सीएम हेमंत सोरेन के निर्देश पर शिल्पकारों के गांव पहुंचा जिला प्रशासन, शिल्पकारों की परंपरा को अक्षुण्ण रखने हेतु प्रयास शुरू
शिल्पकारों को सम्मान मिले और उनकी कला जीवित रहे। तबला, मांदर, ढोल, मृदंग की गूंज कभी कम ना हो। इस उद्देश्य से मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के निर्देश पर जमशेदपुर के बोड़ाम प्रखंड स्थित अंधारझोर गांव जिला प्रशासन की टीम पहुंची। ग्रामीणों को आवास, पेंशन, राशन समेत अन्य योजनाओं का लाभ नहीं मिलने की जानकारी सीएम हेमंत सोरेन को मिला था। मुख्यमंत्री ने लोगों को मूलभूत सुविधाओं देने का आदेश जारी किया।
अंधारझोर गांव में विशेष शिविर का आयोजन किया गया। जिसमे आवास, राशन कार्ड में नाम जोड़ने व हटाने, सामाजिक सुरक्षा के तहत पेंशन और कृषि विभाग द्वारा केसीसी से संबंधित आवेदन प्राप्त किए गए। अंधारझोर गांव के ग्रामीणों के आवास, पेंशन एवं राशन कार्ड को लेकर जिला प्रशासन ने योजना से जोड़ने का कार्य शुरू कर दिया है। साथ ही, गांव की अन्य समस्याओं के जल्द समाधान हेतु आश्वस्त किया गया है। इस शिविर में विभिन्न योजनाओं से संबंधित सैकड़ों आवेदन प्राप्त हुए।
शिल्पकारों को मिला भरोसा
मुख्यमंत्री के निर्देश पर उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने शिल्पकारों से मुलाकात की। उन्होने शिल्पकारों से तबला, मांदर, ढोल, मृदंग आदि को बनाने में लगने वाला समय, लागत, निर्माण सामग्री, मार्केट तथा उनके उत्पाद को मिलने वाले मूल्य की जानकारी ली । 70 परिवारों का गांव अधारझोर के ग्रामीणों ने बताया कि कई पीढ़ियों से उनका गांव शिल्पकला को संरक्षित रखने का कार्य कर रहा है लेकिन लागत के अनुपात में मूल्य नहीं मिलने तथा बाजार उपलब्ध नहीं होने के कारण लोग इससे विमुख भी होने लगे हैं। उपायुक्त ने जमशेदपुर के साक्ची स्थित संजय मार्केट के पास शिल्पकारों के लिए विश्वकर्मा प्वाइंट बनाने पर विचार किया गया है।
मौके पर प्रशासन द्वारा सरकार की कल्याणकारी योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, फुलो झानो आशीर्वाद योजना, छात्रवृत्ति, धान अधिप्राप्ति, अनुदानित दर पर कृषि उपकरण वितरण योजना तथा अन्य महत्वाकांक्षी योजनाओं की जानकारी दी गई। साथ ही लोगों को योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
मुख्यमंत्री के आदेश पर ग्रामीणों को विभिन्न योजनाओं से जोड़ा भी गया है।
Sep 03 2023, 15:06