सियाचिन में पहला अग्निवीर शहीद, ड्यूटी के दौरान गंवाई जान, परिवार को मिलेगी परिवार को एक करोड़ रुपये से ज्यादा की सहायता राशि
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देश की रक्षा के लिए तैनात एक अग्निवीर ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। लद्दाख में सियाचिन ग्लेशियर में तैनात अग्निवीर (ऑपरेटर) गावटे अक्षय लक्ष्मण शहीद हो गए हैं। अक्षय पहले अग्निवीर हैं, जो ऑपरेशन में दौरान शहीद हुए हैं।सेना के लेह स्थित फायर एंड फ्यूरी कोर ने यह जानकारी दी। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और बल के सभी रैंकों ने महाराष्ट्र के अग्निवीर गवते अक्षय लक्ष्मण के शहीद होने पर शोक व्यक्त किया।
बता दें कि वो भारतीय सेना के फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स का हिस्सा थे। ट्विटर पर फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स द्वारा शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी गई है। शहीद जवान की तस्वीर को शेयर करते हुए फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने लिखा, बर्फ में खामोश हैं, जब बिगुल बजेगा तो वे उठेंगे और फिर से मार्च करेंगे। फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के सभी रैंक के अधिकारी अग्निवीर (ऑपरेटर) गावते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं। साथ ही उनके शोक संतिप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।
बता दें कि सियाचिन ग्लेशियर दुनिया में सबसे ज्यादा ऊंचाई वाला वॉर इलाका है। सियाचिन भारत पाकिस्तान नियंत्रण रेखा के पास है। यह ग्लेशियर भारत का सबसे बड़ा और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ग्लेशियर है।शहीद जवान के पार्थिव शरीर को रविवार (22 अक्टूबर) को उनके घर भेजा जाएगा।
शहीद जवान के परिजनों को 48 लाख रुपये गैर-अंशदायी बीमा, 44 लाख रुपये की अनुग्रह राशि, सेवा निधि में अग्निवीर द्वारा दिए गए 30 फीसदी योगदान, उसमें सरकार का भी बराबर योगदान और पूरी राशि पर ब्याज दिया जाएगा। साथ ही परिजनों को मृत्यु की तारीख से चार साल पूरे होने तक शेष कार्यकाल के लिए भी वेतन मिलेगा। यह राशि 13 लाख से अधिक होगी। वहीं सशस्त्र बल युद्ध हताहत कोष से शहीद जवान के परिजनों को 8 लाख रुपये का योगदान दिया जाएगा।
Oct 23 2023, 11:08