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एएमयू पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ओवैसी ने दी नसीहत, बोले- मोदी सरकार भेद-भाव बंद करे

#aimimasaduddinowaisiamuminoritystatuscase

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर सुप्रीम कोर्ट की सात जजों की संवैधानिक पीठ ने 4-3 से बहुमत से दिया। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है।ओवैसी ने कहा कि यह देश में मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। साथ ही उन्होंने मोदी सरकार को नसीहत भी दी है। ओवैसी ने यह भी कहा कि मोदी सरकार को इस फैसले को गंभीरता से लेना चाहिए। साथ ही उनके साथ भेदभाव करना बंद करना होगा।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सांसद ओवैसी ने सोशल मीडिया एक्स पर लंबा-चौड़ा पोस्ट किया।सोशल मीडिया एक्स पर एक बड़े पोस्ट में एआईएमआईएम प्रमुख लिखा, यह भारत के मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। 1967 के फैसले ने एएमयू के अल्पसंख्यक दर्जे को खारिज कर दिया था, जबकि वास्तव में यह अल्पसंख्यक था। अनुच्छेद 30 में कहा गया है कि अल्पसंख्यकों को अपने शैक्षणिक संस्थानों को उस तरीके से स्थापित करने और संचालित करने का अधिकार है, जैसा वे उचित समझें।

भाजपा के सभी तर्क खारिज-ओवैसी

ओवैसी ने आगे लिखा, अल्पसंख्यकों के खुद को शिक्षित करने के अधिकार को बरकरार रखा गया है। मैं आज एएमयू के सभी छात्रों और शिक्षकों को बधाई देता हूं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि विश्वविद्यालय संविधान से पहले स्थापित हुआ था या फिर सरकार के कानून की तरफ से स्थापित हुआ था। अगर इसे अल्पसंख्यकों की तरफ से स्थापित किया गया है तो यह अल्पसंख्यक संस्थान है। भाजपा के सभी तर्क खारिज हो गए।

बीजेपी पर लगाया ये आरोप

अपने पोस्ट में ओवैसी ने आरोप लगाया कि, भाजपा इतने सालों से एएमयू के अल्पसंख्यक दर्जे का विरोध करती रही है। अब वह क्या करने जा रही है? एएमयू और जामिया पर हमला करने की हरसंभव कोशिश की गई है, यहां तक कि मदरसा चलाने के हमारे अधिकार पर भी हमला किया गया है। भाजपा को आत्मचिंतन करना चाहिए और अपने रास्ते में सुधार करना चाहिए।

मोदी सरकार को नसीहत

कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र की मोदी सरकार को नसीहत देते हुए एआईएमआईएम नेता ओवैसी ने लिखा, मोदी सरकार को इस फैसले को गंभीरता से लेना चाहिए। उसे एएमयू का समर्थन करना चाहिए क्योंकि यह एक केंद्रीय विश्वविद्यालय भी है। जामिया को प्रति छात्र 3 लाख रुपये मिलते हैं, एएमयू को प्रति छात्र 3.9 लाख रुपये मिलते हैं, लेकिन बीएचयू को 6.15 लाख रुपये मिलते हैं। जामिया और एएमयू ने राष्ट्रीय रैंकिंग में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। सही समर्थन से विश्वविद्यालय विश्व स्तर पर प्रसिद्ध हो सकते हैं। लेकिन इसके लिए मोदी को उनके साथ भेदभाव करना बंद करना चाहिए। एएमयू का किशनगंज सेंटर पिछले कई सालों से खराब पड़ा है। इस पर भी तत्काल ध्यान दिया जाना चाहिए और सेंटर को जल्द से जल्द काम करना शुरू करना चाहिए।

क्या है सुप्रीम कोर्ट का फैसला?

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने आज शुक्रवार को एएमयू के अल्पसंख्यक दर्जे संबंधी मामले को 3 जजों की नई बेंच के पास भेजने का फैसला लिया, साथ ही 1967 के अपने फैसले को खारिज कर दिया जिसमें यह कहा गया था कि विश्वविद्यालय को अल्पसंख्यक संस्थान नहीं माना जा सकता क्योंकि केंद्रीय कानून के तहत इसकी स्थापना की गई थी।

दुनिया की कोई ताकत वापस नहीं ला सकती आर्टिकल 370”, महाराष्ट्र में बोले पीएम मोदी

#noonebringbackarticle370injammukashmirpmmodi

जम्मू-कश्मीर विधानसभा के अंदर हाल ही में उमर अब्दुल्ला की सरकार ने धारा 370 बहाल करने से जुड़ा एक प्रस्ताव पास करवा लिया है। हालांकि विपक्ष इस पर लगातार हमलावर है और नौबत यहां तक आ गई कि विधानसभा स्पीकर को मार्शल भी बुलाने पड़ गए। जम्मू-कश्मीर में 370 बहाल करने को लेकर मचे बवाल के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने बड़ा बयान दिया है।पीएम मोदी ने कहा कि आर्टिकल 370 हटाना 21वीं सदी का सबसे बड़ा फैसला था। अब दुनिया की कोई भी ताकत जम्मू कश्मीर में 370 की वापसी नहीं करा सकती।

महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रचार की कमान संभाल ली है। शुक्रवार को उन्होंने विपक्ष को मात देने और सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के लिए वोट मांगने के लिए धुले में अपनी पहली सभा की। इस दौरान पीएम मोदी ने जम्मू कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस की गठबंधन सरकार पर बड़ा हमला बोला।

कश्मीर में कांग्रेस की साजिशें शुरू-पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सरकार बनने के बाद कांग्रेस गठबंधन ने कश्मीर के खिलाफ अपनी साजिश शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, कांग्रेस और इंडी गठबंधन को जैसे ही जम्मू-कश्मीर में अपनी सरकार बनाने का मौका मिला, तो उन्होंने कश्मीर के खिलाफ अपनी साजिशें शुरू कर दीं। कांग्रेस गठबंधन ने आर्टिकल 370 को बहाल करने के लिए जम्मू-कश्मीर विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया। विधानसभा के अंदर आर्टिकल 370 के समर्थन में बैनर लहराए गए। बीजेपी के विधायकों ने इसका विरोध किया है। बैनरों को विधानसभा के बाहर फेंक दिया गया। कांग्रेस जम्मू कश्मीर में बाबासाहेब का संविधान नहीं चाहती। कांग्रेस गठबंधन संविधान की झूठी किताब लहराता है।

कांग्रेस पाकिस्तान के एंजेडे को बढ़ावा देना बंद करे-पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर में सिर्फ बाबासाहेब का संविधान चलेगा। कांग्रेस पाकिस्तान के एंजेडे को बढ़ावा देना बंद करे। कांग्रेस कश्मीर को लेकर अलगाववादियों की भाषा न बोले। पीएम मोदी ने कहा कि आर्टिकल 370 हटाना 21वीं सदी का सबसे बड़ा फैसला था। कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के मंसूबे कामयाब नहीं होंगे। दुनिया की कोई भी ताकत जम्मू कश्मीर में 370 की वापसी नहीं करा सकती।

4 पुश्तें भी आ जाएंगी तो भी 370 वापस नहीं होगा- शाह

वहीं, महाराष्ट्र के शिराला में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में 370 की बहाली को लेकर बड़ा बयान दिया। शाह ने कहा कि कांग्रेस जम्मू कश्मीर में 370 वापस लाना चाहती है। मैं कहता हूं कि 4 पुश्तें भी आ जाएंगी तो भी 370 वापस नहीं होगा।

आजमगढ़:- फर्जी व कूटरचित दस्ताबेज के आधार पर पासपोर्ट बनवाने वाला आरोपी गिरफ्तार
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़।  दीदारगंज पुलिस ने फर्जी और कूटरचित दस्ताबेज लगाकर पासपोर्ट बनवाने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। हरेन्द्र कुमार पुत्र फिरन्ती निवासी राजापुर हाउस थाना दीदारगंज द्वारा अपना नाम व जन्मतिथि परिवर्तित कर फर्जी व कूटरचित दस्ताबेजों के आधार पर दो पासपोर्ट बनवा लिया गया। शुक्रवार को उ0नि0 नागेन्द्र पाण्डेय मय हमराह द्वारा मुकदमा उपरोक्त में वांछित अभियुक्त को उसके घर 2 पासपोर्ट के साथ  गिरफ्तार किया गया। 

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का अल्पसंख्यक दर्जा बरकरार, सुप्रीम कोर्न ने पलटा इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला

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सुप्रीम कोर्ट ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के अल्पसंख्यक दर्जे पर अपना फैसला सुनाया। सुप्रीम फैसले में एएमयू का अल्पसंख्यक दर्जा बरकरार रखा गया है। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ में से खुद सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस जेडी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा ने संविधान के अनुच्छेद 30 के मुताबिक अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अल्पसंख्यक संस्थान के दर्जे के कायम रखने के पक्ष में फैसला दिया।

फैसला सुनाते वक्त सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि चार जजों की एक राय है। मैंने बहुमत लिखा है। जबकि 3 जजों की राय अलग है। इस तरह से यह फैसला 4:3 से तय किया गया। फैसले को लेकर जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस दीपांकर दत्ता और जस्टिस शर्मा ने अपनी असहमति जताई, जबकि सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने अपने और जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा के लिए बहुमत का फैसला लिखा।

साल 2006 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने अपने फैसले में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को अल्पसंख्यक संस्थान नहीं माना था। उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई, जिस पर सुनवाई पूरी कर सुप्रीम कोर्ट ने बीती 1 फरवरी को फैसला सुरक्षित रख लिया था।

साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की पीठ ने मामले को सात जजों की पीठ के पास भेज दिया था। सुनवाई के दौरान सवाल उठा था कि क्या कोई विश्वविद्यालय, जिसका प्रशासन सरकार द्वारा किया जा रहा है, क्या वह अल्पसंख्यक संस्थान होने का दावा कर सकता है?

साल 1967 में अजीज बाशा बनाम भारत गणराज्य मामले में सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की पीठ ने भी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का अल्पसंख्यक दर्जा खारिज कर दिया था। हालांकि साल 1981 में सरकार ने एएमयू एक्ट में संशोधन कर विश्वविद्यालय का अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा फिर से बरकरार कर दिया गया था। अब अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर दिए अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने साल 1967 में 'अजीज बाशा बनाम भारत गणराज्य' मामले में दिए अपने ही फैसले को पलट दिया है।

आजमगढ़:-अस्ताचल भगवान भास्कर को सुहागिनों ने दिया पहला अर्ध्य,  माहुल के कालीचौरा पोखरे पर उमड़ा आस्था का जनसैलाब
वी कुमार यदुवंशी
 आजमगढ़।  लोक  आस्था और सूर्य उपासना के चार दिवसीय छठ महापर्व के तीसरे दिन गुरुवार  को सुहागिन महिलाओं ने अंबारी, खांजहापुर, प्राचीन शिवमंदिर पल्थी, पलिया, भेड़िया, दीदारगंज, बेलसिया, बिलारमऊ, गोधना, मैगना आदि भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य अर्पित किया।माहुल के सिद्धपीठ कालीचौरा पोखरे पर पानी में खड़े होकर अर्घ्य देते हुए उन्होंने संतान और पति के सुख समृद्धि और मंगल की कामना किया।
 रंगीन झालरों से सजे सिद्धपीठ काली चौरा पोखरे पर शाम चार बजे से माथे पर फल फूल आदि से लदे दऊरी और सूप लेकर गाजे बाजे के साथ ब्रती महिलाओं और श्रद्धालुओं का क्षेत्र के विभिन्न गावों से आना शुरू हुआ।कुछ देर बाद काली चौरा परिसर श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया।इस दौरान छठ मैया के गीतों से पूरा इलाका गूंज उठा।उसके बाद अपनी अपनी वेदियों के पास ब्रतियो द्वारा धूप दीप प्रज्वलित कर भगवान भास्कर और छठी मैया की पूजा अर्चना की गई।तत्पश्चात पानी में खड़े होकर अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। सुजीत जायसवाल आशू माहुल में छठ में श्रद्धालुओं के सहयोग में लगे रहे।  दिलीप सिंह बघेल ,विष्णु कांत पांडेय,मोहन सोनकर आदि रहे।

आजमगढ़:-अस्ताचल भगवान भास्कर को सुहागिनों ने दिया पहला अर्ध्य,  माहुल के कालीचौरा पोखरे पर उमड़ा आस्था का जनसैलाब
वी कुमार यदुवंशी
 आजमगढ़।  लोक  आस्था और सूर्य उपासना के चार दिवसीय छठ महापर्व के तीसरे दिन गुरुवार  को सुहागिन महिलाओं ने अंबारी, खांजहापुर, प्राचीन शिवमंदिर पल्थी, पलिया, भेड़िया, दीदारगंज, बेलसिया, बिलारमऊ, गोधना, मैगना आदि भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य अर्पित किया।माहुल के सिद्धपीठ कालीचौरा पोखरे पर पानी में खड़े होकर अर्घ्य देते हुए उन्होंने संतान और पति के सुख समृद्धि और मंगल की कामना किया।
 रंगीन झालरों से सजे सिद्धपीठ काली चौरा पोखरे पर शाम चार बजे से माथे पर फल फूल आदि से लदे दऊरी और सूप लेकर गाजे बाजे के साथ ब्रती महिलाओं और श्रद्धालुओं का क्षेत्र के विभिन्न गावों से आना शुरू हुआ।कुछ देर बाद काली चौरा परिसर श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया।इस दौरान छठ मैया के गीतों से पूरा इलाका गूंज उठा।उसके बाद अपनी अपनी वेदियों के पास ब्रतियो द्वारा धूप दीप प्रज्वलित कर भगवान भास्कर और छठी मैया की पूजा अर्चना की गई।तत्पश्चात पानी में खड़े होकर अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। सुजीत जायसवाल आशू माहुल में छठ में श्रद्धालुओं के सहयोग में लगे रहे।  दिलीप सिंह बघेल ,विष्णु कांत पांडेय,मोहन सोनकर आदि रहे।

आजमगढ़:-101फुट पक्के घाट का हुआ शिलान्यास, अगले वर्ष डाला छठ के पर्व पर दोनों तट पर श्रद्धालु वेदी बनाकर पूजा अर्चना करेगे
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। लोक आस्था का महापर्व पर श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए फूलपुर पुरानी मिर्च मण्डी के बगल कुँवर नदी के किनारे स्थित पिपरहवा घाट पर श्री बाबा परमहंस जी न्यास ट्रस्ट के तत्वाधान मे101फुट सूर्योपासना घाट का शिलान्यास समिति के अध्यक्ष राजेश मोदनवाल, चुटटूर व प्रबंधक संजीव बरनवाल के कर कमलों द्वारा  विद्वान प, सागर पाण्डेय द्वारा कराया गया। राजेश मोदनवाल ने बताया कि लोक आस्था का महापर्व पर हर वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या निरन्तर बढ़ रही है। फूलपुर कुंवर नदी के तट पर डाला छठ पर सूर्योपासना के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते है। आस्थावान व्रतियों की संख्या भी बढ़ रही है। उनके सुविधा हेतु श्री बाबा परमहंस न्यास ट्रस्ट ने 101फुट पक्के घाट का निर्माण कराने का निर्णय लिया। जिसका शिलान्यास आज गुरुवार को यहां उपस्थित जन समुदाय के बीच किया गया। जिसका उपयोग व्रती श्रद्धालु अगले वर्ष सुगमता से करेंगे। इस अवसर पर अतुल बरनवाल, विकास बरनवाल, सुरेश गुप्ता, राकेश विश्वकर्मा, विमलेश आर्य, अभय सिंह लालू, श्यामजी मोदनवाल, इंदल कन्नौजिया, निरंजन, विष्णु, निहाल आदि उपस्थित रहे।
आजमगढ़:-भगवान भास्कर की झलक की ललक होते ही दिया उदयीमान दिनकर को दिया अर्द्ध
 वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़।  लोक आस्था का महापर्व डाला छठ पूजा पर श्रद्धालुओं की भीड़ ने भगवान् सूर्य के दर्शन को लालायित दिखे। फूलपुर नगर पंचायत के तीन स्थानों पर सूर्योपासना की व्यवस्था समितियों द्वारा की गई। पिपरहवा घाट पर मां दुर्गा क्लब द्वारा, उचवा मोहल्ला, सोनकर बस्ती में मां शारदा क्लब, नागा बाबा सरोवर पर नगर पंचायत द्वारा, किया गया। तीनों स्थानों पर भगवान भास्कर की पंडाल में  प्रतिमा स्थापित की गई। जहां वैदिक मंत्रोच्चार से पूजन अर्चन किया गया। भोर चार बजे से व्रती महिलाये परिवार सहित वेदी स्थान पर पहुंच कर वेदी के समक्ष जल में खड़ी हो भगवान भास्कर की ललक की झलक की प्रतीक्षा में अपलक पूर्व दिशा में निहारती रही। भगवान सूर्य की पहली किरण के दर्शन के साथ घंटा, घड़ियाल शंख ध्वनि से वातावरण प्रकाशमान हो उठा। व्रती महिलाओं ने भगवान भास्कर को उदयीमान दिनकर को अर्घ्य देकर व्रत पूरा किया। बारी बारी से परिवार व सगे सम्बन्धी ने भी भगवान को अर्द्ध दिया। श्रद्धालुओं ने परिवार के सुख समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर नगर पंचायत के गणमान्य सहित काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
आजमगढ़:-अस्ताचल भगवान भास्कर को सुहागिनों ने दिया पहला अर्ध्य,  माहुल के कालीचौरा पोखरे पर उमड़ा आस्था का जनसैलाब
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़।  लोक  आस्था और सूर्य उपासना के चार दिवसीय छठ महापर्व के तीसरे दिन गुरुवार  को सुहागिन महिलाओं ने अंबारी, खांजहापुर, प्राचीन शिवमंदिर पल्थी, पलिया, भेड़िया, दीदारगंज, बेलसिया, बिलारमऊ, गोधना, मैगना आदि भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य अर्पित किया।माहुल के सिद्धपीठ कालीचौरा पोखरे पर पानी में खड़े होकर अर्घ्य देते हुए उन्होंने संतान और पति के सुख समृद्धि और मंगल की कामना किया।
 रंगीन झालरों से सजे सिद्धपीठ काली चौरा पोखरे पर शाम चार बजे से माथे पर फल फूल आदि से लदे दऊरी और सूप लेकर गाजे बाजे के साथ ब्रती महिलाओं और श्रद्धालुओं का क्षेत्र के विभिन्न गावों से आना शुरू हुआ।कुछ देर बाद काली चौरा परिसर श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया।इस दौरान छठ मैया के गीतों से पूरा इलाका गूंज उठा।उसके बाद अपनी अपनी वेदियों के पास ब्रतियो द्वारा धूप दीप प्रज्वलित कर भगवान भास्कर और छठी मैया की पूजा अर्चना की गई।तत्पश्चात पानी में खड़े होकर अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। सुजीत जायसवाल आशू माहुल में छठ में श्रद्धालुओं के सहयोग में लगे रहे।  दिलीप सिंह बघेल ,विष्णु कांत पांडेय,मोहन सोनकर आदि रहे।

आजमगढ़:-अस्ताचल भगवान भास्कर को सुहागिनों ने दिया पहला अर्ध्य,  माहुल के कालीचौरा पोखरे पर उमड़ा आस्था का जनसैलाब
वी कुमार यदुवंशी
 आजमगढ़।  लोक  आस्था और सूर्य उपासना के चार दिवसीय छठ महापर्व के तीसरे दिन गुरुवार  को सुहागिन महिलाओं ने अंबारी, खांजहापुर, प्राचीन शिवमंदिर पल्थी, पलिया, भेड़िया, दीदारगंज, बेलसिया, बिलारमऊ, गोधना, मैगना आदि भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य अर्पित किया।माहुल के सिद्धपीठ कालीचौरा पोखरे पर पानी में खड़े होकर अर्घ्य देते हुए उन्होंने संतान और पति के सुख समृद्धि और मंगल की कामना किया।
 रंगीन झालरों से सजे सिद्धपीठ काली चौरा पोखरे पर शाम चार बजे से माथे पर फल फूल आदि से लदे दऊरी और सूप लेकर गाजे बाजे के साथ ब्रती महिलाओं और श्रद्धालुओं का क्षेत्र के विभिन्न गावों से आना शुरू हुआ।कुछ देर बाद काली चौरा परिसर श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया।इस दौरान छठ मैया के गीतों से पूरा इलाका गूंज उठा। उसके बाद अपनी अपनी वेदियों के पास ब्रतियो द्वारा धूप दीप प्रज्वलित कर भगवान भास्कर और छठी मैया की पूजा अर्चना की गई।तत्पश्चात पानी में खड़े होकर अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। सुजीत जायसवाल आशू माहुल में छठ में श्रद्धालुओं के सहयोग में लगे रहे।  दिलीप सिंह बघेल ,विष्णु कांत पांडेय,मोहन सोनकर आदि रहे।

एएमयू पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ओवैसी ने दी नसीहत, बोले- मोदी सरकार भेद-भाव बंद करे

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अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर सुप्रीम कोर्ट की सात जजों की संवैधानिक पीठ ने 4-3 से बहुमत से दिया। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है।ओवैसी ने कहा कि यह देश में मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। साथ ही उन्होंने मोदी सरकार को नसीहत भी दी है। ओवैसी ने यह भी कहा कि मोदी सरकार को इस फैसले को गंभीरता से लेना चाहिए। साथ ही उनके साथ भेदभाव करना बंद करना होगा।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सांसद ओवैसी ने सोशल मीडिया एक्स पर लंबा-चौड़ा पोस्ट किया।सोशल मीडिया एक्स पर एक बड़े पोस्ट में एआईएमआईएम प्रमुख लिखा, यह भारत के मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। 1967 के फैसले ने एएमयू के अल्पसंख्यक दर्जे को खारिज कर दिया था, जबकि वास्तव में यह अल्पसंख्यक था। अनुच्छेद 30 में कहा गया है कि अल्पसंख्यकों को अपने शैक्षणिक संस्थानों को उस तरीके से स्थापित करने और संचालित करने का अधिकार है, जैसा वे उचित समझें।

भाजपा के सभी तर्क खारिज-ओवैसी

ओवैसी ने आगे लिखा, अल्पसंख्यकों के खुद को शिक्षित करने के अधिकार को बरकरार रखा गया है। मैं आज एएमयू के सभी छात्रों और शिक्षकों को बधाई देता हूं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि विश्वविद्यालय संविधान से पहले स्थापित हुआ था या फिर सरकार के कानून की तरफ से स्थापित हुआ था। अगर इसे अल्पसंख्यकों की तरफ से स्थापित किया गया है तो यह अल्पसंख्यक संस्थान है। भाजपा के सभी तर्क खारिज हो गए।

बीजेपी पर लगाया ये आरोप

अपने पोस्ट में ओवैसी ने आरोप लगाया कि, भाजपा इतने सालों से एएमयू के अल्पसंख्यक दर्जे का विरोध करती रही है। अब वह क्या करने जा रही है? एएमयू और जामिया पर हमला करने की हरसंभव कोशिश की गई है, यहां तक कि मदरसा चलाने के हमारे अधिकार पर भी हमला किया गया है। भाजपा को आत्मचिंतन करना चाहिए और अपने रास्ते में सुधार करना चाहिए।

मोदी सरकार को नसीहत

कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र की मोदी सरकार को नसीहत देते हुए एआईएमआईएम नेता ओवैसी ने लिखा, मोदी सरकार को इस फैसले को गंभीरता से लेना चाहिए। उसे एएमयू का समर्थन करना चाहिए क्योंकि यह एक केंद्रीय विश्वविद्यालय भी है। जामिया को प्रति छात्र 3 लाख रुपये मिलते हैं, एएमयू को प्रति छात्र 3.9 लाख रुपये मिलते हैं, लेकिन बीएचयू को 6.15 लाख रुपये मिलते हैं। जामिया और एएमयू ने राष्ट्रीय रैंकिंग में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। सही समर्थन से विश्वविद्यालय विश्व स्तर पर प्रसिद्ध हो सकते हैं। लेकिन इसके लिए मोदी को उनके साथ भेदभाव करना बंद करना चाहिए। एएमयू का किशनगंज सेंटर पिछले कई सालों से खराब पड़ा है। इस पर भी तत्काल ध्यान दिया जाना चाहिए और सेंटर को जल्द से जल्द काम करना शुरू करना चाहिए।

क्या है सुप्रीम कोर्ट का फैसला?

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने आज शुक्रवार को एएमयू के अल्पसंख्यक दर्जे संबंधी मामले को 3 जजों की नई बेंच के पास भेजने का फैसला लिया, साथ ही 1967 के अपने फैसले को खारिज कर दिया जिसमें यह कहा गया था कि विश्वविद्यालय को अल्पसंख्यक संस्थान नहीं माना जा सकता क्योंकि केंद्रीय कानून के तहत इसकी स्थापना की गई थी।

दुनिया की कोई ताकत वापस नहीं ला सकती आर्टिकल 370”, महाराष्ट्र में बोले पीएम मोदी

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जम्मू-कश्मीर विधानसभा के अंदर हाल ही में उमर अब्दुल्ला की सरकार ने धारा 370 बहाल करने से जुड़ा एक प्रस्ताव पास करवा लिया है। हालांकि विपक्ष इस पर लगातार हमलावर है और नौबत यहां तक आ गई कि विधानसभा स्पीकर को मार्शल भी बुलाने पड़ गए। जम्मू-कश्मीर में 370 बहाल करने को लेकर मचे बवाल के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने बड़ा बयान दिया है।पीएम मोदी ने कहा कि आर्टिकल 370 हटाना 21वीं सदी का सबसे बड़ा फैसला था। अब दुनिया की कोई भी ताकत जम्मू कश्मीर में 370 की वापसी नहीं करा सकती।

महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रचार की कमान संभाल ली है। शुक्रवार को उन्होंने विपक्ष को मात देने और सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के लिए वोट मांगने के लिए धुले में अपनी पहली सभा की। इस दौरान पीएम मोदी ने जम्मू कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस की गठबंधन सरकार पर बड़ा हमला बोला।

कश्मीर में कांग्रेस की साजिशें शुरू-पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सरकार बनने के बाद कांग्रेस गठबंधन ने कश्मीर के खिलाफ अपनी साजिश शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, कांग्रेस और इंडी गठबंधन को जैसे ही जम्मू-कश्मीर में अपनी सरकार बनाने का मौका मिला, तो उन्होंने कश्मीर के खिलाफ अपनी साजिशें शुरू कर दीं। कांग्रेस गठबंधन ने आर्टिकल 370 को बहाल करने के लिए जम्मू-कश्मीर विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया। विधानसभा के अंदर आर्टिकल 370 के समर्थन में बैनर लहराए गए। बीजेपी के विधायकों ने इसका विरोध किया है। बैनरों को विधानसभा के बाहर फेंक दिया गया। कांग्रेस जम्मू कश्मीर में बाबासाहेब का संविधान नहीं चाहती। कांग्रेस गठबंधन संविधान की झूठी किताब लहराता है।

कांग्रेस पाकिस्तान के एंजेडे को बढ़ावा देना बंद करे-पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर में सिर्फ बाबासाहेब का संविधान चलेगा। कांग्रेस पाकिस्तान के एंजेडे को बढ़ावा देना बंद करे। कांग्रेस कश्मीर को लेकर अलगाववादियों की भाषा न बोले। पीएम मोदी ने कहा कि आर्टिकल 370 हटाना 21वीं सदी का सबसे बड़ा फैसला था। कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के मंसूबे कामयाब नहीं होंगे। दुनिया की कोई भी ताकत जम्मू कश्मीर में 370 की वापसी नहीं करा सकती।

4 पुश्तें भी आ जाएंगी तो भी 370 वापस नहीं होगा- शाह

वहीं, महाराष्ट्र के शिराला में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में 370 की बहाली को लेकर बड़ा बयान दिया। शाह ने कहा कि कांग्रेस जम्मू कश्मीर में 370 वापस लाना चाहती है। मैं कहता हूं कि 4 पुश्तें भी आ जाएंगी तो भी 370 वापस नहीं होगा।

आजमगढ़:- फर्जी व कूटरचित दस्ताबेज के आधार पर पासपोर्ट बनवाने वाला आरोपी गिरफ्तार
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़।  दीदारगंज पुलिस ने फर्जी और कूटरचित दस्ताबेज लगाकर पासपोर्ट बनवाने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। हरेन्द्र कुमार पुत्र फिरन्ती निवासी राजापुर हाउस थाना दीदारगंज द्वारा अपना नाम व जन्मतिथि परिवर्तित कर फर्जी व कूटरचित दस्ताबेजों के आधार पर दो पासपोर्ट बनवा लिया गया। शुक्रवार को उ0नि0 नागेन्द्र पाण्डेय मय हमराह द्वारा मुकदमा उपरोक्त में वांछित अभियुक्त को उसके घर 2 पासपोर्ट के साथ  गिरफ्तार किया गया। 

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का अल्पसंख्यक दर्जा बरकरार, सुप्रीम कोर्न ने पलटा इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला

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सुप्रीम कोर्ट ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के अल्पसंख्यक दर्जे पर अपना फैसला सुनाया। सुप्रीम फैसले में एएमयू का अल्पसंख्यक दर्जा बरकरार रखा गया है। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ में से खुद सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस जेडी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा ने संविधान के अनुच्छेद 30 के मुताबिक अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अल्पसंख्यक संस्थान के दर्जे के कायम रखने के पक्ष में फैसला दिया।

फैसला सुनाते वक्त सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि चार जजों की एक राय है। मैंने बहुमत लिखा है। जबकि 3 जजों की राय अलग है। इस तरह से यह फैसला 4:3 से तय किया गया। फैसले को लेकर जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस दीपांकर दत्ता और जस्टिस शर्मा ने अपनी असहमति जताई, जबकि सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने अपने और जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा के लिए बहुमत का फैसला लिखा।

साल 2006 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने अपने फैसले में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को अल्पसंख्यक संस्थान नहीं माना था। उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई, जिस पर सुनवाई पूरी कर सुप्रीम कोर्ट ने बीती 1 फरवरी को फैसला सुरक्षित रख लिया था।

साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की पीठ ने मामले को सात जजों की पीठ के पास भेज दिया था। सुनवाई के दौरान सवाल उठा था कि क्या कोई विश्वविद्यालय, जिसका प्रशासन सरकार द्वारा किया जा रहा है, क्या वह अल्पसंख्यक संस्थान होने का दावा कर सकता है?

साल 1967 में अजीज बाशा बनाम भारत गणराज्य मामले में सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की पीठ ने भी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का अल्पसंख्यक दर्जा खारिज कर दिया था। हालांकि साल 1981 में सरकार ने एएमयू एक्ट में संशोधन कर विश्वविद्यालय का अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा फिर से बरकरार कर दिया गया था। अब अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर दिए अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने साल 1967 में 'अजीज बाशा बनाम भारत गणराज्य' मामले में दिए अपने ही फैसले को पलट दिया है।

आजमगढ़:-अस्ताचल भगवान भास्कर को सुहागिनों ने दिया पहला अर्ध्य,  माहुल के कालीचौरा पोखरे पर उमड़ा आस्था का जनसैलाब
वी कुमार यदुवंशी
 आजमगढ़।  लोक  आस्था और सूर्य उपासना के चार दिवसीय छठ महापर्व के तीसरे दिन गुरुवार  को सुहागिन महिलाओं ने अंबारी, खांजहापुर, प्राचीन शिवमंदिर पल्थी, पलिया, भेड़िया, दीदारगंज, बेलसिया, बिलारमऊ, गोधना, मैगना आदि भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य अर्पित किया।माहुल के सिद्धपीठ कालीचौरा पोखरे पर पानी में खड़े होकर अर्घ्य देते हुए उन्होंने संतान और पति के सुख समृद्धि और मंगल की कामना किया।
 रंगीन झालरों से सजे सिद्धपीठ काली चौरा पोखरे पर शाम चार बजे से माथे पर फल फूल आदि से लदे दऊरी और सूप लेकर गाजे बाजे के साथ ब्रती महिलाओं और श्रद्धालुओं का क्षेत्र के विभिन्न गावों से आना शुरू हुआ।कुछ देर बाद काली चौरा परिसर श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया।इस दौरान छठ मैया के गीतों से पूरा इलाका गूंज उठा।उसके बाद अपनी अपनी वेदियों के पास ब्रतियो द्वारा धूप दीप प्रज्वलित कर भगवान भास्कर और छठी मैया की पूजा अर्चना की गई।तत्पश्चात पानी में खड़े होकर अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। सुजीत जायसवाल आशू माहुल में छठ में श्रद्धालुओं के सहयोग में लगे रहे।  दिलीप सिंह बघेल ,विष्णु कांत पांडेय,मोहन सोनकर आदि रहे।

आजमगढ़:-अस्ताचल भगवान भास्कर को सुहागिनों ने दिया पहला अर्ध्य,  माहुल के कालीचौरा पोखरे पर उमड़ा आस्था का जनसैलाब
वी कुमार यदुवंशी
 आजमगढ़।  लोक  आस्था और सूर्य उपासना के चार दिवसीय छठ महापर्व के तीसरे दिन गुरुवार  को सुहागिन महिलाओं ने अंबारी, खांजहापुर, प्राचीन शिवमंदिर पल्थी, पलिया, भेड़िया, दीदारगंज, बेलसिया, बिलारमऊ, गोधना, मैगना आदि भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य अर्पित किया।माहुल के सिद्धपीठ कालीचौरा पोखरे पर पानी में खड़े होकर अर्घ्य देते हुए उन्होंने संतान और पति के सुख समृद्धि और मंगल की कामना किया।
 रंगीन झालरों से सजे सिद्धपीठ काली चौरा पोखरे पर शाम चार बजे से माथे पर फल फूल आदि से लदे दऊरी और सूप लेकर गाजे बाजे के साथ ब्रती महिलाओं और श्रद्धालुओं का क्षेत्र के विभिन्न गावों से आना शुरू हुआ।कुछ देर बाद काली चौरा परिसर श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया।इस दौरान छठ मैया के गीतों से पूरा इलाका गूंज उठा।उसके बाद अपनी अपनी वेदियों के पास ब्रतियो द्वारा धूप दीप प्रज्वलित कर भगवान भास्कर और छठी मैया की पूजा अर्चना की गई।तत्पश्चात पानी में खड़े होकर अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। सुजीत जायसवाल आशू माहुल में छठ में श्रद्धालुओं के सहयोग में लगे रहे।  दिलीप सिंह बघेल ,विष्णु कांत पांडेय,मोहन सोनकर आदि रहे।

आजमगढ़:-101फुट पक्के घाट का हुआ शिलान्यास, अगले वर्ष डाला छठ के पर्व पर दोनों तट पर श्रद्धालु वेदी बनाकर पूजा अर्चना करेगे
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। लोक आस्था का महापर्व पर श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए फूलपुर पुरानी मिर्च मण्डी के बगल कुँवर नदी के किनारे स्थित पिपरहवा घाट पर श्री बाबा परमहंस जी न्यास ट्रस्ट के तत्वाधान मे101फुट सूर्योपासना घाट का शिलान्यास समिति के अध्यक्ष राजेश मोदनवाल, चुटटूर व प्रबंधक संजीव बरनवाल के कर कमलों द्वारा  विद्वान प, सागर पाण्डेय द्वारा कराया गया। राजेश मोदनवाल ने बताया कि लोक आस्था का महापर्व पर हर वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या निरन्तर बढ़ रही है। फूलपुर कुंवर नदी के तट पर डाला छठ पर सूर्योपासना के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते है। आस्थावान व्रतियों की संख्या भी बढ़ रही है। उनके सुविधा हेतु श्री बाबा परमहंस न्यास ट्रस्ट ने 101फुट पक्के घाट का निर्माण कराने का निर्णय लिया। जिसका शिलान्यास आज गुरुवार को यहां उपस्थित जन समुदाय के बीच किया गया। जिसका उपयोग व्रती श्रद्धालु अगले वर्ष सुगमता से करेंगे। इस अवसर पर अतुल बरनवाल, विकास बरनवाल, सुरेश गुप्ता, राकेश विश्वकर्मा, विमलेश आर्य, अभय सिंह लालू, श्यामजी मोदनवाल, इंदल कन्नौजिया, निरंजन, विष्णु, निहाल आदि उपस्थित रहे।
आजमगढ़:-भगवान भास्कर की झलक की ललक होते ही दिया उदयीमान दिनकर को दिया अर्द्ध
 वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़।  लोक आस्था का महापर्व डाला छठ पूजा पर श्रद्धालुओं की भीड़ ने भगवान् सूर्य के दर्शन को लालायित दिखे। फूलपुर नगर पंचायत के तीन स्थानों पर सूर्योपासना की व्यवस्था समितियों द्वारा की गई। पिपरहवा घाट पर मां दुर्गा क्लब द्वारा, उचवा मोहल्ला, सोनकर बस्ती में मां शारदा क्लब, नागा बाबा सरोवर पर नगर पंचायत द्वारा, किया गया। तीनों स्थानों पर भगवान भास्कर की पंडाल में  प्रतिमा स्थापित की गई। जहां वैदिक मंत्रोच्चार से पूजन अर्चन किया गया। भोर चार बजे से व्रती महिलाये परिवार सहित वेदी स्थान पर पहुंच कर वेदी के समक्ष जल में खड़ी हो भगवान भास्कर की ललक की झलक की प्रतीक्षा में अपलक पूर्व दिशा में निहारती रही। भगवान सूर्य की पहली किरण के दर्शन के साथ घंटा, घड़ियाल शंख ध्वनि से वातावरण प्रकाशमान हो उठा। व्रती महिलाओं ने भगवान भास्कर को उदयीमान दिनकर को अर्घ्य देकर व्रत पूरा किया। बारी बारी से परिवार व सगे सम्बन्धी ने भी भगवान को अर्द्ध दिया। श्रद्धालुओं ने परिवार के सुख समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर नगर पंचायत के गणमान्य सहित काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
आजमगढ़:-अस्ताचल भगवान भास्कर को सुहागिनों ने दिया पहला अर्ध्य,  माहुल के कालीचौरा पोखरे पर उमड़ा आस्था का जनसैलाब
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़।  लोक  आस्था और सूर्य उपासना के चार दिवसीय छठ महापर्व के तीसरे दिन गुरुवार  को सुहागिन महिलाओं ने अंबारी, खांजहापुर, प्राचीन शिवमंदिर पल्थी, पलिया, भेड़िया, दीदारगंज, बेलसिया, बिलारमऊ, गोधना, मैगना आदि भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य अर्पित किया।माहुल के सिद्धपीठ कालीचौरा पोखरे पर पानी में खड़े होकर अर्घ्य देते हुए उन्होंने संतान और पति के सुख समृद्धि और मंगल की कामना किया।
 रंगीन झालरों से सजे सिद्धपीठ काली चौरा पोखरे पर शाम चार बजे से माथे पर फल फूल आदि से लदे दऊरी और सूप लेकर गाजे बाजे के साथ ब्रती महिलाओं और श्रद्धालुओं का क्षेत्र के विभिन्न गावों से आना शुरू हुआ।कुछ देर बाद काली चौरा परिसर श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया।इस दौरान छठ मैया के गीतों से पूरा इलाका गूंज उठा।उसके बाद अपनी अपनी वेदियों के पास ब्रतियो द्वारा धूप दीप प्रज्वलित कर भगवान भास्कर और छठी मैया की पूजा अर्चना की गई।तत्पश्चात पानी में खड़े होकर अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। सुजीत जायसवाल आशू माहुल में छठ में श्रद्धालुओं के सहयोग में लगे रहे।  दिलीप सिंह बघेल ,विष्णु कांत पांडेय,मोहन सोनकर आदि रहे।

आजमगढ़:-अस्ताचल भगवान भास्कर को सुहागिनों ने दिया पहला अर्ध्य,  माहुल के कालीचौरा पोखरे पर उमड़ा आस्था का जनसैलाब
वी कुमार यदुवंशी
 आजमगढ़।  लोक  आस्था और सूर्य उपासना के चार दिवसीय छठ महापर्व के तीसरे दिन गुरुवार  को सुहागिन महिलाओं ने अंबारी, खांजहापुर, प्राचीन शिवमंदिर पल्थी, पलिया, भेड़िया, दीदारगंज, बेलसिया, बिलारमऊ, गोधना, मैगना आदि भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य अर्पित किया।माहुल के सिद्धपीठ कालीचौरा पोखरे पर पानी में खड़े होकर अर्घ्य देते हुए उन्होंने संतान और पति के सुख समृद्धि और मंगल की कामना किया।
 रंगीन झालरों से सजे सिद्धपीठ काली चौरा पोखरे पर शाम चार बजे से माथे पर फल फूल आदि से लदे दऊरी और सूप लेकर गाजे बाजे के साथ ब्रती महिलाओं और श्रद्धालुओं का क्षेत्र के विभिन्न गावों से आना शुरू हुआ।कुछ देर बाद काली चौरा परिसर श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया।इस दौरान छठ मैया के गीतों से पूरा इलाका गूंज उठा। उसके बाद अपनी अपनी वेदियों के पास ब्रतियो द्वारा धूप दीप प्रज्वलित कर भगवान भास्कर और छठी मैया की पूजा अर्चना की गई।तत्पश्चात पानी में खड़े होकर अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। सुजीत जायसवाल आशू माहुल में छठ में श्रद्धालुओं के सहयोग में लगे रहे।  दिलीप सिंह बघेल ,विष्णु कांत पांडेय,मोहन सोनकर आदि रहे।