गया के गांधी मैदान में शुरू हुआ 10 दिवसीय खादी मेला सह उद्यमी बाजार, DM ने फीता काटकर किया उद्घाटन
गया - बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा राज्य स्तरीय खादी मेला सह उद्यमी बाजार का शुभारंभ गांधी मैदान में हुआ। मेले का उद्घाटन जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा किया गया।
मौके पर गया के उप विकास आयुक्त (डीडीसी) विनोद दूहन भी मौजूद रहें। जिलाधिकारी त्यागराजन एसएम कहा कि इस 10 दिवसीय मेले में पूरे राज्य की 115 खादी एवं ग्रामोद्योग संस्थानों ने भाग लिया है। साथ ही खादी, हैण्डलूम एवं हैण्डीक्राफ्ट, हस्तशिल्प, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, पी०एम०ई०जी०पी०, जीविका समूह एवं दूसरी संस्थाओं का स्टॉल लगाया गया है। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना व उद्योग के अन्य योजनाओं के तहत लाभार्थियों के लिए ऐसे मेले का आयोजन एक अच्छी पहल है। इस तरह के प्रदर्शनी का लाभ उठाने के लिए लोगों को मेले में आना चाहिए।
इस मेले में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना से लाभान्वित कई लाभार्थियों ने भी अपना स्टॉल लगाया है और काफी बड़ी संख्या में अलग अलग डिज़ाइन के खादी एव ऊनि कपड़े से बने सामग्री को यहां लगाया है, जिसे आम लोग खरीद सके। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना से लाभान्वित दुकानदार भी बिहार सरकार को काफी सराहना कर रही है कि आज इसी योजना के लाभ से आज गांधी मैदान में अपने मशीन के माध्यम से कपड़ा बुनकर बेचने का काम कर रहे हैं।
इस मेला में बांकेबाजार महिला विकास प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड द्वारा भी लेमन ग्रास से बने विभिन्न सामग्री यथा साबुन तेल एवं फिनायल इत्यादि का भी काउंटर लगाया है, जो लोगों को काफी भा रहा है। हर काउंटर पर बिहार उत्पादित अलग-अलग हस्त निर्मित एवं आधुनिक उत्पादों की बिक्री की जा रही है जो उपभोक्ताओं को काफ़ी आकर्षित कर रही है। यह मेला 24 नवम्बर से 03 दिसंबर 2023 तक चलेगा और प्रतिदिन ग्राहकों के लिए सुबह 10:30 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक खुला रहेगा।
बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी दिलीप कुमार ने इस संबंध में बताया कि खादी मेला में गोपालगंज, सिवान, मधुबनी, भागलपुर, गया, बांका सहित राज्य के सभी जिलों की खादी एवं ग्रामोद्योग संस्थाओं ने भाग लिया है। मेला में हैण्डलूम एवं हैण्डीक्राफ्ट की 60 संस्थाओं द्वारा बिहार में उत्पादित अपने उत्कृष्ट सामग्रियों के साथ भाग लिया गया है। इस मेला का मुख्य उद्देश्य खादी वस्त्रों एवं ग्रामोद्योगी उत्पादों का प्रचार-प्रसार तथा उत्पादकों को बाजार उपलब्ध कराना है, ताकि अधिक से अधिक बिक्री हो सके एवं इससे जुड़े कामगारों को प्रोत्साहन मिले। खादी और ग्रामोद्योग पूरे देश के साथ बिहार में भी करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है। इसके लिए आज हमलोगों को खादी के प्रति संकल्प लेने का दिन है, हमसब मिलकर खादी एवं ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने के लिए संकल्प लें, की कम-से-कम खादी का एक वस्त्र हर घर में हो, ताकि राज्य के हजारों बुनकरों एवं युवाओं को रोजगार मिल सके।
रिपोर्ट: मनीष कुमार
Nov 25 2023, 21:10