जेडीयू में मचा भगदड़, उपेन्द्र कुशवाहा के बाद अब इस पूर्व सांसद ने पार्टी का छोड़ा साथ
पटना : जब से सीएम नीतीश कुमार ने बीजेपी से अलग होकर राजद के साथ मिलकर महागठबंधन की सरकार बनाई है। तब उनकी पार्टी जदयू के अंदर सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है।
पहले पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा जदयू से अलग हुए। अब आरा - विक्रमगंज की पूर्व सांसद मीना सिंह ने आज जेडीयू से इस्तीफा दे दिया है। आज पटना के मौर्या होटल में आयोजित प्रेस - कांफ्रेंस में श्रीमती सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार से मैं कभी जुदा नहीं होना चाहती थी, लेकिन जिस तरीके से उन्होंने जंगल राज के युवराज को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है, बिहार की जनता डर गई है, आम - अवाम को पुराने दौर की वापसी दिख रही है, ऐसे में जेडीयू के साथ मेरा रहना नाइंसाफी होता।
श्रीमती सिंह ने कहा कि आज के फैसले के पहले हमने अपने राजनैतिक जीवन का पूर्ण आकलन किया। मेरे पति अजीत कुमार सिंह जी कांग्रेस में थे। लेकिन बिहार को जंगल राज से मुक्त कराने की लड़ाई में वे नीतीश कुमार के साथ आए। फिर बिहार को आतंक राज से मुक्ति मिली। इसके बाद आप सभी को पता है कि मेरे सांसद पति की असामयिक मौत एक सड़क दुर्घटना में हो गई। आगे, नीतीश कुमार ने बिहार की जनता को सेवा करने का मौका दिया। हमने पूरी निष्ठा के साथ जेडीयू की हर लड़ाई में अपनी सहभागिता निभाई।
उन्होंने कहा कि 2014 में भी नीतीश कुमार के साथ रही मैं, जबकि बहुत सारे लोग छोड़ कर उन्हें चले गए। आगे के किसी चुनाव में उन्हें मेरी याद भले नहीं आई हो, लेकिन जेडीयू को हमने कभी नहीं भूला। उन्होंने कहा कि 2015 में भी बिहार में महागठबंधन बना, लेकिन आम - अवाम को इसलिए चिंता नहीं हुई क्योंकि पूरी मजबूती से नेतृत्व नीतीश कुमार के पास ही रहा। जब भ्रष्टाचार के छींटे सहयोगी दल पर लगे, तो बिना देर किए नीतीश कुमार ने नाता तोड लिया।
श्रीमती मीना सिंह ने कहा कि आज की स्थिति दूसरी और बहुत ही भयावह है। जब से बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी है, पूरे बिहार में अपराधी तांडव कर रहे हैं। हर प्रकार के अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं, ऐसा लग रहा है कि 2005 के पूर्व की तरह खास तरह के खिलाफ पुलिस को कार्रवाई करने से रोक दिया गया है। जनता परेशान है, जंगल राज रिटर्न साफ - साफ दिख रहा है, लेकिन नीतीश कुमार को कोई फिक्र नहीं है।
उन्होंने कहा कि सबसे दुखद पल तो वो रहा, जब नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। इसके बाद तो मैं विचलित हो गई । मेरे लोग कहने लगे, अब जेडीयू में क्या बचा है। मुझे लगता है, नीतीश कुमार ने जेडीयू के साथियों के सम्पूर्ण संघर्ष को भूला दिया है और पार्टी को विलोपित करने का ही फैसला कर लिया है, वरना जंगल राज के युवराज को वे उत्तराधिकारी नहीं घोषित करते।
पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर श्रीमती सिंह ने कहा कि आगे वे क्या करेंगी, इसके पहले अपने समर्थकों के साथ बैठक कर विचार करेंगी। बिहारहित में जो मंजूर होगा, उसी रास्ते चलेंगी।
श्रीमती सिंह के साथ - साथ आज समता पार्टी के निर्माण काल से पार्टी के सदस्य व प्रदेश सचिव, भोजपुर के पूर्व जिलाध्यक्ष श्री अशोक शर्मा, युवा जेडीयू के प्रदेश सचिव श्री राकेश पाठक, पूर्व जिला महासचिव शिवशंकर सिंह, शाहपुर के प्रखंड अध्यक्ष श्री उमेश चंद्र पांडेय , बिहियां के प्रखंड अध्यक्ष श्रीराम महतो , उदवंतनगर के प्रखंड अध्यक्ष श्री मुकुल कुमार सिंह , संदेश के प्रखंड अध्यक्ष श्री विपिन विश्वास , जेडीयू भोजपुर के वरिष्ठ नेता व गढ़नी के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष श्री अवधेश पांडेय, सुरक्षा सेवा प्रकोष्ठ भोजपुर के पूर्व जिलाध्यक्ष रामदयाल सिंह , पंचायती राज प्रकोष्ठ भोजपुर के पूर्व जिलाध्यक्ष श्री रंजन कुमार सिंह समेत बड़ी संख्या में दूसरे नेताओं ने भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
Mar 03 2023, 19:51