पशुपति कुमार पारस को लग सकता है बड़ा झटका, सांसद वीणा देवी लोजपा (आर) की ओर से आयोजित लोजपा के स्थापना दिवस कार्यक्रम में हुई शामिल
डेस्क : स्वर्गीय रामविलास पासवान द्वारा स्थापित किये गए लोजपा के स्थापना के आज 24 साल पूरे हो गए। हालांकि वर्तमान समय में यह पार्टी दो भाग मे विभाजित होकर लोजपा (राष्ट्रीय) और लोजपा (रामविलास) हो गई है।
लोजपा (राष्ट्रीय) के सुप्रीमो जहां पशुपति कुमार पारस है। वहीं लोजपा (राविलास) की कमान स्वर्गीय रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान संभाल रहे है। दोनो ने आज लोजपा के स्थापना दिवस को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया है। चिराग पासवान जहां पटना में लोजपा का स्थापना दिवस समारोह मनाया रहे है। वहीं उनके चाचा पशुपति कुमार पारस हाजीपुर में कार्यक्रम का आयोजन किया है।
वहीं इस मौके पर चिराग पासवान ने चाचा पशुपति पारस को बड़ा झटका दिया है। वैशाली से सांसद वीणा देवी ने एक बार फिर से चिराग पासवान की पार्टी का दामन थामती नजर आ रही है। पटना के बापू सभागार में आयोजित लोजपा के 24 वें स्थपाना दिवस समारोह में मंच पर वीणा देवी भी मौजूद रही। यह उनकी घर वापसी यानी चिराग की पार्टी में आने का संकेत है।
बता दें कि वीणा देवी, वैशाली सीट से लोजपा की सांसद हैं। उन्होंने वैशाली से राजद के दिग्गज नेता रघुवंश प्रसाद सिंह को बड़े अंतर से हराया था। बाद में रामविलास पासवान के निधन के बाद लोजपा दो धड़ों में बंट गई। वीणा देवी तब पशुपति पारस के साथ चली गई। वहीं चिराग अपनी पार्टी के एकलौते सांसद रह गए।
हालांकि वीणा देवी भले ही पशुपति पारस के साथ हों लेकिन उनकी चिराग को लेकर मेल मुलाकात का सिलसिला लगातार चलता रहा। यहां तक कि पिछले छह महीने में करीब 4 बार वीणा और चिराग की दिल्ली से पटना तक मुलाकात हुई। तब से ही यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वीणा देवी फिर से चिराग की पार्टी में आयेंगी। कुछ महीने पहले वीणा देवी ने चाचा-भतीजे की लड़ाई में एंट्री की थी। उन्होंने पशुपति और चिराग को पारिवारिक विवाद सुलझाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश भी यही रहेगी कि चाचा और भतीजा एक साथ हो जाए। उन्होंने कहा कि परिवार में अक्सर लड़ाई- झगड़ा होता रहता है। यह पारिवारिक मामला है। इस मामले का हल चाचा -भतीजा मिलकर निकालेंगे।
Nov 29 2023, 10:11