*बनाई गई 22 चौकियां सौ नावों की व्यवस्था*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। बारिश के मद्देनजर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी की तैयारी प्रशासन ने शुरू कर दी है। गंगा मोरवा और वरूणा नदी से सटे 22 गांवों में बाढ़ चौकियां बना दी गई है।
डीएम गौरांग राठी ने खाद्य एवं रसद, पशुपालन, स्वास्थ्य और राजस्व के साथ अन्य विभागों को सतर्क रहने का निर्देश दिया बाढ़ से सबसे अधिक कोनिया इलाका प्रभावित होता है। मानसूनी बारिश शुरू होने में अब चंद दिन शेष हैं। जुलाई - अगस्त में होने वाली मूसलाधार बारिश से गंगा समेत अन्य सहायक नदियां उफान पर आ जाती है।
इससे तटवर्ती गांव में पानी घुस जाता है। इसको देखते हुए बाढ़ नियंत्रण तैयारियां शुरू हो गई है। प्रशासन ने ज्ञानपुर, सुरियावां, भदोही,डीघ और औराई ब्लाक के 193 बाढ़ प्रभावित गांवों में व्यवस्थाएं दुरुस्त करने का दावा किया है। सुरक्षा की दृष्टि से 22 बाढ़ चौकियां बना दी गई है। इसके अलावा सौ से अधिक छोटी और बड़ी नावों की व्यवस्था की गई है। प्रशासनिक आंकड़ों पर गौर करें तो बाढ़ आने पर गंगा, मोरवा और वरूणा से सटे गांवों के 38 हजार 448 लोग प्रभावित होते हैं। एडीएम भदोही कुंवर वीरेंद्र मौर्य ने बताया कि विभिन्न विभाग को सतर्क रहने को कहा गया था 22 बाढ़ चौकियां बनाई गई है।
यहां बनाई गई बाढ़ चौकियां
औराई ब्लाॅक के डेरवा, खमरिया द्वारिकापुर ,सहसेपुर ,डीघ ब्लॉक के धनतुलसी ,लखनपुर,भदरांव,कटरा,इटहरा, कलिजरा, इनारगांव,बिहरोजपुर, सुरियावां में करियांव,अबरना, सांडा, रामनगर, भदोही के सर्रोई,मुंसीलाटपुर,तुलसीचक,मई हरदोपट्टी, ज्ञानपुर के रमईपुर ,मतेथु,कसियापुर, श्रीकांतपुर और भगवानपुर में बाढ़ चौकियां बनाई गई है।
2022 में कई बस्तियों में घुसा था पानी
बारिश में गंगा जलस्तर बढ़ने से सबसे अधिक कोनिया का क्षेत्र प्रभावित होता है। 2022 में मूसलाधार बारिश के कारण गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया था। तब डीघ के इटहरा, कलिजरा, धनतुलसी, सीतामढ़ी और गोपीगंज का रामपुर गंगा घाट क्षेत्र प्रभावित हुआ था। 15 से 20 बस्तियों के लोगों को राहत शिविर में पहुंचाया गया था। जलस्तर 80.500 मीटर पहुंच गया था, जो खतरे के निशान से सिर्फ 70 सेमी नीचे था । खतरे का निशान 81.200 मीटर है।
Jun 25 2023, 19:13