झारखंड में सुदूर गांवों के लिए सरकार खोलेगी चलंत चिकित्सा केंद्र,100 दल को किया जा रहा है तैयार,राज्य सरकार ने दी स्वीकृति
रांची: हेमंत सरकार दिल्ली में चल रहे मोबाइल सेवा की तरह अब आदिम जनजाति बहुल तथा अन्य सुदूर इलाकों में रहनेवाले लोगों को प्रारंभिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चलंत ग्राम क्लिनिक खोलेगी।
ये चलंत ग्राम क्लिनिक राज्य सरकार के भवनों जैसे, सामुदायिक केंद्रों, आंगनबाड़ी केंद्रों, पंचायत भवनों या विद्यालय के भवनों में रोस्टर के अनुसार संचालित की जाएंगी।
सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक लोगों को आउटडोर सेवा होगी उपलब्ध।
इनमें सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक लोगों को आउटडोर सेवा मिलेगी। साथ ही गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच तथा प्रसव उपरांत देखभाल, परिवार नियोजन परामर्श और गर्भनिरोधक सेवाएं की सुविधा भी मिलेगी। इसमें मधुमेह, रक्तचाप, एनीमिया आदि की जांच की भी सुविधा भी मिलेगी।
गढ़वा के लिए 36 चिकित्सक दल की की जाएगी व्यवस्था
राज्य सरकार इन क्लिनिकों में सेवाएं देने के लिए 100 चलंत चिकित्सा दलों का गठन करेगी। सबसे अधिक गढ़वा में 36 चिकित्सा दल गठित होंगे। प्रत्येक दल में आयुष चिकित्सक तथा चिकित्सा सहायक के रूप में बीएएससी नर्सिंग, कम्युनिटी हेल्थ आफिसर, बीएससी या डिप्लोमा इन फार्मा उत्तीर्ण छात्र-छात्राएं बहाल किए जाएंगे।
चलंत ग्राम क्लिनिक की स्थापना के लिए राज्य सरकार ने दी स्वीकृति
चलंत ग्राम क्लिनिक की स्थापना हेतु की जा रही इस व्यवस्था के अंतर्गत संबंधित चिकित्सकों का जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा चलंत ग्राम क्लिनिक भ्रमण रोस्टर तैयार किया जाएगा। इसका गांवों में प्रचार-प्रसार किया जाएगा ताकि लोग इसका लाभ ले सकें। राज्य सरकार ने इस योजना की स्वीकृति प्रदान कर दी है।
इसपर प्रतिवर्ष 5.20 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इन चलंत क्लिनिक में मलेरिया के मरीजों की पहचान के लिए बलगम एवं रक्त का नमूना लेकर उसकी जांच कराई जाएगी।
इससे 75 हजार परिवारों को मिलेगा लाभ
झारखंड के विभिन्न जिलों में आदिम जनजाति समुदाय के लगभग 75 हजार परिवार हैं जो सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में अत्यंत विकट परिस्थितियों में निवास करते हैं। इन ग्रामीण क्षेत्रों में संपर्क सुविधा नहीं होने के कारण बीमारी की स्थिति में या गर्भवती महिलाओं के इलाज में काफी कठिनाई होती है। इस चलंत ग्रामीण क्लिनिक से इन्हें अपने गांव में ही प्राथमिक चिकित्सा सुविधा मिल पाएगी।
कालाजार प्रभावित 74 गांवों में भी क्लिनिक का लाभ
झारखंड के दुमका, गोड्डा, पाकुड़ एवं साहिबगंज जिलों में 74 गांवों को चिन्हित किया गया है जहां कालाजार के अधिक केस हैं। इनमें कई ऐसे गांव हैं जो दुर्गम क्षेत्र में अवस्थित हैं तथा जहां स्वास्थ्य सेवाएं सीमित हैं। ऐसे गांवों में भी चलंत ग्राम क्लिनिक की स्थापना करते हुए कालाजार के रोगियों की पहचान की जाएगी ताकि उनका उपचार किया जा सके।
राज्य स्तर पर गठित होगा निगरानी सेल
राज्य स्तर पर निगरानी सेल गठित कर इस योजना की प्रतिदिन निगरानी की जाएगी। प्रत्येक चरण के ग्राम क्लिनिक के प्रभारी चिकित्सक द्वारा प्रतिदिन इलाज के लिए मरीजों की संख्या, की गई जांच, परिवार नियोजन परामर्श, पूर्व प्रसव एवं प्रसव के बाद देखभाल आदि की दैनिक रिपोर्ट सिविल सर्जन, राज्य स्तरीय निगरानी दल एवं अभियान निदेशक को भेजी जाएगी। सेल के लिए प्रबंधक एवं कंप्यूटर आपरेटर अनुबंध पर बहाल किए जाएंगे।
Mar 14 2023, 14:51