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चीन ने अमेरिका को दिखाई आंख, ताइवान मुद्दे पर आग से ना खेलने के लिए किया आगाह

#china_again_threatens_us_on_taiwan_says_do_not_play_with_fire

ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन के बीच तल्खियां लगातार बढ़ती जा रही है। हाल ही में ताइवान के उपराष्ट्रपति विलियम लाई ने अमेरिका का दौरा किया था। इसे लेकर चीन नाराज है और वह लगातार अमेरिका के खिलाफ बयानबाजी कर रहा है।अब चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए अमेरिका को आगाह किया है।चीन के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर चेतावनी देते हुए कहा कि ताइवान को लेकर आप आग से खेल रहे हैं।

ताइवान आंतरिक मामला, बाहरी हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं- ली शांगफू

चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू ने रूस की धरती से अमेरिका और ताइवान को चेतावनी दी गई है।दरअसल, ली शांगफू ने रूस के मॉस्को में अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा सम्मेलन में कहा कि ताइवान का इस्तेमाल करके चीन को काबू करने की कोई भी कोशिश विफल होगी। ली शांगफू ने ये भी कहा कि ताइवान का चीन की मुख्य भूमि से मिलना अपरिहार्य है और इसे टाला नहीं जा सकता। चीनी रक्षा मंत्री ने कहा कि ताइवान चीन का आंतरिक मामला है और इसमें कोई भी बाहरी हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं है।

चीन को काबू करने की कोशिश असफल होगी- ली शांगफू

ली शांगफू ने अपने बयान में कहा कि 'ताइवान को लेकर आग से खेलना और ताइवान की मदद से चीन को काबू करने की कोई भी कोशिश निसंदेह असफल होगी।

बता दें कि चीन ताइवान को अपने देश का हिस्‍सा बताता रहा है। वहीं, ताइवान का मानना है कि वो एक आजाद मुल्‍क है। इस मुद्दे पर चीन पहले भी कई मौकों पर तल्‍ख तेवर दिखाता रहा है।2022 अगस्त में अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पलोसी की ताइवान यात्रा को लेकर भी दोनों देशों के बीच तनाव का पारा और चढ़ गया था।

चांद पर कदम रखने से बस एक कदम दूर है चंद्रयान 3, आज अलग होंगे लैंडर-प्रोपल्शन मॉड्यूल

#chandrayaan_3_set_to_propulsion_and_lander_module_separation

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मिसन मून यानी चंद्रयान-3 पर पूरे देश की ही नहीं दुनियाभर की निगाहें लगी हुई हैं। चंद्रयान 3 अब अपनी अंतिम छलांग लगाने को तैयार है। 17 अगस्त यानी आज से इसकी लैंडिंग से जुड़ी प्रक्रिया शुरू होगी।आज एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन को अंजाम दिया जाएगा। जी हां, अपने चंद्रयान-3 से प्रॉपल्शन और लैंडर मॉड्यूल अलग होगा। वे आगे की यात्रा अलग-अलग करेंगे। प्रॉपल्शन मॉड्यूल चांद की कक्षा में रहेगा। आगे अपना लैंडर चांद के दक्षिणी ध्रुव इलाके में सॉफ्ट लैंडिंग के लिए कदम बढ़ाएगा।

इंजन फेल होने पर भी होगी लैंडिंग

इसरो द्वारा कहा गया है कि आज यानी 17 अगस्त को लैंडिंग माड्यूल, जिसमें लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान शामिल हैं, प्रोपल्शन माड्यूल से अलग हो जाएंगे। इसके बाद लैंडर-रोवर की गति घटाने का प्रयास किया जाएगा। 23 अगस्त को यान के लैंडर की चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी।इसरो प्रमुख एस सोमनाथ का कहना है कि चंद्र मिशन चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। अगर इसका इंजन फेल भी हो जाता है तो ऐसी स्थिति में भी चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग होगी

23 अगस्त को आएगी खुशखबरी

लैंडर के प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने और 100 किमी x 30 किमी की कक्षा में प्रवेश करने के बाद सॉफ्ट लैंडिंग प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। लगभग 30 किमी की ऊंचाई पर लैंडर चंद्रमा की सतह तक नीचे जाने के लिए अपने थ्रस्टर्स का उपयोग करेगा। सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करने के लिए इस नाजुक ऑपरेशन के लिए सटीक नियंत्रण और नेविगेशन की आवश्यकता होती है। 23 अगस्त को निर्धारित सॉफ्ट लैंडिंग का उद्देश्य लैंडर और रोवर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर स्थापित करना है।

14 जुलाई को श्रीहरिकोटा से रवाना होने के बाद चंद्रयान-3 ने तीन हफ्तों में कई चरणों को पार किया। पांच अगस्त को पहली बार चांद की कक्षा में दाखिल हुआ था। इसके बाद 6, 9 और 14 अगस्त को चंद्रयान-3 ने अलग-अलग चरण में प्रवेश किया।चंद्रयान3 के धरती से चांद तक पहुंचने के अहम चरणः-

-14 जुलाई 2023: इसरो ने श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 को लॉन्च किया. इसी दिन एलवीएम3 एम4 ने चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक चांद की यात्रा को शुरू करवाया।

-25 जुलाई 2023: लॉन्चिंग के बाद चंद्रयान-3 ने 4 अलग-अलग मैन्युवर पूरे किए और पृथ्वी की कक्षा को पीछे छोड़ा. इस दौरान चंद्रयान-3 को बड़े-बड़े धक्के दिए गए और उसे पृथ्वी की कक्षा से बाहर की ओर धकेला गया।

-1 अगस्त 2023: ये तारीख काफी अहम थी, क्योंकि इस दिन चंद्रयान-3 पृथ्वी की कक्षा से बाहर हुआ और चांद की कक्षा की ओर बढ़ा. यहां चंद्रयान-3 की दूरी 288*369328 किमी. थी।

-5 अगस्त 2023: चंद्रयान-3 ने यहां चांद की कक्षा में प्रवेश किया, ये पूरी तरह सफलता पूर्वक हुआ और चांद की कक्षा में अलग-अलग चरणों की शुरुआत हुई।

-9 अगस्त 2023: यहां से अलग-अलग मैन्युवर को परफॉर्म किया गया, यानी चरण दर चरण चंद्रयान-3 को चांद के करीब धकेलने और उसका वजन कम करने का काम किया गया।

-16 अगस्त 2023: चंद्रयान-3 ने अपना आखिरी मैन्युवर पूरा किया. अलग-अलग प्रक्रियाओं के बाद यह सबसे अंतिम मैन्युवर था, जिसके बाद अब पूरी कोशिश सफल लैंडिंग कराने की होगी।

-17 अगस्त 2023: लैंडिंग से जुड़ी अहम प्रक्रिया यहां शुरू होगी, प्रणोदन और लैंडर मॉड्यूल यहां से अलग-अलग होगा. लैंडर यहां से चांद की ओर बढ़ेगा और फिर सॉफ्ट लैंडिंग के अलग-अलग चरण पूरे होंगे।

गिरिडीह: डुमरी उपचुनाव हेतु नामांकन के अंतिम दिन लगेगा दिग्गजों का जमावड़ा

गिरिडीह: इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सह उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री बेबी देवी और एनडीए उम्मीदवार यशोदा देवी द्वारा नाम निर्देशन पत्र दाखिल करने के दिन नामांकन की अंतिम तिथि 17 अगस्त को नामांकन पत्र दाखिल किया जायेगा।संभावना जतायी जा रही है कि बेबी देवी और यशोदा देवी के नामांकन पत्र दाखिल करने के समय इंडिया गठबंधन और एनडीए के कई बड़े नेता शिरकत करेंगे।

इस संबंध में झामुमो के डुमरी प्रखंड अध्यक्ष राजकुमार महतो ने बताया कि 17 अगस्त को प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन,मंत्री सत्यानंद भोक्ता, बादल प्रत्रलेख पार्टी के सचिव अभिषेक प्रसाद उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री बेबी देवी के नामांकन दाखिल करने के मौके पर उपस्थित रहेगें।

उन्होंने बताया कि नामांकन दाखिल करने के बाद मुख्यमंत्री केबी हाई स्कूल के मैदान में एक चुनावी सभा को भी संबोधित करेंगे।मुख्यमंत्री

हेलीकॉप्टर से डुमरी पहुंचेगे।इसके लिये झारखंड इंटर कॉलेज के मैदान में हेलीपैड बनाया गया है।

इधर एनडीए गठबंधन के आजसू पार्टी उम्मीदवार यशोदा देवी के नामांकन दाखिल करने के मौके पर पार्टी के केन्द्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो, गिरिडीह सांसद चन्द्र प्रकाश चौधरी, गोमिया विधायक लंबोदर महतो, रामगढ़ विधायक सुनीता चौधरी के पहुंचने की सूचना है।

गिरिडीह: डुमरी उपचुनाव में अब तक की जा चुकी है कुल आठ नाम निर्देशन प्रपत्रों की बिक्री, 3 उम्मीदवारों ने किया प्रपत्र दाखिल


गिरिडीह: 33-डुमरी विधानसभा उपचुनाव को लेकर नाम निर्देशन प्रपत्रों की बिक्री हेतु निर्धारित तिथि में से आज दिनांक 16.08.2023 को निर्धारित समय 11 बजे पूर्वाह्न से लेकर 03 बजे अपराह्न तक कुल दो (02) नाम निर्देशन प्रपत्र की बिक्री बैजनाथ महतो, पिता रामेश्वर महतो, सिमराडीह, डुमरी तथा लैलुन निशा, पति अब्दुल मोबीन, इसरी बाजार को की गई।

अब तक कुल 08(आठ) नाम निर्देशन प्रपत्रों की बिक्री की जा चुकी है। नाम निर्देशन प्रपत्रों को दाखिल करने हेतु निर्धारित तिथि में से आज दिनांक 16.08.2023 को समय 11 बजे पूर्वाह्न से 03 बजे अपराह्न तक नाम निर्देशन प्रपत्र दाखिल करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 02(दो) है, जो कि, क्रमशः कमल प्रसाद साहू, पिता भोला प्रसाद साहु, ग्राम बिरनी, थाना नावाडीह, जिलाः बोकारो के द्वारा निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में कुल 03 सेटों में तथा अब्दुल मोबीन रिजवी, पिता रमजान अली,हुसैन नगर, इसरी बाजार, गिरिडीह के द्वारा कुल 01 सेट में एआईएमआईएम पार्टी से अपना नाम निर्देशन प्रपत्र दाखिल किया गया।

साथ ही जानकारी दी गई कि अब तक कुल 03(तीन) उम्मीदवारों के द्वारा नाम निर्देशन प्रपत्र दाखिल किया गया।

गिरिडीह: उसरी वाटर फॉल में डूबकर एक युवक की हुई मौत, बर्थडे पार्टी मनाकर वाटर फॉल गया था युवक

गिरिडीह: जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र अंतर्गत उसरी वाटर फॉल में डूबने से एक युवक की मौत हो गई। मृतक युवक सत्यम कुमार धनवार थाना क्षेत्र का निवासी था। घटना सोमवार की बताई जा रही है।

परिजनों के मुताबिक सत्यम के किसी दोस्त के जन्मदिन की पार्टी गिरिडीह शहर में मनाई जा रही थी। इसलिए सत्यम अन्य लोगों के साथ लोकल ट्रेन से गिरिडीह शहर पहुंचा। शहर में बर्थडे पार्टी मनाने के बाद वह अपने दोस्तों के साथ उसरी फॉल चला गया। उन्होंने अपने दो साथियों के साथ वाटर फॉल में नहाने का निर्णय लिया।

बताया जाता है कि नहाने के क्रम में उन्होंने गहरे पानी में पानी का आनंद उठाने का निश्चित किया।लेकिन अचानक उनकी मौत की घटना घट गई। तीनों दोस्त डूबने लगे, जिसके परिणामस्वरूप दोस्तों में से दो बच गए, हालांकि सत्यम की मौत हो गई।

इस दुखद घटना के बाद, महतोडीह पिकेट की पुलिस त्वरित स्थानीय निवासियों की मदद करने पहुंची और सत्यम को सदर अस्पताल में पहुंचाया। हालांकि डॉक्टरों ने उसकी मौत की पुष्टि कर दी।

बदल गया नेहरू मेमोरियल का नाम, अब पीएम म्यूजियम एंड लाइब्रेरी के नाम से होगी पहचान, जानें क्या है कांग्रेस की प्रतिक्रिया

#nehru_memorial_renamed_as_pm_museum_and_library

दिल्ली में स्थित नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय का नाम बदल दिया गया है। अब से यह प्रधानमंत्री म्यूजियम एंड सोसाइटी के नाम से जाना जाएगा।इसे लेकर पहले ही फैसला लिया जा चुका था, लेकिन स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इसे बदल दिया गया।जाहिर सी बात है कांग्रेस की इस पर जोरदार प्रतिक्रिया होगी।कांग्रेस महासचिव और पार्टी के संचार प्रमुख जयराम रमेश ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने पर मोदी सरकार पर नेहरू की विरासत को नष्ट करने का आरोप लगाया है। 

बता दें कि जून महीने में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी की एक विशेष बैठक में इसका नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी करने का फैसला किया गया था।स्वतंत्रता दिवस पर नाम परिवर्तन को औपचारिक रूप दे दिया गया।पीएमएमएल के उपाध्यक्ष ए सूर्य प्रकाश ने एक्स (ट्विटर) पर नाम बदलने की पुष्टि की। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल) अब 14 अगस्त, 2023 से प्रधान मंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय (पीएमएमएल) सोसायटी है, जो समाज के दायरे के लोकतंत्रीकरण और विविधीकरण के अनुरूप है। 

पीएम मोदी के पास डर और असुरक्षा का एक बड़ा पिटारा-जयराम रमेश

अब इसे लेकर कांग्रेस की तरफ से रिएक्शन सामने आया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इसे लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा है।नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने को लेकर जयराम रमेश ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, आज से एक प्रतिष्ठित संस्थान को नया नाम मिल गया है, विश्व प्रसिद्ध नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल) प्रधानमंत्री स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय बन गया है। पीएम मोदी के पास डर और असुरक्षा का एक बड़ा पिटारा है। 

उनका एकमात्र एजेंडा नेहरू और नेहरूवादी विरासत को नकारना-जयराम रमेश

खासतौर पर जब हमारे पहले और सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधानमंत्री की आती है, उनका एकमात्र एजेंडा नेहरू और नेहरूवादी विरासत को नकारना, विकृत करना, बदनाम करना और नष्ट करना है। उन्होंने N को मिटाकर उसकी जगह P डाल दिया है। वह पी वास्तव में संकीर्णता और अपमानित करने के लिए है।कांग्रेस नेता ने कहा कि देश की लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष, वैज्ञानिक और उदारवादी नींव रखने में नेहरू की योगदान को हम नहीं भूलने देंगे। नेहरू ने देश की आजादी के लिए अहम योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि अब सब मोदी और उनके साथ काम करने वालों के हाथ में है। इन सब के बावजूद जवाहरलाल नेहरू की विरासत दुनिया के देखने के लिए जीवित रहेगी और आने वाली पीढ़ियों को वह प्ररित करते रहेंगे। 

बता दें कि 1948 में तीन मूर्ति भवन देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का आधिकारिक आवास बन गया। वे यहां करीब 16 सालों तक रहें और यहीं उन्होंने अपनी आखिरी सांस भी ली थी। उनके निधन के बाद इस तीन मूर्ति भवन को उनकी याद में समर्पित कर दिया गया। इसके बाद से ही इसे पंडित नेहरू मेमोरियल के नाम से जाना जाने लगा। 15 जून को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंहकी अध्यक्षता में एक विशेष बैठक हुई थी, जिसमें नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने के फैसले पर मुहर लगी थी। बता दें राजनाथ सिंह नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी के उपाध्यक्ष हैं वहीं, प्रधानमंत्री इसके अध्यक्ष हैं। अब केंद्र सरकार ने इसका नाम नेहरू मेमोरियल से बदलकर पीएम म्यूजियम एंड सोसाइटी कर दिया है।

गिरिडीह:बेखौफ अपराधियों ने बिजली मिस्त्री के गले में लोहे की रॉड घुसाकर कर दी नृसंशतापूर्वक हत्या,लोगों में आक्रोश,6 लोग हिरासत में ,पुलिस जुटी

गिरिडीह:जिले में इन दिनों अपराधी बेखौफ होकर अपराध को अंजाम देने लग गए हैं।चोरी,छिनतई,लूट तो आम बात होकर रह गई है।इस क्रम में अपराधियों ने नृशंस्तापूर्वक एक प्राइवेट बिजली मिस्त्री को जघन्य रूप से मौत के घाट उतार दिया।

मिली जानकारी अनुसार जिले में धनवार में एक प्राइवेट बिजली मिस्त्री के गले में रॉड घुसाकर अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी। घटना मंगलवार की देर शाम करीब 9 बजे की बताई जा रही है। मृतक 48 वर्षीय प्रकाश कसेरा का शव धनवार के सिरसाय रोड के नकतीटांड़ में पड़ा मिला। 

जबकि मृतक प्रकाश कसेरा धनवार बाजार का निवासी था। देर शाम को ही मृतक के पिता राजेंद्र कसेरा को बेटे का शव नक्तिटांड़ में पड़े होने की सूचना मिली। 

जानकारी मिलने के बाद पिता समेत काफी संख्या में स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे। बेटे का शव देख कर पिता समेत अन्य परिजनों में कोहराम मच गया। इस दौरान जानकारी मिलने पर धनवार थाना पुलिस घटनास्थल पहुंच कर जांच में जुट गई।

घटना को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है और आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग कर रहे है। हालांकि पुलिस ने संदेह के आधार पर छह लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है। वहीं दूसरी तरफ मृतक के पिता ने भी बेटे की हत्या किए जाने का आरोप लगाया है। 

जानकारी के अनुसार मृतक प्रकाश कसेरा एक बिजली मिस्त्री था, और लोगो के घरों में वायरिंग करने का काम किया करता था। 

मंगलवार की शाम एक व्यक्ति मृतक प्रकाश कसेरा के घर आया, और घर में वायरिंग कराने की बात कहकर उसे ले गया। वहीं कुछ घंटे बाद देर शाम को उसका शव धनवार के सिरसाय रोड स्थित नकतीटांड़ में पड़ा मिला।

इधर एसडीपीओ मुकेश महतो का कहना है कि प्रकाश कसेरा की हत्या हुई है और मामले की जांच की जा रही है।इस संबंध में पुलिस द्वारा जांच पड़ताल की जा रही है।

चांद के और करीब पहुंचा चंद्रयान-3, आखिरी ऑर्बिट में ली एंट्री, अब 23 अगस्त का इंतजार

#chandrayaan_3_successfully_completes_fifth_and_final_maneuver_to_reach_moon

चंद्रयान-3 चांद के और करीब पहुंच गया है।चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की कक्षा में पहुंचने की पांचवीं और अंतिम कवायद सफलतापूर्वक पूरी कर ली है।जी हां, चंद्रयान-3 आज चंद्रमा के आखिरी ऑर्बिट में पहुंच गया है। इसरो ने इसकी जानकारी दी है।इसरो ने ट्वीट कर बताया कि रफ्तार बढ़ाने के लिए की गई आज की सफल फायरिंग थोड़े समय के लिए आवश्यक थी। इस फायरिंग ने चंद्रयान-3 को अपनी मंशा के अनुरूप 153 किलोमीटर से 163 किलोमीटर की कक्षा में स्थापित कर दिया है।यह वो पल है जहां से चंद्रयान की यात्रा में महत्वपूर्ण लेकिन निर्णायक बदलाव होने हैं। 

इसरो के मुताबिक, इस ऑर्बिट में पहुंचने के बाद वह लैंडर को अलग करने की प्रक्रिया शुरू करेंगे।इसरो ने बताया कि अब तैयारियों का समय आ गया है क्योंकि प्रोपल्शन मॉड्यूल और लैंडर मॉड्यूल अपनी अलग-अलग यात्राओं के लिए तैयार हो रहे हैं। लैंडर मॉड्यूल को प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग करने की योजना 17 अगस्त, 2023 को बनाई गई है।

इसरो ने ट्वीट में कहा गया है कि आज इंजन को सफलतापूर्वक ऑन करने के बाद उसने चांद की तरफ जाने वाली एक ऑर्बिट को पूरा कर लिया है। अब उसकी दूरी 153 km x 163 km रह गई है। यहां से लैंडर को अलग किया जाएगा और इस मिशन का कैरियर 17 अगस्त से एक और राउंड पूरा करने के बाद अपनी अलग-अलग यात्रा शुरू करेंगे। अगर सब ठीक रहता है तो लैंडर 23 अगस्त को अपने तय समय के मुताबिक चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग कर जाएगा।

लैंडर के प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने और 100 किमी x 30 किमी की कक्षा में प्रवेश करने के बाद सॉफ्ट लैंडिंग प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। लगभग 30 किमी की ऊंचाई पर लैंडर चंद्रमा की सतह तक नीचे जाने के लिए अपने थ्रस्टर्स का उपयोग करेगा। सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करने के लिए इस नाजुक ऑपरेशन के लिए सटीक नियंत्रण और नेविगेशन की आवश्यकता होती है। चंद्रयान-3 का मिशन न सिर्फ अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत की बढ़ती तकनीकी क्षमताओं का प्रदर्शन है बल्कि इसका उद्देश्य महत्वपूर्ण वैज्ञानिक खोजें करना भी है।

‘चंद्रयान-3' का प्रक्षेपण 14 जुलाई को किया गया था और पांच अगस्त को इसने चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था।चंद्रयान-3 ने जब पहली बार चंद्रमा की कक्षा में एंट्री की थी तो उसकी ऑर्बिट 164 Km x 18,074 Km थी।ऑर्बिट में प्रवेश करते समय उसके ऑनबोर्ड कैमरों ने चांद की तस्वीरें भी कैप्चर की थीं। इसरो में ने अपनी वेबसाइट पर इसका एक वीडियो बनाकर शेयर किया था।पांच अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में पहुंचने के बाद छह और नौ अगस्त को चंद्रयान को कक्षा में नीचे लाए जाने की दो प्रक्रियाओं को अंजाम दिया गया।

मिजोरम को लेकर बीजेपी नेता के दावे का सचिन पायलट ने दिया करारा जवाब, कहा- मेरे पिता ने बम जरूर गिराए थे, लेकिन...

मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार और विपक्ष आमने सामने हैं। विपक्ष द्वारा हाल ही में मणिपुर के मसले पर संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। इस बीच मिजोरम को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में जुबानी जंग छिड़ गई है।इस बीच कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने उनके पिता राजेश पायलट को लेकर किए किए गए भारतीय जनता पार्टी के दावे का करारा जवाब दिया है। अमित मालवीय ने ये दावा करते हुए ट्वीट किया था कि राजेश पायलट ने मार्च 1966 में बतौर भारतीय वायुसेना पायलट मिजोरम में बम गिराए थे। इस पर सचिन पायलट ने कहा कि आपके तथ्य और दिनांक दोनों ही गलत हैं।

सचिन पायलट ने अमित मालवीय के ही ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी है।उन्होंने लिखा, 'स्व. राजेश पायलट दिनांक 29 अक्टूबर, 1966 को भारतीय वायु सेना में कमीशन हुए थे। यह कहना कि उन्होंने 5 मार्च 1966 में मिज़ोरम में बमबारी करी थी- काल्पनिक है, तथ्यहीन है और पूर्ण तरह भ्रामक है। हां, 80 के दशक में एक राजनेता के रूप में मिजोरम में युद्ध विराम करवाने और स्थाई शांति संधि स्थापित करवाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका जरूर निभाई थी। स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ, जय हिन्द।'

इसके साथ ही सचिन पायलट ने पिता राजेश पायलट के वायुसेना में कमीशन होने का सर्टिफिकेट भी अटैच किया है।

दरअसल, अमित मालवीय ने 13 अगस्त को एक ट्वीट किया था। मालवीय ने ट्वीट में लिखा था, "राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी भारतीय वायुसेना के उन विमानों को उड़ा रहे थे, जिन्होंने 5 मार्च 1966 को मिज़ोरम की राजधानी आइजोल पर बम गिराए। बाद में दोनों कांग्रेस के टिकट पर सांसद और सरकार में मंत्री भी बने। साफ है कि नार्थ ईस्ट में अपने ही लोगों पर हवाई हमला करने वालों को इंदिरा गांधी ने बतौर इनाम राजनीति में जगह दी, सम्मान दिया।"

बता दें कि मिजोरम का यह मसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अविश्वास प्रस्ताव के दौरान दिए भाषण के बाद उठा है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि मिजोरम में कांग्रेस ने अपने ही नागरिकों पर वायुसेना से हमला करवाया था, क्या मिजोरम के लोग हमारे देश के नागरिक नहीं थे। आज भी 5 मार्च को मिजोरम में शोक दिवस मनाया जाता है. मणिपुर पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने यह हमला किया था, जिसके बाद से ही बीजेपी-कांग्रेस के बीच तकरार चल रही है।

गिरिडीह:स्वतंत्रता दिवस पर आन बान और शान से फहरा राष्ट्रीय तिरंगा झंडा,उपायुक्त ने किया ध्वजारोहण


गिरिडीह:- राष्ट्र के 77वें स्वंत्रता दिवस पर आज मंगलवार को देश भर में आजादी का जश्न मनाया गया। वहीं गिरिडीह के जिला मुख्यालय समेत सभी प्रखण्डों व ग्रामीण इलाकों में लोगों ने राष्ट्रीय झंडा फहराया।

इधर शहर के झंडा मैदान सहित विभिन्न प्रशासनिक कार्यालय, शैक्षणिक संस्थानों सहित विभिन्न क्लब व सामाजिक संस्थानों के कार्यालय में आन बान और शान से राष्ट्रीय तिरंगा लहराया। 

मौके पर आज सुबह स्कूली बच्चों द्वारा भारत माता और बंदे मातरम के जयकारे के साथ प्रभात फेरी निकाली गई। वहीं देशभक्ति गीतों से पूरा शहर गुंजायमान हो रहा था। स्वतंत्रता दिवस को लेकर प्रशासनिक स्तर पर मुख्य कार्यक्रम यहां के झंडा मैदान मे आयोजित की गई। जहां उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने ध्वजारोहण कर तिरंगे को सलामी दी। मौके पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश वीना मिश्रा समेत कई न्यायिक अधिकारी, प्रोबेशनल आईएएस दीपेश कुमारी, अपर समाहर्ता विल्सन भेंगरा,जिला परिषद अध्यक्ष मुनिया देवी,उपाध्यक्ष छोटेलाल यादव समेत कई अधिकारी शामिल हुए।

ध्वजारोहण से पूर्व जिले के उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा और एसपी दीपक कुमार शर्मा ने सबसे पहले खुले जीप से पैरेड में शामिल 14 प्लाटून का निरीक्षण किया। 14 प्लाटून में सीआरपीएफ, जिला पुलिस बल, आईआरबी,महिला जिला पुलिस बल,कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राएं बैंड पाइपर के साथ शामिल हुई। वहीं कार्मेल स्कूल तथा अन्य स्कूल के छात्रों के प्लाटून भी पैरेड में थे। पैरेड निरीक्षण के बाद डीसी और एसपी ने झंडोत्तोलन कर राष्ट्रगान के साथ राष्ट्रीय ध्वज को सम्मानपूर्वक सलामी दी।

 मौके पर उपायुक्त श्री लकड़ा ने जिले में चल रहे केंद्र और राज्य सरकार के योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि पहले से गिरिडीह जिला पहले से अब ओर बेहतर कर रहा है। कहा कि विकासशील योजनाओं के जरिए गरीबी उन्मूलन की दिशा में कार्य करना है।