झारखंड: सचिवालय तक मार्च करने पहुंचे भाजपा कार्यकर्ता बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़े,पुलिस को करना पड़ा लाठी चार्ज
रांची शहर के पुलिस अधीक्षक शुभाशु जैन ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं के एक समूह ने बोतलें और पत्थर फेंके, जिससे कुछ पुलिसकर्मी और मीडियाकर्मी घायल हो गए।
उन्होंने कहा, ''जब वे (भाजपा कार्यकर्ता) पुलिस बैरिकेड तोड़कर बलपूर्वक आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे, तब हमने हल्का लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े।
झारखंड विधानसभा के घेराव कार्यक्रम के तहत सचिवालय की ओर मार्च कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प हो गई। खनिज समृद्ध राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था, मौजूदा भ्रष्टाचार और बेरोजगारी की उच्च दर के विरोध में भाजपा की ओर से इस इस मार्च का आयोजन किया गया था।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आंसू गैस, वाटर कैनन का इस्तेमाल किया और लाठीचार्ज किया। सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक निर्धारित कार्यक्रम के लिए साहिबगंज में हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने फेंके पत्थर और बोतलें: पुलिस
रांची शहर के पुलिस अधीक्षक शुभाशु जैन ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं के एक समूह ने बोतलें और पत्थर फेंके, जिससे कुछ पुलिसकर्मी और मीडियाकर्मी घायल हो गए।
उन्होंने कहा, ''जब वे (भाजपा कार्यकर्ता) पुलिस बैरिकेड तोड़कर बलपूर्वक आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे, तब हमने हल्का लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। सचिवालय के आसपास सीआरपीसी की धारा 144 लगा दी गई है। एक निश्चित सीमा के बाद भीड़ की अनुमति नहीं दी जा सकती है।" किसी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि कुछ महत्वपूर्ण नेताओं ने गिरफ्तारी दी है।
दीपक प्रकाश ने कहा- ''हम झारखंड में इस भ्रष्ट सरकार को नहीं चलने देंगे''
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश ने मीडिया से कहा, "हम झारखंड में इस भ्रष्ट सरकार को नहीं चलने देंगे। हमने उन्हें बाहर निकलने का रास्ता दिखाने का संकल्प लिया है। पुलिस लाठीचार्ज में हमारे कई कार्यकर्ता घायल हो गए।" प्रकाश ने दावा किया कि राज्य भर के भगवा पार्टी के कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन ने झारखंड सरकार में 'भय की भावना पैदा की है' और मुख्यमंत्री 'डर के कारण' रांची छोड़कर चले गए हैं।
बाबूलाल मरांडी ने कहा आंदोलन सफल,लाखो कार्यकर्ता पहुंचे सचिवालय
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि प्रशासन पिछले दो दिनों से हमारे कार्यकर्ताओं को रांची पहुंचने से रोकने की कोशिश कर रहा है। भाजपा कार्यकर्ताओं को दबाने की प्रशासन की कोशिशों के बावजूद एक लाख से अधिक कार्यकर्ता सचिवालय के पास पहुंचे। आंदोलन सफल रहा है। मरांडी ने कहा कि निषेधाज्ञा लागू करना लोगों की आवाज दबाने का प्रयास है।
'तख्त बादल दो, ताज बादल दो' नारे के साथ रांची पहुंचे भाजपा कार्यकर्ता
दोपहर डेढ़ बजे भाजपा कार्यकर्ता और नेता रांची के प्रभात तारा मैदान से सचिवालय भवन की ओर बढ़ने लगे। हालांकि, पुलिस ने उन्हें इलाके में पहुंचने से रोक दिया, जहां सुबह आठ बजे से सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई थी। भाजपा कार्यकर्ता 'तख्त बादल दो, ताज बादल दो' और 'सिंहासन खाली करो की जनता आती है' जैसे नारे लगाते नजर आए।
इस रैली में शामिल थे राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्री
इससे पहले दिन में एक रैली के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) सरकार पर कथित तौर पर 'परिवार प्रायोजित भ्रष्टाचार, अराजकता और गलत नीतियों के कारण बेरोजगारी' को लेकर निशाना साधा और उसे 'बाहर का रास्ता' दिखाने का संकल्प लिया। सचिवालय तक मार्च भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और रघुबर दास, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और अन्नपूर्णा देवी और राज्य के पार्टी सांसदों के नेतृत्व में शुरू हुआ।
जिले के मार्च स्थल पर धारा 144 लागू
रांची के उपायुक्त राहुल सिन्हा ने कहा, ''परियोजना भवन परिसर से धुर्वा चौराहे तक के इलाके में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। आदेश सुबह आठ बजे जारी किए गए और देर शाम तक जारी रहेंगे। अगर जरूरत पड़ी तो आदेश को आगे भी बढ़ाया जाएगा।" वहीं बाबूलाल मरांडी ने कहा, "सोरेन सरकार चाहे कितनी भी चालें चले, यह आंदोलन ऐतिहासिक होगा।"
Apr 12 2023, 10:42