आर्थिक अपराध विंग राज्य में क्या कर रहे थे?"

बढ़ती मांग और कीमतों के कारण इतने समय के लिए केंद्र सरकार ने लगाया प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध, नोटिफिकेशन जारी

केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया है। देश में प्याज की बढ़ती मांग और बढ़ती कीमतों के चलते सरकार ने यह निर्णय कर लिया है। बता दें कि फिलहाल यह प्रतिबंध आने वाले वर्ष मार्च तक लगाया गया है। विदेशी व्यापार के डायरेक्टोरेट जनरल की तरफ से जारी नोटिफिकेशन में ये बताया गया है कि 31 मार्च 2024 तक प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है। 

सरकार ने लगाई थी 40 प्रतिशत एक्सपोर्ट ड्यूटी

खबरों के मुताबिक डीजीएफटी के नोटिफिकेशन में ये भी कहा गया है कि देशों की मांग पर सेंट्रल गवर्नमेंट की इजाजत से प्याज का निर्यात किया जा सकता है। इतना ही नहीं देश में अभी प्याज खुदरा कीमत में 60 रुपये प्रति किलो की दर से बेची जा रही है।

अगस्त में गवर्नमेंट ने प्याज के निर्यात को कम करने के लिए इस पर 40 प्रतिशत एक्सपोर्ट ड्यूटी लग गई थी। यह आदेश 31 दिसंबर 2023 तक के लिए था। हालांकि सेंट्रल गवर्नमेंट ने 'बंगलूरू रोज' किस्म की प्याज को एक्सपोर्ट ड्यूटी से मुक्त रखा था। यह प्याज बंगलूरू और कर्नाटक क्षेत्र के आसपास उगाया जाता है और इसे 2015 में जीआई टैग भी मिल गया है।