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*गोरखपुर के लाल मिर्च सेल्फ स्टडी के माध्यम से नीट परीक्षा में पाया 720 में से 643 अंक*

गोरखपुर। गोराखपूर के रहने वाले मोहम्मद अरीब सिद्दीकी ने नीट परिक्षा में 720 में 643 अंग प्राप्ट किये इनकी स्कूली शिक्षा दिल्ली के हमदर्द पब्लिक स्कूल से होई और उसके बाद सेल्फ स्टडी करके उन्होंने नीट परिक्षा में 643 अंक प्राप्त किये।

गोरखपुर के रहने वाले मोहम्मद अरीब सिद्दीकी को उनके अच्छे परिणाम के लिए बधाई! यह सराहनीय है कि वे स्कूली शिक्षा दिल्ली के हमदर्द पब्लिक स्कूल से हासिल करने के बाद सेल्फ स्टडी करके नीट परीक्षा में 643 अंक प्राप्त कर सके। यह उनकी मेहनत, समर्पण, और स्वाध्याय का परिणाम हो सकता है। उन्हें अपने उच्च अंक के लिए गर्व महसूस करना चाहिए और उनके आगामी करियर में सफलता की कामना की जाती है। बधाई हो।

नीट (NEET) एक राष्ट्रीय स्तर का प्रवेश परीक्षा है जो भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थानों में दाखिले के लिए आयोजित की जाती है। प्रत्येक वर्ष लाखों छात्र NEET परीक्षा में भाग लेते हैं, और इसका नतीजा आधारभूत होता है चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए।

आपके द्वारा उपयोग किए गए 643 अंक बहुत अच्छे हैं, हार्दिक बधाई। इसमें आपका अच्छा प्रदर्शन प्रकट हो रहा है। यह आपकी कठिनाइयों और मेहनत का परिणाम है। अब आप चिकित्सा के क्षेत्र में अपने अध्ययन को आगे बढ़ा सकते हैं और अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। आपको आगे के कदमों के लिए शुभकामनाएं!

यदि आपने सेल्फ स्टडी के जरिए NEET परीक्षा की तैयारी की है और 643 अंक प्राप्त किए हैं, तो यह बहुत प्रशंसनीय है! सेल्फ स्टडी से परीक्षा की तैयारी करना एक मुश्किल कार्य हो सकता है, लेकिन आपने अच्छे अंक प्राप्त किए हैं। यह आपकी मेहनत, समर्पण और स्वाध्याय का परिणाम हो सकता है। आप इस सफलता के लिए गर्व महसूस कर सकते हैं और अपने आगामी करियर में आगे बढ़ सकते हैं। बधाई हो!

*एक्सीएन के टार्चर से परेशान मीटर रीडरों व सुपरवाइजरों ने दिया इस्तीफा, शासन से न्याय की गुहार*

सिकरीगंज/ गोरखपुर। उपकेंद्र में कार्यरत बिजली विभाग के

सभी मीटर रीडरों तथा सुपरवाइजरों ने एक्सीएन पर प्रताणना के गंभीर आरोप लगाते हुए सामुहिक इस्तीफा दिया और हड़ताल करते हुए सरकार से न्याय की गुहार लगाई है।

सिकरीगंज उपकेंद्र में कार्यरत दर्जनों मीटर रीडरों और सुपरवाइजरों ने लिखित प्रार्थनापत्र में बताया है कि एक्सीएन द्वारा उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया है तथा हमारे एक मीटर रीडर बालेन्द्र ओझा को आफिस में बुलाकर दर्जनों मीटर रीडरों के सामाने अभद्र भाषा का प्रयोग करके टर्मिनेट कर दिया गया।

साथ ही सभी मीटर रीडरों तथा सुपरवाइजरों से पूछा गया कि तुम्हारी औकात क्या है मेरे सामने खड़े होने की और अभद्र भाषा का प्रयोग करके आफिस से निकाल दिया गया। मई की सैलरी के बारे में एक्सीएन से बात करने पर अपशब्दों का प्रयोग करते हुए सभी को फंसाने की धमकी दी गई। साथ ही पुराने मीटर रीडरों को हटा कर अपने सम्पर्क के 15 मीटर रीडरों को नियुक्त किया गया है। सुपरवाइजर को मानसिक रूप से परेशान किया गया। जबकि उपकेंद्र पर पुराने मीटर रीडरों की संख्या पर्याप्त है। अतः हम सभी मीटर रीडर सरकार से अपने लिए न्याय की मांग करते हैं।

प्रार्थनापत्र में बालेंद्र ओझा,घनश्याम मौर्या, सुनील कुमार,विमलेश यादव, रमाशंकर,राकेश कुमार,विशाल,अजय, आकाश,राणा प्रताप सिंह,साहिब,प्रवीन, अब्दुल,जितेंद्र कुमार,दिलीप,सनोज, सत्येन्द्र,निलेश भास्कर,नारद मुनि, अखिलेश,सुशील मिश्रा,नरोत्तम,शिवानंद, संजीव,सत्यवान,सुमित,प्रिंस यादव, अभिमन्यु समेत दर्जनों मीटर रीडरों और सुपरवाइजरों के नाम शामिल हैं।

इस संदर्भ में बिजली विभाग के एक्सईएन बी.एल.आनंद से फोन पर उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई किंतु काॅल रिसीव नहीं हुई।

*क्षय उन्मूलन कार्यक्रम में गोरखपुर को प्रदेश में मिला तीसरा स्थान*

गोरखपुर । राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) में बेहतर योगदान के लिए गोरखपुर जिले को पूरे प्रदेश में तीसरा स्थान मिला है । यह रैंकिंग जनवरी से मई के बीच हुए टीबी नोटिफिकेशन समेत नौ बिंदुओं पर मूल्यांकन के बाद मिली है । जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ गणेश यादव ने यह जानकारी दी । उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश, मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीणा और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे के कुशल नेतृत्व में यह उपलब्धि कार्यक्रम से जुड़े सभी स्वास्थ्यकर्मियों व सहयोगी संस्थाओं के योगदान से संभव हो सकी ।

जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि गोरखपुर जिले को कुल 88 स्कोर मिले हैं । अयोध्या जनपद 91.1 स्कोर के साथ पहले स्थान पर, जबकि रामपुर जनपद 89 अंक के साथ दूसरे स्थान पर है । टीबी नोटिफिकेशन और उपचार दर में जिले को शत प्रतिशत स्कोर मिले हैं । स्कोरिंग नौ बिंदुओं में प्रदर्शन के आधार पर की जाती है । इन बिंदुओं में टीबी नोटिफिकेशन, सीबीनॉट जांच (यूडीएसटी), उपचार सुरक्षा दर, निक्षय पोषण योजना के तहत भुगतान, ड्रग रेसिस्टेंट टीबी उपचार, खर्चे, टीबी प्रिवेंटिव ट्रिटमेंट और एचआईवी मरीजों के लिए टीबी प्रिवेंटिव ट्रिटमेंट शामिल हैं ।

डॉ यादव ने कहा कि जिले के प्रदर्शन को और बेहतर बनाने और टीबी उन्मूलन के अभियान को सफल बनाने में सामुदायिक सहयोग की भूमिका अहम है । टीबी उन्मूलन को जनांदोलन बनाने की आवश्कता है । अगर किसी को दो सप्ताह से अधिक की खांसी आ रही है, शाम को बुखार चढ़ता है, पसीने के साथ बुखार होता है, बलगम में खून आ रहा है, तेजी से वजन घट रहा है और भूख भी नहीं लगती है तो वह टीबी का संभावित मरीज हो सकता है । ऐसे संभावित रोगी की जांच नजदीकी आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, अतिरिक्ति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला स्तरीय अस्पताल में सरकारी प्रावधानों के तहत कराई जा रही है ।

बलगम जांच में टीबी की पुष्टि न होने पर एक्सरे जांच से टीबी का पता लगाया जाता है । एक बार टीबी की पुष्टि हो जाने के बाद सीबीनॉट मशीन से जांच करा कर पता लगाया जाता है कि मरीज ड्रग रेसिस्टेंट टीबी से तो पीड़ित नहीं है । अगर डीआर टीबी नहीं है तो छह माह इलाज चलता है । डीआर टीबी की दशा में एक साल या उससे अधिक इलाज चलता है । दोनों ही स्थिति में मरीज ठीक हो जाता है।

मिलती हैं सुविधाएं

जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि एक बार टीबी मरीज नोटिफाई होकर जब निक्षय पोर्टल पर पंजीकृत कर लिया जाता है तो उसे कई योजनाओं का लाभ मिलता है । उसकी एचआईवी व मधुमेह की जांच कराई जाती है । इलाज चलने तक 500 रुपये प्रति माह की दर से पोषण के लिए खाते में पैसे भेजे जाते हैं । जरूरतमंद मरीज को एडॉप्ट करवाया जाता है और इससे उसे अतिरिक्त पोषण व मानसिक सम्बल मिलता है ।

नये टीबी मरीज की सूचना देने वाले निजी चिकित्सकों और गैर सरकारी व्यक्तियों को भी पांच सौ रुपये खाते में देने का प्रावधान है । टीबी मरीजों के निकट सम्पर्कियों की जांच करा कर टीबी न होने की दशा में भी टीबी प्रिवेंटिव ट्रिटमेंट (टीपीटी) के तहत छह माह तक बचाव की दवा खिलाई जाती है । निजी क्षेत्र के चिकित्सक जब टीबी मरीज को नोटिफाई कर देते हैं तो उन्हें भी कई सरकारी सुविधाएं मिलने लगती हैं ।

अधिक जानकारी के लिए करें सम्पर्क

डॉ यादव ने बताया कि टीबी के इलाज, दवा व अन्य सुविधाओं के सम्बन्ध में अधिक जानकारी के लिए जिला क्षय रोग केंद्र में जिला कार्यक्रम समन्वयक धर्मवीर प्रताप सिंह और पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्र से मोबाइल नम्बर 8299807923 पर सम्पर्क किया जा सकता है ।

*औचक निरीक्षण में बंद मिले कई अस्पताल, डीएम ने की कार्रवाई,20 चिकित्सक व 146 कर्मियों का रोका गया वेतन*

गोंडा। जनपद में स्वास्थ सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए नवागत जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने पहल शुरू कर दी है। गुरूवार को उन्होंने जनपद के कई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्हें कई पीएचसी बंद मिले एवं कई सीएचसी व पीएचसी पर डॉक्टर व अन्य मेडिकल स्टाफ नदारद मिला।

कई अस्पतालों में उचित साफ सफाई नहीं मिली। औचक निरीक्षण के दौरान कुल 20 प्रभारी चिकित्सा अधिकारी एवं 146 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। इस लापरवाही पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जताते हुए अनुपस्थित पाए गए डॉक्टर एवं कर्मचारियों का वेतन रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिए कि वह सभी अनुपस्थित पाए गए डाक्टर व कर्मचारियों से स्पष्टीकरण तलब करें और एक सप्ताह में स्पष्टीकरण उपलब्ध कराएं। साथ ही उन्होंने सख्त निर्देश दिया कि अगली बार इस तरह की लापरवाही बरती गई तो संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। 

निरीक्षण के दौरान डीएम को मिले 166 कर्मी नदारद

  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र काजी देवर में 13 कर्मी, पंडरी कृपाल और इटियाथोक में 8-8 कर्मी, मुजेहना में 6 कर्मी, नवाबगंज में कर्मी, बेलसर में 15 कर्मी, वजीरगंज में 5 कर्मी, करनैलगंज में 11 कर्मी, हलधरमऊ में 6 कर्मी, कटरा बाजार में 17 कर्मी, परसपुर में 6 कर्मी बभनजोत में 35 कर्मी जबकि सीएचसी मनकापुर में केवल डॉक्टर उपस्थित मिले जबकि अन्य सभी कर्मी अनुपस्थित पाए गए।

सीएचसी रुपईडीह में 3 कर्मी के अलावा सभी कर्मी अनुपस्थित पाए गए। औचक निरीक्षण के दौरान कुल 20 प्रभारी चिकित्सा अधिकारी एवं 146 कर्मचारी सहित कुल 166 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। इसके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरगदी, टिकरी,, इमलिया मिश्र, धनावा एवं पूरे तिवारी बंद पाया गया। इसके अलावा सीएचसी मुजेहना सीएचसी तरबगंज डीएचएससी करनैलगंज पीएचएससी गंजे मऊ में साफ-सफाई खराब पाई गयी। 

कारण बताओ नोटिस जारी करने का दिया आदेश

   निरीक्षण में अनुपस्थित पाए गए चिकित्साधिकारियों एवं कर्मचारियों का वेतन बाधित करते हुए एक सप्ताह में स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने के आदेश दिए। इसके अलावा उन्होंने बंद पाए गए पीएचसी के प्रभारी अधीक्षक एवं चिकित्सा अधिकारु को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए अनुशासनिक कार्रवाई हेतु पत्रावली एक सप्ताह के अंदर प्रस्तुत करने के आदेश दिए। 

प्रत्येक मरीज को मिले बेहतर स्वास्थ्य सुविधा-डीएम 

जिलाधिकारी ने चिकित्सा परिसर की बेहतर साफ-सफाई व्यवस्था प्रतिदिन सुनिश्चित करने हेतु चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया और कहा इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही कत्तई बर्दाश्त नहीं होगी। कूड़े का निस्तारण समुचित जगहों पर सुनिश्चित किया जाय। जिलाधिकारी ने सभी सीएमएस को निर्देशित करते हुए कहा कि किसी भी दशा में बाहर की दवाएं न लिखी जाएं। वर्ना शिकायत प्राप्त होने और जांच के बाद दोषी पाए जाने पर कठोर कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि कोई भी सीएचसी एवं पीएचसी पर कोई चिकित्सक व मेडिकल स्टाफ अनुपस्थित नहीं होना चाहिए। शहर और गांव से आने वाले प्रत्येक मरीज को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराई जाए। यदि भविष्य में इस तरह की कोई घटना सामने आई तो संबंधित कर्मचारी को बक्शा नहीं जायेगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

*प्राणायाम कर किया पतंजलि योग सूत्र का जाप,गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस में योग सप्ताह का दूसरा दिन*

गोरखपुर। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के अंतर्गत संचालित गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (आयुर्वेद कॉलेज) में 9वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित अमृत योग सप्ताह के दूसरे दिन गुरुवार को प्रातः कालीन प्रथम सत्र में आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डाॅ मंजूनाथ एनएस के नेतृत्व मे बीएएमएस विद्यार्थियों ने योग एवं प्राणायाम का अभ्यास किया। 

कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में संहिता सिद्धांत विभाग के सहायक आचार्य साध्वी नंदन पाण्डेय ने बीएएमएस विद्यार्थियों को पतंजलि योग सूत्र का जाप करवाया। जाप के पश्चात आचार्य ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि पंतजलि योग सूत्र का जाप करते समय आप सभी ने प्राणायाम कर लिया क्योंकि जाप की प्रक्रिया में आपने पूरक (श्वांस लेना), रेचक (श्वांस छोड़ना) और कुम्भक (श्वांस रोकना) का अभ्यास कर लिया है। 

श्वांस की यह क्रिया शरीर से विषाक्त तत्वों को बाहर निकालने में लाभकारी होती है। इससे शरीर में ऊर्जा का संचार होता है और दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है। आचार्य साध्वी नंदन ने कहा कि योग का अर्थ है जुड़ना। अतः अपने को स्वंय (आत्मा) से जोड़ना ही योग है। आत्मा के स्वरूप को पहचान सकें और उसमें स्थित हो जाएं। इसके लिए चित की वृत्तियों का निरोध योग के द्वारा कर मनुष्य परम पद को प्राप्त कर सकता है। योग इंन्द्रियों को बस में कर चेतन आत्मा से संयुक्त होने का विज्ञान है।

कार्यक्रम में आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य मंजूनाथ एनएस, डाॅ शांतिभूषण, डाॅ प्रज्ञा सिंह समेत सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।

*छह लोग उल्टी दस्त की बीमारी की चपेट में*

मिर्जापुर। जिले के हलिया विकास खंड क्षेत्र के मड़वा धनावल गांव में डायरिया फैलने से छह लोग उल्टी दस्त की बीमारी की चपेट में आकर बीमार हो गए। जिसमें गांव निवासी 26 वर्षीय धर्मेन्द्र पुत्र दयाशंकर की उपचार के दौरान प्रयागराज के स्वरुप रानी मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में बीती रात मौत हो गई।

मृतक धर्मेंद्र की माता एवं अर्चना पत्नी प्रेम प्रकाश दोनो महिलाओ का इलाज स्वरुपरानी मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में चल रहा है। जिसमें अर्चना की हालत गंभीर बताई जा रही है। जबकि मिर्जापुर के मंडलीय अस्पताल में भर्ती अर्चना के पति प्रेम प्रकाश की हालत में सुधार होने पर चिकित्सक ने डिस्चार्ज कर दिया है।घर पर दो महिलाओं का स्वास्थ्य टीम द्वारा उपचार किया जा रहा है।

मृतक सहित कुल छह लोग उल्टी दस्त की बिमारी की चपेट मे आए गए थे।एक की मौत के बाद कुल पांच लोगों का उपचार चल रहा है।हलिया उच्च प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी ने बताया की मडवा धनावल गांव में स्वास्थ्य टीम मौजूद है।

*तेज रफ्तार कार की टक्कर से स्कूटी सवार युवक की मौत, परिजनों में मचा कोहराम*

अमृतपुर /फर्रुखाबाद l थाना क्षेत्र के निकट तेज रफ्तार आ रही वैगनआर कार चालक ने टक्कर मार दी, टक्कर लगने से स्कूटी सवार युवक की मौके पर ही मौत हो गयी। परिजनों को सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया।

जनपद फर्रुखाबाद के गुर्जर पुर पमारान निवासी शिवांश मिश्रा पुत्र राजेश मिश्रा अपनी स्कूटी हीरो से अपने गांव से अमृतपुर की तरफ जा रहा था। तभी अमृतपुर के तरफ से तेज रफ्तार वैगनआर कार चालक ले कर आ रहा था l अमृतपुर थाने के पास जोरदार टक्कर मार दी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस तत्परता से मौके पर पहुंच गई।

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायल शिवांश मिश्रा को एंबुलेंस द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजेपुर । जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस द्वारा परिजनों को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही परिजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजेपुर पहुंचे।

मौत की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया। गांव में मातम सा छा गया l युवक की मौत से हर किसी की आंखों में आंसू हैं। युवक की माता का नाम शिवा मिश्रा है। उनका भी रो-रो कर बुरा हाल है। जैसे ही मौत की सूचना उसकी मां को मिली तो मां का भी रो-रोकर बुरी तरह स हाल बेहाल था।युवक दो भाई था।

वही सबसे बड़ा था। युवक की सबसे छोटी बहन तुलसी का तो रो-रो कर बुरा हाल हो रहा था । युवक का शव जैसे ही गांव में पहुंचा तो गांव में सन्नाटा छा गया और हर किसी की आंखों में आंसू भरे हुए थे। प्रभारी निरीक्षक संत प्रकाश पटेल ने बताया है कि तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

*प्रबंधक ने स्कूल की दीवार तोड़ने की दी तहरीर , पुलिस से की आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग*

फर्रूखाबाद l दबंग लोगो द्वारा स्कूल की चार दीवारी जबरन तोडने व जान से मारने की धमकी देने के सम्बन्ध में कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई किए जाने की गुहार लगाई है l पीड़ित शिप्रा गंगवार पत्नी जितेन्द्र सिंह गंगवार ने पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि साई किडीज स्कूल नामक स्कूल की प्रबन्धक है l स्कूल मो० पाठक नई कालोनी कायमगंज मे लगभग 15 वर्षो से संचालित है।

बुधवार को देर रात डा0 वीरेन्द्र सिंह गंगवार पुत्र रामनारायण गंगवार, मृदुल गंगवार पुत्र डा0 वीरेन्द्र गंगवार, उदित गंगवार पुत्र मृदुल गंगवार अपने कई हथियारबन्द लोगो के साथ आकर मुझे घर पर अकेला जानकर गंदी 2 गालिया देने लगे और सामने आने पर लोगो ने अपने साथियो से गोली मारने को कहा बाद में इन सभी लोगो ने सामूहिक रूप से स्कूल की चाहरदीवारी गिरा दी।

पीड़ित ने कहा है कि इन लोगो से जान का खतरा है, इसलिए स्कूल के हित में तत्काल कार्रवाई किए जाने की मांग की है l क्योंकि कुछ दिन बाद ही बच्चो की आवाजाही प्रारम्भ हो जाएगी। सरकार की भयमुक्त समाज की नीति का पालन करते हुए मुझे न्याय दिलाने की गुहार लगाई है l

*गन्ना पेरने वाली मशीन में फंसकर युवक का हाथ हुआ जख्मी*

मिर्जापुर। गन्ने का जूस पेरकर परिवार का जीविकोपार्जन करने वाले युवक का मशीन में हाथ फंस जाने से उसकी पांचों उंगलियां बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। जिसे ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। शहर कोतवाली क्षेत्र के टेढ़वा पक्का पोखरा निवासी नानक सोनकर 40 पुत्र दयाराम अस्पताल के समीप गन्ने का जूस बेचने का काम करते हैं ।

गुरुवार को दोपहर में वह गन्ने का जूस पी रहे थे कि अचानक मशीन में हाथ चले जाने से उनकी पांचों उंगलियां बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए जिन्हें आनन-फानन में आसपास के दुकानदारों द्वारा मशीन बंद कर उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया है।

*कुपोषण खत्म करने को चार माह चलेगा अभियान*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।कुपोषण को खत्म करने की दिशा में बाल विकास विभाग की ओर से सितंबर माह से संभव अभियान चलेगा। जिले में कुल 1357 केंद्रों पर विशेष कैंप का आयोजन कैसे खात्मा हो यह प्रशिक्षित किया जाएगा। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि संभव अभियान गर्भवती एवं शिशु स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए हर केंद्रों पर चार माह तक चलेगा। पोषण एवं स्वास्थ्य से जुड़ी गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।

 वर्ष 2021 में संभव अभियान एक नवाचार के रुप में शुरू किया गया था। इसमें सैम व मैम बच्चों का विशेष रुप से चिन्हांकन उपचार व सामुदायिक स्तर पर उनके प्रबंधन के साथ कुपोषित की रोकथाम के लिए व्यवहार परिवर्तन पर जोर दिया गया है। इसके तहत जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पहली तिमाही की गर्भवती वजन एवं ऊंचाई मापेंगी। अगर वजन 45 किलोग्राम से कम है और ऊंचाई 145 सेमी से कम है। उस स्थिति में गर्भवती महिला कुपोषित मानी जाएगी। यदि उस महिला के एमसीपी कार्ड हीमोग्लोबिन 11 ग्राम से कम है तो एनीमिक में चिह्नित किया जाएगा और चिकित्सक प्रबंधन की व्यवस्था की जाएगी।