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अमेरिका के रेस्टोरेंट में मिल रही 'मोदी जी थाली', कई भारतीय व्यंजनों का ले सकते हैं स्वाद,

पीएम के सम्मान में शुरू इस थाली की पढ़िए, क्या है विशेषता

अमेरिका के न्यूजर्सी में स्थित एक रेस्टोरेंट ने एक स्पेशल थाली की शुरू की है। जिसका नाम है 'मोदी जी थाली' इस थाली में कई भारतीय व्यंजनों को पेश किया जाता है। 

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान में अमेरिका के न्यूजर्सी में स्थित एक रेस्टोरेंट ने एक स्पेशल थाली की शुरू की है।

जिसका नाम है ‘मोदी जी थाली’ इस थाली में कई भारतीय व्यंजनों को पेश किया जाता है। इसे पीएम मोदी के राजकीय यात्रा के सम्मान में शुरू किया गया है।

पीएम मोदी 21 से 24 जून तक अपनी पहली राजकीय यात्रा पर अमेरिका जाएंगे। उनकी इस यात्रा को देखते हुए रेस्टोरेंट ने इस थाली को शुरू किया है। पीएम मोदी की यह यात्रा बहुत ही खास होने वाली है। दोनों के देशों के बीच कई समझौते हो सकते हैं।

थाली में मिलेंगे ये व्यंजन

न्यूजर्सी में मोदी जी थाली शुरू करने वाले रेस्टोरेंट के मालिक का नाम कुलकर्णी है। उन्होंने बताया कि भारतीय समुदाय डिमांड पर हमने मोदी जी स्पेशल थाली बनाई है। इस थाली में कई तरह के भारतीय व्यंजनों को शामिल किया गया है। इनमें सरसों का साग, आलू दम की सब्जी, रसगुल्ला, ढोकला, छाछ, पापड़, खिचड़ी जैसे व्यंजन शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि भारतीय लोगों ने इस थाली का स्वाद चखा है और उन्हें ये थाली बहुत पसंद आई है। वहीं कई लोगों ने कहा मोदी जी थाली को बहुत लोग पसंद कर रहे हैं। इस इसकी कीमत तय नहीं की गई है। थाली की लॉन्चिंग के बाद इसका पता चलेगा।

राजकीय यात्रा

राजकीय यात्रा का मतलब है देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या राजा दूसरे देश के अधिकारिक यात्रा करते हैं, तो उसे राजकीय यात्रा कहा जाता है। पीएम मोदी अपनी इस यात्रा के दौरान दूसरी बार अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे। ऐसा करने वाले पीएम मोदी भारत के पहले प्रधानमंत्री होंगे।

शक्तिशाली चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के संभावित आगमन से दो दिन पहले 37 हजार लोगों सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया, जखाऊ बंदरगाह से लगभग 280 KM दूर हैबिपरजॉय


गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के निकट शक्तिशाली चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के संभावित आगमन से दो दिन पहले अधिकारियों ने मंगलवार को तटीय क्षेत्रों से करीब 37,000 लोगों को अस्थायी आश्रय स्थलों में स्थानांतरित कर दिया। ‘अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान’ में बदल चुका ‘बिपरजॉय’ चक्रवात 15 जून की दोपहर के आसपास यह सौराष्ट्र-कच्छ तथा इससे सटे पाकिस्तान के तटों से गुजर सकता है।

एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की कई टीम तैयार हैं। इसके साथ ही, सेना के अधिकारियों ने नागरिक प्रशासन और एनडीआरएफ के साथ संयुक्त रूप से राहत कार्यों की योजना बनाई है। सेना ने रणनीतिक स्थानों पर बाढ़ राहत टुकड़ियों को तैयार रखा है।

चक्रवात के मद्देनजर तैयारियों का जायजा लेने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक में, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात सरकार से संवेदनशील स्थानों पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में ले जाने की व्यवस्था करने और बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य तथा पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाएं सुनिश्चित करने को कहा। बैठक में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, दो केंद्रीय मंत्रियों, गुजरात के कई मंत्रियों और चक्रवात से प्रभावित होने की आशंका वाले आठ जिलों के सांसद, विधायक और अधिकारियों ने भाग लिया।

मुंबई के जुहू बीच पर नहाने गए 6 लड़के बहे

 बिपरजॉय तूफान के बाद हर सुमद्री इलाके में अलर्ट जारी कर दिया गया है लेकिन इसके बावजूद लोगों का बीच पर आना-जाना जारी है। इस दौरान मुंबई के जुहू बीच एक बड़ा हादसा हो गया। दरअसल, यहां नहाने के लिए आए 6 लड़के समुद्र में तेज लहरें होने के कारण डूब गए। जिसमें से दो को लाइफगार्ड ने किसी तरह बचा लिया, वहीं दो के शव बरामद हो गए हैं और बाकी दो लड़कों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

NEET Result 2023 : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट यूजी प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट ऑफिशियल वेबसाइट neet.nta.nic.in पर किया घोषित, प्रबंजन जे और बोरा वरुण ने टॉप



नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट यूजी प्रवेश परीक्षा के रिजल्ट ऑफिशियल वेबसाइट neet.nta.nic.in पर घोषित कर दिए हैं। नीट यूजी 2023 में प्रबंजन जे और बोरा वरुण ने टॉप किया है। नीट रिजल्ट में बिहार के शशांक कुमार ने 715 अंक लाकर बिहार के टॉपर बने हैं। वहीं वह राज्य में दूसरे नंबर शशांक सिन्हा हैं। इन्हें ऑल इंडिया रैंक 20 प्राप्त हुआ है। इन्हें 712 अंक प्राप्त हुआ है। मेडिकल कॉलेजों में विभिन्न स्नातक कोर्सों में प्रवेश के लिए होने वाली राष्ट्रीय पात्रता सह-प्रवेश परीक्षा (NEET-UG) के नतीजे 13 जून, मंगलवार को जारी किए गए जिसमें देशभर के करीब 11 लाख छात्र सफल हुए हैं। जिन छात्रों ने नीट परीक्षा में भाग लिया हो वे अपना नीट रिजल्ट, नी स्कोर/रैंक वेबसाइट neet.nta.nic.in पर जाकर चेक कर सकते हैं। कुछ ही देर पर रिजल्ट का डायरेक्ट लिंक यहां पर भी देख सकेंंगे।

एनटीए की ओर से जारी नोटिस के अनुसार, नीट यूजी के लिए 2087462 छात्रों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया था। इन छात्रों के लिए 499 शहरों में 4097 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इनमें 14 परीक्षा केंद्र देश से बाहर भी बनाए गए थे। नीट यूजी 2023 का आयोजन 7 मई 2023, रविवार को दोपहर बाद 2 बजे से शाम 05:20 बजे तक किया गया था।

नीट परीक्षा का आयोजन 13 भारतीय भाषाओं (असमिया, बंगाली, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू) में के किया गया था। 

एनटीए की ओर से जारी आंकड़ो के अनुसार, इस बार अब तक रिकॉर्ड सबसे ज्यादा संख्या में छात्रों ने नीट परीक्षा के लिए आवेदन किया था और इसमें भाग लिया है। आंकड़ो के अुनसार, 2022 में जहां करीब 18 लाख (1872343 ) छात्रों ने नीट यूजी का फॉर्म भरा था वहीं 2023 में यह संख्या 20 लाख से ज्यादा 2087462 रही है। इसी प्रकार 2021 में 16 लाख और 2020 में करीब 15 लाख छात्रों ने नीट परीक्षा में भाग लिया था।

नीट काउंसलिंग 2023 ( NEET counselling 2023 ) की सूचना मेडिकल काउंसिलिंग कमिटी की आधिकारिक वेबसाइट mcc.nic.in पर जारी की जाती है। काउंसलिंग से पहले एमबीबीएस की सीटें घट भी सकती हैं क्योंकि कुछ कॉलेजों की मान्यता खतरे में है।

बंगाल पंचायत चुनाव में नहीं बढ़ेगी नामांकन की आखिरी तारीख, यहां डिटेल में पढ़िए, क्या बोला कलकत्ता हाई कोर्ट

कलकत्ता हाई कोर्ट ने पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई को होने वाले पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख बढ़ाने से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने साफ कहा है कि नामांकन की तारीख को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। कोर्ट ने कहा, "समय बढ़ाने का फैसला पूरी तरह से एसईसी के पास है। एसईसी ऐसे मुद्दे से निपटने के लिए सक्षम है और कोर्ट इसे आयोग के विवेक पर छोड़ती है। कलकत्ता हाई कोर्ट में विपक्षी नेताओं की तरफ से समय बढ़ाने को लेकर याचिकाएं दायर की गई थीं। नामांकन दाखिल करने को लेकर जारी हिंसा और झड़पों के बीच सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने सोमवार (12 जून) को विपक्षी दलों पर हार के डर से चुनाव में देरी करने और राज्य की छवि धूमिल करने के लिए ‘साठगांठ करने' का आरोप लगाया था।

 विपक्ष का आरोप

वहीं, विपक्षी दल बीजेपी (BJP), कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) ने आरोप लगाया कि उनके उम्मीदवारों को टीएमसी के कार्यकर्ताओं की तरप से विभिन्न जिलों में नामांकन पत्र जमा करने से रोका गया है। विपक्षी दलों ने कहा था कि केंद्रीय बलों की तैनाती के बिना यहां शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव होना असंभव है। इसपर कोर्ट ने कहा, "ऐसे क्षेत्रों में जहां केंद्रीय बलों को तैनात नहीं किया जाता है, वहां यह राज्य पुलिस की जिम्मेदारी होनी चाहिए।

सुरक्षा को लेकर बोला कोर्ट?

कोर्ट ने कहा, " एसईसी (SEC) को मतदान एजेंटों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। SEC को संवेदनशील क्षेत्रों में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की मांग पर विचार करना चाहिए। पश्चिम बंगाल में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 8 जुलाई को एक चरण में ही होंगे। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 15 जून होगी। त्रिस्तरीय पंचायती राज प्रणाली में ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद शामिल हैं।

अब भाकपा नेता डी राजा से मिले केजरीवाल, क्या केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश होगी कामयाब?*

#cmarvindkejriwaltomeetdraja

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली में अधिकारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग के अधिकार को लेकर केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ विपक्षी दलों का समर्थन जुटा रहे हैं। इसी क्रम में अरविंद केजरीवाल ने भारतीय कम्‍युनिस्‍ट पार्टी (माकपा) के महासचिव डी. राजा से मुलाकात कर केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन मांगा है।बुधवार को केजरीवाल ने सीपीआई के दफ्तर पहुंचकर सीपीआई नेता डी राजा से मुलाकात कर समर्थन मांगा। आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा भी उनके साथ मौजूद रहे।

केजरीवाल ने ट्विटर के जरिए कहा, सीपीआई नेताओं का भी मानना है कि दिल्ली में केंद्र सरकार का तानाशाही अध्यादेश लोकतंत्र और संविधान पर हमला है और वे इस अध्यादेश के खिलाफ संसद में दिल्ली की जनता का साथ देंगे। सभी दिल्लीवासियों की तरफ से मैं सभी सीपीआई नेताओं का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं।

डी राजा ने कहा- बिल संसद में आएगा तो विरोध करेंगे

इस मुलाकात के बाद डी राजा ने कहा कि हमने बात की कि कैसे अध्यादेश के ज़रिए दिल्ली सरकार को पावर लेस किया जा रहा है। हमारी पार्टी सीपीआई डिमांड करती रही है कि दिल्ली को 'फुल स्टेट हुड' मिले, क्योंकि यहां चुनी हुई सरकार है। ऐसा ही केस पुदुच्चेरी का है।डी राजा ने कहा, हम केंद्र के अध्यादेश का विरोध करते हैं। जब भी यह बिल के रूप में संसद में आएगा, हम उसका विरोध करेंगे। हम दिल्ली सरकार के साथ हैं। कई पार्टी इस मुद्दे पर दिल्ली सरकार का समर्थन कर रही हैं। केंद्र सरकार राज्यों को परेशान कर रही है। अन्य राज्यों में भी यह दिख रहा है कि राज्यों को टारगेट किया जा रहा है। यह दिल्ली के लोगों का अपमान है, जिन्होंने अपनी सरकार चुनी है। सदन के बाहर भी हम इस अध्यादेश का विरोध कर रहे हैं।

क्या केजरीवाल की कोशिश होगी कामयाब?

आपको बता दें कि केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ केजरीवाल विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे हुए हैं। इसके लिए केजरीवाल कई विपक्षी पार्टी के दिग्गज नेताओं से मुलाकात कर चुके है। बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि क्या केजरीवाल के प्रयास से केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ विपक्षी एकता मजबूत हो पाएगी। क्या केजरीवाल विपक्षी नेताओं को एक मंच पर लाने में कामयाब हो जाएंगे। अगर केजरीवाल का तीर निशाने पर लगता है तो निश्चित तौर पर बीजेपी के लिए यह अध्यादेश सिरदर्द बन जाएगा। वैसे भी कर्नाटक में बीजेपी की हार ने विपक्षी दलों में जान फूंक दी है। इसकी एक झलक सिद्धरमैया के शपथ समारोह में देखने को भी मिल चुकी है। जब सारे विपक्षी दल एकजुट होकर एक मंच पर खड़े दिखाई दिए थे।

ईडी के गिरफ्तार करते ही तमिलनाडु के मंत्री की तबीयत बिगड़ी, अब डॉक्टरों ने दी तुरंत सर्जरी की सलाह, सेंथिल बालाजी के हार्ट में मिले 3 ब्लॉकेज

#vsnethilbalajiedcustodybypasssurgerymustneed

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से गिरफ्तार तमिलनाडु के बिजली और आबकारी मंत्री वी सेंथिल बालाजी को तत्काल सर्जरी की सलाह दी गई है। सेंथिल के हार्ट में तीन ब्लॉकेज मिले हैं। बुधवार सुबह ईडी की ओर से गिरफ्तार किए जाने के कुछ घंटे बाद ही सेंथिल की तबीयत खराब हो गई थी। सीने में दर्द की शिकायत के बाद आनन-फानन में उन्हें चेन्नई के ओमानदुरार सरकारी अस्पताल में भर्ती कर दिया गया था।

अस्पताल ने जारी किया मेडिकल बुलेटिन

तमिलनाडु के मंत्री वी. सेंथिल बालाजी को धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ के एक लंबे सत्र के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मंगलवार को उन्‍हें बेचैनी की शिकायत के बाद शहर के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टरों ने उनको बाईपास सर्जरी करवाने की सलाह दी है।तमिलनाडु की सरकारी मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, चेन्नई ने मेडिकल बुलेटिन जारी की। इसके मुताबिक, विद्युत मंत्री सेंथिल बालाजी का कोरोनरी एंजियोग्राफी कराया गया है। उन्हें जल्द से जल्द बाईपास सर्जरी कराने के लिए सलाह दी गई है।

स्टालिन ने ईडी के इस एक्शन को केंद्र की बदले की कार्रवाई कहा

फिलहाल सेंथिल बालाजी बिजली मंत्री हैं। लेकिन इससे पूर्व एआईएडीएमके की सरकार में ट्रांसपोर्ट मंत्री थे। उसी दौर में हुए कैश फॉर जॉब स्कैम के मामले में उन्हें ईडी ने गिरफ्तार किया है। इसको लेकर तमिलनाडु में बवाल मचा हुआ है। पार्टी के नेता की गिरफ्तारी को डीएमके ने असंवैधानिक करार दिया है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने ईडी के इस एक्शन को केंद्र सरकार की तरफ से बदले की कार्रवाई करार दिया है। वहीं, डीएमके नेताओं केंद्र की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी पर निशाना साधते डराने-धमकाने का आरोप लगाया। पार्टी ने कहा कि वो इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई का सहारा लेगी।

ईडी पर गिरफ्तारी के दौरान दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करने का आरोप

डीएमके सांसद और एडवोकेट एनआर एलांगो ने मद्रास हाईकोर्ट में कहा कि तमिलनाडु के मंत्री वी सेंथिल बालाजी को प्रवर्तन निदेशालय ने हिरासत में लिया है। हमें गिरफ्तारी की कोई जानकारी नहीं है। ईडी ने गिरफ्तारी के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया है। एलांगो की दलीलों पर कोर्ट ने कहा कि प्रत्यक्षीकरण याचिकाओं की औपचारिकताएं पूरी होने के बाद मामले को देखा जाएगा

पिता त्याग और समर्पण का उदाहरण है विश्वभर में इस रविवार को मनाया जाएगा फादर्स डे*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव 

कहते है कि दुनिया में मां और बच्चे का रिश्ता सबसे बड़ा होता है। मां बच्चे को जन्म देती है, उसे बड़ा करती है। लेकिन एक पिता बच्चे को सभ्य बनाने के साथ ही उसके भविष्य को संवारने में अहम भूमिका निभाता है। बच्चे के जीवन में पिता का रोल मां जितना ही है। पिता त्याग और समर्पण का उदाहरण है। एक पिता ही बच्चे को समाज की हर बुराई से बचाता है। पिता बच्चों की जरूरतों को पूरा करने के लिए खुद संघर्ष करते हैं। उनके भविष्य को संवारने के लिए दिशा निर्देशन करते हैं। मां तो मातृत्व न्योछावर कर देती है लेकिन बच्चे को सही मार्ग दिखाने के लिए पिता को कठोर बनना पड़ता है। पिता अक्सर बच्चे के प्रति उस तरह का प्यार जता नहीं पाते, जैसे मां जताती हैं लेकिन बिना दिखाए या जताए जीवन भर की खुशियां बच्चे को देने का काम एक पिता ही कर सकता है। पिता के इसी प्रेम, त्याग को सम्मान देने के लिए दुनिया के तमाम देशों में फादर्स डे मनाया जाता है। इस बार फादर्स डे 18 जून को मनाया जाएगा।

कब है फादर्स डे?

दुनियाभर के सभी पिता को सम्मान देने के लिए हर साल फादर्स डे मनाया जाता है। जून के तीसरे रविवार के दिन फादर्स डे मनाने की परंपरा है। इस साल 18 जून 2023 को फादर्स डे मनाया जाएगा। इस दिन को मनाने की शुरुआत 1910 से हुई थी।

कब और कहां मनाया गया पहला फादर्स डे?

फादर्स डे मनाने की शुरुआत 19 जून 1910 से हुई थी। वाशिंगटन के स्पोकेन शहर में पहली बार फादर्स डे मनाया गया था। पिता को सम्मान देने के लिए इस दिन की शुरुआत एक बेटी ने की। वाशिंगटन में रहने वाली इस बेटी के लिए उनके पिता मां से भी बढ़कर थे। फादर्स डे को मनाने के पीछे एक बेटी और पिता के प्यार की रोचक कहानी है।

क्यों हुई फादर्स डे मनाने की शुरुआत?

वाशिंगटन में रहने वाली सोनोरा नाम की लड़की की मां के निधन के बाद पिता ने ही अकेले उनकी परवरिश की। पिता ने एक मां की तरह बेटी को प्यार दिया तो एक पिता की तरह उसकी सुरक्षा और फिक्र की। सोनोरा को अपने पिता से बहुत प्यार था, जिनके कारण उन्हें मां की कमी महसूस नहीं होती थी।

फादर्स डे पर आधिकारिक घोषणा

बाद में साल 1916 में अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने फादर्स डे मनाने के प्रस्ताव को स्वीकार किया। साल 1924 में राष्ट्रपति कैल्विन कूलिज ने फादर्स डे को राष्ट्रीय आयोजन घोषित कर दिया। बाद में 1966 में राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने फादर्स डे को जून के तीसरे रविवार को मनाने का ऐलान किया। 1972 में राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने इस दिन अवकाश की घोषणा की।

बहुत गंभीर तूफान में बदलाबिपरजॉय, सौराष्ट्र-कच्छ के तटवर्ती इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी, 37 हजार लोगों को निकाला गया सुरक्षित

#cyclone_biparjoy

अरब सागर के पूर्वोत्तर इलाके में उठा चक्रवाती तूफान अब बहुत गंभीर हो चला है। पिछले 6 घंटों के दौरान यह 3 किमी प्रति घंटे की रफ्तार साथ उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है। आज सुबह यह तूफान जखाऊ पोर्ट (गुजरात) से 280 किमी दूर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था। वहीं देवभूमि द्वारका से यह 290 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है।यह तूफान गुजरात के तटवर्ती इलाके नलिया से 350 किमी पश्चिम-उत्तर पश्चिम में, पोरबंदर से 350 किमी पश्चिम-उत्तर पश्चिम में और पाकिस्तान के कराची से करीब 340 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है। यह तूफान लगातार आगे की ओर बढ़ रहा है। यह तूफान उत्तर पूर्व की ओर बढ़ते हुए सौराष्ट्र और कच्छ को पार करेगा। 15 जून की शाम को मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच जखाऊ पोर्ट (गुजरात) पर इस तूफान का लैंडफॉल होने की संभावना है।

सौराष्ट्र और कच्छ तटों के लिए चेतावनी

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने एक बार फिर सौराष्ट्र और कच्छ तटों के लिए चेतावनी दी है। उन्होंने चक्रवात के बढ़ते खतरे को देखते हुए सौराष्ट्र-कच्छ के तटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, खतरे को देखते हुए मंगलवार शाम तक, गुजरात के आठ तटीय जिलों से 37,700 से अधिक लोगों को सुरक्षित दूसरी जगह पहुंचाया गया है। चक्रवात का सबसे ज्यादा असर कच्छ में देखा जा रहा है।यहां 17,739 लोगों को शिफ्ट किया गया है। इनके अलावा जामनगर में भी 8,542 लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा। गुजरात सरकार ने विस्थापित लोगों के लिए सैकड़ों राहत शिविर स्थापित किए हैं। कुल 47,113 लोग विस्थापित हुए हैं। जूनागढ़ - 4,462, पोरबंदर - 3,469, द्वारका - 4,863, मोरबी - 1,936, राजकोट - 4,497 लोग शिफ्ट किए गए हैं।

गुजरात में दिख रहा गंभीर असर

चक्रवात बिपारजॉय का सूरत में गंभीर असर देखा जा रहा है। सूरत में कई स्थानों पर तेज हवा की वजह से पेड़ उखड़ गए। चक्रवात तूफान में अंजना फार्म के पास कई पेड़ गिरे हैं।कच्छ में पिंग्लश्वर बीच पर ऊंची लहरें उठ रही हैं। आसपास के गांवों में पानी घुसना शुरू हो गया है। आईएमडी ने भी बाढ़ की आशंका जताई है। इस बीच भारी बारिश की आशंका है।

उत्तर प्रदेश में बिजली कटौती पर 22 जून तक रोक

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख़्त रुख के बाद वाराणसी, लखनऊ सहित समेत प्रदेश की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में सुधार किए क‌ई अहम फैसले किए गए। जिससे तहत अब 22 जून तक पूरे प्रदेश में पूर्व निर्धारित शट‌डाउन पर रोक लगा दी गई है। सुधार कार्य के नाम पर स्थानीय स्तर पर अनावश्यक बिजली नहीं कटेगी

मानसून के लिए अभी एक हफ्ते का इंतजार

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

दक्षिणी - पश्चिमी मानसून पूर्वी बिहार में दस्तक दे दी है। मगर बिहार के रास्ते मानसून के गोरखपुर में दाखिल होने के लिए अभी करीब एक सप्ताह और इंतजार करना होगा। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश में मानसून की सामान्य तारीख 18 जून है, पर नियत समय पर आने के आसार कम हैं। चक्रवातीय तूफान आगे मानसून के साथ प्रदेश का मौसम प्रभावित कर भी सकता है।