स्ट्रेचर नहीं मिला तो गोद में उठाया शव
बेगूसराय के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के राजौरा गांव में सोमवार को 8 साल की बच्ची बच्ची की डेड बॉडी केले के बगीचे से मिली थी। शव के आसपास उसके कपड़े पड़े हुए थे। परिजनों ने रेप के बाद हत्या की आशंका जताई है। घटना के विरोध में परिजनों सड़क जाम भी किया था।
घटना की सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और उचित कार्रवाई की बात बोलकर जाम खुलवाया था। जिसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल लाया गया। जहां मृत बच्ची को स्ट्रेचर तक नसीब हुआ। परिजन उसे गोद में उठाकर कभी एक्स-रे रूम तो कभी पोस्टमार्टम रूम तक दौड़ लगाते रहे।
परिजनों का आरोप है कि चिकित्सकों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस के द्वारा मौत की वजह सर्पदंश बताई जा रही है। हालांकि काफी मशक्कत के बाद देर शाम बच्ची का पोस्टमॉर्टम किया गया है। अगर परिजनों की बात सच है तो यहां सवाल यह उठता है कि अगर बच्ची की मौत सर्पदंश से हुई तो फिर उसके शरीर के कपड़े गायब क्यों थे और गले पर निशान क्यों थे।
वहीं, सिविल सर्जन डॉक्टर प्रमोद कुमार सिंह ने कहा कि पोस्मार्टम पुलिस के रिपोर्ट के आधार पर की जाती है। सांप के काटने से मौत और रेप की बात, दोनों पहलूओं के ध्यान में रखकर पोस्टमार्टम किया गया है।
मृत बच्ची को स्ट्रेचर नहीं मिला इस पर उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम कराने पुलिस आती है। पुलिस को चाहिए की स्ट्रेचर मांगकर वहां तक पहुंचाए। इसका ध्यान रखना चाहिए। हमरा काम स्ट्रेचर उपलब्ध कराना है, लेकिन पुलिस को पहल करनी चाहिए थी
परिजनों के आरोप पर कहा कि बाल की खाल निकालने वाली बात है, ये कोई कुछ बोल देगा, इसमें सच्चाई नहीं है। वहां पर डिस्पले में सबका नंबर दिया हुआ है, सबों का सहयोग अपेक्षित है।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Nov 15 2023, 19:47