हरौनी पीएचसी के 42 गांव है राम भरोसे, इलाज के लिए इधर-उधर भटकते हैं ग्रामीण मरीज
सरोजनीनगर लखनऊ। सरोजनीनगर सीएचसी प्रभारी के लिए ना तो उनके अधिकारियों के आदेश मायने रखते और ना ही डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश जो वे लगातार अपने औचक निरीक्षण के दौरान देते हैं।
आलम यह है कि बंथरा क्षेत्र के पीएचसी हरौनी के पूरे स्टाफ को नियम विरुद्ध सीएचसी सरोजनीनगर में कार्य कराया जा रहा है। पीएचसी हरौनी के भरोसे 42 गांव हैं और यहां के लोगों को मामूली समस्या के लिए भी इधर उधर भटकना पड़ रहा है।
सीएचसी सरोजनीनगर प्रभारी डॉ अंशुमान ने सीएमओ लखनऊ के उस आदेश को भी दरकिनार कर दिया जिसमें सीएमओ ने स्टाफ को जनहित में तत्काल पीएचसी हरौनी वापस भेजने को कहा था। ग्रामीणों ने अब डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से हस्तक्षेप करने की मांग की है।
सरोजनीनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी अधीक्षक डॉ अंशुमान श्रीवास्तव ने अपनी तानाशाही है के चलते पीएचसी हरौनी में तैनात स्टाफ नर्स व अन्य स्टाफ को नियम विरुद्ध सीएचसी सरोजनीनगर में बिठा रखा है जिससे पीएचसी हरौनी पर स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ठप हैं। ये जनाब न तो विधायक प्रतिनिधि की ही बात सुनते हैं और न ही अपने अपने उच्च अधिकारियों की।
हरौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात स्टाफ नर्स कुमारी प्रभा, संध्या व प्रियंका सरोजनीनगर सामुदायिक केंद्र में कार्य कर रही है जबकि इनकी तैनाती हरौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मे ही है और इनका वेतन भी यही से जाता है।ग्रामीणों की शिकायत पर लखनऊ जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मनोज अग्रवाल ने इन स्टाफ़ नर्सो हरौनी वापस भेजने का आदेश भी सीएचसी सरोजनीनगर प्रभारी डॉ अंशुमान श्रीवास्तव को भेजा था लेकिन यह तानाशाह अधीक्षक किसी के भी आदेश को मानने के लिए तैयार नहीं है।
हरौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के अन्तर्गत लगभग 42 गाँव के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं व डिलीवरी कराने के लिए असुविधा हो रही है। रविवार को लगभग एक दर्जन आशा बहुओं ने भाजपा नेता विरेंद्र रावत के हरौनी स्थित आवास पर आकर हरौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के स्टाफ की सीएचसी सरोजनीनगर में तैनात स्टाफ़ नर्सो को हरौनी वापस कराने की मांग की।
ताकि यहाँ महिलाओं के लिए डिलीवरी सुविधा हो सके। आशा बहुओं ने कहा कि हरौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में आक्सीजन मशीन डिलीवरी सुविधा व 12 बेड है लेकिन स्टाफ़ नर्सो के न होने से यहाँ डिलीवरी का कार्य पूरी तरह से ठप है जिससे हम लोगो को प्रसुता महिलाओं को लेकर सीएचसी सरोजनीनगर लगभग 30 किलोमीटर जाना रहा है, जिससे केस बिगड़ जाता है ।
आशा बहुओं की इस समस्या पर विरेंद्र रावत ने केन्द्रीय मंत्री भारत सरकार एवं सांसद मोहनलालगंज कौशल किशोर से फोन पर वार्ता कर आशा बहुओं को आश्वासन दिया कि जल्द ही समस्या का निदान होगा। वहीं केन्द्रीय मंत्री ने कहा अगर सोमवार तक स्टाफ़ नर्सो की वापसी नहीं की गई तो मैं स्वयं 9 तारीख को सीएचसी सरोजनीनगर पहुंचुगा।
केन्द्रीय मंत्री ने इस सम्बन्ध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी लखनऊ से भी बात की है वहीं भाजपा नेता राजेश सिंह चौहान ने भी इससे पहले कई बार हरौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में डिलीवरी सुविधा चालू कराने के लिए अधिकारियों से बात की है।
May 08 2023, 11:38