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देश में पेट्रोल-डीजल की बिक्री में गिरावट, इस कारण मांग में आई कमी

डेस्क: मानसून के आगमन के साथ खेती के लिए डीजल, पेट्रोल की मांग कम होने और यातायात गतिविधियां घटने से जून के पहले पखवाड़े में इन वाहन ईंधनों की बिक्री में गिरावट आई है। उद्योग के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। देश में सबसे ज्यादा खपत वाले ईंधन डीजल की मांग जून के पहले पखवाड़े में सालाना आधार पर 6.7 प्रतिशत की गिरावट के साथ 34.3 लाख टन रह गई है। इससे पहले कृषि क्षेत्र की मांग बढ़ने से डीजल की बिक्री अप्रैल में 6.7 प्रतिशत और मई में 9.3 प्रतिशत बढ़ी थी। मासिक आधार पर डीजल की बिक्री जून के पहले पखवाड़े में 3.4 प्रतिशत बढ़ी है। 

मासिक आधार पर बिक्री में 3.8% की गिरावट 

एक से 15 मई के दौरान डीजल की बिक्री 33.1 लाख टन रही थी। पेट्रोल की बिक्री एक से 15 जून तक सालाना आधार पर 5.7 प्रतिशत गिरावट के साथ 13 लाख टन रह गई। माह-दर-माह आधार पर इसकी बिक्री 3.8 प्रतिशत की दर से गिरी। पेट्रोल और डीजल की बिक्री औद्योगिक और कृषि गतिविधियां बढ़ने से मार्च के दूसरे पखवाड़े से बढ़ गई थी। लेकिन मानसून के आगमन ने तापमान गिरा दिया है और जून के पहले पखवाड़े में खेतों की सिंचाई के लिए डीजल जेनसेट का उपयोग कम होने और ट्रैक्टर-ट्रक में इनकी खपत घटने से डीजल की बिक्री में गिरावट आई है। 

एक से 15 जून के दौरान पेट्रोल की खपत कोविड-19 महामारी में जून, 2021 की तुलना में 44.2 प्रतिशत अधिक थी और महामारी-पूर्व एक से 15 जून, 2019 की तुलना में 14.6 प्रतिशत अधिक थी। एक से 15 जून, 2021 की तुलना में डीजल की खपत 38 प्रतिशत और जून, 2019 के पहले पखवाड़े की तुलना में 8.8 प्रतिशत अधिक थी। विमानन क्षेत्र के लगातार सक्रिय रहने के साथ, हवाई अड्डों पर भारत में हवाई यात्रा का स्तर कोविड-पूर्व के स्तर के करीब पहुंच गया है। 

देश में ईंधन की मांग पिछले कुछ महीने में बढ़ी थी 

आंकड़ों के अनुसार, विमान ईंधन (एटीएफ) की मांग जून के पहले पखवाड़े में सालाना आधार 2.6 प्रतिशत बढ़कर 2,90,000 टन हो गई। यह 1-15 जून, 2021 के आंकड़ों से 148 प्रतिशत ज्यादा लेकिन 1-15 जून, 2019 की तुलना में 6.8 प्रतिशत कम है। विमान ईंधन की मांग 1-15 मई, 2023 के 3,01,900 टन से 3.9 प्रतिशत घटी है। सरकारी और निजी पूंजी निवेश में उछाल आने के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था में गति आई है। 

विनिर्माण क्षेत्र में भी उछाल आया है जबकि सेवा क्षेत्र मजबूत हुआ है। अधिकारियों ने कहा है कि देश में ईंधन की मांग को पिछले कुछ माह में मजबूत औद्योगिक गतिविधियों से समर्थन मिल रहा था। रसोई गैस एलपीजी की बिक्री एक से 15 जून के दौरान सालाना आधार पर 1.3 प्रतिशत कम होकर 11.4 लाख टन रह गई। एलपीजी खपत 1-15 जून, 2021 से 3.3 प्रतिशत ज्यादा और कोविड-पूर्व 1-15 जून, 2019 के आंकड़े से 26.7 प्रतिशत ज्यादा है। मासिक आधार पर एलपीजी गैस की मांग 6.2 प्रतिशत गिर गई। एलपीजी की मांग 1-15 मई, 2023 को 12.2 लाख टन थी।

उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में आज से बारिश का अलर्ट,

चक्रवात बिपरजॉय के कमजोर होने से मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना प्रबल, बिहार झारखंड में होगा असर



मौसम विज्ञान विभाग के द्वारा उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में आज से बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। चक्रवात बिपरजॉय के कमजोर होने के कारण मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना प्रबल हो चुकी है। बारिश के कारण इन इलाकों को भीषण गर्मी से राहत मिलने के भी आसार हैं। आपको बता गें कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर किसी भी मौसम प्रणाली के अभाव में 11 मई से मानसून की प्रगति धीमी रही है। इसके अलावा चक्रवात बिपरजॉय ने भी दक्षिण-पश्चिम मानसून की धारा को प्रभावित किया है। हालांकि, उत्तर भारत के राज्यों में थोड़ी राहत देखी गई।

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि 18 जून से 21 जून तक पूर्वी भारत और दक्षिण भारत के कुछ और हिस्सों में मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होंगी। आईएमडी के मुताबिक, दिल्ली में बारिश के आसार हैं। साथ ही बिहार में भी आज बादल छाए रह सकते हैं। इससे लोगों को तपती गर्मी से राहत मिल सकती है।

भारत में अब तक मॉनसून की स्थिति

 लगभग एक हफ्ता की देरी से भारत में मॉनसून ने 8 जून को केरल में दस्तक दे दी थी। कुछ मौसम वैज्ञानिक चक्रवात को इसकी देरी का जिम्मेदार मानते हैं। हालांकि, इस मामले पर आईएमडी की सोच अलग है। मॉनसून ने अब तक पूरे पूर्वोत्तर, तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, कर्नाटक के साथ-साथ बिहार और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों को कवर कर लिया है।

बिपारजॉय के कारण राजस्थान के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश

अरब सागर में उठे चक्रवात 'बिपरजॉय' के असर से राजस्थान के कई इलाकों में भारी बारिश का दौर शनिवार को भी जारी रहा। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार शाम साढ़े पांच बजे तक सिरोही में 37.5 मिलीमीटर, जालौर में 36 मिमी, बाड़मेर में 33.6 मिमी, बीकानेर में 26.6 मिमी, डबोक में 13 मिमी, डूंगरपुर में 12.5 मिमी और जोधपुर में 10.5 मिलीमीटर बारिश हुईई। इस अवधि के दौरान कई अन्य स्थानों पर भी वर्षा हुई। विभाग ने बाड़मेर, जालोर और सिरोही जिलों में भारी बारिश की चेतावनी (रेड अलर्ट) जारी किया है। पाली और जोधपुर के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है। इसी तरह जैसलमेर, बीकानेर, चूरू, सीकर, नागौर, झुंझुनू, अजमेर, उदयपुर, राजसमंद, जयपुर, जयपुर शहर, दौसा, अलवर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, करौली, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी और कोटा जिलों के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया गया है।

राजस्थान में न्यूनतम तापमान 20 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया गया। शनिवार को धौलपुर में सर्वाधिक तापमान 41.1 डिग्री सेल्सियस, श्रीगंगानगर में 40.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

बुर्के में परीक्षा देने की मनाही पर कॉलेज प्रशासन पर छात्राओं ने लगाया आरोप, तेलंगाना के गृहमंत्री बोले- होगी कार्रवाई

डेस्क: हैदराबाद के संतोष नगर के केवी रंगारेड्डी कॉलेज में छात्राओं को कथित तौर पर बुर्का पहनकर परीक्षा देने से मना कर दिया गया। छात्राओं ने इस बाबत आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें एग्जामिनेशन हॉल में बुर्का उतारने के बाद ही एंट्री मिली। पूरे मामले की निंदा करते हुए तेलंगाना के गृहमंत्री महमूद अली ने आश्वासन दिया कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

साथ ही उन्होंने छोटे कपड़ने पहनने को लेकर महिलाओं को नसीहत देते हुए कहा कि अगर महिलाएं कम कपड़ों में होंगी तो उनके साथ समस्या हो सकती है। लेकिन अगर महिला पूरे कपड़े पहनती हैं तो उन्हें लोग इसपर कुछ नहीं कहेंगे। 

गृहमंत्री महमूद अली ने कहा कि हो सकता है कि किसी हेडमास्टर या किसी के द्वारा ऐसा किया गया है। लेकिन हमारी नीति पूरी तरह सेक्युलर है। राज्य में लोग जो चाहें पहन सकते हैं। ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि बुर्का नहीं पहना जा सकता है। स्कूल में किए गए इस हरकत पर हम एक्शन लेंगे। उन्होंने आगे कहा कि हमें अच्छे कपड़े पहनने चाहिए। यूरोपियन कपड़े भी पहनना सही नहीं है। महिलाओं को खासकर इसका ध्यान देना चाहिए। हमें अपनी सांस्कृतिक ड्रेस की इज्जत करनी चाहिए। कॉलेज प्रशासन पर एक्शन लेने की बात बोलते हुए उन्होंने कहा कि कॉलेज में बुर्का पहनकर जाने पर कोई रोक नहीं है। 

बुर्का पहनने पर रोक नहीं

दरअसल केवी रंगारेड्डी कॉलेज प्रशासन पर मुस्लिम छात्राओं ने आरोप लगाते हुए कहा है कि परीक्षा के दौरान एग्जामिनेशन हॉल में उन्हें बुर्का पहनकर नहीं जाने दिया गया। प्रशासन ने उन्हें कहा कि परीक्षा हॉल में जाने से पहले बुर्का उतारना होगा। हालांकि परीक्षा के बाद बुर्का पहन सकते हैं। इसके बाद छात्राओं ने बुर्का उतारकर परीक्षा दी और फिर बाहर आकर उन्होंने अपना बयान दर्ज कराया।

लखनऊ के निगोहां रेलवे स्टेशन पर भीषण गर्मी में पिघलकर टेढ़ी हुईं पटरियों से गुजरी नीलांचल एक्सप्रेस, लोको पायलट की सूझ बूझ से टला बड़ा हादसा

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बड़ा हादसा टला है। पुरी से नई दिल्ली के लिए जा रही नीलांचल एक्सप्रेस निगोहां रेलवे स्टेशन के पास टेढ़ी पटरियों से गुजरने की वजह से शनिवार दोपहर हादसे से बाल-बाल बच गई। ट्रेन को जिस लूपलाइन से गुजारा जा रहा था वह करीब सात मीटर तक टेढ़ी पाई गई।

लोको पायलट को झटके महसूस हुए तो उन्होंने ट्रेन रोकी। शुरुआती जांच में गर्मी की वजह से पटरी टेढ़ी होने की बात सामने आ रही है। बहरहाल, डीआरएम ने जांच के आदेश दिए हैं। पुरी से नई दिल्ली जाने वाली गाड़ी संख्या 12875 नीलांचल एक्सप्रेस रायबरेली के रास्ते लखनऊ आ रही थी। शनिवार दोपहर करीब 2.15 बजे ट्रेन निगोहां रेलवे स्टेशन पहुंची।

यहां मेनलाइन पर मालगाड़ी खड़ी थी। लिहाजा ट्रेन को लूपलाइन से गुजारा गया। जब ट्रेन गुजरी तो लोको पायलट को झटके महसूस हुए। उन्होंने सतर्कता बरतते हुए तत्काल ट्रेन को रोका। हालांकि, तब तक ट्रेन टेढ़ी पटरियों को पार कर चुकी थी।

आठ सौ सवारियां थीं ट्रेन में

लोको पायलट ने टेढ़ी पटरियों की सूचना निगोहां स्टेशन मास्टर विवेक पटेल को दी। इसकी सूचना रेलवे कंट्रोल रूम और बछरावां की मेंटेनेंस टीम को दी गई। इसके बाद इंजीनियरों की टीम मौके पर पहुंची और पटरियों की मरम्मत की। इस दौरान ट्रेनों का संचालन अप-डाउन लाइन से होता रहा। ट्रेन में आठ सौ के आसपास पैसेंजर थे।

15 से 20 किमी प्रति घंटे ही थी स्पीड, ज्यादा होती तो पलट सकती थी ट्रेन

रेलवे के अफसर बताते हैं कि लूपलाइन से गुजरते वक्त नीलांचल एक्सप्रेस की स्पीड 15 से 20 किमी प्रति घंटे की थी। ऐसे में टेढी पटरियों से गुजरने पर हादसा बच गया। स्पीड अधिक होती तो ट्रेन पलट सकती थी।

पहले भी पटरियों में फैलाव से हुए हादसे

इससे पहले भी पटरी में फैलाव की वजह से दून एक्सप्रेस वाराणसी से अयोध्या के बीच पटरी से उतर चुकी है। हिमगिरी एक्सप्रेस भी सुल्तानपुर के पास और हरिद्वार प्रयागराज एक्सप्रेस कनकहा में बेटपरी हुई थी।

पटरियों का टेढ़ा होना लापरवाही को भी दर्शाता है।

दरअसल, गर्मियों में लोहे की पटरी फैलकर टेढ़ी-मेढ़ी हो जाती हैं, जबकि ठंड में सिकुड़ जाती हैं। इससे ट्रैक फ्रैक्चर हो जाते हैं। लिहाजा रेलवे डिस्ट्रेसिंग (पटरी पर आ रहे तनाव को खत्म करने की प्रक्रिया) कराता रहता है,i ताकि फ्रैक्चर से हादसे न हों। पर, पटरियों का इस प्रकार टेढ़ा होना अफसरों की लापरवाही उजागर करता है।

 

जांच के दिए गए निर्देश

उत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल के डीआरएम सुरेश कुमार सपरा का कहना है कि सेफ्टी पर पूरा फोकस है। पटरी के टेढे होने की जांच के निर्देश दिए गए हैं। ऐसा गर्मी या जिन वजहों से हुआ है, उसकी पड़ताल की जाएगी। रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी।

धान की खेती के लिए बेहतर साबित हो सकता है बिपरजाॅय उत्तर प्रदेश में माहभर लगातार अच्छी बारिश का अनुमान

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव 

अरब सागर में उठे सवाल से गुजरात और राजस्थान के कुछ हिस्सों में क्षति अवश्य हुई है, लेकिन दूसरा पहलू है कि धान की खेती के लिए यह वरदान साबित होने वाला है। चक्रवात के चलते उत्तर - मध्य भारत में निम्न दाब का क्षेत्र विकसित होने लगता है। इसके बंगाल खाड़ी में अटकें मानसून को गति मिलेगी, जो धान उत्पादक राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ एवं हरियाणा समेत देश के लगभग आधे हिस्से में अगले एक महीने तक अच्छी बारिश के अनुकूल माहौल तैयार करेगा।

इन राज्यों में बारिश बहुत कम हुई है। जून में अभी तक उत्तर प्रदेश में 93 प्रतिशत , बिहार में 83 और मध्य प्रदेश में 81 प्रतिशत कम बारिश हुई है। हालांकि यहां प्री - मानसून बारिश की भी स्थितियां अब बन रही है। मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवात के चलते आने में बिलंब होने से धान की फसल लगने में थोड़ी देर जरुर हुई है , किंतु अब रोपाई का काम तेजी से

बढ़ सकता है। गर्मी से झुलस रहे बिहार व पूर्वी उत्तर प्रदेश की फसलों को 20 जून से राहत मिलने की उम्मीद है। भारतीय मौसम विभाग आईएमडी का कहना है कि चक्रवात के बाद वायुमंडलीय परिस्थितियां अनुकूल हो गई है। 20-21 जून के आसपास यूपी में निम्न दाब का काम बनेगा। इससे बंगाल की खाड़ी में रुकी हुई हवा पूर्व की ओर बढ़ेगी। 20 जून तक बिहार - झारखंड में बारिश होने लगेंगी। 23 जून तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी

मानसून पहुंच सकता है।स्काईमेट वेदर प्रवक्ता महेश पलावत का आकलन हैं कि चक्रवाती हवाओं के दिल्ली में पश्चिमी से उत्तर प्रदेश की तरफ बढ़ते ही बंगाल की खाड़ी का मानसून तेजी से आगे बढ़ेगा। दिल्ली एवं आसपास के क्षेत्रों में मानसून के चलते अच्छी बारिश होगी। राजस्थान में 20 से 21 जून तक चक्रवात का असर खत्म हो जाएगा।

पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव से पहले एक और हत्या, कूचबिहार में भाजपा प्रत्याशी के रिश्तेदार का हुआ मर्डर

डेस्क: राज्य में पंचायत चुनाव से पहले हत्या का दौर जारी है। ताजा मामले में कूचबिहार जिले में पंचायत चुनाव से पहले एक और हत्या की घटना सामने आई है। घटना दिनहाटा 2 ब्लॉक किसमात दासग्राम ग्राम पंचायत के तियादह इलाके में हुई। भाजपा प्रत्याशी के परिवार के एक सदस्य को कथित तौर पर शनिवार देर रात उनके घर से ले जाकर मार डाला गया। घर के पास ही उसका लहूलुहान शव मिला है। बताया जा रहा है कि धारदार हथियार से वार कर युवक की हत्या की गयी है।

मृतक की पहचान शंभू दास के रूप में की गई है। इस संबंध में मृतक के पिता नरेन दास ने बताया कि रात में कुछ लोगों ने उनके बेटे को घर से बुलाया। मेरे मंझले बेटे की पत्नी भाजपा प्रत्याशी के रूप में खड़ी हुई थी, इसलिए मेरे छोटे बेटे शंभू को मार दिया गया। रविवार सुबह सात बजे सूचना मिली कि शव घर के पास पड़ा है। पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच कर रही है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए दिनहाटा अनुमंडलीय अस्पताल में रखा गया है। 

 कूचबिहार के एसपी सुमित कुमार ने बताया कि साहेबगंज थाना क्षेत्र में शंभू दास नाम के व्यक्ति का शव उसके घर के पास जूट के खेत में मिला है। शरीर पर चोट के कई गंभीर निशान थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। आगे की जांच चल रही है।

मुंबई में टला बड़ा ट्रेन हादसा, अंबरनाथ रेलवे स्टेशन पर सुबह इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट (ईएमयू) का एक खाली रैक पटरी से उतरा

मुंबई में रविवार को एक बड़ा ट्रेन हादसा टल गया। मुंबई के अंबरनाथ रेलवे स्टेशन पर आज सुबह करीब 8.25 बजे इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट (ईएमयू) का एक खाली रैक पटरी से उतर गया। हालांकि, किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। सीपीआरओ सीआर ने बताया कि इससे कल्याण से कर्जत के बीच ट्रैफिक प्रभावित होगा।

ओडिशा ट्रेन हादसे में 291 लोगों की मौत

बता दें कि इस महीने की शुरुआत में ओडिशा में एक भीषण ट्रेन हादसा हुआ था। इस हादसे में चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस, हावड़ा जाने वाली शालीमार एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी शिकार हो गई थी। ओडिशा ट्रेन हादसे में 291 लोगों की मौत हो गई थी।

कानपुर में सनसनीखेज वारदात, युवक की हत्या कर शव को टुकड़ों में काटा और अलग अलग बोरियों में भरकर पुलिस कमिश्नर के आवास का पास फेंका

कानपुर से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां एक युवक की हत्या कर शव के टुकड़े तीन बोरियों में भरकर फेंक दिए गए। ये बोरियां शनिवार सुबह पुलिस को गश्त के दौरान कर्नलगंज थाना इलाके में पुलिस कमिश्नर आवास के पास लाल इमली के पीछे पड़ी मिलीं। शव तीन से चार दिन पुराना बताया जा रहा है।

शव की शिनाख्त के लिए पुलिस की तीन टीमें लगाई गई हैं। युवक ने हरा लोवर और पूरी बाह की शर्ट पहन रखी थी। सुबह लगभग दस बजे कर्नलगंज थाने में तैनात एसएसआई रघुवर सिंह टीम के साथ बैंकों की जांच करने निकले थे। अपोलो हॉस्पिटल वाली गली में सन्नाटा रहता है।

एसएसआई टीम के साथ इस सड़क पर आगे बढ़े। लाल इमली की तरफ पहुंचने पर रोड से लगभग 100 मीटर पहले बिजली के पोल के नीचे तीन सफेद बोरियां दिखीं। संदिग्ध बोरियां देखकर थाने में सूचना दी। इसके बाद इंस्पेक्टर कर्नलगंज संतोष कुमार सिंह फोर्स के साथ पहुंचे और बोरियां खुलवाकर देखीं तो शव के टुकड़े मिले। 

एसीपी कर्नलगंज मोहम्मद अकमल खां ने भी मौके पर पहुंचकर जांच की। एसीपी के मुताबिक प्रथम दृष्टया देखने में युवक की उम्र 27 साल के आसपास लग रही है। एसीपी के मुताबिक हत्या कहीं और कर शव यहां लाकर फेंका गया है।

आसपास के इलाके में छानबीन

एसीपी के बाद डीसीपी सेंट्रल और एडीसीपी सेंट्रल भी पहुंचे। पुलिस टीम ने आसपास प्लॉट और पुरानी इमारतों में जांच पड़ताल की। कूड़ाघर खंगाला गया, मगर इन तीन बोरियों को अलावा कहीं भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।

 

बोरी के अंदर पन्नी में लिपटे थे टुकड़े

एसीपी कर्नलगंज ने बताया कि शव के टुकड़ों को बोरी के अंदर भी तीन-चार पन्नी में भरे गए थे। एसीपी के मुताबिक आरोपी ने इस तरह से शव भरे हैं, जिससे खून इधर-उधर न फैले।

 

शव उठा न पाता, इसलिए बोरियों में भरने की आशंका

पुलिस के मुताबिक शव उठा न पाता, आशंका है कि इसी वजह से शव के टुकड़े कर अलग-अलग बोरियों में भरकर फेंके। एक बोरी में कमर से नीचे का भाग था, तो दूसरे में कमर से गर्दन तक। तीसरे बोरी में केवल सिर था। एसीपी अकमल खान ने बताया कि आसपास के सभी थाना क्षेत्रों को सूचना दे दी गई है।

‘ये अमृतकाल है?’ रोजगार के मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का भाजपा पर हमला, कहा- 2 लाख से ज्यादा नौकरियां खत्म कर दीं


रोजगार के मुद्दे को लेकर कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला किया है। उन्होंने पीएसयू क्षेत्र में रोजगार के अवसर कम होने को लेकर एक ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने देश में सरकार पर रोजगार घटने का आरोप लगाया है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ट्वीट करते हुए कहा, "पीएसयू भारत की शान हुआ करते थे और रोज़गार के लिए हर युवा का सपना हुआ करते थे। मगर, आज ये सरकार की प्राथमिकता नहीं हैं। देश के पीएसयू में रोज़गार, 2014 में 16.9 लाख से कम हो कर 2022 में मात्र 14.6 लाख रह गए हैं। क्या एक प्रगतिशील देश में रोज़गार घटते हैं?" उन्होंने आगे लिखा, "बीएसएनएल में 1,81,127 रोज़गार घटे, हर साल 2 करोड़ रोज़गार का झूठा वादा करने वालों ने नौकरियां बढ़ाने की जगह 2 लाख से ज़्यादा खत्म कर दीं!

पीएसयू भारत की शान हुआ करते थे और रोज़गार के लिए हर युवा का सपना हुआ करते थे। मगर, आज ये सरकार की प्राथमिकता नहीं हैं।

देश के पीएसयू में रोज़गार, 2014 में 16.9 लाख से कम हो कर 2022 में मात्र 14.6 लाख रह गए हैं। क्या एक प्रगतिशील देश में रोज़गार घटते हैं?

मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर राहुल गांधी का बीजेपी पर हमला

इससे पहले, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मणिपुर हिंसा को लेकर बीजेपी को निशाने पर लिया था। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था, बीजेपी की नफरत की राजनीति ने मणिपुर को 40 से ज्यादा दिनों तक जलाए रखा, जिसमें सौ से ज्यादा लोग मारे गए। प्रधानमंत्री ने भारत को विफल कर दिया है और पूरी तरह चुप हैं। हिंसा के इस चक्र को खत्म करने और शांति बहाल करने के लिए राज्य में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजा जाना चाहिए। राहुल ने आगे लिखा, आइये इस 'नफरत के बाजार' को बंद करें और मणिपुर में हर दिल में 'मोहब्बत की दुकान' खोलें।

छोटे कपड़े, हाफ पैंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, फटी जींस आदि पहनने वालों को हिमाचल के इस मंदिर में प्रवेश पर रोक, मंदिर प्राधिकरण ने जारी क


हिमाचल प्रदेश के शिमला में स्थित जैन मंदिर में अब छोटे कपड़े पहनकर जाने पर रोक लगा दी गई है। मंदिर प्राधिकरण ने इस संबंध में सूचना जारी की है। मंदिर के पुजारी ने बताया कि सभ्यता और मर्यादा का पालन करने के लिए नियम बनाया गया है।

शिमला का यह जैन मंदिर 100 साल से भी पुराना है और लोगों में काफी लोकप्रिय है। श्री दिगंबर जैन सभा मंदिर का देखभाल करती है। मंदिर प्रशासन ने हाल ही में नए ड्रेस कोड को रेखांकित करते हुए मंदिर के बाहर एक नोटिस लगाया था।

लगाए गए बोर्ड में लिखा है,"सभी महिलाएं और पुरुष शालीन कपड़े पहनकर मंदिर आएं। छोटे कपड़े, हाफ पैंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, फटी जींस, फ्रॉक और तीन चौथाई जींस आदि पहनने वालों को मंदिर परिसर के बाहर से ही दर्शन करें।"

मामले पर जैन मंदिर के एक पुजारी ने शनिवार को कहा कि यह फैसला महिलाओं में बदलते फैशन और पहनावे की पसंद और हिंदू सभ्यता संस्कृति को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। पुजारी ने कहा कि अन्य धर्मों का पालन करने वाले लोग कभी भी अपने मूल धार्मिक विश्वासों और तरीकों को नहीं छोड़ते हैं लेकिन हिंदू और सनातन धर्म से संबंधित लोग अपने धार्मिक मूल्यों से समझौता कर रहे हैं। हमने नए ड्रेस कोड को रेखांकित करते हुए एक बोर्ड लगाया है। मंदिर में आने वाले लोगों ने भी इसका पालन करना शुरू कर दिया है।

मंदिर प्रशासन के इस निर्णय पर एक भक्त ने कहा कि यह 100 साल पुराना मंदिर है। यह फैसला हमारी परंपरा को दर्शाता है। छोटे कपड़ों में मंदिर जाने वाले इन पूजा स्थलों से जुड़े रीति-रिवाजों और परंपराओं का उल्लंघन कर रहे हैं। वहीं एक अन्य भक्त हर्ष जैन ने कहा कि जब मंदिरों की बात आती है, तो नियमों का पालन करने की आवश्यकता होती है। हम पश्चिमी संस्कृति को अपना रहे हैं और अपने को भूल रहे हैं।

बता दें, बीते कई महीनों में देश के कई मंदिरों और गुरुद्वारों में छोटे कपड़े पहनकर आने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इससे पहले जमा मस्जिद में अकेली महिलाओं की एंट्री पर रोक वाले नियम पर सवाल खड़े किए गए थे।