भारी हंगामे के साथ शुरु हुई बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन की कार्यवाही, दोपहर 2 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित
डेस्क : बिहार विधान मंडल के आज चौथे दिन गुरुवार को सदन में आरक्षण विधेयक समेत पांच विधेयक पेश होंने है। इनमें बिहार में आरक्षण की सीमा बढ़ाकर 75 फीसदी करने से सम्बद्ध बिहार पदों एवं सेवाओं की रिक्तियों में आरक्षण (अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों एवं अन्य पिछड़े वर्गों के लिए) (संशोधन) विधेयक, 2023 और बिहार (शैक्षणिक संस्थानों में) आरक्षण (संशोधन) विधेयक 2023 शामिल हैं।
वहीं आज चौथे दिन की कार्यवाही विपक्ष के हंगामे के साथ शुरु हुई। कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा सदस्य एक बार फिर से नारेबाजी करते हुए वेल में पहुंच गए। भाजपा सदस्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे और मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग कर रहे थे। स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों को शांत कराने की कोशिश की। इसके बाद भी वे शांत हुए।
हंगामे के बीच स्पीकर ने प्रश्नकाल को शुरू कराया। प्रश्नकाल शुरू होने के बाद भाजपा सदस्य और आक्रोशित हो गए। विपक्षी विधायकों ने वेल में रिपोर्टस की कुर्सियां उठा ली। भारी हंगामे के बीच स्थिति गंभीर हो गई। अध्यक्ष अवधि बिहारी चौधरी ने हंगामा कर रहे विधायकों को चेताया, नाम नोट करने को कहा। इसके बाद भी भाजपा विधायक शांत नहीं हुए। सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक आमने-सामने हो गए।
स्पीकर से कहा गया कि आप सदन स्थगित कर दें। भारी हंगामे के बीच स्पीकर ने पहले 12 बजे तक सदन स्थगित करने की घोषणा की फिर उसे दोपहर 2 बजे तक के लिए बढ़ा दिया। इस तरह से प्रश्नकाल महज 10 मिनट ही चल सका।
Nov 09 2023, 15:36