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मोदी चंद्रयान-3 के वैज्ञानिकों से मिलकर भावुक हुए, कहा- दर्शन करना चाहता था, चांद पर लैंडर जहां उतरा, वह 'शिवशक्ति पॉइंट' कहलाएगा

पीएम मोदी शनिवार की सुबह इसरो के वैज्ञानिकों से मिले, संबोधन के दौरान भावुक हो गए, 45 मिनट वैज्ञानिकों को संबोधित किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार सुबह ISRO के कमांड सेंटर में चंद्रयान-3 टीम के वैज्ञानिकों से मिले। यहां उन्होंने 3 घोषणाएं कीं। पहली- 23 अगस्त को हर साल भारत नेशनल स्पेस डे मनाएगा। दूसरा- चांद पर लैंडर जिस जगह उतरा, वह जगह शिव-शक्ति पॉइंट कहलाएगी। तीसरी- चांद पर जिस जगह चंद्रयान-2 के पद चिन्ह हैं, उस पॉइंट का नाम 'तिरंगा' होगा।

मोदी ने 45 मिनट के भाषण में कहा, 'मैं साउथ अफ्रीका में था, फिर ग्रीस के कार्यक्रम में चला गया, लेकिन मेरा मन पूरी तरह आपके साथ ही लगा हुआ था। मेरा मन कर रहा था आपको नमन करूं। लेकिन मैं भारत में… (रुंधे गले से) भारत में आते ही… जल्द से जल्द आपके दर्शन करना चाहता था।'

मोदी बोले, 'मैं आपको सैल्यूट करना चाहता था। सैल्यूट आपके परिश्रम को… सैल्यूट आपके धैर्य को.. सैल्यूट आपकी लगन को… सैल्यूट आपकी जीवटता को... सैल्यूट आपके जज्बे को…।'

PM सुबह 7.30 बजे कमांड सेंटर पहुंचे, इसरो चीफ की पीठ थपथपाई

प्रधानमंत्री सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर बेंगलुरु के ISRO के कमांड सेंटर पहुंचे। यहां वे चंद्रयान-3 की टीम के वैज्ञानिकों से मिले। इसरो कमांड सेंटर पर इसरो चीफ एस सोमनाथ ने PM मोदी को गुलदस्ता देकर स्वागत किया। PM ने सोमनाथ को गले लगाया और पीठ थपथपाई। उन्हें चंद्रयान 3 मिशन के सफल होने पर बधाई दी। इस दौरान उन्होंने टीम के सभी वैज्ञानिकों के साथ ग्रुप फोटो भी खिंचवाई।

PM मोदी ने इसरो चीफ एस सोमनाथ को गले लगाया।

मोदी की स्पीच 8 बड़ी बातें, वैज्ञानिकों से कहा- आपकी जितनी सराहना करूं, उतनी कम है

चंद्रयान की सफल लैंडिंग

 आप देश को जिस ऊंचाई पर लेकर गए, ये कोई साधारण सफलता नहीं। अनंत अंतरिक्ष में भारत के वैज्ञानिक सामर्थ्य का शंखनाद है। इंडिया इज ऑन द मून, वी हैव अवर नेशनल प्राइड प्लेस्ड ऑन मून। हम वहां पहुंचे जहां कोई नहीं पहुंचा था। हमने वो किया जो पहले कभी किसी ने नहीं किया था। ये आज का भारत है निर्भीक भारत, जुझारू भारत। ये वो भारत है जो नया सोचता है नए तरीके से सोचता है। जो डॉर्क जोन में जाकर भी दुनिया में रोशनी की किरण फैला देता है।

वैज्ञानिकों की सराहना 

मेरी आंखों के सामने 23 अगस्त का वो दिन, वो एक-एक सेकेंड बार-बार घूम रहा, जब टचडाउन कन्फर्म हुआ। जिस तरह देश में लोग उछल पड़े वो दृश्य कौन भूल सकता है। वो पल अमर हो गया। वो पल इस सदी के प्रेरणादायक पलों में एक है। हर भारतीय को लग रहा था कि विजय उसकी अपनी है। ये सब मुमकिन बनाया है आप सब ने। देश के मेरे वैज्ञानिकों ने ये मुमकिन बनाया है। मैं आप सबका जितना गुणगान करूं वो कम है। मैं आपकी जितनी सराहना करूं वो कम है।

विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर 

साथियों मैंने वो फोटो देखी, जिसमें हमारे मून लैंडर ने अंगद की तरह चंद्रमा पर मजबूती से अपना पैर जमाया। एक तरफ विक्रम का विश्वास है, तो दूसरी तरफ प्रज्ञान का पराक्रम है। हमारा प्रज्ञान चंद्रमा पर अपने पदचिह्न छोड़ रहा है। मानव सभ्यता में पहली बार धरती के लाखों साल के इतिहास में उस स्थान की तस्वीर मानव अपनी आंखों से देख रहा है। ये तस्वीर दुनिया को दिखाने का काम भारत ने किया है।

भारत की साइंटिफिक स्पिरिट 

आज पूरी दुनिया भारत की साइंटिफिक स्पिरिट का, हमारी टेक्नोलॉजी का, हमारे साइंटिफिक टेंपरामेंट का लोहा मान चुकी है। हमारा मिशन जिस क्षेत्र को एक्सप्लोर करेगा, उससे सभी देशों के लिए मून मिशन के नए रास्ते खुलेंगे। यह चांद के रहस्यों को खोलेगा।

नारी शक्ति 

 हमारे यहां कहा गया है कि निर्माण से प्रलय तक पूरी सृष्टि का आधार नारी शक्ति ही है। आप सब ने देखा है चंद्रयान-3 में देश में हमारी महिला वैज्ञानिकों ने कितनी बड़ी भूमिका निभाई। चंद्रमा का शिव शक्ति पाइंट सदियों तक भारत की इस वैज्ञानिक क्षमता का साक्षी बनेगा। ये शिव शक्ति पाइंट आने वाली पीढ़ियों को प्ररेणा देगा। हमें विज्ञान का उपयोग मानवता के कल्याण के लिए ही करना है। ये हमारा सुप्रीम कमिटमेंट है।

थर्ड रो से पहली रो तक का सफर

 आज भारत दुनिया का चौथा ऐसा देश है जिसने चंद्रमा की सतह को छुआ है। एक समय था जब भारत के पास जरूरी तकनीक नहीं थी। हमारी गिनती थर्ड रो में खड़े देशों में होती थी। वहां से निकलकर भारत आज दुनिया की पांचवी सबसे बड़ इकोनॉमी बना। आज ट्रेड से लेकर टेक्नोलॉजी तक भारत की गिनती पहली रो में खड़े देशों में होती है। थर्ड रो से फर्स्ट रो में आने में इसरो की अहम भूमिका है। इसरो चीफ सोमनाथ ने PM को चंद्रयान-3 मिशन से जुड़ी जानकारी दी। 

भारत की स्पेस इंडस्ट्री

 अगले कुछ साल में भारत की स्पेस इंडस्ट्री एक बिलियन डॉलर से 16 बिलियन डॉलर बन जाएगी। हम लगातार रिफॉर्म कर रहे हैं। आपको जानकर आश्चर्य होगा पिछले चार सालों में स्पेस सेंटर के स्टार्टअप की संख्या 4 से बढ़कर 150 हो गई। अनंत आकाश में अनंत संभावनाए हैं। एक सितंबर से my gov चंद्रयान को लेकर कॉम्पिटिशन लॉन्च करने जा रही है।

युवाओं को दिए दो टास्क

 पहला टास्क

पुरानी खगोलीय गणनाओं को साइंटिफिक तौर पर साबित करें। भारत के पास विज्ञान के ज्ञान का खजाना है। वह गुलामी में छिप गया था उसे अब खंगालना है।

दूसरा टास्क

 हमारी युवा पीढ़ी को आज की आधुनिक टेक्नोलॉजी के नए आयाम देने हैं। आसमान से लेकर समंदर तक करने के लिए बहुत कुछ है। डीप अर्थ से लेकर डीप सी तक रिसर्च करें। नई पीढ़ी के कंप्यूटर बनाइए।

PM जब इसरो सेंटर पहुंचे तो वैज्ञानिकों ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया। 

बोले- मैंने सोच लिया था, भारत जाकर पहले वैज्ञानिकों को नमन करूंगा

PM नरेंद्र मोदी शनिवार सुबह बेंगलुरु एयरपोर्ट पहुंचे। यहां उन्होंने 10 मिनट स्पीच भी दी। 

PM नरेंद्र मोदी शनिवार सुबह बेंगलुरु एयरपोर्ट पहुंचे। यहां उन्होंने 10 मिनट स्पीच भी दी।

मोदी अपनी दो देशों की यात्रा पूरी करने के बाद ग्रीस से सीधे बेंगलुरु पहुंचे थे। सुबह 6 बजे एयरपोर्ट पर उतरने के बाद उन्होंने लोगों को 10 मिनट तक संबोधित किया। उन्होंने जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान का नारा लगाया। इसमें उन्होंने जय अनुसंधान का नारा भी जोड़ा।

उन्होंने कहा, 'सूर्योदय की बेला हो और बेंगलुरु का नजारा हो… देश के वैज्ञानिक देश को जब इतनी बड़ी सौगात देते हैं, इतनी बड़ी सिद्धि प्राप्त करते हैं, जो दृश्य मुझे बेंगलुरु में दिखाई दे रहा है, वो मुझे ग्रीस और साउथ अफ्रीका में भी देखने को मिला। आप सुबह-सुबह इतना जल्दी आए, मैं अपने आप को रोक नहीं पा रहा था। मैं दूर विदेश में था। तो मैंने सोच लिया था कि पहले भारत जाऊंगा तो पहले बेंगलुरु जाऊंगा। सबसे पहले उन वैज्ञानिकों से मिलूंगा और उन्हें नमन करूंगा।'

मोदी का रोड शो, लोग सुबह से इंतजार कर रहे थे

मोदी एयरपोर्ट पर मौजूद लोगों से भी मिले। करीब 5 मिनट लोगों का अभिवादन करते रहे। यहां से उनका काफिला इसरो के कमांड सेंटर के लिए निकला। एयरपोर्ट से सेंटर की दूरी 30 किमी है। इस दौरान उन्होंने रोड शो भी किया। सड़क के दोनों तरफ हजारों की संख्या में लोग खड़े रहे। इस दौरान मोदी कार के दरवाजे के पास खड़े होकर लोगों का अभिवादन करते नजर आए।

पीएम मोदी सुबह 6 बजे बेंगलुरु के HAL एयरपोर्ट पर उतरे।

वैज्ञानिक सुबह 4 बजे ही इसरो के कमांड सेंटर पहुंचे

बेंगलुरु के ISRO टेलिमीट्री ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क मिशन कंट्रोल कॉम्प्लेक्स (इस्ट्रैक) के बाहर वैज्ञानिक ​​​​​​सुबह 4:30 बजे से PM मोदी के इंतजार में खड़े रहे। यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात था।

HAL एयरपोर्ट के बाहर लोगों ने नाच-गाकर सेलिब्रेशन किया।

PM मोदी के स्वागत के लिए इसरो के कमांड सेंटर के बाहर वैज्ञानिक अलसुबह से मौजूद रहे।

स्थानीय कलाकार एयरपोर्ट के बाहर ढोल-नगाड़े बजाकर नृत्य कर रहे थे। बेंगलुरु के HAL 

इसके बाद PM दिल्ली के लिए रवाना होंगे, यहां पालम एयरपोर्ट पर उनके स्वागत की तैयारियां की गई हैं।

पाकिस्तान ने दो दिन बाद भारत को बधाई दी

चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग के दो दिन बाद पाकिस्तान ने भारत को बधाई दी है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यह बड़ी वैज्ञानिक उपलब्धि है। इसके लिए ISRO के वैज्ञानिक तारीफ के हकदार हैं।

PM ने साउथ अफ्रीका से इसरो चीफ को फोन किया था

चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग के समय पीएम मोदी साउथ अफ्रीका में थे। वे जोहान्सबर्ग से इस इवेंट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम जुड़े रहे। उन्होंने इसरो के वैज्ञानिकों और देशवासियों को वहीं से संबोधित किया था। उन्होंने इसरो चीफ एस सोमनाथ से फोन पर बात की थी और कहा था कि जितना जल्दी होगा वे इसरो वैज्ञानिकों से मिलेंगे।

PM मोदी ने 23 अगस्त को चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर इसरो चीफ सोमनाथ को जोहान्सबर्ग से फोन पर बधाई दी थी।

जब आप अपनी आंखों के सामने इतिहास बनते देखते हैं तो गर्व होता है- मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने चंद्रयान-3 की लैंडिंग पर कहा कि यह नए भारत के जयघोष का क्षण है। जब आप अपनी आंखों के सामने इतिहास बनते देखते हैं तो गर्व होता है। भारत की यह उड़ान चंद्रयान से भी आगे जाएगी। जल्द ही इसरो आदित्य एल-1 मिशन भी लॉन्च करेगा, जिससे सूर्य का विस्तृत अध्ययन किया जा सकेगा। इसके बाद शुक्र और सौरमंडल के सामर्थ्य को परखने के लिए दूसरे अभियान भी शुरू किए जाएंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अब चांद से जुड़े मिथक भी बदल जाएंगे। इसके साथ ही नई पीढ़ी के लिए कहावतें भी बदल जाएंगी। पहले कहा जाता था कि चंदा मामा दूर के लेकिन अब लोग कहेंगे चंदा मामा बस एक टूर के।

चंद्रयान-2 के दौरान भी बेंगलुरु पहुंचे थे मोदी

मोदी चंद्रयान-2 मिशन के विक्रम लैंडर की लैंडिंग को देखने के लिए 6 सितंबर, 2019 की रात को भी बेंगलुरु गए थे। हालांकि 7 सितंबर के शुरुआती घंटों में चंद्रमा की सतह से सिर्फ 2.1 किमी ऊपर, इसरो का यान से संपर्क टूट गया था, मिशन पूरी तरह कामयाब नहीं हो सका था।

उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी मामले में कोर्ट का अहम फैसला, रेप के बाद हत्या के मामले में दोषी करार नाबालिग को उम्रकैद की सजा

लखीमपुर खीरी जिले के निघासन कांड में पॉक्सो कोर्ट ने महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है। कोर्ट ने दलित बहनों से रेप के बाद हत्या के मामले में दोषी करार नाबालिग को उम्रकैद की सजा सुनाई है। यूपी में ये पहला मामला है जब किसी नाबालिग को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। 14 सितंबर 2022 को निघासन थाना क्षेत्र में दो सगी बहनों की गैंगरेप के बाद हत्या की गई थी। पॉक्सो कोर्ट ने शुक्रवार को दोनों पक्षों को सुनने के बाद नाबालिग दोषी को गैंगरेप व हत्या समेत कई धाराओं में सजा सुनाई। दरअसल 22 अगस्त को हुई सुनवाई के दौरान अभियोजन की पैरवी कर रहे विशेष लोक अभियोजक बृजेश पांडे ने बताया था कि 14 सितंबर 2022 को निघासन थाना क्षेत्र में दो सगी बहनों से दुराचार कर उनकी हत्या करने के बाद शवों को फांसी पर लटका दिया गया था। इस मामले में एसआईटी ने सुनील, जुनैद, आरिफ और करीमुद्दीन समेत छह आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था।

इस मामले में दो आरोपी किशोर पाए गए थे। जिसमे एक किशोर की 18 वर्ष से कम लेकिन 16 वर्ष से अधिक थी। इसलिए उसकी सुनवाई पाक्सो कोर्ट में ही चल रही थी। जबकि दूसरे किशोर के मामले को किशोर बोर्ड भेज दिया गया था। आरोपी सुनील, जुनैद, आरिफ और करीमुद्दीन को पहले ही सजा सुनाई जा चुकी है। 22 अगस्त को कोर्ट ने नाबालिग को दोषी माना और आजीवन कारावास की सजा सुना दी। हालांकि आजीवन कारावास के दौरान नाबालिग जेल में नहीं रहेगा, लेकिन उम्रकैद की सजा बरकरार रहेगी। इसके अलावा कोर्ट ने उम्रकैद की सजा के साथ ही नाबालिग पर 46 हजार का जुर्माना भी लगाया है। 

ये है पूरा मामला

14 सितंबर 2022 को निघासन थाना क्षेत्र के एक गांव में दो सगी दलित बहनों के साथ सामूहिक दुराचार के बाद उनकी हत्या कर शवों को लटका दिया गया था। मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद तूल पकड़ने पर विवेचना के लिये एसआईटी गठित की गई थी। एसआईटी ने मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया। एसआईटी ने त्वरित विवेचना करते हुए 28 सितम्बर 2022 को छह आरोपियों जुनैद, सुनील उर्फ छोटू, करीमुद्दीन और आरिफ समेत छह के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल कर दिया। कोर्ट ने 30 सितम्बर को आरोपियों पर आरोप तय करते हुए अभियोजन को गवाह पेश करने के लिए निर्देशित किया। 3 अक्टूबर को अभियोजन ने पहले गवाह के रूप में मृतक किशोरियों की मां वादिनी मुकदमा को पेश किया।

पूरे प्रदेश में उछला था मामला

निघासन कांड प्रदेश भर में काफी चर्चा का विषय रहा था। इस घटना ने राजनीतिक सरगर्मी मचा दी थी। इस मामले में लड़कियों का अंतिम संस्कार न करने की बात पर सरकार ने पीड़ित परिवार को तमाम सहूलियतें और इमदाद देने की घोषणा की थी। लड़कियों के पिता के मुताबिक मौके पर पहुंचे अफसरों ने उसको लड़कियों का अंतिम संस्कार कराने के लिए 25 लाख रुपये की माली सहायता और एक एकड़ जमीन का पट्टा व शौचालय देने की घोषणा की थी। नकद सहायता में उसे तभी केवल सोलह लाख रुपये भेजे गए थे। इसके बाद कोई रकम नहीं मिली। एक एकड़ जमीन का पट्टा दिया गया था लेकिन उस पर अभी तक कब्जा नहीं दिलाया गया है। इस जमीन पर और लोग काबिज हैं।

नीरज चोपड़ा ने फिर किया धमाका, दिग्गजों को पटखनी देकर वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे

ओलिंपिक गोल्ड मेडल विनर नीरज चोपड़ा ने आज शुक्रवार (25 अगस्त) को हंगरी के बुडापेस्ट में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पुरुषों के भाला फेंक फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के लिए अपने सीज़न का सर्वश्रेष्ठ और अपने करियर का चौथा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। रविवार (27 अगस्त) को होने वाले ओलंपिक चैंपियन ने फाइनल में पहुंचने के लिए अपने पहले प्रयास में 88.77 मीटर का थ्रो किया। क्वालिफिकेशन मार्क 83 मीटर था, नीरज ने इससे 5 मीटर आगे भाला फेंका। इस थ्रो के साथ, नीरज ने 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई भी कर लिया, जिसके लिए क्वालीफाइंग मार्क 85.50 मीटर है। क्वालीफाइंग विंडो 1 जुलाई से शुरू हुई है।

नीरज के प्रयास को परिप्रेक्ष्य में रखने के लिए, जर्मनी के जूलियन वेबर क्वालिफिकेशन सेट ए में एकमात्र अन्य एथलीट थे, जिन्होंने थ्रो के पहले दौर में 80 मीटर का आंकड़ा पार किया था। उसी सेट में अन्य 15 एथलीटों में से कोई भी तीन प्रयासों के बाद भी स्वचालित योग्यता अर्जित करने में सक्षम नहीं था। अब, उन्हें क्वालिफिकेशन सेट बी के परिणाम पर निर्भर रहना होगा। यदि उनमें से अधिकांश 83 मीटर के क्वालिफिकेशन मार्क को तोड़ने में विफल रहते हैं, तो दोनों समूहों को मिलाकर सर्वश्रेष्ठ 12 फाइनल में पहुंचेंगे। उसी समूह में भारत के अन्य एथलीट डीपी मनु, वेबर (82.39 मीटर) के बाद 81.31 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ तीसरे स्थान पर रहे और उनके पास फाइनल के लिए क्वालीफाई करने का एक बड़ा मौका है, जब तक कि नौ अन्य एथलीट क्वालिफिकेशन बी में उनसे अधिक नहीं फेंकते।

गत चैंपियन एंडरसन पीटर्स तीन प्रयासों के बाद 78.49 के निराशाजनक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ हार गए। वह ग्रुप ए में सातवें स्थान पर रहे और फाइनल में पहुंचने के लिए उन्हें ग्रुप बी के अधिकांश एथलीटों के खराब प्रदर्शन पर निर्भर रहना होगा। एथलीटों के खराब प्रदर्शन का एक प्रमुख कारण हवा में भारीपन और विपरीत दिशाओं से चल रही हवा थी, जिससे भाले के साथ अधिक दूरी हासिल करना मुश्किल हो गया। हालाँकि, इसका नीरज पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा, जिन्होंने एक ही प्रयास में अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 89.94 मीटर तोड़ दिया।

 विश्व चैंपियनशिप के पिछले संस्करण के रजत पदक विजेता की नजर इस बार अपने शानदार करियर में खिताबों का पूरा कोटा पूरा करने के लिए स्वर्ण पदक पर है। नीरज ने टोक्यो में ओलंपिक स्वर्ण जीता। वह एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता हैं और डायमंड लीग चैंपियन भी हैं। 25 वर्षीय खिलाड़ी पिछले साल ओरेगॉन में विश्व चैंपियनशिप जीतने के बहुत करीब पहुंच गए थे लेकिन एंडरसन पीटर्स के बाद दूसरे स्थान पर रहे।

तमिलनाडु : मदुरै में ट्रेन के कोच में लगी भीषण आग, गैस सिलेंडर फटा; 9 लोगों की मौत

तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन पर बड़ा हादसा हुआ है। लखनऊ रामेश्वरम टूरिस्ट ट्रेन के निजी कोच में भीषण आग से 9 लोगों की मौत हो गई है। रेल अधिकारियों के मुताबिक कुछ लोग कोच में अवैध तरीके से गैस सिलेंडर ले जा रहे थे। इससे पहले यह जानकारी मिली थी कि कोच के अंदर कुछ लोग चाय बना रहे थे उसी दौरान गैस सिलेंडर फट गया। मौके पर दमकल की गाड़ियां पहुंची और आग बुझाने का काम शुरू किया गया। अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद ही पुख्ता तौर पर कुछ कहना सही होगा। फिलहाल जो लोग कोच के अंदर फंसे हैं उन्हें बाहर निकालने की कोशिश जारी है। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।

 हादसा होने के समय ट्रेन मदुरै जंक्शन पर रुकी हुई थी। अधिकारियों के मुताबिक कुछ यात्री अवैध तरीके से गैस सिलेंडर के साथ कोच में घुस गए थे। हादसे का वीडियो भी सामने आया है जिसमें कोच जल रहा है और उसमें से आवाजें भी आ रही हैं।

अधिकारियों का कहना है कि शनिवार सुबह सवा पांच बजे जानकारी मिली कि एक निजी कोच में आग लग गई है। मौके पर आग पर काबू पाने की कोशिश की गई लेकिन सवा सात बजे तक आग बुझाने में कामयाबी मिली। आग की वजह से किसी और कोच में नुकसान नहीं हुआ है। जिस कोच में आग लगी उसे नागरकोइल जंक्शन पर जोड़ा गया था। आग बुझाने के बाद कोच तो मदुरै में ही स्टैबलिंग लाइन पर डाल दिया गया है।

रामेश्वरम जा रही थी ट्रेन 

 प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, ट्रेन रामेश्वरम जा रही थी। इसका नाम पुनालुर मदुरै एक्सप्रेस बताया जा रहा है। जान गंवाने वालों में ज्यादातर लोग उत्तर प्रदेश के हैं। आग लगने की घटना की सूचना सुबह करीब 5.15 बजे मिली। उस वक्त ट्रेन मदुरै यार्ड जंक्शन पर रुकी थी।

अन्य डिब्बों को कोई नुकसान नहीं 

दक्षिणी रेलवे अधिकारी के मुताबिक, पुनालुर-मदुरै एक्सप्रेस में आज सुबह 5:15 बजे मदुरै यार्ड में निजी/व्यक्तिगत कोच में आग लगने की सूचना मिली। आग पर काबू पा लिया गया है और अन्य डिब्बों को कोई नुकसान नहीं हुआ है।

कोच में तीर्थयात्री थे 

 मदुरै की जिला कलेक्टर एमएस संगीता ने कहा कि आज सुबह 5:30 बजे मदुरै रेलवे स्टेशन पर कोच में आग लगने की घटना हुई। कोच में तीर्थयात्री थे और वे उत्तर प्रदेश से यात्रा कर रहे थे। आज सुबह जब उन्होंने कॉफी बनाने के लिए गैस स्टोव जलाने की कोशिश की, तो सिलेंडर में विस्फोट हो गया। 55 लोगों को रेस्क्यू किया गया है और अब तक 10 शव निकाले गए हैं। बचाव अभियान जारी है।

न्यूरो साइंस की सबसे बड़ी उपलब्धि, 20 साल पहले हुई लकवाग्रस्त महिला की बोलने की क्षमता हो गयी थी बंद, एआई और न्यूरो साइंस का कमाल से बोलने लगी वह


केलिफोर्निया : मेडिकल के क्षेत्र में लगातार हम प्रगति की ओर बढ़ रहे हैं ।चिकित्सा जगत के वैज्ञानिकों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग करते हुए एक नई खोज की है। जिसके जरिए लकवाग्रस्त महिला अब बोलने में सफल हो पाई है।

 महिला नाम ऐन है, जो पिछले 20 साल से लकवाग्रस्त थी।

रिपोर्ट्स के अनुसार ब्रेनस्टेम स्ट्रोक का अनुभव हुआ था, जिससे उनकी बोलने की क्षमता खत्म हो चुकी थी। लेकिन एआई के इस्तेमाल और मेडिकल की टीम के मेहनत का परिणाम जो हुआ वो वाकई चौंकाने वाला था।

एआई इनेबल सिस्टम को दी गई खास ट्रेनिंग

कैलिफोर्निया का साइंटिस्ट्स लिटिलजॉन की टीम ने इसके लिए कई हफ्तों तक काम किया था। इसके लिए ब्रेन साइन को पहचानने के लिए 1,024 शब्दों की कन्वर्सेशनल वोकैबलरी के लिए तैयार किया गया था। साइंटिस्ट लिटिलजॉन ने मरीज ऐन को लेकर कहा वो एक अच्छी और हिम्मती महिला हैं। उन्होंने कहा, "वह बेहद समर्पित और मेहनती हैं, न्यूरो चिकित्सा के दौरान जब तक जरूरत होती थी तब तक वो उपलब्ध रहती थीं। उन्हें भी इस बात की अच्छी तरह समझ है कि इस खास रिसर्च के प्रयोग से हजारों लाखों का भला हो सकता है।" लिटिलजॉन ने आगे कहा कि ये प्रयास एक स्पीच न्यूरोप्रोस्थेसिस बनाने की दिशा में काफी अहम है। 

जिससे स्ट्रोक के बाद विकलांगता की समस्या से जूझ रहे मरीजों की मदद हो सकती है।

लकवाग्रस्त महिला ऐना अब 47 साल की हैं। जब उन्हें ये बीमारी हुई तो 25 साल की थी। उन्हें 18 साल पहले ब्रेनस्टेम स्ट्रोक की समस्या हुई। जिसके बाद धीरे धीरे उनके बोलने की क्षमता पूरी तरह खत्म हो गई। 

उनका इलाज करवाकर परिवार थक चुका था। लेकिन कैलिफोर्नियां के साइंटिस्ट्स की एक टीम ने लेडी के इलाज के लिए खास रिसर्च शुरू की। ऐना के लिए 253 इलेक्ट्रोड्स तैयार किए गए। ये बेहद पतले इलेक्ट्रोड हैं, जिन्हें क्रेडिट कार्ड के साइज के आकार में सेट करके ऐना के ब्रेन में इंप्लांट किया गया।

 इस इलेक्ट्रोड में ऐना के जबड़े चीभ, लैरिंक्स और चेहरे के एक्स्प्रेशन को ट्रैक करने के लिए सक्षम बनाया गया है। इन इलेक्ट्रड्स के जरिए ऐना के चेहरे पर आने वाले एक्प्रेशन्स को भी ट्रैक किया गया है। इन इलेक्ट्रोड्स को एआई इनेबल सिस्टम से जोड़ा गया। इसके लिए साइंटिस्ट्स की टीम ऐना के सिर में लगे इलेक्ट्रोड्स और कंप्यूटर सिस्टम को एक केबल के जरिए जोड़ा दिया।

जिसके बाद ऐना की जाने बात सारा उत्तर वॉयस के जरिए कंप्यूटर से सुना गया है। दरअसल, अपने आप में ब्रेन और चेहरे के भाव को पढ़कर निकाला गया ये पहला रिस्पॉन्स है, जिसमें दो दशक से बेड पर पड़ी महिला के मन की पूरी बात वॉयस के जरिए सुनी गई।

'आपने तो डोकलाम विवाद के समय चीनी राजदूत के साथ गुपचुप खाना खाया था..' , राहुल गांधी के आरोप पर भाजपा के राज्यसभा सांसद का पलटवार

भाजपा ने आज शुक्रवार (25 अगस्त) को कारगिल में राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान 'चीन ने भारत की जमीन ले ली है' पर पलटवार करते हुए कांग्रेस से पूछा है कि कांग्रेस का चीन के साथ क्या रिश्ता है। यह बयानबाज़ी पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में संक्षिप्त बातचीत के एक दिन बाद हुई है। भाजपा के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा है कि, 'हम चीन के साथ कांग्रेस के रिश्ते और चीन के साथ अपने रिश्ते को स्पष्ट करना चाहते हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार आने के बाद, 2020 में, बीजिंग के एक थिंक टैंक ने कहा कि 'चीन अपने सबसे खराब राजनयिक अलगाव के दौर से गुजर रहा है- तियानआनमेन चौक।"

त्रिवेदी ने आगे कहा कि, 'मुझे समझ नहीं आता कि राहुल गांधी चीन पर इतना प्यार क्यों दिखाते हैं। क्या यह राजीव गांधी फाउंडेशन (RGF) को मिले अनुदान के कारण है? राहुल गांधी कहते हैं कि लोगों ने उनसे कहा... पर ये लोग कौन हैं? डोकलाम विवाद के दौरान उन्होंने (राहुल ने) जो खाना खाया था चीनी राजदूत के साथ, संबंध का खुलासा उन्होंने नहीं, बल्कि चीन द्वारा शेयर की गई एक तस्वीर से हुआ था। नेहरू के समय में, उन्होंने चीन को सहायता और भोजन प्रदान किया था जैसा कि नेहरू ने खुद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था।' उन्होंने आगे कहा कि, "क्या आप सही हैं या नेहरू सही थे, जब उन्होंने 1962 में सरकार के साथ खड़े होने के लिए RSS की प्रशंसा की थी?" 

बता दें कि, राहुल गांधी ने आज शुक्रवार को कारगिल में कहा कि जब उन्होंने पैंगोंग झील का दौरा किया, तो उन्हें एहसास हुआ कि चीन ने हजारों किलोमीटर भारतीय जमीन पर कब्जा कर लिया है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि, ''लद्दाख का हर व्यक्ति जानता है कि चीन ने हमारी जमीन ले ली है और पीएम सच नहीं बोल रहे हैं।'' इस पर भाजपा सांसद त्रिवेदी ने कहा कि, "1971 में, भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान, अटलजी ने इंदिरा गांधी की प्रशंसा की थी। 2010 में, जब नवाज शरीफ ने डॉ. मनमोहन सिंह पर हमला किया, तो मुख्यमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने टिप्पणी पर आपत्ति जताई थी।" त्रिवेदी यह कहना चाह रहे थे कि, भाजपा ने विपक्ष में रहकर भी अन्य देशों के सामने भारत सरकार का पक्ष मजबूती से लिया, जबकि कांग्रेस विपक्ष में रहते समय दूसरे देशों के बहाने अपने देश की सरकार पर हमलावर है।

ट्रैफिक एडवाइजरी : 3 दिन तक सितंबर में दिल्ली रहेगी बंद, सड़कों पर पसरा रहेगा सन्नाटा, जानिए क्यों

दिल्ली में सितंबर माह में होने वाले जी-20 समिट के आयोजन में सभी सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों के हिस्सा लेने के चलते दिल्ली पुलिस व प्रशासन ने सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं। इसी के तहत दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने सितंबर माह में चार दिनों के लिए ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है।

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने जी-20 के तहत जारी एडवाइजरी में कहा है कि सितंबर माह में सात से लेकर 10 तारीख की मध्यरात्रि तक लुटियन्स दिल्ली में बसें नहीं चलेंगी। ऐसे में अगर लोगों को कहीं जाना है तो उन्हें मेट्रो लेने की सलाह दी गई है।

ये हैं नियम

दिल्ली पुलिस इस दौरान एक हेल्पडेस्क बनाएगी जिस पर उपलब्ध यातायात साधनों की जानकारी होगी और पास के मेडिकल सुविधा की भी जानकारी उपलब्ध रहेगी।

इस दौरान एंबुलेंस के आने-जाने और आवश्यक सेवाओं पर रोक नहीं रहेगी।

नई दिल्ली इलाके में किसी भी तरह की बस के चलने पर मनाही होगी। हालांकि लोग मेट्रो का इस्तेमाल पूरी तरह से कर सकते हैं। ट्रैफिक पुलिस ने भी मेट्रो इस्तेमाल करने की ही सलाह दी है।

जो लोग लुटियंस दिल्ली इलाके में रहते हैं या वो पर्यटक जो इलाकों के होटलों में रुके हैं उन्हें टैक्सी या ऑटोरिक्शा से आने-जाने की इजाजत होगी।

दिल्ली एयरपोर्ट से लुटियंस दिल्ली इलाके में आने वाले लोगों को आईडी कार्ड के प्रॉपर वेरिफिकेशन के बाद ही प्रवेश मिलेगा।

अधिकारियों का कहना है कि इंटर-स्टेट बसें दिल्ली में प्रवेश तो कर सकेंगी लेकिन इंटर-स्टेट बस टर्मिनल पर रुक नहीं सकेंगी।

एंबुलेंस सहायता सेवा के लिए लोग 6828400604 पर कॉल कर सकेंगे। इस सेवा को सात सितंबर की रात्रि में लॉन्च किया जाएगा।

प्रगति मैदान स्थित अंतरराष्ट्रीय कंवेन्शन सेंटर में 9 और 10 तारीख को होने वाले समिट के लिए 10 हजार पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे, जो यातायात को सुचारू बनाने का काम करेंगे।

*कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की केन्द्र सरकार से मांग, हिमाचल प्रदेश में हुई तबाही को घोषित किया जाए राष्ट्रीय आपदा*

डेस्क : आपदा की मार झेल रहे हिमाचल प्रदेश से हर दिन भूस्खलन की डरावनी तस्वीरें आ रही हैं। बीते तीन दिन से हो रही मुसलाधार वर्षा से कई जगह तबाही हुई है। अब कुल्लू में भारी भूस्खलन की वजह से एक साथ कई ऊंची इमरातें ढह गईं हैं। कुल्लू के आनी में बस स्टैंड के पास बनी कम से कम 7 इमारतें एक साथ गिरी हैं। कुछ और इमारतों पर खतरा बना हुआ है। हादसे का वीडियो भी सामने आया है जिसमें दिख रहा है कि इमरातों के गिरने के साथ कैसे चीख पुकार मच जाती है और वादी में धूल का गुबार छा जाता है। 

बताया जा रहा है कि इनमें से कुछ निर्माणाधीन इमारतें थीं, जबकि कुछ में लोग रह रहे थे। भूस्खलन के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने इन घरों को खाली करा लिया था। अभी घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है। प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस टीम मौके पर मौजूद है।

ऐसे में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण हुई तबाही को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए। उन्होंने अपने सोशल मीडिया के एक्स पर पोस्ट किया है।।।आपदा के इस कठिन समय में मेरी प्रार्थनाएं हिमाचल वासियों के साथ हैं। कई राज्यों ने हिमाचल प्रदेश की मदद के लिए सराहनीय व संवेदनशील कदम उठाया है। केंद्र सरकार से अपील है कि त्रासदी से हुए भारी नुकसान को देखते हुए हिमाचल प्रदेश में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाये ताकि आपदा का नुकसान झेल रहे हमारे बहनों-भाईयों को उचित व जल्द राहत मिल सके। इस भयावह आपदा के समय सभी देशवासियों को हिमाचल वासियों के साथ खड़े होकर उनका हौसला बढ़ाना चाहिए। 

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा है कि राज्य को अब तक 12,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इस बीच हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश जारी है। इस मानसून में राज्य में भारी बारिश के तीन बड़े दौर देखे गए हैं। सबसे पहले 9 और 10 जुलाई को मंडी और कुल्लू जिलों में बड़े पैमाने पर तबाही हुई। शिमला और सोलन जिले 14 और 15 अगस्त को दूसरे दौर में प्रभावित हुए और 22 अगस्त को तीसरे दौर में शिमला शहर को भारी नुकसान हुआ। पंडोह के पास भारी भूस्खलन के कारण मंडी-कुल्लू के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग बुरी तरह प्रभावित हुआ है और बजौरा के अलावा पंडोह और औट तक राहत शिविर स्थापित किए गए हैं।

*राजद सुप्रीमो लालू यादव की जमानत रद्द करने से जुड़ी सीबीआई की याचिका पर हुई सुनवाई, कोर्ट ने 17 अक्टूबर मुकर्रर की अगली सुनवाई की तारीख*

डेस्क : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की जमानत रद्द करने से जुड़ी सीबीआई की याचिका पर आज शुक्रवार को कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान लालू के वकीलों ने सीबीआई की दलीलों का विरोध किया। साथ ही लालू के स्वास्थ्य का हवाला देकर उनकी जमानत बरकारर रखने की बात कही गई। कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई 17 अक्टूबर तक टाल दी। 

राजद सुप्रीमो के वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट में किडनी ट्रांसप्लांट का हवाला देते हुए कहा कि CBI लालू को दोबारा जेल भेजना चाहती है। CBI के वकील ने इसका विरोध करते हुए कहा लालू यादव बैडमिंटन खेल रहे हैं। उनको जमानत देने का फैसला भी गलत था। सुनवाई के दौरान मैं यह साबित करूंगा। अब इस मामले में 17 अक्टूबर को सुनवाई होगी।

बता दें कि लालू प्रसाद को खराब स्वास्थ्य के कारण पिछले साल अप्रैल में उन्हें जेल से जमानत पर रिहा गया था। बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में लालू यादव सजायाफ्ता हैं। चाईबासा कोषागार से जुड़े दो मामले 37 करोड़ और 89 लाख अवैध निकासी मामले में उनको 5-5 साल की सजा मिली है। 

89 लाख के देवघर ट्रेजरी केस में में साढ़े तीन साल की सजा, 3 करोड़ के दुमका कोषागार मामले में 18 साल की सजा और 139 करोड़ के डोरंडा कोषागार मामले में भी 5 साल की कैद की सजा मिली हुई है। इन सभी मामलों में उन पर आर्थिक दंड भी लगा है। अभी लालू सभी मामलों में बेल पर हैं।

रेल मंत्रालय ने मिजोरम में पुल ढहने की जांच के लिए बनाई 4 सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति

 रेल मंत्रालय ने मिजोरम के आइजोल जिले में एक निर्माणाधीन रेलवे पुल के ढहने के कारणों की जांच के लिए चार सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है.

 इस घटना में अबतक 22 श्रमिकों की मौत हो चुकी है. जांच सदस्यीय समिति के गठन के बार में अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. 

रेल मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी आदेश के अनुसार, समिति गठन की तारीख से एक महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.आदेश में कहा गया है कि समिति के चार सदस्य आरडीएसओ के बीपी अवस्थी, आईआईटी दिल्ली के डॉ. दीप्ति रंजन साहू, आईआरआईसीएएन के शरद कुमार अग्रवाल और एनएफ रेलवे के मुख्य ब्रिज इंजीनियर संदीप शर्मा हैं. 

आदेश में कहा गया है कि रेलवे बोर्ड की वर्क्स-I शाखा समिति के कामकाज और रेलवे बोर्ड द्वारा विचार के लिए रिपोर्ट प्रस्तुत करने, समिति की सिफारिश के कार्यान्वयन और सभी संबंधित मुद्दों के लिए नोडल शाखा होगी.

पुलिस ने बताया कि सभी पीड़ित पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के रहने वाले हैं. घटना के समय 26 कर्मचारी मौजूद थे. रेलवे ने कहा कि बुधवार को हुई दुर्घटना एक गैंट्री के ढहने के कारण हुई, जिसे कुरुंग नदी पर निर्माणाधीन पुल पर लॉन्च किया जा रहा था.

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिजनों के लिए 2-2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने श्रमिकों के परिजनों के लिए 10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. उन्होंने मामूली रूप से घायल हुए लोगों के लिए 50,000 रुपये के अनुग्रह मुआवजे की भी घोषणा की है.