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लद्दाख में बौद्ध महिला को लेकर भाग गया भाजपा के एक दिग्गज मुस्लिम नेता का बेटा, पार्टी ने किया निष्कासित, मांगा गया था स्पष्टीकरण


लद्दाख में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक दिग्गज मुस्लिम नेता को अपने बेटे की हरकतों की सजा मिली है। भाजपा नेता के बेटे ने एक बौद्ध महिला के साथ भागकर शादी कर ली। इसके बाद पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया है। लद्दाख भाजपा के 74 वर्षीय प्रदेश उपाध्यक्ष नजीर अहमद को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया है। उनका बेटा एक महीने पहले कथित तौर पर एक बौद्ध महिला के साथ भाग गया था।

एक बयान में, भाजपा की लद्दाख इकाई ने कहा कि उसने अपने वरिष्ठ नेता के खिलाफ कार्रवाई की है। पार्टी ने कहा कि कार्रवाई करने से पहले उन्हें "स्पष्टीकरण देने का अवसर दिया गया था।" कहा जा रहा है कि "उनके बेटे द्वारा एक बौद्ध लड़की को भगाने के संवेदनशील मुद्दे में उनकी भी संलिप्तता थी।" जिसको लेकर पार्टी ने उनसे स्पष्टीकरण मांगा था। 

निष्कासन आदेश बुधवार को पार्टी की एक कार्यकारी बैठक के बाद लद्दाख भाजपा प्रमुख फुंचोक स्टैनजिन द्वारा जारी किया गया था। लद्दाख भाजपा अध्यक्ष फुंचोक स्टैनजिन द्वारा बुधवार को जारी आदेश में कहा गया, “नजीर अहमद को उनके बेटे मंजूर अहमद द्वारा एक बौद्ध लड़की को भगाने के संवेदनशील मुद्दे में अपनी भागीदारी को स्पष्ट करने के लिए पर्याप्त समय दिया गया था। इस घटना को लद्दाख के सभी धार्मिक समुदायों द्वारा अस्वीकार्य माना जाता है, क्योंकि यह इस क्षेत्र के लोगों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव और एकता को खतरे में डालता है। इसके परिणामस्वरूप, नजीर अहमद को राज्य उपाध्यक्ष के रूप में उनकी जिम्मेदारियों से तुरंत मुक्त करने और उनकी प्राथमिक सदस्यता को तत्काल प्रभाव से रद्द करने का निर्णय लिया गया है। ”

संपर्क करने पर नजीर अहमद ने कहा, ''मैं लद्दाख में बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में से एक हूं। मैंने थुपस्तान छेवांग, त्सेरिंग दोरजे, डॉ. सोनम दावा और अन्य लोगों के साथ मिलकर काम किया और भाजपा को खड़ा किया, लेकिन आज मैं यह देखकर हैरान हूं कि मुझे अचानक निष्कासित कर दिया गया।"

इस कपल ने एक महीने से अधिक समय पहले शादी की थी और तब से उनका कोई पता नहीं चल रहा है। निष्कासित भाजपा नेता ने कहा कि उनका परिवार भी बौद्ध महिला के साथ उनके बेटे मंजूर अहमद की शादी के खिलाफ था और उन्हें नहीं पता कि वे पिछले एक महीने से कहां रह रहे हैं। भाजपा के वयोवृद्ध दिग्गज नेता अहमद ने कहा कि वह सऊदी अरब में हज यात्रा पर थे जब उनके बेटे और महिला ने अदालत में शादी कर की।

उन्होंने कहा, “मेरे बेटे ने हमारे खिलाफ जाकर उस लड़की से शादी कर ली। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया। पार्टी ने मुझसे मेरे बेटे को खोजने के लिए कहा और मैं तुरंत श्रीनगर गया। उसके दोस्तों से पता पूछा और दिल्ली जाने की योजना बनाई।” उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने बेटे का पता लगाने के लिए पार्टी से कुछ दिन मांगे थे लेकिन पार्टी ने उन्हें इसी बीच निष्कासित कर दिया। उन्होंने आगे कहा, “मैं पार्टी का एक वफादार कार्यकर्ता रहा हूं और मैं मोदी जी का मित्र हूं। यह मेरे साथ घोर अन्याय है। मेरे बेटे ने जो किया उसके लिए उसे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। मैं इस फैसले से सचमुच निराश हूं। मेरी पत्नी भी इस शादी से खुश नहीं है। मैं अपनी शिकायत पार्टी आलाकमान तक पहुंचाऊंगा।'' स्टैनजिन का मोबाइल फोन गुरुवार सुबह से लगातार बंद था।

सफल नहीं हो सके तो असफलता से मिली बड़ी सीख,गरीब बच्चों को पढ़ा कर बना रहे हैं शिक्षित और जगा रहे हैं शिक्षा की अलख

इस पुलिस अफसर के जज्बे को करते हैं हम सलाम!

 

जमशेदपुर में टेल्को थाना में पदस्थिप्त एक ऐसा अफसर जो सरकारी स्कूल के बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय है यह अफसर प्रतियोगिता में तैयारी करने के तरकीब जानने के लिए विद्यार्थी उनके पास खूब आते हैं शहर के कई स्कूल में यह काउंसलिंग का कार्य भी करते हैं करियर को लेकर इनकी ऊंची सोच थी सुनहरे सपने मन में हिलोर मार रहे थे यह सपना तब सच होता दिखाई पड़ा जब इसके लिए बेहतरीन रास्ते पर चलने का मौका मिला खूब मेहनत की पर सफलता चंद कदमों से फिसलते रही.

 यूपीएससी समेत चार राज्यों के लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में इंटरव्यू तक पहुंचे पर सफल नहीं हो सके.

 असफलता से बड़ी सीख मिली और बच्चों में अपने सपने को फिर से उड़ान देने में जुट गए यहां बात हो रही है झारखंड पुलिस सेवा में तैनात मनोज मलिक की .

वर्तमान में जमशेदपुर के टेल्को के सर्किल ऑफिसर के रूप में तैनात है मनोज मालिक नियमित तौर पर सरकारी स्कूलों में क्लास लेते हैं मनोज मलिक का पूरा फोकस आर्थिक दृष्टि से उन कमजोर बच्चों को आगे बढ़ाने पर है जिनमें जोश और जज्बा तो है पर ऊंची उड़ान भरने का संसाधन नहीं .

यही कारण है कि वे सरकारी स्कूल के बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय है प्रतियोगिता में तैयारी करने के तरकीब जानने के लिए विद्यार्थी उनके पास खूब आते हैं इतना ही नहीं शहर के कई स्कूलों में काउंसलिंग कार्यक्रम का आयोजन भी यह करते हैं साथ ही उन्हें हर संभव मदद भी करते हैं! 

मूल रूप से बिहार के सुपौल के रहने वाले मनोज मलिक इससे पहले पलामू बोकारो और देवघर में भी तैनात रहे हैं वहां स्कूल में क्लास लेने और काउंसलिंग का इनका काम चल रहा था अपने व्यस्ततम समय से कुछ समय निकालकर वह संघ लोक सेवा आयोग समेत अन्य राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी के टिप्स भी देते हैं.

 मनोज मलिक 1989 और 1990 में यूपीएससी उत्तर प्रदेश बिहार और मध्य प्रदेश की सिविल परीक्षा में साक्षात्कार तक पहुंचे थे लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली 1994 में बिहार पुलिस में उन्हें नौकरी मिली और झारखंड बनने के बाद उन्होंने यहां का कैडर चुना .

सुपौल के गांव से मैट्रिक की पढ़ाई पूरी करने के बाद पटना कॉलेज पटना से इतिहास की डिग्री हासिल की और पटना विश्वविद्यालय से एमए की पढ़ाई की मनोज मलिक के मार्गदर्शन पर कई विद्यार्थी ने सिविल सेवा परीक्षा में सफलता पाई है .

 आधा दर्जन डिप्टी कलेक्टर भी बने है. मलिक कहते हैं कि इन विद्यार्थियों को देखकर उन्हें अपने सपने पूरा होने का एहसास होता है . पुलिसिंग के काउंसलिंग के इस जुनून की विभाग के वरीय अधिकारियों ने भी सराहना किया मनोज के पिता गांव के सरकारी स्कूल में हेड मास्टर थे उनके घर में शिक्षा का माहौल शुरू से ही रहा है ऐसे में उनके दो बड़े भाई आईपीएस बने तो उन्हें भी यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी.

 पटना में पढ़ाई खत्म होने के बाद कोचिंग सेंटरों में भी में पढ़ाते रहें 1994 में जब बिहार पुलिस की नौकरी मिली तो सरकारी स्कूल के बच्चों की काउंसलिंग शुरू कर दी.

शोएब अख्तर का बड़ा बयान, कहा-भारत के पैसे से पलते हैं पाकिस्तान के क्रिकेट खिलाड़ी


पाकिस्तानी के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर रिटायरमेंट के बाद भी अपने बयानों के कारण सुर्खियों में बने रहते हैं। एक बार फिर पूर्व क्रिकेटर ने ऐसा बयान दिया है, जिससे विवाद गहरा सकता है। उन्होंने भारतीय खेल पत्रकार को दिए इंटरव्यू में पाकिस्तान क्रिकेट को लेकर बड़ी बात कही है। शोएब अख्तर ने कहा कि भारत के पैसों से पाकिस्तान के क्रिकेटर पलते हैं।अख्तर के इस बयान पर पाकिस्तान में काफी बवाल हो सकता है।

शोएब अख्तर ने वरिष्ठ खेल पत्रकार बोरिया मजूमदार से खास बातचीत में बताया कि बीसीसीआई वर्ल्ड क्रिकेट में कितनी पावरफुल एसोसिएशन है।एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के मुकाबले को लेकर बोरिया मजूमदार से बातचीत के दौरान शोएब अख्तर ने इस बात को माना कि बीसीसीआई के जरिए जो पैसा आईसीसी के पास आता है और फिर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल रेवेन्यू शेयरिंग के तहत वो पैसा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को भेजती है। उसी पैसे के दम पर ही पाकिस्तान में घरेलू क्रिकेटर्स को मैच फीस मिल पाती है।

शोएब अख्तर ने ये भी कहा कि वर्ल्ड कप 2023 सुपरहिट होने वाला है। अख्तर ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि बीसीसीआई इस वर्ल्ड कप से काफी पैसा कमाएगी। इससे बीसीसीआई की आर्थिक स्थिति और ज्यादा मजबूत हो जाएगी।साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि मैं चाहता हूं कि भारत इस विश्व कप से खूब पैसे बनाए।कई लोग इस बात को कहने से हिचकेंगे।लेकिन मैं साफ कहता हूं कि भारत से जो रेवेन्यू आईसीसी को जाता है। उसका हिस्सा पाकिस्तान में भी आता है और इससे हमारे घरेलू क्रिकेटरों को मैच फीस मिलती है। यानी भारत से जो पैसा आ रहा है, उससे हमारे युवा क्रिकेटर पल रहे हैं।

शोएब अख्तर ने आईगे कहा कि भारत-पाकिस्तान मैच में एक बार फिर टीम इंडिया पर ही दबाव होगा। अख्तर ने कहा कि ये दबाव मीडिया की वजह से बनता है। लगातार टीम इंडिया की जीत के ही दावे किए जाते हैं। स्टेडियम भी बिल्कुल ब्लू कर दिए जाते हैं। इससे पाकिस्तान को मदद ही मिलती है क्योंकि वो अपने आप ही डार्कहॉर्स बन जाती है और इससे उसके खिलाड़ियों को खुलकर खेलने में मदद मिलती है।

दिल्ली से पुणे जा रही फ्लाइट में बम होने की खबर, सभी यात्रियों को उतारा गया

#bomb_threat_on_delhi_pune_vistara_flight_at_delhi_airport

दिल्ली एयरपोर्ट पर दिल्ली-पुणे विस्तारा फ्लाइट में बम की धमकी मिली।जिसके बाद एयरपोर्ट पर ही फ्लाइट की जांच शुरू हो गई। सभी यात्रियों को उनके सामान सहित सुरक्षित उतारा गया।विमान में बम होने की जानकारी जीएमआर सेंटर को दी गई।

जानकारी के अनुसार जीएमआर कॉल सेंटर में शुक्रवार सुबह फ्लाइट में बम होने की कॉल मिली। काल मिलते ही सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गईं।सुरक्षा एजेसिंयों की तरफ से विमान की जांच की गई।बम रखे जाने की सूचना मिलते ही यात्रियों में हड़कंप मच गया।

एयरपोर्ट पर आइसोलेशन बे में विमान का निरीक्षण किया गया। विमान में कोई भी संदिग्ध सामान नहीं मिला है। सीआईएसएफ और दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है।

यह पहली बार नहीं है जब विस्तारा की फ्लाइट में बम होने की सूचना मिली है। जून महीने में दिल्ली से एक शख्स दुबई जा रहा था जब उसने कथित रूप सै गुस्से में कहा कि उनके बैग में बम है। बस क्या था, यात्री के बगल में बैठी एक महिला यात्री ने गलत सुन लिया और घबरा गई। उसने शोर मचाया और केबिन क्रू को बुलाया। शख्स को दिल्ली एयरपोर्ट पर ही हिरासत में ले लिया गया था।

जमशेदपुर वूमेन पावर ने लव योर सेल्फ के सहयोग से हैंड मेड लव नाम की एक प्रदर्शनी का किया आयोजन

जमशेदपुर वूमेन पावर ने लव योर सेल्फ के सहयोग से हैंड मेड लव नाम की एक प्रदर्शनी का आयोजन किया है, जहां जमशेदपुर की महिला कलाकार और छोटे व्यवसाय के मालिक अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे, और अपनी हस्तनिर्मित कृतियों को बेचेंगे।

इवेंट का आयोजन 19 अगस्त को सुबह 11 बजे से लव योर सेल्फ फिटनेस सेंटर में ही किया गया है।

प्रदर्शनी में प्रदर्शित उत्पादों में हस्तनिर्मित उपहार और गृह सजावट, पर्यावरण के अनुकूल सोया वैक्स मोमबत्तियाँ, कैनवास/ग्लास पेंटिंग, वॉल हैंगिंग और बोतल कला, टेराकोटा कान की बाली, ऑर्गेनिक बॉडी स्क्रब, क्रोशिया और कढ़ाई, हस्तनिर्मित आभूषण, सहायक उपकरण , राखी, आंध्र स्टाइल इडली डोसा पाउडर, हस्तनिर्मित मल्टीग्रेन पाउडर, रेसिन आर्ट, हस्तनिर्मित जैविक साबुन, स्ट्रिंग कला, टेराज़ो ट्रे, और मोहनपुर की ग्रामीण महिलाओं द्वारा हस्तनिर्मित उत्पाद शामिल है।

हो भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर हो समाज के लोग आज होंगे दिल्ली रवाना, 21 को है धरना

जमशेदपुर. हो भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर 21 अगस्त को दिल्ली जंतर-मंतर में प्रदर्शन होना है. आदिवासी हो समाज के आयोजन समिति के सदस्य 17 अगस्त को दिल्ली के लिए रवाना होंगे.

ऑल इंडिया हो लेंग्वेज एक्शन कमेटी के सचिव सुरा बिरुली ने बताया कि विभिन्न राज्यों से हो समुदाय के लोग हजारों की संख्या में दिल्ली पहुंचेंगे. कोल्हान से दो हजार से अधिक लोग जा रहे है.

नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने पर राहुल गांधी का मोदी सरकार पर तंज, कहा-नाम नहीं, कर्म उनकी पहचान

#rahul_gandhi_attacks_modi_governemnt_on_nehru_memorial_name_change

नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी का नाम बदल दिया गया है। केंद्र सरकार के इस पैसले के बाद अब इसे प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय के नाम से जाना जाएगा। नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी का नाम बदलने पर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। जब राहुल गांधी से इस पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि नेहरू जी की पहचान उनके कर्म हैं, उनका नाम नहीं।

दो साल की सजा पर रोक लगने के बाद राहुल गांधी को सांसदी वापस मिली थी, जिसके बाद से ही वह आक्रामक रवैया अपना रहे हैं और लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं।दो दिनों के लेह-लद्दाख की यात्रा पर रवाना होने से पहले पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि नेहरू जी की पहचान उनके कर्म हैं, उनका नाम नहीं।

बता दें कि केंद्र शासित बनने के बाद राहुल गांधी पहली बार लद्दाख के दौरे में राहुल गांधी लेह और कारगिल जाएंगे। इस दौरान वे पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे।कारगिल में अगले महीने हिल काउंसिल के चुनाव होने हैं। इस वजह से राहुल की यात्रा को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वे वहां पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे। कारगिल हिल काउंसिल के चुनाव के लिए कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन किया है।

राहुल गांधी से पहले भी कांग्रेस और भाजपा के बीच इस मसले को लेकर वार-पलटवार चल रहा है। इससे पहले कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नाम बदलना सरकार के ओछेपन को दिखाता है, पीएम मोदी डर और असुरक्षा से भरे नज़र आते हैं। मौजूदा सरकार का एकमात्र एजेंडा नेहरू और उनकी विरासत को गलत ठहराना और बदनाम करना ही है। लेकिन इन हमलों के बाद भी नेहरू की विरासत हमेशा जिंदा रहेगी।

स्वतंत्रतता दिवस के मौके पर नई दिल्ली के तीन मूर्ति परिसर स्थित नेहरू मेमोरियल म्यूजियम का नाम बदलकर पीएम म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (पीएमएमएल) कर दिया गया।भले ही स्‍वतंत्रता दिवस के मौके पर नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी का नाम बदल दिया गया हो लेकिन इसका औपचारिक ऐलान जून के महीने में ही कर दिया गया था।अब इसे औपचारिक रूप दे दिया गया है। इस बारे में 15 जून 2023 को राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में फैसला लिया गया था।

“ईडी तय करती है कौन किस पार्टी में जाएगा और कौन मंत्री बनेग”, शरद पवार के इन आरोपों को संजय राउत ने बताया बेहद गंभीर

#sanjay_raut_says_misuse_of_election_commission_and_all_central_agencies

मुंबई में शिवसेना यूबीटी (उद्धव ठाकरे गुट) के सांसद संजय राउत ने बीजेपी पर एक बार फिर करारा हमला बोला है। संजय राउत ने कहा है कि चुनाव आयोग और सभी केंद्रीय एजेंसियों का इस मोदी सरकार में जमकर दुरुपयोग हो रहा है। संजय राउत ने शरद पवार ने ईडी के इस्तेमाल को लेकर दिए गए बयान का हवाला देते हुए निशाना साधा। संजय राउत ने यह भी कहा, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने उन्हें बताया है कि केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी तय करती है कि कौन किस पार्टी में जाएगा? कौन मंत्री बनेगा यह भी ईडी तय करती है। यह पवार साहब का बहुत गंभीर बयान है।

संजय राउत ने पत्रकारों ने बातचीत में कहा- शरद पवार ने कल बताया कि कैसे शिवसेना को तोड़ा गया और पार्टी का चिन्ह और नाम भी उन्हें दे दिया गया। अब एनसीपी के साथ भी ठीक उसी तरह से हो सकता है। संजय राउत ने कहा कि चुनाव आयोग का अब यही काम रह गया है और इसी शर्त पर पार्टियां तोड़ी जा रही हैं।

संजय राउत ने कहा कि जिस पार्टी को बालासाहेब ठाकरे ने बनाया उस पार्टी का अधिकार आपने (चुनाव आयोग) किसी और (शिन्दे) को दे दिया। अब जिस एनसीपी को शरद पवार ने बनाया, उनके रहते उसका अधिकार आप किसी और को दे रहे हो। यह कौन सा न्याय या कानून है? जिस पार्टी को बालासाहेब ने बनाया उनके बेटे उद्धव के रहते वो पार्टी किसी ऐरे-ग़ैरे (शिंदे) को दे रहे हैं।संजय राउत ने कहा कि शरद पवार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। उनके रहते उनके सामने उनकी ही पार्टी किसी और को सौंप रहे हैं। यह इस देश में हो रहा है। चुनाव आयोग समेत सभी सेंट्रल एंजेसियों का मिसयूज किया जा रहा है। 

बता दें कि महाराष्ट्र की राजनीति के भीष्म पितामह कहे जाने वाले शरद पवार को लेकर भी राज्य की राजनीति में भूचाल मचा हुआ है। क्या शरद पवार महाविकास अघाड़ी को बाय-बाय कहने वाले हैं? क्या वो बीजेपी में जाने वाले हैं? चाचा-भतीजे के बीच आखिर क्या खिचड़ी पक रही है? इसे लेकर I.N.D.I.A. गठबंधन में हलटल मची हुई है।

चीन ने अमेरिका को दिखाई आंख, ताइवान मुद्दे पर आग से ना खेलने के लिए किया आगाह

#china_again_threatens_us_on_taiwan_says_do_not_play_with_fire

ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन के बीच तल्खियां लगातार बढ़ती जा रही है। हाल ही में ताइवान के उपराष्ट्रपति विलियम लाई ने अमेरिका का दौरा किया था। इसे लेकर चीन नाराज है और वह लगातार अमेरिका के खिलाफ बयानबाजी कर रहा है।अब चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए अमेरिका को आगाह किया है।चीन के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर चेतावनी देते हुए कहा कि ताइवान को लेकर आप आग से खेल रहे हैं।

ताइवान आंतरिक मामला, बाहरी हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं- ली शांगफू

चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू ने रूस की धरती से अमेरिका और ताइवान को चेतावनी दी गई है।दरअसल, ली शांगफू ने रूस के मॉस्को में अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा सम्मेलन में कहा कि ताइवान का इस्तेमाल करके चीन को काबू करने की कोई भी कोशिश विफल होगी। ली शांगफू ने ये भी कहा कि ताइवान का चीन की मुख्य भूमि से मिलना अपरिहार्य है और इसे टाला नहीं जा सकता। चीनी रक्षा मंत्री ने कहा कि ताइवान चीन का आंतरिक मामला है और इसमें कोई भी बाहरी हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं है।

चीन को काबू करने की कोशिश असफल होगी- ली शांगफू

ली शांगफू ने अपने बयान में कहा कि 'ताइवान को लेकर आग से खेलना और ताइवान की मदद से चीन को काबू करने की कोई भी कोशिश निसंदेह असफल होगी।

बता दें कि चीन ताइवान को अपने देश का हिस्‍सा बताता रहा है। वहीं, ताइवान का मानना है कि वो एक आजाद मुल्‍क है। इस मुद्दे पर चीन पहले भी कई मौकों पर तल्‍ख तेवर दिखाता रहा है।2022 अगस्त में अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पलोसी की ताइवान यात्रा को लेकर भी दोनों देशों के बीच तनाव का पारा और चढ़ गया था।

चांद पर कदम रखने से बस एक कदम दूर है चंद्रयान 3, आज अलग होंगे लैंडर-प्रोपल्शन मॉड्यूल

#chandrayaan_3_set_to_propulsion_and_lander_module_separation

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मिसन मून यानी चंद्रयान-3 पर पूरे देश की ही नहीं दुनियाभर की निगाहें लगी हुई हैं। चंद्रयान 3 अब अपनी अंतिम छलांग लगाने को तैयार है। 17 अगस्त यानी आज से इसकी लैंडिंग से जुड़ी प्रक्रिया शुरू होगी।आज एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन को अंजाम दिया जाएगा। जी हां, अपने चंद्रयान-3 से प्रॉपल्शन और लैंडर मॉड्यूल अलग होगा। वे आगे की यात्रा अलग-अलग करेंगे। प्रॉपल्शन मॉड्यूल चांद की कक्षा में रहेगा। आगे अपना लैंडर चांद के दक्षिणी ध्रुव इलाके में सॉफ्ट लैंडिंग के लिए कदम बढ़ाएगा।

इंजन फेल होने पर भी होगी लैंडिंग

इसरो द्वारा कहा गया है कि आज यानी 17 अगस्त को लैंडिंग माड्यूल, जिसमें लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान शामिल हैं, प्रोपल्शन माड्यूल से अलग हो जाएंगे। इसके बाद लैंडर-रोवर की गति घटाने का प्रयास किया जाएगा। 23 अगस्त को यान के लैंडर की चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी।इसरो प्रमुख एस सोमनाथ का कहना है कि चंद्र मिशन चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। अगर इसका इंजन फेल भी हो जाता है तो ऐसी स्थिति में भी चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग होगी

23 अगस्त को आएगी खुशखबरी

लैंडर के प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने और 100 किमी x 30 किमी की कक्षा में प्रवेश करने के बाद सॉफ्ट लैंडिंग प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। लगभग 30 किमी की ऊंचाई पर लैंडर चंद्रमा की सतह तक नीचे जाने के लिए अपने थ्रस्टर्स का उपयोग करेगा। सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करने के लिए इस नाजुक ऑपरेशन के लिए सटीक नियंत्रण और नेविगेशन की आवश्यकता होती है। 23 अगस्त को निर्धारित सॉफ्ट लैंडिंग का उद्देश्य लैंडर और रोवर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर स्थापित करना है।

14 जुलाई को श्रीहरिकोटा से रवाना होने के बाद चंद्रयान-3 ने तीन हफ्तों में कई चरणों को पार किया। पांच अगस्त को पहली बार चांद की कक्षा में दाखिल हुआ था। इसके बाद 6, 9 और 14 अगस्त को चंद्रयान-3 ने अलग-अलग चरण में प्रवेश किया।चंद्रयान3 के धरती से चांद तक पहुंचने के अहम चरणः-

-14 जुलाई 2023: इसरो ने श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 को लॉन्च किया. इसी दिन एलवीएम3 एम4 ने चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक चांद की यात्रा को शुरू करवाया।

-25 जुलाई 2023: लॉन्चिंग के बाद चंद्रयान-3 ने 4 अलग-अलग मैन्युवर पूरे किए और पृथ्वी की कक्षा को पीछे छोड़ा. इस दौरान चंद्रयान-3 को बड़े-बड़े धक्के दिए गए और उसे पृथ्वी की कक्षा से बाहर की ओर धकेला गया।

-1 अगस्त 2023: ये तारीख काफी अहम थी, क्योंकि इस दिन चंद्रयान-3 पृथ्वी की कक्षा से बाहर हुआ और चांद की कक्षा की ओर बढ़ा. यहां चंद्रयान-3 की दूरी 288*369328 किमी. थी।

-5 अगस्त 2023: चंद्रयान-3 ने यहां चांद की कक्षा में प्रवेश किया, ये पूरी तरह सफलता पूर्वक हुआ और चांद की कक्षा में अलग-अलग चरणों की शुरुआत हुई।

-9 अगस्त 2023: यहां से अलग-अलग मैन्युवर को परफॉर्म किया गया, यानी चरण दर चरण चंद्रयान-3 को चांद के करीब धकेलने और उसका वजन कम करने का काम किया गया।

-16 अगस्त 2023: चंद्रयान-3 ने अपना आखिरी मैन्युवर पूरा किया. अलग-अलग प्रक्रियाओं के बाद यह सबसे अंतिम मैन्युवर था, जिसके बाद अब पूरी कोशिश सफल लैंडिंग कराने की होगी।

-17 अगस्त 2023: लैंडिंग से जुड़ी अहम प्रक्रिया यहां शुरू होगी, प्रणोदन और लैंडर मॉड्यूल यहां से अलग-अलग होगा. लैंडर यहां से चांद की ओर बढ़ेगा और फिर सॉफ्ट लैंडिंग के अलग-अलग चरण पूरे होंगे।